जय गुरुदेव परम पूज्य प्रातः स्मरणीय आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा तथा आदिशक्ति माॅं गायत्री के चरणों में स्थान बना रहे एवं इनका सदैव सन्निधान व आशीर्वाद प्राप्त होता रहे। यह इस दास की कामना है।
विनम्र निवेदन 🙏चरणों मे शत् शत्.... परंम् पूज्य गुरुदेव,, वंदनीया माता जी.... और गायत्री माता की करें..... हम तो दास उनके शिष्य उनके हाथ के instrument मात्र हैं...
Mere ghar pe disha ka problem hai...isliye uttar disha Mai kar sakti hu kya..aapne bahut accha samjhaya hamare bahut prashna ka samadhan ho gaya...mera mandir kitchenai rakha hai...
हर मैं बिना दीक्षा लिखते गायत्री मंत्र काफी दिनों से करती हूं मुझे बहुत फायदा भी हुआ जब की गुरमुख शिव जी के मंत्र से हुआ है मैं पुजा के समय दोनों ही माला का जाप करती हूं मुझे मार्गदर्शन करें काई गलती हो तो
Pujy gurudev shree Ram sharma acharya Ji likhte h ki gaytri jup se kbhi kidi ko nuksan nhi hota,,,,,,, bhle fayda ek bar na ho pe nuksan to bilkul nhi hota,,,,,,,, iska labh hi labh h
Bhut bhut dhyayawaad Kaafi din se sochti thi gaytri mata ki mala karne ki par samaj ni aata tha Koi kahta ladies ni kar sakti So dar lagta tha k kre ya na kre Aapne ache se margdarshan kiya Ab se m daily mala krugi
बहन,,, महिलाए कर सकती हैं जो पोन्गे पंडित सिर्फ स्वार्थ के लिए भ्रम फैलाते हैं.... ताकि महिलाए उनकी प्रवचन पंडाल मे पहुंचे,,,,,, kyuki gaytri jpne wali mahilaye itni gyani ho jati hai ki unko kisi babaji ki jarurat nhi padti गायत्री pariwar me लाखो mahilaye गायत्री जप करती हैं सब का जीवन सुखमय है स्त्रियों को भी गायत्री मन्त्र का अधिकार है। *********************** पुरुषों की ही भांँति स्त्रियांँ भी गायत्री उपासना से लाभान्वित हो सकती है। कई आध्यात्मिक तत्ववेत्ताओं का यह कहना है, कि पुरुषों की अपेक्षा स्त्रियों को गायत्री उपासना का लाभ अधिक मिलता है, क्योंकि माता को स्वभावत: पुत्र की अपेक्षा कन्या का अधिक ध्यान रहता है। वह अपनी पुत्रियों के लिए अधिक उदारता का परिचय देती है। प्राचीन काल में अनेक महिलाएंँ उच्च कोटि की साधिकाएँ हुई है। आध्यात्मिक कार्य में वे पुरुषों से कभी पीछे नहीं रही है। नारी का तप ही उनकी कुक्षि से महान आत्माओं को प्रसव करने में समर्थ होता है। तपस्विनी अदिति ने वामन भगवान को जन्म दिया। कौशल्या की गोदी में राम खेले। देवकी ने श्रीकृष्ण को जन्म दिया। रोहिणी और यशोदा के आँगन में उन्हें बाल-क्रीड़ा करनी पड़ी। समस्त देवताओं की जननी अदिति माता है। भगवती कात्यायनी असुरों पर विजय प्राप्त करने में समर्थ हुई। माता शतरूपा के गर्भ से मानव प्राणी का उद्भव हुआ है। ब्रह्मवादिनी घोषा काक्षीवान ऋषि की कन्या थी। उन्हें कुष्ठ रोग हो गया था, तप करके उन्होंने अश्विनी कुमार देवता को प्रसन्न किया और निरोगिता एवं विद्या का भण्डार प्राप्त किया। महर्षि कर्दम की धर्मपत्नी देवहूति