अहिर वीर लोरिक से कही ज्यादा उनका बेटा वीर अभोरिक बलवान थे अगर लोरिक के परिवार की बात की जाएं तो वो घर स्वर्ग था मंजरी का बेटा अभोरिक चंदा का बेटा चंद्रागित और सवरू का बेटा देवाजित जो सती से पैदा था तीनों भाइयों में बहुत प्रेम था सौतन मिले तो जमुनी जैसे नकी चंदा जैसे, और मां चाची सौतेली मां मिले तो मंजरी जैसे वो तीनों बेटे को समान जानती थी महिचन बनिया के बेटी जमुनी के बच्चे नही थे लोरिक की तीसरी पत्नी थी मंजरी अपने बेटे अभोरिक को जमुनी को दे दी थी धन्य है वीर लोरिक का खून जो दुनियां में आज भी सुनहरे गीतों से गाया जा रहा हैं
अहिर वीर लोरिक से कही ज्यादा उनका बेटा वीर अभोरिक बलवान थे
अगर लोरिक के परिवार की बात की जाएं तो वो घर स्वर्ग था
मंजरी का बेटा अभोरिक चंदा का बेटा चंद्रागित और सवरू का बेटा देवाजित जो सती से पैदा था
तीनों भाइयों में बहुत प्रेम था
सौतन मिले तो जमुनी जैसे नकी चंदा जैसे, और मां चाची सौतेली मां मिले तो मंजरी जैसे वो तीनों बेटे को समान जानती थी
महिचन बनिया के बेटी जमुनी के बच्चे नही थे लोरिक की तीसरी पत्नी थी
मंजरी अपने बेटे अभोरिक को जमुनी को दे दी थी
धन्य है वीर लोरिक का खून जो दुनियां में आज भी सुनहरे गीतों से गाया जा रहा हैं
😊
Jay Ho Dadaji Banal Rahe loan Ki Tohar
Jai ho
𝒟𝒽𝒶𝓇𝓂𝑒𝓃𝒹𝓇𝒶 𝓅𝒶𝓁
Very nice
Wah yadav ji ye paramprik git lorki ko aapne jinda rkha bahut bahut dhanybad
जय बीर लोरिक
Jay ho bir lorik
फिकरे आगे वाला भाग
Good
Jay ho prabhu ji
Very nice