अमीश जी आप ऐसे लोगों को धार्मिक डिबेट मे आमंत्रित क्यो करते है जो किसी धर्म को मानते ही नही जो न हिन्दु न मुस्लिम व न ही क्रिश्चियन कामनिष्ट विचार के वे क्या किसी भी धर्म पर अपनी राय जाहिर कर सकते , क्या वे एक राजनीतिक रूप से प्रचार प्रसार करने आते है
अमीश जी आप ऐसे लोगों को धार्मिक डिबेट मे आमंत्रित क्यो करते है जो किसी धर्म को मानते ही नही जो न हिन्दु न मुस्लिम व न ही क्रिश्चियन कामनिष्ट विचार के वे क्या किसी भी धर्म पर अपनी राय जाहिर कर सकते , क्या वे एक राजनीतिक रूप से प्रचार प्रसार करने आते है