ने तपस्वी जीवन बिताकर भगवान कपिल को जन्म दिया। महर्षि मेघातिथि की कन्या अरुन्धति ने तापसारण्य वन में तप करके वशिष्ठ जैसे योगी को अपने पति रूप में पाया और वे सशरीर अजर-अमर बनी। महर्षि अत्रि के वंश में उत्पन्न ब्रह्मवादिनी महा विदुषी विश्ववारा ऋग्वेद के पाँचवें मंडल के द्वितीय अनुवाक के 28 वें षड्ऋकों की मन्त्र दृष्टा है। उन्होंने अपनी तपस्या के बल से ऋषि पद पाया था। तपस्विनी अपाला पति गृह में असाध्य रोग से ग्रसित हो गई, तो उन्होंने तप करके इन्द्र को प्रसन्न किया और खोया हुआ स्वास्थ्य तथा ब्रह्म-ज्ञान पाया। यह अपाला भी ऋग्वेद के अष्टम मण्डल के 91वें सूक्त की 1 से 7 तक की ऋचाओं की दृष्टा है। सती तपसी की आयु बहुत बड़ी हो गई थी, उनका विवाह न हो सका था। तपसी की तपस्या से प्रसन्न होकर स्वयं सूर्यनारायण ने उनसे विवाह किया। अभृण ऋषि की कन्या वाग्देवी प्रसिद्ध ब्रह्मवादिनी हुई। ऋग्वेद संहिता के दशम् मण्डल के 125 में देवी सूक्त के 8 मन्त्रों की ऋषि यह वाग्देवी ही है। ऋग्वेद के दशम् मण्डल के 85 सूक्त की ऋचाओं की ऋषि होने का श्रेय ब्रह्मवादिनी सूर्या को प्राप्त है। बड़े रोमों वाली भावमध्य ऋषि की धर्मपत्नी ब्रह्मवादिनी रोमेशा ऋग्वेद के प्रथम मण्डल के 26 सूक्त की सात ऋचाओं की दृष्टा ऋषि हुई हैं। वृहदारण्यक उपनिषद में वचक्त ऋषि की पुत्री गार्गी और याज्ञवल्क्य का विस्तृत वर्णन है। महातपस्विनी गार्गी ने राजा जनक की सभा में याज्ञवल्क्य के प्रश्न के उत्तर दिए थे। ब्रह्मवादिनी सुलभा ने राजा जनक जैसे तत्वज्ञानी की अनेक भ्रान्तियों का निवारण किया था। राजा आसंग की पत्नी शाश्वती ऋग्वेद के आठवें मंडल के प्रथम सूक्त की चौबीसवीं ऋचा की ऋषि है। इसी प्रकार उशिज इसी मण्डल के 116 से 121 वें तक के मंत्रों की ऋषि है। दशम सूक्त की ऋषि ब्रह्मवादिनी ममता है। जो व्यक्ति कहते हैं कि -"स्त्रियों को गायत्री का अधिकार नहीं, क्योंकि गायत्री वेद मन्त्र है। वेद मन्त्र स्त्रियों को नहीं पढ़़ने चाहिए।" ऐसे लोग तनिक विचार करने का कष्ट करें,यदि स्त्रियों को वेद का अधिकार न होता, तो वे वेद मन्त्रों की दृष्टा, व्याख्याता विशेषज्ञ, अधिपति यह उपरोक्त स्त्रियांँ किस प्रकार रही होती? प्राचीन काल में घोषा, गोधा, विश्ववारा, अपाला, उपनिषत, जुहू, अदिति, इन्द्राणी, उर्वशी, लोपामुद्रा, रोमेशा, शाश्वती, सूर्या, सावित्री आदि अनेकों ब्रह्म वादिनी वेद व्याख्याता हुई हैं। -- पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य (संकलित व सम्पादित) अखण्ड ज्योति जनवरी 1955 पृष्ठ 19
.. गायत्री साधना के फल जानने के लिए...आप गायत्री के प्रत्यक्ष चमत्कार पढ़ लीजिए.... साधना मार्ग में आगे बढ़ाने के लिए गायत्री महा विज्ञान भाग 1 भाग 2 पढ लें
आपने पूरी तरह से हमे इस मंत्र के जप की विधि बताई है। मैं आपकी बातों से पूर्ण सहमत हूं। धन्यवाद 🙏
गुरु देव के चरणों में दास का कोटि-कोटि नमन वंदन अभी नंद ,,🙏🙏🌷🌷
Thank u so much for this information... Kahi or nai mili mujhe... Boht boht dhanyawad apka...
