कोई भी सच्चा मुसलमान नबी अलैहिस्सलाम को अपने बराबर नहीं समझ सकता है बस वह वही कहता है जो कुरान ने समझाया कि नबी भी इंसान ही होते हैं। मक्का के काफिर यही कहते थे कि कोई भी इंसान अल्लाह का रसूल नहीं हो सकता । अल्लाह कहता है कि अगर जमीन पर फरिश्ते बस्ते तो हम फरिश्तों केलिए उन्हीं में रसूल बनाकर भेजते । इस आयत से पता चलता है कि रसूल इंसान थे और इंसानों में से उठाए गए थे। रसूलुल्लाह की अजमत का कोई सच्चा मुसलमान इंकार नहीं कर सकता। सुन्नतों के नाम पर जो बिदअतें गढ़ी गई हैं और बेखौफ मजारात परस्ती हो रही है बस उनकी मुखालिफत होनी चाहिए। हुजूर अलैहिस्सलाम पहले भी रसूल थे और आज भी हमारे रसूल हैं ताकयामत और उसके बाद भी हमारे रसूल रहेंगे। हम रसूल सल्लल्लाह अलैहि वसल्लम को अल्लाह का बंदा और रसूल दोनों मानते हैं।अश्हदुअन्न मुहम्मदन अब्दहू व रसूलहू। अल्लाह अहले सुन्नत वल्जमाअत के इख्तिलाफ को खत्म करे एक दूसरे के नजरिया को समझने की कुव्वत अता करे। अब रह गई कि जब सभी सहाबा ने नमाजे पढ़ ली थी और नबी अलैहिस्सलाम ने भी पढ़ लिया था फिर हज़रत अली रजिअल्लाह अंहू की नमाज कैसे छूट गयी जब हज़रत अली नमाज छूट जाने के ग़म में रोने लगे थे तो आखिर ऐसा क्या हुआ कि उनको नमाज पढ़ने का वक्त नहीं मिला ।सूरज का पलट आना तो एक आलमी वाकया था इस हदीस का बयान तो हर मुहद्दिस की किताब में होना चाहिए था इसकी सिर्फ एक ही रवायत क्यो मिलती है। इस का जिक्र तो सभी मुहद्दिसीन की किताबों में होना चाहिए था सूरज का पलट आना एक बड़ी घटना थी।
Aasalatu wassalamu alika ya Rasool Allah
Beshaq Subhan Allah ❤ Alhamdulillah
Sunniyo ke Imam Syed Noorani Miyan jindabad
Kya bakwash kar rahe ho..
Subhanallah❤
Subhanallah subhanallah subhanallah subhanallah subhanallah subhanallah subhanallah subhanallah subhanallah subhanallah subhanallah subhanallah subhanallah mashaallah
Subhan Allah 😊
Massa.allah Hazrat❤❤❤❤
Subah Allah
Subhanallah masaallah Labbaik ya Rasool Allah Labbaik
Mashallah subhanallah zindabaad zindabaad
Masaallah subhanallah
Allah Sayyed sahab ko salamt rakha aamin
Masha allah
Q As
Q
MASAALLAH SHUBHANALLAH BESHAQ
AMEEN SHUMMA AMEEN
سبحان اللّٰہ
Subhanallah subhanallah mashaallah 💯
Mashaallah
P
Mashallah
❤️❤️❤️
Zabardast bayan
Subhan Allah ✨ Masha allah
Masha Allah 🌹💚💚🌹
Ma shaa allah bahot khub kishi firke ke paas iska jawab nahi
subhahanallah 🥰 Every muslim must listen to this bayan
Subhanallah
Umda bayaan huzrat sahab qibla
Mashaalaah subhanallah 🌹
असालामु अल्यीकुम वारहमतुल्लाही वह बरकातुह❤ मेरे पीर सहाब ❤
Takrir karna asn h masjid ko bachana molana gayab
brother shuru wala audio kaise banaye ho subscribe wala please bata do mujhe please
اب ہمارے سنیت کےکچھ علماء کی تصویرلوگ پوسثر میں ایسے دیتے ہیں جیسے ہندو اپنے باواجی کا ہمارے قومکا کیا ہوگا
Subhanallah👍👍👍👍👌👌👍👍👍👌👌👌🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲
Ar jo muharram ke name PE dhol bajate Hain wo kya hai Mufti sahab...
🌹💚🌹👌🌹👍🌹💐🌹👈
اسلام علیکم ورحمتہ اللہ وبرکاتہ
Bask
कोई भी सच्चा मुसलमान नबी अलैहिस्सलाम को अपने बराबर नहीं समझ सकता है बस वह वही कहता है जो कुरान ने समझाया कि नबी भी इंसान ही होते हैं। मक्का के काफिर यही कहते थे कि कोई भी इंसान अल्लाह का रसूल नहीं हो सकता । अल्लाह कहता है कि अगर जमीन पर फरिश्ते बस्ते तो हम फरिश्तों केलिए उन्हीं में रसूल बनाकर भेजते । इस आयत से पता चलता है कि रसूल इंसान थे और इंसानों में से उठाए गए थे। रसूलुल्लाह की अजमत का कोई सच्चा मुसलमान इंकार नहीं कर सकता। सुन्नतों के नाम पर जो बिदअतें गढ़ी गई हैं और बेखौफ मजारात परस्ती हो रही है बस उनकी मुखालिफत होनी चाहिए। हुजूर अलैहिस्सलाम पहले भी रसूल थे और आज भी हमारे रसूल हैं ताकयामत और उसके बाद भी हमारे रसूल रहेंगे। हम रसूल सल्लल्लाह अलैहि वसल्लम को अल्लाह का बंदा और रसूल दोनों मानते हैं।अश्हदुअन्न मुहम्मदन अब्दहू व रसूलहू। अल्लाह अहले सुन्नत वल्जमाअत के इख्तिलाफ को खत्म करे एक दूसरे के नजरिया को समझने की कुव्वत अता करे।
अब रह गई कि जब सभी सहाबा ने नमाजे पढ़ ली थी और नबी अलैहिस्सलाम ने भी पढ़ लिया था फिर हज़रत अली रजिअल्लाह अंहू की नमाज कैसे छूट गयी जब हज़रत अली नमाज छूट जाने के ग़म में रोने लगे थे तो आखिर ऐसा क्या हुआ कि उनको नमाज पढ़ने का वक्त नहीं मिला ।सूरज का पलट आना तो एक आलमी वाकया था इस हदीस का बयान तो हर मुहद्दिस की किताब में होना चाहिए था इसकी सिर्फ एक ही रवायत क्यो मिलती है। इस का जिक्र तो सभी मुहद्दिसीन की किताबों में होना चाहिए था सूरज का पलट आना एक बड़ी घटना थी।
Subhanallah
Mashallah
Masha Allah
MashaAllah
Mashaallah
Mashallah
Mashaallah