Ravindra Jain won a Filmfare Award for Best Music Director in 1985 for Ram Teri Ganga Maili. He was also nominated for Best Lyricist and Best Music Direction in 1979 for Ankhiyon Ke Jharokhon Se.
He composed music for many films and TV shows including Ramanand Sagar's epic Ramayan (1987), which became iconic. He was awarded the Padma Shri, the fourth-highest civilian award of the Republic of India in 2015 for his contribution to arts.
अंखियों के झरोखों से फ़िल्म से जुड़ी कुछ खास बातेंः यह फ़िल्म साल 1978 में आई थी. यह फ़िल्म रंजीता और सचिन ने मिलकर की थी. इस फ़िल्म का निर्देशन हिरेन नाग ने किया था. इस फ़िल्म का संगीत रवींद्र जैन ने दिया था. यह फ़िल्म राजश्री प्रोडक्शंस ने बनाई थी. यह फ़िल्म एरिक सेगल के उपन्यास से प्रेरित है. इस फ़िल्म में हिंदू-ईसाई प्रेम कहानी दिखाई गई है. इस फ़िल्म में लव स्टोरी के विपरीत, अरुण के पिता रिश्ते के लिए बेहद सहायक हैं. इस फ़िल्म में ल्यूकेमिया को छोड़कर कोई 'खलनायक' नहीं है.
the musical maestro with a chowk in Bandra named after him! He was recognised with the prestigious Padma Shri award in 2015. Located in Bandra, Padmashree Ravindra Jain Chowk stands as a tribute to one of India's most celebrated music maestros, Ravindra Jain
राज कपूर एक बार एक शादी समारोह में शामिल होने दिल्ली गए हुए थे। शादी की महफिल में जब गीत संगीत का दौर शूरू हुआ तो रविन्द्र जैन ने अपना लिखा एक गीत सुनाना शुरू किया। गीत के बोल थे "एक राधा एक मीरा, दोनों ने श्याम को चाहा"। जब गीत राज कपूर ने सुना तो वह बेहद प्रभावित हुए। राज कपूर ने रविन्द्र जैन से जब गीत के मार्फत बात की तो उन्हें पता चला कि अभी यह गीत किसी फिल्म का हिस्सा नहीं है। राज कपूर ने फौरन रविंद्र जैन से कहा कि यह गीत वह अपनी फिल्म इस्तेमाल करेंगे।
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Ravindra Jain won a Filmfare Award for Best Music Director in 1985 for Ram Teri Ganga Maili. He was also nominated for Best Lyricist and Best Music Direction in 1979 for Ankhiyon Ke Jharokhon Se.
He composed music for many films and TV shows including Ramanand Sagar's epic Ramayan (1987), which became iconic. He was awarded the Padma Shri, the fourth-highest civilian award of the Republic of India in 2015 for his contribution to arts.
अंखियों के झरोखों से फ़िल्म से जुड़ी कुछ खास बातेंः
यह फ़िल्म साल 1978 में आई थी.
यह फ़िल्म रंजीता और सचिन ने मिलकर की थी.
इस फ़िल्म का निर्देशन हिरेन नाग ने किया था.
इस फ़िल्म का संगीत रवींद्र जैन ने दिया था.
यह फ़िल्म राजश्री प्रोडक्शंस ने बनाई थी.
यह फ़िल्म एरिक सेगल के उपन्यास से प्रेरित है.
इस फ़िल्म में हिंदू-ईसाई प्रेम कहानी दिखाई गई है.
इस फ़िल्म में लव स्टोरी के विपरीत, अरुण के पिता रिश्ते के लिए बेहद सहायक हैं.
इस फ़िल्म में ल्यूकेमिया को छोड़कर कोई 'खलनायक' नहीं है.
the musical maestro with a chowk in Bandra named after him! He was recognised with the prestigious Padma Shri award in 2015. Located in Bandra, Padmashree Ravindra Jain Chowk stands as a tribute to one of India's most celebrated music maestros, Ravindra Jain
राज कपूर एक बार एक शादी समारोह में शामिल होने दिल्ली गए हुए थे। शादी की महफिल में जब गीत संगीत का दौर शूरू हुआ तो रविन्द्र जैन ने अपना लिखा एक गीत सुनाना शुरू किया। गीत के बोल थे "एक राधा एक मीरा, दोनों ने श्याम को चाहा"। जब गीत राज कपूर ने सुना तो वह बेहद प्रभावित हुए। राज कपूर ने रविन्द्र जैन से जब गीत के मार्फत बात की तो उन्हें पता चला कि अभी यह गीत किसी फिल्म का हिस्सा नहीं है। राज कपूर ने फौरन रविंद्र जैन से कहा कि यह गीत वह अपनी फिल्म इस्तेमाल करेंगे।
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