This is true. I have experienced the tremendous powers of Ma Chamunda, First hand and that of Navarana mantra. It has taken me 4 years of daily japa to reach a level where I can take the energy of this mantra for more malas.
isliye koi mantra bhi nahi karna chahta agar aise hi daraya jayega to.... yeh mantra apne aap me hi sidh mantra ... hai... maaa apne bachoo ka kabhi barbad nahi karti ... balki unhe pyar karti hai... yeh babaji kya bol rahe hai... muje to samaj me hi ata.
@@dragonkungfu19901991 sach me koi bhi mantra japne jao toh sab aise hi dara dete hai itne niyam batayenge ki sadharan manushya kabhi koi mantra jap hi na paaye, hum toh bass mata ki kripa paane ke liye mantra jaap karna chahte hai lekin youtube par sab jaise jaap karne ki vidhi batayenge jaise hum trantrik ya siddhiyan prapt karna chahte hai
ओम ओम ओम बापूजी जल्दी बाहर आये न देर लगाये बहोत बहोत साधुवाद यह जानकारी देने के लिये क्योंकी बहोत जादा लोगो को यह जानाकारी का पता नही जय श्रीराम जय हनुमान जयजय सॉई आसारामजी हरिऊ❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉😢😊
भक्ति भय कि नही होती यह तो केवल प्रेम की होती है जिस प्रकार एक आदमी कार बना सकता है तो और लोग भी बना सकते हैं आपका बताने का तात्पर्य यह लगता है कि आप जैसे चंद लोग ही जप कर सकते है हम करते हैं हम सात्विक तो रहते ही हैं जन्म से लेकिन कोई विधि नही भगवान को मनाने केवल भोलापन समर्पण भाव जन मानस से प्यार बिना अहंकार के, अपने मान कि अभिलाषा ना रखे ,जितना प्रेम अपने प्रियतम से करते हो उतना ही प्रेम अपनी माता रानी से करे ,वो शुरू से ही आपके साथ है उसको जागृत करना है।
Aisi galti ka bhukta main swayam hun Prabhu, aapke dwara maargdarshan se main mahsoos kar rha hun ki maa bhagwaty ke dwara hi mujhe bataya ja rha hain❤
महाराज जी जितना भय आप दिखा रहे हैँ इस का 1% भी नहीं होता यकीन मानिये मुझे माई की कृपा से नवर्ण महा मंत्र की स्वप्न दीक्षा प्राप्त हुई जिस को प्रसाद स्वरूप ग्रहण कर के मैंने 10 माला प्रति दिन नवर्ण महामंत्र कवच, किलक छमा प्रार्थना आदि का भी पाठ लगातार करीब 5 वर्षो तक माई की मंदिर मे ही बैठ के माई को ही गुरु मान के किया और कोई माने न माने पर सत्य ये है की पगपग पर माई ने मार्गदर्शन किया और कुछ ही समय बाद घटनाओ का पूर्वभास वाक् सिद्धि आदि माई की कृपा से प्राप्त हुई पर विधी विधान बहुत जरुरी है बस साधक की जप की लालसा लालच से न हो ❤
@@Nikkikevlog नवार्ण कवच नहीं होता देवी कवच होता है जो अकेले नहीं किया जाता उस के साथ और भी विधी विधान हैँ 🙏🏻 वो पूरी एक प्रक्रिया है आसन भूत शुद्धि दिग बंध आदि
Miene ye mantra ka anusthan kiya 15 mala sirf 4 days navratri mien aur 3rd day earthquake jaise feel hua.. ek garm hawa ne ghera ho jaise.. ears mien high volume ringing hone lagi thi... aur sar par tak tak kar raha ho koi aisa bhi laga.. 2 days tak earthquake jaisi feeling aati rahi... aur mien jaise hi kahti maa ye shant karo kahte hi sab normal ho jata... 2 days same kriya hoti rahi thi... mujhe jankari ni thi jada... but mien durgasaptshati 20 saal se dono navratri mien karti hoon... but navarn mantra ke anusthan mien hi aisa anubhav hua... jaap miene mansik kiya tha...