जय गुरुदेव परम पूज्य प्रातः स्मरणीय आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा तथा आदिशक्ति माॅं गायत्री के चरणों में स्थान बना रहे एवं इनका सदैव सन्निधान व आशीर्वाद प्राप्त होता रहे। यह इस दास की कामना है।
Chair me baith kar sadhana kar sakte hai?
Param pujya sadgurudev bhagwan ke charno me koti koti naman vandan pranam
🌷राधे राधे 🙏🌷आप ने बहुत अच्छी तरह जानकारी दी ।मेरे मन से डर निकल गया है आप को कोटि कोटि प्रणाम धन्यवाद
Param pujya gurudev ke charno me koti naman.. 🙏❤
अति उत्तम जानकारी दी गई है गायत्री साधना के संबंध में।
जय गुरुदेव🙏🙏🙏
Guruji or matajee k charano me kotee naman
आपका बहुत बहुत धन्यवाद गुरुजी अब तो मैं असीम शक्तियों का कृपा है मैं जो सोचता हूं वह १००% सत्य होता है।
Aap kaise karte ho.. kitne baje karte ho mantra japa. Kitne mala karte ho
jitender verma apka anubhav hume b btaye kuch tips
@@hemantdarwade5532 aisa apne kya kiya thoda batane ka kast karenge
गुरुदेव भगवान के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम
Hare Krishna 🙏 Radhe Radhe 🙏🕉️🚩🕉️🚩🕉️🚩🕉️🚩🕉️
Mantra jup ki janakari dene ke. Liye AAP ke charano me shat shat naman
विनम्र निवेदन 🙏चरणों मे शत् शत्.... परंम् पूज्य गुरुदेव,, वंदनीया माता जी.... और गायत्री माता की करें..... हम तो दास उनके शिष्य उनके हाथ के instrument मात्र हैं...
परमपूज्य गुरुदेव पंडित श्री राम शर्मा आचार्य जी वंदनीय गुरु माता जी जय गायत्री माता जी शत् शत् नमन् वंदन् प्रणाम गुरुदेव जी
गायतीमाता का आशीर्वाद बना रहे
Maa or guru g ka ashirwaad sab per bna rhe hmesha.
गुरुदेव के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम
Gurudev aur guru mata ji ke charano me mera koti koti pranam 🙏🙏
ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय
गयकत्रु
Apki di gai jankari bahut hi achhi hai. Maharaj ji ko pranam
Thanks you Guru ji, you have explained all the rules very nicely 🙏.
मां गायत्री को शत शत नमन🙏🙏🙏जय मां गायत्री🙏।गायत्री मंत्र महामंत्र है
Thank you didi,,,,, I am not guruji..... Gurudev pt Shri ram sharma आचार्य Ji हमारे गुरु है... गायत्री के प्रचंड साधक
Gurudev Gayatry mata ki ki kripa humesha bani rahe
🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
@@DivineYouthIndia bhaiya daily jap ne wale kya sankalp jaruri hai or kuch kam na nahi aise he kripa rahe
Gurudev Guru Mata Ke Charno Mein Koti Koti Pranam🙏🏻❤🙏🏻
जय गुरु जी ❤
ॐ जय श्री गुरु देव नमः मां गायत्री नमः ❤️💐
Jai ho Maa 🙏
Thank you brother 🙏 Jai Gayatri Maa 🙏🙏🙏 Jai Guru Dev -Jai Mata Shri sat-sat namn 👏👏👏
Jai guru dev ji ki 🌹🙏🙏🙏 Jai vandniye mata ji ki 🌹🙏🙏
જય માતાજી જયગુરૃદેવ
श्री गुरुदेव के चरणो में ओम श्री हरि ओम श्री सीताराम ओम श्री राधे श्याम ओम श्री राधे राधे ओम श्री बंदिनी माता की जय हो ओम श्री गायत्री माता की
Sare doubts clear kar diye bhai... Mai hamesh mansik jap karta hai... uthate baithate car me ...
