ऊधौ मन न भए दस बीस। एक हुतौ सो गयौ स्याम सँग, को अवराधै ईस ।। इंद्री सिथिल भई केसव बिनु, ज्यौं देही बिनु सीस । आसा लागि रहति तन स्वासा, जीवहिं कोटि बरीस ।। तुम तौ सखा स्याम सुन्दर के सकल जोग के ईस । सूर हमारै नंदनंदन बिनु, और नहीं जगदीस ॥ 8 ॥ (भ्रमर गीत) सूरदास) youtube.com/@hindiekkhoj7800?si=K8LVP-owIusuyKJa
बहुत दिनों बाद सुनने को मिला ये भजन ❤ धन्यवाद🙏
Gjb bhajan
Wah kya bat hai jordaar
Gjb mama ji
VA Yar Kya bat he
वाह वाह जी
gjb
nice bhajn👌👌👌👌
VERY NICE
ऊधौ मन न भए दस बीस।
एक हुतौ सो गयौ स्याम सँग, को अवराधै ईस ।।
इंद्री सिथिल भई केसव बिनु, ज्यौं देही बिनु सीस ।
आसा लागि रहति तन स्वासा, जीवहिं कोटि बरीस ।।
तुम तौ सखा स्याम सुन्दर के सकल जोग के ईस ।
सूर हमारै नंदनंदन बिनु, और नहीं जगदीस ॥ 8 ॥
(भ्रमर गीत) सूरदास)
youtube.com/@hindiekkhoj7800?si=K8LVP-owIusuyKJa