मेरे देवताओ !समायिक किया करो, ये द्वादशांगी का सार है /नवमा अणुव्रत-प्रथम शिक्षाव्रत समायिक/29.11.24

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 13 ธ.ค. 2024

ความคิดเห็น • 6

  • @promilajain8249
    @promilajain8249 14 วันที่ผ่านมา

    ऊं ह्रीं श्री आत्म वल्लभ समुद्र इन्द्रदिन्न रत्नाकर धर्म धुरंधर सूरीश्वर जी सद्गुरुभ्यो नमः।

  • @promilajain8249
    @promilajain8249 14 วันที่ผ่านมา

    ऊं ह्रीं श्री मद् विजय धर्म धुरंधर सूरीश्वर जी महाराज साहिब जी की ---जय जय जय

  • @promilajain8249
    @promilajain8249 14 วันที่ผ่านมา

    जय श्री गुरुदेव जी, नमन एवं वंदन।

  • @priyamukim1144
    @priyamukim1144 14 วันที่ผ่านมา

    Mathein vandami

  • @promilajain8249
    @promilajain8249 14 วันที่ผ่านมา

    माथें वन्दामि साहिब जी, सुखसाता है जी।

  • @manjusinghvi1167
    @manjusinghvi1167 12 วันที่ผ่านมา

    आप बहुत ही अच्छा समझाते हैं