Jai Gayatri mata
jaya ghayatri mata💛🙏💛😍😊
Aapka bhi bahut bahut dhanyevad
जय गुरुदेव जी रामशर्मा आचार्य जी सादर नमस्कार करते हैं
Dhanyawad punya aatma 🙏🌺
P
Super नॉलेज i impressed subcribe ese hi vdo Guru Ji बनाते रहिए जिनसे जन मानस को लाभ मिलता रहे..❤️🙏
धन्यवाद जी आपका आभार
@@DivineYouthIndiasir kya Gayatri Mantra ka Mansik jap chalte Firte har samya kar sakte hai
जय माँ गायत्री जी की 🙏🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐💐
Radhe radhe bhai
Jai guruev, aur aapko bhi🙏🙏
Jai gurudev jai Gayatri maa 🙏🌹🙏🙏🌹🌹🙏
Jai ma gayatri jai shri gurudev
PRAANAM +++
Thank you so much for knowledgeable information
Gayatri mantrako bar bar pranam.
जय हो गुरू जी सादर प्रणाम 🙏🙏
Guruji mataji ki charana me satata pranam 🙏🙏
🙏🙏गुरु जी के चरणों में सादर प्रणाम ।🙏🙏
जय हो गुरू देव
Guru ji ke charno me koti koti naman
बहुत अच्छी विवेचना 🙏🙏
Om param pujya Gurudev v pujyneeya gurumata ko pranam Jay mata Gayatri Jay Dada guru Ko Naman v Charan sparsh Om namah shivay om namah shivay
Mata Di Jai gurudev ji
Aaderniy bhaisahab ji aapko sader Pradam evem bauhut bauhut dhanywad itni achhi maa gaytri ji ki sadhna ke baare bataye.
Dhanyavaad bahan ji
@@DivineYouthIndiabhaiya daily jap te toh sankalp lena jaruri hai kya shapvimhochan ke sath kare yah aise he
Dhanyawaad 🙏
Ma Gayatri
Jai Gurudev Jii ❤
Jay ho gurudev ki
Jai maa gayatri ji 🙏
Good knowledgeable video 👍👍
Radhe Radhe guru ji jai maa gayatri
Gayatri Mataji 🙏🙏🌹🌹
जय गुरुदेव कोटि-कोटि प्रणाम
जय माँ गायत्री प्रणाम ,धन्यवाद।
Jai maa gayatri mera prathna swikar kijiye
Jai guruev jai ma gayatri
जय गुरुदेव
Thank you so much for Divine knowledge Guruji 🙏🏼. New subscriber 🌹🙏🏼
Bahut bahut dhanybad guru jee apka,💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
Jai. Guru. Dev. G. Mata. G.
Jai gurudev 🙏 Jai maa Gayatri
जय गुरुदेव जय मां गायत्री
जय गुरूदेव नम
❤❤❤ Jay Gurudev❤❤
Dhanyabaad Guruji
Jaygurudev pranam Sat sat naman vandan pranam
आप का धन्यवाद
जयश्रीराधा गाहुमाता कीजय😢
Mere ghar pe disha ka problem hai...isliye uttar disha Mai kar sakti hu kya..aapne bahut accha samjhaya hamare bahut prashna ka samadhan ho gaya...mera mandir kitchenai rakha hai...
Ha toh koi room mai purv side mai photo rakho gayatri mata ki phir chalu kar do
Namah shivay Jai Sanatan 🚩🌺
Jai gurudev jee
જય ગાયત્રી માતા 🙏
જય શ્રી ગુરુદેવ 🙏
हर मैं बिना दीक्षा लिखते गायत्री मंत्र काफी दिनों से करती हूं मुझे बहुत फायदा भी हुआ जब की गुरमुख शिव जी के मंत्र से हुआ है मैं पुजा के समय दोनों ही माला का जाप करती हूं मुझे मार्गदर्शन करें काई गलती हो तो
Pujy gurudev shree Ram sharma acharya Ji likhte h ki gaytri jup se kbhi kidi ko nuksan nhi hota,,,,,,, bhle fayda ek bar na ho pe nuksan to bilkul nhi hota,,,,,,,, iska labh hi labh h
Om bhurbhuvah svah tats vitur varenyam bhargo devasya dhimahi dhiyo yonah pracho dayat
Jai ho
Jaygurudev jaygayatri mata di 🙏 🙏🙏🙏🙏🤲🙏🙏🙏🙏🙏
जय गुरुदेव🙏🙏
Jai maa gaytri
जयति जय गायत्री माता 🙏🌹🙏
Pranam
Thank you Guruji.
