अब किसी महफिल मे जाने की हमे फूर्सत नही दुनिया वालो को मनाने की हमे फूर्सत नही 1 -एक दिल था बस गया जिसमे मेरा सांवरा अब किसी से दिल लगाने ' की हमे फूर्सत नही 2 - ये जो आंखे है हमारी मिल गई है श्याम से अब कही नजरे मिलाने की हमे फूर्सत नही 3 -एक सर था झुक गया वो आपके दरबार मे अब कही सर को झुकाने की हमे फूर्सत नही
Jay shree radhe Krishna Ji Maharaj Jay shree radhe Krishna Ji Maharaj Jay shree radhe Krishna Ji Maharaj Jay shree radhe Krishna Ji Maharaj Jay shree radhe Krishna Ji Maharaj
बहुत सुंदर शास्त्री जी और आपकी प्यारी गजल सुनकर ईश्वर के प्रति श्रद्धा और विश्वास प्रेम और भी गहरा होता जा रहा है ईश्वर आप पर कृपा बनाए रखें और यूं ही भक्तों को भजन से प्रभावित करते रहे जय श्री सीताराम
Bahut Sundar bahut Sundar
अब किसी महफिल मे जाने की हमे फूर्सत नही
दुनिया वालो को मनाने की हमे फूर्सत नही
1 -एक दिल था बस गया जिसमे मेरा सांवरा
अब किसी से दिल लगाने ' की हमे फूर्सत नही
2 - ये जो आंखे है हमारी मिल गई है श्याम से
अब कही नजरे मिलाने की हमे फूर्सत नही
3 -एक सर था झुक गया वो आपके दरबार मे
अब कही सर को झुकाने की हमे फूर्सत नही
Very good bhai
Bahut sundar voice
बहुत सुनदर सब भाई लोगोँ ने गाया है।
Jay shree radhe Krishna Ji
बहुत अच्छी गजल शास्त्री जी
111
भगवान के प्रति सच्ची श्रद्धा और विश्वास रखिए इस धरती पर भगवान से बड़ा कोई
Jay Mahakal kee, Jay mahakali,
Jay Mahakal kee Jay mahakali kee, Jay Jay Jay ho,
Jay shree radhe Krishna Ji Maharaj
Jay shree radhe Krishna Ji Maharaj
Jay shree radhe Krishna Ji Maharaj
Jay shree radhe Krishna Ji Maharaj
Jay shree radhe Krishna Ji Maharaj
very nice
Gjb
Good
Jai ho 🙏🙏
बहुत सुंदर शास्त्री जी और आपकी प्यारी गजल सुनकर ईश्वर के प्रति श्रद्धा और विश्वास प्रेम और भी गहरा होता जा रहा है ईश्वर आप पर कृपा बनाए रखें और यूं ही भक्तों को भजन से प्रभावित करते रहे जय श्री सीताराम
Dholak badak apni levil ka lete