Sadhak bhaiyo guruji ne kaha sach hai main khud is stiti se gujar chuki hu jab sidha agya chakra jagrut hota hai to insan pagal hota hai personal guidance vishesha gya se jarur lai namaskar
Mai pahle omginganpatye nam ke bad 1 mala om hrim 14:2314:25 klim chamunday viche 1 mala ke baad om Amy Shivaya 1 mala phir om bhur /1 bhuvh 1 mala filomshan shannyschraye namh ka jap karti hu kya galat hai marg darshan kare
Ak sadharan si bat ko aapne bhayprad bna diya ? Sadhana krnan nd khud ki samany dukh niwaran ke liye mantra padhana dono hi aalag h !! Sadhna means vidhivat jap Krna iske liye guru ka hona anivary h niyamo ka palan Krna anivary h !! Lekin sadharan roop se ma ki kripa pane ke liye koi bhi kar sakta h isme kisi ka nuksan nhi hota balki ma ki kripa milti h !! Is liye aap dono bato ko milakar bta kar logo ko daraye nhi
Maharaji🙏🙏 Can we jap this mantra synchronising with PURAK / KUMBHAK / RACHAK / SUNYAK 4 TIMES in series I am also .hearing ANHAD NAD UNINTERRUPTED CONTINUOUSLY SO NAD AND MANTRA JAP HO SAKTA HE.. FOCUS NAD, BREATNING AND MANTRA PER HE. PL. Guide is there any harm Jay Gurudev Ohm rhim shree guru byom namah. 🙏🙏🙏
【चंडीपाठ में कवच अर्गला कीलक और कुंजिका स्तोत्र से हवन करें अन्यथा नही??】 यो मूर्ख: कवचं हुत्वा प्रतिवाचं नरेश्वरः । स्वदेह - पतनं तस्य नरकं च प्रपद्यते ।। अन्धकश्चैव महादैत्यो दुर्गाहोम-परायणः । कवचाहुति - प्रभावेण महेशेन निपातितः ।। कवच में पाहि, अवतु, रक्ष रक्ष, रक्षतु, पातु आदि शब्दों का प्रयोग हुआ रहता है। सप्तशती के चतुर्थ अध्याय के 4 मंत्र से इसी कारण होम नहीं होता है। #सिद्ध #कुंजिका स्तोत्र का होम न करने की आज्ञा स्वयं महादेव नें दी है __ इसका प्रथम कारण है की , कुंजिका देवी सिद्धियों की एकमात्र कुंजी है । ओर कुंजी का रक्षण किया जाता है आहूत नहीं किया जा सकता । यदि यदि कुंजी का ही लोप हो जाएगा तो सिद्धी के द्वार का खुलना असम्भव हो जाएगा । दूसरा कारण यह की सप्तशती में आता है की याचना स्तोत्र , कवच एवं कवच मन्त्रों की आहुति नहीं की जाती अन्यथा विनाश ही होता है । || अथ प्रमाण || #कवचं #वार्गलाचैव ,#कीलकोकुंजिकास्तथा । #स्वप्नेकुर्वन्नहोमं #च ,#जुहुयात्सर्वत्रनष्ट्यते: ।। भगवान शिव भैरव स्वरूप में स्थित होकर कहते हैं ! कवच , अर्गला , कीलक , तथा कुंजिका का होम स्वप्न में भी न करें~~स्वप्न मात्र में भी होम करने से सर्वत्र नाश की संभावनाएँ प्रकट हो जाती है । #बुद्धिनाषोहुजेत् #देवि,#अर्गलाऽनर्गलोभवेत् । #सिद्धीर्नाषगत:#होता, #विद्यां #च #विस्मृतोर्भभवेत् ।। अर्गला के होमकर्म से सिद्धीयों का नाश हो जाता है । तथा होता की समस्त विद्याएँ विस्मृत हो जाती है , अर्गला अनर्गल सिद्ध हो जाती है । #कीलितोजायतेमन्त्र: ,#होमे #वा #कीलकस्तथा । #ममकण्ठसमंयस्य: ,#कीलकोत्कीलकं #हि #च ।। कीलक के होमकर्म से होता के समस्त मन्त्र सदा सर्वदा के लिए कीलित हो जाते हैं । इसे मेरा उत्किलित कण्ठ ही जानें जो जो कीलक का कारक है । #धनधान्ययुतंभद्रे ,#पुत्र:#प्राण:#विनष्यते: । #रोगशोकोर्व्रिते:#कृत्वा,कवचंहोमकर्मण: ।। कवच के होम से धन,धान्य, पुत्र तथा प्राण का विनाश निश्चित है एवं वह होता रोग तथा शोकों से घिर जाता है । स्वप्ने वा हुज्यते देवि ,* *कुंजिकायं च कुंजिकां । षड्मासे च भवेन्मृत्यु , सत्यं सत्यं न संशय: । होमे च कुंजिकायास्तु ,* *सकुटुम्बंविनाश्यती: । कुंजिका के होमकर्म के प्रभाव से होता की छः मास में मृत्यु निश्चित जानें तथा होता का सकूटुंब विनाश हो जाता है यह सत्य है परम सत्य है इसमें कोई संशय नहीं करना चाहिए । ■यस्यं च दोषमात्रेण ,प्रसन्नार्मृत्युदेवता: । कुंजिकाहोममात्रेण ,रावण:प्रलयंगत: ।। इसी के दोष से मृत्युदेवता अत्यंत प्रसन्न होकर होता का सकूटुंब भक्षण करते हैं । कुंजिका के होममात्र के प्रभाव से ही रावण का सम्पूर्ण विनाश सम्भव हुआ । ■भैरवयामले भैरवभैरवी संवादे ।। चतुर्विंश प्रभागे होमप्रकरणे ।। ■मातृका:बीजसंयुक्ता: ,प्राणाप्राणविबोधिनी । प्राणदा:कुंजिका:मायां ,सर्वप्राण:प्रभाविनी ।। कुंजिका में बीज मातृकाएँ उपस्थित हैं । प्राण को देविप्राण का बोधप्रदान करती हैं । यह प्राणज्ञान प्रदान करने वाली महामाया कुंजिका प्राण को प्रभावित करने वाली हैं । ।। शक्तियामले शक्तिहोमप्रकरणे ।। सांदीपनि गुरुकुल स्वाध्याय केंद्र, उज्जैन 8602666380//6260144580