He gaytri mata🙏
Jay man gaytri
Jay maaaaa
Bhut bhut dhyayawaad
Kaafi din se sochti thi gaytri mata ki mala karne ki par samaj ni aata tha
Koi kahta ladies ni kar sakti
So dar lagta tha k kre ya na kre
Aapne ache se margdarshan kiya
Ab se m daily mala krugi
बहन,,, महिलाए कर सकती हैं जो पोन्गे पंडित सिर्फ स्वार्थ के लिए भ्रम फैलाते हैं.... ताकि महिलाए उनकी प्रवचन पंडाल मे पहुंचे,,,,,, kyuki gaytri jpne wali mahilaye itni gyani ho jati hai ki unko kisi babaji ki jarurat nhi padti
गायत्री pariwar me लाखो mahilaye गायत्री जप करती हैं सब का जीवन सुखमय है
स्त्रियों को भी गायत्री मन्त्र का अधिकार है।
***********************
पुरुषों की ही भांँति स्त्रियांँ भी गायत्री उपासना से लाभान्वित हो सकती है। कई आध्यात्मिक तत्ववेत्ताओं का यह कहना है, कि पुरुषों की अपेक्षा स्त्रियों को गायत्री उपासना का लाभ अधिक मिलता है, क्योंकि माता को स्वभावत: पुत्र की अपेक्षा कन्या का अधिक ध्यान रहता है। वह अपनी पुत्रियों के लिए अधिक उदारता का परिचय देती है।
प्राचीन काल में अनेक महिलाएंँ उच्च कोटि की साधिकाएँ हुई है। आध्यात्मिक कार्य में वे पुरुषों से कभी पीछे नहीं रही है। नारी का तप ही उनकी कुक्षि से महान आत्माओं को प्रसव करने में समर्थ होता है। तपस्विनी अदिति ने वामन भगवान को जन्म दिया।
कौशल्या की गोदी में राम खेले। देवकी ने श्रीकृष्ण को जन्म दिया। रोहिणी और यशोदा के आँगन में उन्हें बाल-क्रीड़ा करनी पड़ी। समस्त देवताओं की जननी अदिति माता है। भगवती कात्यायनी असुरों पर विजय प्राप्त करने में समर्थ हुई।
माता शतरूपा के गर्भ से मानव प्राणी का उद्भव हुआ है। ब्रह्मवादिनी घोषा काक्षीवान ऋषि की कन्या थी। उन्हें कुष्ठ रोग हो गया था, तप करके उन्होंने अश्विनी कुमार देवता को प्रसन्न किया और निरोगिता एवं विद्या का भण्डार प्राप्त किया। महर्षि कर्दम की धर्मपत्नी देवहूति ने तपस्वी जीवन बिताकर भगवान कपिल को जन्म दिया। महर्षि मेघातिथि की कन्या अरुन्धति ने तापसारण्य वन में तप करके वशिष्ठ जैसे योगी को अपने पति रूप में पाया और वे सशरीर अजर-अमर बनी।
महर्षि अत्रि के वंश में उत्पन्न ब्रह्मवादिनी महा विदुषी विश्ववारा ऋग्वेद के पाँचवें मंडल के द्वितीय अनुवाक के 28 वें षड्ऋकों की मन्त्र दृष्टा है। उन्होंने अपनी तपस्या के बल से ऋषि पद पाया था। तपस्विनी अपाला पति गृह में असाध्य रोग से ग्रसित हो गई, तो उन्होंने तप करके इन्द्र को प्रसन्न किया और खोया हुआ स्वास्थ्य तथा ब्रह्म-ज्ञान पाया। यह अपाला भी ऋग्वेद के अष्टम मण्डल के 91वें सूक्त की 1 से 7 तक की ऋचाओं की दृष्टा है।
