ऋषिकेश का सबसे प्रसिद्ध मंदिर जहां रुकी थी महादेव की बारात | Bhootnath Mandir Reshikesh

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  • เผยแพร่เมื่อ 21 ก.ย. 2024
  • यहां के मंदिरों की अपनी मान्यताएं व इतिहास हैं. जिस मंदिर के बारें में हम आपको बताने जा रहें हैं उस मंदिर का भी काफी दिलचस्प इतिहास है. यह मंदिर प्राचीन भूतनाथ मंदिर के नाम से ऋषिकेश में प्रसिद्ध है, जो कि राम झूले के पास मणिकूट पर्वत पर स्थित है. यह मंदिर अपनी सुन्दरता व विचित्रता के लिए लोकप्रीय है.
    प्राचीन भूतनाथ मंदिर का रोचक इतिहास
    देवों के देव भगवान शिव को त्रिदेवों में एक देव हैं. इन्हें नीलकंठ, महेश, शंकर, भोलेनाथ आदि कई नामों से जाना जाता हैं. भगवान शिव के विवाह के प्रसंग से तो सभी वाकिफ हैं. उन्हीं में से एक आध्यात्मिक महत्व ऋषिकेश के राम झूले से थोड़ी दूर स्थित प्राचीन भूतनाथ मंदिर की भी है. इस मंदिर को भूतेश्वर महादेव के नाम से भी जाना जाता है
    पंडित माधव लसियाल बताते है कि कथा है की जब भगवान शिव माता सती संग विवाह के लिए बारात लेकर निकले थे तो उनके ससुर राजा दक्ष ने भगवान शिव को उनके बारात संग इसी मंदिर में ठहराया था. बारात में शामिल सभी देवगण, भूतों और जानवरों ने इसी मंदिर में एक रात बिताई थी तभी से इस मंदिर को भूतनाथ मंदिर के नाम से जाना जाता हैं.
    हर घंटी से निकलती है अलग ध्वनि
    माधव लसियाल बताते है कि भोलेनाथ मंदिर को सिधिपीठ के रूप में पूजा जाता है, देश के अलग अलग भागों से लोग यहां दर्शन के लिए आते हैं और भगवान शिव के आगे मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना करते है. साथ ही एक और चीज़ जो लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित कर लेती है वो है यहां की घंटियां, यहां की हर घंटी से अलग ध्वनि निकलती हैं.
    अगर आप ऋषिकेश घूमने आए हैं या आने की सोच रहें हैं तो ऋषिकेश के राम झूला के निकट स्थित मणिकूट पर्वत पर स्थित भूतनाथ मंदिर के दर्शन जरूर करें. यह मंदिर ऋषिकेश के प्राचीन मंदिरों में से एक हैं.

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