【चंडीपाठ में कवच अर्गला कीलक और कुंजिका स्तोत्र से हवन करें अन्यथा नही??】 यो मूर्ख: कवचं हुत्वा प्रतिवाचं नरेश्वरः । स्वदेह - पतनं तस्य नरकं च प्रपद्यते ।। अन्धकश्चैव महादैत्यो दुर्गाहोम-परायणः । कवचाहुति - प्रभावेण महेशेन निपातितः ।। कवच में पाहि, अवतु, रक्ष रक्ष, रक्षतु, पातु आदि शब्दों का प्रयोग हुआ रहता है। सप्तशती के चतुर्थ अध्याय के 4 मंत्र से इसी कारण होम नहीं होता है। #सिद्ध #कुंजिका स्तोत्र का होम न करने की आज्ञा स्वयं महादेव नें दी है __ इसका प्रथम कारण है की , कुंजिका देवी सिद्धियों की एकमात्र कुंजी है । ओर कुंजी का रक्षण किया जाता है आहूत नहीं किया जा सकता । यदि यदि कुंजी का ही लोप हो जाएगा तो सिद्धी के द्वार का खुलना असम्भव हो जाएगा । दूसरा कारण यह की सप्तशती में आता है की याचना स्तोत्र , कवच एवं कवच मन्त्रों की आहुति नहीं की जाती अन्यथा विनाश ही होता है । || अथ प्रमाण || #कवचं #वार्गलाचैव ,#कीलकोकुंजिकास्तथा । #स्वप्नेकुर्वन्नहोमं #च ,#जुहुयात्सर्वत्रनष्ट्यते: ।। भगवान शिव भैरव स्वरूप में स्थित होकर कहते हैं ! कवच , अर्गला , कीलक , तथा कुंजिका का होम स्वप्न में भी न करें~~स्वप्न मात्र में भी होम करने से सर्वत्र नाश की संभावनाएँ प्रकट हो जाती है । #बुद्धिनाषोहुजेत् #देवि,#अर्गलाऽनर्गलोभवेत् । #सिद्धीर्नाषगत:#होता, #विद्यां #च #विस्मृतोर्भभवेत् ।। अर्गला के होमकर्म से सिद्धीयों का नाश हो जाता है । तथा होता की समस्त विद्याएँ विस्मृत हो जाती है , अर्गला अनर्गल सिद्ध हो जाती है । #कीलितोजायतेमन्त्र: ,#होमे #वा #कीलकस्तथा । #ममकण्ठसमंयस्य: ,#कीलकोत्कीलकं #हि #च ।। कीलक के होमकर्म से होता के समस्त मन्त्र सदा सर्वदा के लिए कीलित हो जाते हैं । इसे मेरा उत्किलित कण्ठ ही जानें जो जो कीलक का कारक है । #धनधान्ययुतंभद्रे ,#पुत्र:#प्राण:#विनष्यते: । #रोगशोकोर्व्रिते:#कृत्वा,कवचंहोमकर्मण: ।। कवच के होम से धन,धान्य, पुत्र तथा प्राण का विनाश निश्चित है एवं वह होता रोग तथा शोकों से घिर जाता है । स्वप्ने वा हुज्यते देवि ,* *कुंजिकायं च कुंजिकां । षड्मासे च भवेन्मृत्यु , सत्यं सत्यं न संशय: । होमे च कुंजिकायास्तु ,* *सकुटुम्बंविनाश्यती: । कुंजिका के होमकर्म के प्रभाव से होता की छः मास में मृत्यु निश्चित जानें तथा होता का सकूटुंब विनाश हो जाता है यह सत्य है परम सत्य है इसमें कोई संशय नहीं करना चाहिए । ■यस्यं च दोषमात्रेण ,प्रसन्नार्मृत्युदेवता: । कुंजिकाहोममात्रेण ,रावण:प्रलयंगत: ।। इसी के दोष से मृत्युदेवता अत्यंत प्रसन्न होकर होता का सकूटुंब भक्षण करते हैं । कुंजिका के होममात्र के प्रभाव से ही रावण का सम्पूर्ण विनाश सम्भव हुआ । ■भैरवयामले भैरवभैरवी संवादे ।। चतुर्विंश प्रभागे होमप्रकरणे ।। ■मातृका:बीजसंयुक्ता: ,प्राणाप्राणविबोधिनी । प्राणदा:कुंजिका:मायां ,सर्वप्राण:प्रभाविनी ।। कुंजिका में बीज मातृकाएँ उपस्थित हैं । प्राण को देविप्राण का बोधप्रदान करती हैं । यह प्राणज्ञान प्रदान करने वाली महामाया कुंजिका प्राण को प्रभावित करने वाली हैं । ।। शक्तियामले शक्तिहोमप्रकरणे ।। सांदीपनि गुरुकुल स्वाध्याय केंद्र, उज्जैन 8602666380//6260144580
(ऐं ह्रींग क्लींग चामुण्डायै विच्चे ॐ नमः शिवाय) मात्र 42 बार जाप प्रतिदिन करके खुद अनुभव कीजिये आपको स्वयं के अंदर कुछ नयी शक्ति का संचार होंगा स्वामी कृष्णानंद वासुदेव मुंबई (आध्यात्मिक साधनात्मक रचनात्मक साधक)
Guruji muje 3 .. 4 Bar Sapne me dikha ki koi Negativity mere Sarir me praves krna chahti he kala Dhuaaa dikhta he jo mere andar ane ka pryas krta he or me jor jor se Navarn mantr bol rhi hu ... Esa sapna bar bar ane ka kya matalab he .. Kripa krke mu Jawab Dijiyega .... Prnam Guru ji.. 🙏🙏
Jai shree Krishna ! You tube valoko salah dena chahta hu , Advertising ke bareme bolana chahata hu ,Aap beechame beechame kyu paida hote hai ! Isame aapeka nukasan hai ? Jahind jai Bharat !!!