सती तपसी की आयु बहुत बड़ी हो गई थी, उनका विवाह न हो सका था। तपसी की तपस्या से प्रसन्न होकर स्वयं सूर्यनारायण ने उनसे विवाह किया। अभृण ऋषि की कन्या वाग्देवी प्रसिद्ध ब्रह्मवादिनी हुई। ऋग्वेद संहिता के दशम् मण्डल के 125 में देवी सूक्त के 8 मन्त्रों की ऋषि यह वाग्देवी ही है। ऋग्वेद के दशम् मण्डल के 85 सूक्त की ऋचाओं की ऋषि होने का श्रेय ब्रह्मवादिनी सूर्या को प्राप्त है। बड़े रोमों वाली भावमध्य ऋषि की धर्मपत्नी ब्रह्मवादिनी रोमेशा ऋग्वेद के प्रथम मण्डल के 26 सूक्त की सात ऋचाओं की दृष्टा ऋषि हुई हैं।
वृहदारण्यक उपनिषद में वचक्त ऋषि की पुत्री गार्गी और याज्ञवल्क्य का विस्तृत वर्णन है। महातपस्विनी गार्गी ने राजा जनक की सभा में याज्ञवल्क्य के प्रश्न के उत्तर दिए थे। ब्रह्मवादिनी सुलभा ने राजा जनक जैसे तत्वज्ञानी की अनेक भ्रान्तियों का निवारण किया था। राजा आसंग की पत्नी शाश्वती ऋग्वेद के आठवें मंडल के प्रथम सूक्त की चौबीसवीं ऋचा की ऋषि है। इसी प्रकार उशिज इसी मण्डल के 116 से 121 वें तक के मंत्रों की ऋषि है। दशम सूक्त की ऋषि ब्रह्मवादिनी ममता है।
जो व्यक्ति कहते हैं कि -"स्त्रियों को गायत्री का अधिकार नहीं, क्योंकि गायत्री वेद मन्त्र है। वेद मन्त्र स्त्रियों को नहीं पढ़़ने चाहिए।" ऐसे लोग तनिक विचार करने का कष्ट करें,यदि स्त्रियों को वेद का अधिकार न होता, तो वे वेद मन्त्रों की दृष्टा, व्याख्याता विशेषज्ञ, अधिपति यह उपरोक्त स्त्रियांँ किस प्रकार रही होती?
प्राचीन काल में घोषा, गोधा, विश्ववारा, अपाला, उपनिषत, जुहू, अदिति, इन्द्राणी, उर्वशी, लोपामुद्रा, रोमेशा, शाश्वती, सूर्या, सावित्री आदि अनेकों ब्रह्म वादिनी वेद व्याख्याता हुई हैं।
-- पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य
(संकलित व सम्पादित)
अखण्ड ज्योति जनवरी 1955 पृष्ठ 19
Aise hi detail wali video hame bhejte rahe
Ji aapka sneh
Jai mata dee 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Jai mahakaal 👍💐
Guru ji kamal(Lotus) seeds mala gayatri jap kar sakta hu.
Kon sa mala thik hoga.
Sourav Chakraborty
West Bengal
PranM bhai.... Pt. Shri Ram sharma scharyaji gauytri priwar ke sasthapak h,,, unhone likha h Tulsi ya chandan .. Jp ke lie proyog Krna chahie
Jay gurudev 🙏🙏
Jai gurudev🙏
જય.શ્રી.ગુરુ.દેવ.જય.વેદ.માતા.ગાયત્રી.
Jay guru dev
Jay mata di
राधे राधे गुरु जी
कोई ऐसी पुस्तक है क्या पूज्य राम शर्मा आचार्य जी की जिसमें गायत्री के प्रयोग लिखे हो जैसे आशीर्वाद देना और श्राप देना ।
.. गायत्री साधना के फल जानने के लिए...आप गायत्री के प्रत्यक्ष चमत्कार पढ़ लीजिए....
साधना मार्ग में आगे बढ़ाने के लिए गायत्री महा विज्ञान भाग 1 भाग 2 पढ लें
@@DivineYouthIndia isme Gayatri mantra se aashirwad aur shrap Dene ki vidhi likhi h kya