गुरु जी आपने बहुत सुन्दर तरीके से समझाया कि इस मंत्र का प्रभाव और सावधानी बरतनी चाहिए, इस लिए ज़रूर ध्यान रखें। धन्यवाद गुरु देव प्रणाम
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाएँ विच्चे।
Ye beech mantar ha tantric manter nahi ap ko kuch pata hi nahi logon ko brahmit mat kro
ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय
गुरुजी आप सही कह रहे हो बिना गुरु बनाए किसी भी मंत्र का जाप नहीं करना चाहिए और किसी भी मंत्र का जाप करें तो सिर्फ एक माला से शुरू करें जय गुरुदेव
This is true. I have experienced the tremendous powers of Ma Chamunda, First hand and that of Navarana mantra. It has taken me 4 years of daily japa to reach a level where I can take the energy of this mantra for more malas.
100% सही कहा आपने गुरु जी सादर प्रणाम करते है 🙏
वो तो सभी शक्तियां इसमें हैं परंतु जिस पर मां की क्रपा हो उसे कुछ भी नहीं होगा।
जय माँ भवानी।
isliye koi mantra bhi nahi karna chahta agar aise hi daraya jayega to.... yeh mantra apne aap me hi sidh mantra ... hai... maaa apne bachoo ka kabhi barbad nahi karti ... balki unhe pyar karti hai... yeh babaji kya bol rahe hai... muje to samaj me hi ata.
@@dragonkungfu19901991 sach me koi bhi mantra japne jao toh sab aise hi dara dete hai itne niyam batayenge ki sadharan manushya kabhi koi mantra jap hi na paaye, hum toh bass mata ki kripa paane ke liye mantra jaap karna chahte hai lekin youtube par sab jaise jaap karne ki vidhi batayenge jaise hum trantrik ya siddhiyan prapt karna chahte hai
Bahut sunder jankari di aapne thanks Om namah shivay 🙏🙏🌹
ओम ओम ओम बापूजी जल्दी बाहर आये न देर लगाये बहोत बहोत साधुवाद यह जानकारी देने के लिये क्योंकी बहोत जादा लोगो को यह जानाकारी का पता नही जय श्रीराम जय हनुमान जयजय सॉई आसारामजी हरिऊ❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉😢😊
मंत्र की गोपनीयता बनाए रखने के लिए साधुवाद!
Bahot bahot important aur satik jankari di pandit ji. Thank u . Muze is navratri jap karna hi tha. Aapka margadarshan bahot Kam aaya
अदभुत ज्ञान है, धन्यवाद
ऊँ नमश्चण्डिकायै🙏🙏
Aap k bt bhut achi lge aur smjh me bhi aa gye
आपके अंदर बैठे ईश्वर को मेरा प्रणाम ।
भक्ति भय कि नही होती यह तो केवल प्रेम की होती है जिस प्रकार एक आदमी कार बना सकता है तो और लोग भी बना सकते हैं आपका बताने का तात्पर्य यह लगता है कि आप जैसे चंद लोग ही जप कर सकते है हम करते हैं हम सात्विक तो रहते ही हैं जन्म से लेकिन कोई विधि नही भगवान को मनाने केवल भोलापन समर्पण भाव जन मानस से प्यार बिना अहंकार के, अपने मान कि अभिलाषा ना रखे ,जितना प्रेम अपने प्रियतम से करते हो उतना ही प्रेम अपनी माता रानी से करे ,वो शुरू से ही आपके साथ है उसको जागृत करना है।
Aisi galti ka bhukta main swayam hun Prabhu, aapke dwara maargdarshan se main mahsoos kar rha hun ki maa bhagwaty ke dwara hi mujhe bataya ja rha hain❤
❤ Om namah Shivay Om namah Shivay Om namah Shivay Om namah Shivay Om namah Shivay Om namah Shivay Om
🙏bahut dhanyavad shrimanji..bilkul sahi..maine khud experience kiya hai isme ushnata bahut hoti hai..upay ke liye dhanyavad..my isse jaroor shamil karunga..
दिला बहुत खुश हुआ महाराज जी, आपकी वाणी सुनकर 🙏🙏🙏
गुरुजी प्रणाम बहुत अच्छा मार्गदर्शन और सलाह।🙏🙏
ॐ नमः शिवाय 🙏🙏🌺🌺🌹🌹
वाह... कितनी सुंदर व शानदार दी है आपने गुरुजी। सादर प्रणाम।
Guru ji aapne ek dam sahi kaha...
बहुत अच्छा बताया पंडित जी
महाराज जी जितना भय आप दिखा रहे हैँ इस का 1% भी नहीं होता यकीन मानिये मुझे माई की कृपा से नवर्ण महा मंत्र की स्वप्न दीक्षा प्राप्त हुई जिस को प्रसाद स्वरूप ग्रहण कर के मैंने 10 माला प्रति दिन नवर्ण महामंत्र कवच, किलक छमा प्रार्थना आदि का भी पाठ लगातार करीब 5 वर्षो तक माई की मंदिर मे ही बैठ के माई को ही गुरु मान के किया और कोई माने न माने पर सत्य ये है की पगपग पर माई ने मार्गदर्शन किया और कुछ ही समय बाद घटनाओ का पूर्वभास वाक् सिद्धि आदि माई की कृपा से प्राप्त हुई पर विधी विधान बहुत जरुरी है बस साधक की जप की लालसा लालच से न हो ❤
Bhai ham bhi karte hai jop kavl 1 malla karta hai aap kuch batow
Navarvn kavch ? Kya iske bare me bta skte hai aap .mujhe to mil ni kafi dhunda
Jay Mata Di ❤❤❤
@@Nikkikevlog नवार्ण कवच नहीं होता देवी कवच होता है जो अकेले नहीं किया जाता उस के साथ और भी विधी विधान हैँ 🙏🏻 वो पूरी एक प्रक्रिया है आसन भूत शुद्धि दिग बंध आदि
@@shailendrasrivastava9900 भाई सामान्य जीवन में एक माला ही काफी है अगर सही तरिके से की जाए और कोई लालसा न हो 🙏🏻
Thanks Guruji. You gave very good information. Thanks
Namaskar I got saved from a serious disease ,while my father-in law did Homa with this Mahamantra.
ओम् नमः शिवाय । 🙏🌹
ओम नमः शिवाय
Sunder Jankari ke liye bahut bahut shukriya guru ji
Very good video. Thank you guruji
🎉very good vidio abhar guruji
Miene ye mantra ka anusthan kiya 15 mala sirf 4 days navratri mien aur 3rd day earthquake jaise feel hua.. ek garm hawa ne ghera ho jaise.. ears mien high volume ringing hone lagi thi... aur sar par tak tak kar raha ho koi aisa bhi laga.. 2 days tak earthquake jaisi feeling aati rahi... aur mien jaise hi kahti maa ye shant karo kahte hi sab normal ho jata... 2 days same kriya hoti rahi thi... mujhe jankari ni thi jada... but mien durgasaptshati 20 saal se dono navratri mien karti hoon... but navarn mantra ke anusthan mien hi aisa anubhav hua... jaap miene mansik kiya tha...
Kyaa aapse sadhna ke vishay me kuch baat ho sakti hai pls 🙏 😊
महाराज जी आपकी कही बाते सही है, ये मेरा भी अनुभव है
ऊर्जा उष्ण है जरूर और क्रोध, मस्तिष्क पर चढ़ना होता रहता है
Thanywad guruji bahut achha margdarsan dene ke liye apko barambar pranam ,👏
जय माता दी आप ने बहुत सुन्दर जानकारी दी है
गुरु जी इस मंत्र से आप पूरे विश्व को हिला दीजिये , दिखा दीजिये ताकत!
🙏🙏Jai Mata Di 🙏🙏,🙏🙏Jai Shree Shivpariwaraye Namaha 🙏🙏,🙏🙏Jai Shree Ram Darbar 🙏🙏,🙏🙏Jai Shree Hanuman 🙏🙏,🙏🙏Jai Jai Jai Jai Jai 🙏🙏
OK sir aap ne bhut Achchi jankari di vv thanks Mai phlaye shree m.dev ji ki Mala karti hun 2 fir maa ka yh mantar karti hun
Guruji thank you aap k margdarshan k liye
Aap ne sahi marg bataya Om namah shivay Guruji
Aapke dwara di jaankari satya hain
Guru ji ap ne bhut achi jankari di
कोटी कोटी धन्यवाद गुरुजी 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🙏
Aap mahan hain 🙏
Apka bahut bahut dhanyawad guruji GBU
Thank you swamy for your guidance.
Sadhak bhaiyo guruji ne kaha sach hai main khud is stiti se gujar chuki hu jab sidha agya chakra jagrut hota hai to insan pagal hota hai personal guidance vishesha gya se jarur lai namaskar
Guruji apka sabd ekdam uchit
कोटि कोटि प्रणाम 👏👏
❤😊 जयभौलेनाथ कीजयहो 😊❤
JAY MAA DURGA 🙏🙏🙏
Dandwat pranam guruji
Thank u Guruji
Mai pahle omginganpatye nam ke bad 1 mala om hrim 14:23 14:25 klim chamunday viche 1 mala ke baad om Amy Shivaya 1 mala phir om bhur /1 bhuvh 1 mala filomshan shannyschraye namh ka jap karti hu kya galat hai marg darshan kare
Har Har mahadav ♥️ 🙏
जय गुरु देव 🌹🚩🙏
Jay bhawani🎉❤❤
जय माता दी
🙏🏻🙏🏻🙏🏻 dhanyavaad guruji 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Guruji
As instructed will similarly will do OHM NAMAH SHIVAYA MANTR JAP follwed NAVARN MANTRA
जय महामाई
🙏🌹🌹🌹🙏
Jai Mata Di Om Namah Shivay 🙏🙏🙏
Anantm shukrana guru g
Guru Ji aapki Jankari Bahut Badhiya Hai... Jai Mata Raani ji ki🎉
Om namah shivaya 🙏🕉🕉🕉🕉🕉
Dhanyawad Guruji
सादर अभिवादन।
आपको शत शत नमन
जय धर्ति माता जय नेपाल जय गुरु देब❤❤
Dhanyvad 💐🙏
जय माता दी
Subah me Nirvana mantra karta hu aur shaam me om namah shivay ka jaap.. kya ye sahi hai. Aur shiv ji ko Maine apna guru bnaya hua hai.
Humlog tuch hi isliye bhgwan humlog kshma karte hin 🙏🙏
Thanks Gurudev
Om namah Shivay Om namah Shivay Om namah Shivay
प्रतिदिन सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ करते हैं 🙏🙏गुरुजी🙏 शांति मिलती है 🙏कोई दिक्कत तो नहीं होती 🙏कर सकते वैसे हमने गुरु मंत्र लिया है🙏🙏🙏
Guruji mene shiv ko guru mana hi mujhe age kya karna hoga kripa margh darsn kre
Bhakti pehele pariksha leti hai. Kya apni bhakti me jeevan ki mithya cheejo se jyada vishwas kar sakte hai
Om namah sivay guruji kya aap meri huru banane me sahayta kar sakte hain please 🙏🙏
जय माता दी 🙏🏻🙏🏻
Yeh mantar bol kar karna chahiye ya Bina boley
Shiv ko guru bnayenge to kya guru mantra bhi jap Krna pdega
Jay shri ram 🙏🙏
Ak sadharan si bat ko aapne bhayprad bna diya ? Sadhana krnan nd khud ki samany dukh niwaran ke liye mantra padhana dono hi aalag h !! Sadhna means vidhivat jap Krna iske liye guru ka hona anivary h niyamo ka palan Krna anivary h !! Lekin sadharan roop se ma ki kripa pane ke liye koi bhi kar sakta h isme kisi ka nuksan nhi hota balki ma ki kripa milti h !! Is liye aap dono bato ko milakar bta kar logo ko daraye nhi
‼‼🔱 जय माता दी 🔱‼‼🚩
️🌟🕉🌟🌟🕉🌟🌟🕉🌟🌟
Sadar paranam 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Dhanyawad guru ji 🙏❤️
Maharaji🙏🙏
Can we jap this mantra synchronising with PURAK / KUMBHAK / RACHAK / SUNYAK
4 TIMES in series
I am also .hearing ANHAD NAD UNINTERRUPTED CONTINUOUSLY
SO NAD AND MANTRA JAP HO SAKTA HE..
FOCUS NAD, BREATNING AND MANTRA PER HE.
PL. Guide is there any harm
Jay Gurudev
Ohm rhim shree guru byom namah. 🙏🙏🙏
सिद्ध कुंजिकास्तोत्र व नवार्ण मन्त्र से हवन करना चाहिए या नही।। उचित मार्गदर्शन देवें। जय जगत जननी माता की।
【चंडीपाठ में कवच अर्गला कीलक और कुंजिका स्तोत्र से हवन करें अन्यथा नही??】
यो मूर्ख: कवचं हुत्वा प्रतिवाचं नरेश्वरः ।
स्वदेह - पतनं तस्य नरकं च प्रपद्यते ।।
अन्धकश्चैव महादैत्यो दुर्गाहोम-परायणः ।
कवचाहुति - प्रभावेण महेशेन निपातितः ।।
कवच में पाहि, अवतु, रक्ष रक्ष, रक्षतु, पातु आदि शब्दों का प्रयोग हुआ रहता है।
सप्तशती के चतुर्थ अध्याय के 4 मंत्र से इसी कारण होम नहीं होता है।
#सिद्ध #कुंजिका स्तोत्र का होम न करने की आज्ञा स्वयं महादेव नें दी है __ इसका प्रथम कारण है की , कुंजिका देवी सिद्धियों की एकमात्र कुंजी है ।
ओर कुंजी का रक्षण किया जाता है आहूत नहीं किया जा सकता ।
यदि यदि कुंजी का ही लोप हो जाएगा तो सिद्धी के द्वार का खुलना असम्भव हो जाएगा ।
दूसरा कारण यह की सप्तशती में आता है की याचना स्तोत्र , कवच एवं कवच मन्त्रों की आहुति नहीं की जाती अन्यथा विनाश ही होता है ।
|| अथ प्रमाण ||
#कवचं #वार्गलाचैव ,#कीलकोकुंजिकास्तथा ।
#स्वप्नेकुर्वन्नहोमं #च ,#जुहुयात्सर्वत्रनष्ट्यते: ।।
भगवान शिव भैरव स्वरूप में स्थित होकर कहते हैं !
कवच , अर्गला , कीलक , तथा कुंजिका का होम स्वप्न में
भी न करें~~स्वप्न मात्र में भी होम करने से सर्वत्र नाश की संभावनाएँ प्रकट हो जाती है ।
#बुद्धिनाषोहुजेत् #देवि,#अर्गलाऽनर्गलोभवेत् ।
#सिद्धीर्नाषगत:#होता, #विद्यां #च #विस्मृतोर्भभवेत् ।।
अर्गला के होमकर्म से सिद्धीयों का नाश हो जाता है । तथा होता की समस्त विद्याएँ विस्मृत हो जाती है , अर्गला अनर्गल सिद्ध हो जाती है ।
#कीलितोजायतेमन्त्र: ,#होमे #वा #कीलकस्तथा ।
#ममकण्ठसमंयस्य: ,#कीलकोत्कीलकं #हि #च ।।
कीलक के होमकर्म से होता के समस्त मन्त्र सदा सर्वदा के लिए कीलित हो जाते हैं ।
इसे मेरा उत्किलित कण्ठ ही जानें जो जो कीलक का कारक है ।
#धनधान्ययुतंभद्रे ,#पुत्र:#प्राण:#विनष्यते: ।
#रोगशोकोर्व्रिते:#कृत्वा,कवचंहोमकर्मण: ।।
कवच के होम से धन,धान्य, पुत्र तथा प्राण का विनाश निश्चित है एवं वह होता रोग तथा शोकों से घिर जाता है ।
स्वप्ने वा हुज्यते देवि ,* *कुंजिकायं च कुंजिकां ।
षड्मासे च भवेन्मृत्यु , सत्यं सत्यं न संशय: ।
होमे च कुंजिकायास्तु ,* *सकुटुम्बंविनाश्यती: ।
कुंजिका के होमकर्म के प्रभाव से होता की छः मास में मृत्यु निश्चित जानें तथा होता का सकूटुंब विनाश हो जाता है यह सत्य है परम सत्य है इसमें कोई संशय नहीं करना चाहिए ।
■यस्यं च दोषमात्रेण ,प्रसन्नार्मृत्युदेवता: ।
कुंजिकाहोममात्रेण ,रावण:प्रलयंगत: ।।
इसी के दोष से मृत्युदेवता अत्यंत प्रसन्न होकर होता का सकूटुंब भक्षण करते हैं ।
कुंजिका के होममात्र के प्रभाव से ही रावण का सम्पूर्ण विनाश सम्भव हुआ ।
■भैरवयामले भैरवभैरवी संवादे ।।
चतुर्विंश प्रभागे होमप्रकरणे ।।
■मातृका:बीजसंयुक्ता: ,प्राणाप्राणविबोधिनी ।
प्राणदा:कुंजिका:मायां ,सर्वप्राण:प्रभाविनी ।।
कुंजिका में बीज मातृकाएँ उपस्थित हैं ।
प्राण को देविप्राण का बोधप्रदान करती हैं ।
यह प्राणज्ञान प्रदान करने वाली महामाया कुंजिका प्राण को प्रभावित करने वाली हैं ।
।। शक्तियामले शक्तिहोमप्रकरणे ।।
सांदीपनि गुरुकुल स्वाध्याय केंद्र, उज्जैन
8602666380//6260144580
【चंडीपाठ में कवच अर्गला कीलक और कुंजिका स्तोत्र से हवन करें अन्यथा नही??】
यो मूर्ख: कवचं हुत्वा प्रतिवाचं नरेश्वरः ।
स्वदेह - पतनं तस्य नरकं च प्रपद्यते ।।
अन्धकश्चैव महादैत्यो दुर्गाहोम-परायणः ।
कवचाहुति - प्रभावेण महेशेन निपातितः ।।
कवच में पाहि, अवतु, रक्ष रक्ष, रक्षतु, पातु आदि शब्दों का प्रयोग हुआ रहता है।
सप्तशती के चतुर्थ अध्याय के 4 मंत्र से इसी कारण होम नहीं होता है।
#सिद्ध #कुंजिका स्तोत्र का होम न करने की आज्ञा स्वयं महादेव नें दी है __ इसका प्रथम कारण है की , कुंजिका देवी सिद्धियों की एकमात्र कुंजी है ।
ओर कुंजी का रक्षण किया जाता है आहूत नहीं किया जा सकता ।
यदि यदि कुंजी का ही लोप हो जाएगा तो सिद्धी के द्वार का खुलना असम्भव हो जाएगा ।
दूसरा कारण यह की सप्तशती में आता है की याचना स्तोत्र , कवच एवं कवच मन्त्रों की आहुति नहीं की जाती अन्यथा विनाश ही होता है ।
|| अथ प्रमाण ||
#कवचं #वार्गलाचैव ,#कीलकोकुंजिकास्तथा ।
#स्वप्नेकुर्वन्नहोमं #च ,#जुहुयात्सर्वत्रनष्ट्यते: ।।
भगवान शिव भैरव स्वरूप में स्थित होकर कहते हैं !
कवच , अर्गला , कीलक , तथा कुंजिका का होम स्वप्न में
भी न करें~~स्वप्न मात्र में भी होम करने से सर्वत्र नाश की संभावनाएँ प्रकट हो जाती है ।
#बुद्धिनाषोहुजेत् #देवि,#अर्गलाऽनर्गलोभवेत् ।
#सिद्धीर्नाषगत:#होता, #विद्यां #च #विस्मृतोर्भभवेत् ।।
अर्गला के होमकर्म से सिद्धीयों का नाश हो जाता है । तथा होता की समस्त विद्याएँ विस्मृत हो जाती है , अर्गला अनर्गल सिद्ध हो जाती है ।
#कीलितोजायतेमन्त्र: ,#होमे #वा #कीलकस्तथा ।
#ममकण्ठसमंयस्य: ,#कीलकोत्कीलकं #हि #च ।।
कीलक के होमकर्म से होता के समस्त मन्त्र सदा सर्वदा के लिए कीलित हो जाते हैं ।
इसे मेरा उत्किलित कण्ठ ही जानें जो जो कीलक का कारक है ।
#धनधान्ययुतंभद्रे ,#पुत्र:#प्राण:#विनष्यते: ।
#रोगशोकोर्व्रिते:#कृत्वा,कवचंहोमकर्मण: ।।
कवच के होम से धन,धान्य, पुत्र तथा प्राण का विनाश निश्चित है एवं वह होता रोग तथा शोकों से घिर जाता है ।
स्वप्ने वा हुज्यते देवि ,* *कुंजिकायं च कुंजिकां ।
षड्मासे च भवेन्मृत्यु , सत्यं सत्यं न संशय: ।
होमे च कुंजिकायास्तु ,* *सकुटुम्बंविनाश्यती: ।
कुंजिका के होमकर्म के प्रभाव से होता की छः मास में मृत्यु निश्चित जानें तथा होता का सकूटुंब विनाश हो जाता है यह सत्य है परम सत्य है इसमें कोई संशय नहीं करना चाहिए ।
■यस्यं च दोषमात्रेण ,प्रसन्नार्मृत्युदेवता: ।
कुंजिकाहोममात्रेण ,रावण:प्रलयंगत: ।।
इसी के दोष से मृत्युदेवता अत्यंत प्रसन्न होकर होता का सकूटुंब भक्षण करते हैं ।
कुंजिका के होममात्र के प्रभाव से ही रावण का सम्पूर्ण विनाश सम्भव हुआ ।
■भैरवयामले भैरवभैरवी संवादे ।।
चतुर्विंश प्रभागे होमप्रकरणे ।।
■मातृका:बीजसंयुक्ता: ,प्राणाप्राणविबोधिनी ।
प्राणदा:कुंजिका:मायां ,सर्वप्राण:प्रभाविनी ।।
कुंजिका में बीज मातृकाएँ उपस्थित हैं ।
प्राण को देविप्राण का बोधप्रदान करती हैं ।
यह प्राणज्ञान प्रदान करने वाली महामाया कुंजिका प्राण को प्रभावित करने वाली हैं ।
।। शक्तियामले शक्तिहोमप्रकरणे ।।
सांदीपनि गुरुकुल स्वाध्याय केंद्र, उज्जैन
8602666380//6260144580
Ek bt aur btaye jb jap suru kr de to tb tk ka Brahm charya me rhna chahiye
Good information
(ऐं ह्रींग क्लींग चामुण्डायै विच्चे ॐ नमः शिवाय)
मात्र 42 बार जाप प्रतिदिन करके खुद अनुभव कीजिये आपको स्वयं के अंदर कुछ नयी शक्ति का संचार होंगा
स्वामी कृष्णानंद वासुदेव मुंबई
(आध्यात्मिक साधनात्मक रचनात्मक साधक)
एक शांति स्त्रोत होता है - "नश्यन्तु प्रेत कुष्मांडा, नश्यन्तु दूषका नरा:..
क्या इस स्त्रोत से कुछ सुरक्षा या लाभ मिलता है ?
Guruji muje 3 .. 4 Bar Sapne me dikha ki koi Negativity mere Sarir me praves krna chahti he kala Dhuaaa dikhta he jo mere andar ane ka pryas krta he or me jor jor se Navarn mantr bol rhi hu ... Esa sapna bar bar ane ka kya matalab he .. Kripa krke mu Jawab Dijiyega .... Prnam Guru ji.. 🙏🙏
Iska matlab hai.
Apka 4th netro khul raha hai
Bekuf
@@Kamalesh7655 4th netro kya hota he Bekuf
ऐसा है तो अपने गुरु से विचार विमर्श कर लें एक बार ।
Manthra jaap pahale bandh kardo. Kisi guru se deeksha leneke baadh phrse shuru karna. Warna pachthawoghe.
May be this matra is saving you from this negative energy. You must consult from guru.
y mantra kis mala se karna chahiye or kis samay krna chahiye
नमस्ते गुरु जी 🚩साधारण व्यक्ति को किस मंत्र का जाप करना चाहिए। धन्यवाद। प्रणाम।
Jai shree Krishna ! You tube valoko salah dena chahta hu , Advertising ke bareme bolana chahata hu ,Aap beechame beechame kyu paida hote hai ! Isame aapeka nukasan hai ? Jahind jai Bharat !!!
Is manter se mata ke darshan kase prapat kare
गुरुजी आपने बहुत हि शुभ मार्गदर्शन किया 🙏
Nabarn mantra ke aakhri me namah lagana h ya nahi pls bataiye