दूसरे धर्म के बारे में भी मानगढ़ कहानी कहा जाता है और लोग उस पर विश्वास करते हैं। उस धर्म और उस धर्म को मानने वाले पर तीखा प्रहार कर लज्जित किया जाता है ।
Boudh mt koi alag se paida nhi hua na uski jde sc st se sambandhit he lekin ambedkr ke baad baki log boudh dhrm manne lge to koi baat nhi lekin pahle afganistan ko vapas boudh bnao
आपके पिताजी भी हिंदू ही होंगे आपने तो खुद हिंदुओ के प्रति दुर्भावना से बुद्ध धर्म स्वीकार किया होगा।बुद्ध लोग तो जैनियो के हत्यारे होते थे जैन धर्म के अनुनाई के विरोध में ही काल्पनिक बोधधिज्म आया
बौद्ध लोग जब हिन्दू धर्म पर अनर्गल प्रलाप करते हैं तब बहुत खुश होते हैं,जब इनके पसंदीदा अशोक पर बात आई वह भी अशोकबदान बौद्ध पुस्तक से तब तिलमिला रहे हैं
भाई अशोकाव्दान कि इस खाणी का भावार्थ ये है कि अशोका बौद्ध बनणे से पहले इतना क्रूर था ।। और बौद्ध बनणे के बाद इतना दयाळू और महान हुआ।।। नवबौधो नेअशोकावदान ठीक से पढा नही ।। ये कहाणी बौद्ध धर्म कि म्हणता दर्शा रही है।। सच हो या झूठ ।।।।
@@aryan-yp3whअंगुलीमाल भी तो खुनी था सुधर गये ये सच्चाई है क्या कोई सुधर जाता है तो हिंदु ओ मे जलन होती है और बौध्द धम्म वाले खुष होते है ईसिलीए तो बौध्द धम्म पुरी दुनिया मे फैल गया और हिंदु भारत में सिमट गया और अब तो हिंदु धर्म रोज अल्पसंख्याक हो रहा है रोज हिंदु बौध्द बन रहे है मजा आया ना
मनूस्मृति तो सम्राट अशोक से हजारों वर्ष पूर्व लिखी गई थी उसमे अशोक का वर्णन कैसे हो सकता है। मनुस्मृति को उल्टी सीधी बातें कहकर बौद्धों ने बहुत बदनाम किया है। मनु एक राजा थे।वे क्षत्रिय थे। उन्होंने ऋषियों के आदेश पर समाज के लिए एक आचार संहिता लिखी जिस से समाज को सुंदर व्यवस्थित ढंग से चलाया जा सके। समाज के हर वर्ग के लिए नियमों का पालन आवश्यक था।सभी अपने नियमों का पालन करते थे। समाज में सिख और शांति थी और सभी अपने धर्म अर्थात सनातन धर्म का पालन पूर्ण श्रद्धा से करते थे। इसी मनुस्मृति को बाद में कुछ लोगों ने विकृत करने का प्रयास किया और उसमें अपने नियम जोड़ दिए और मनु स्मृति को दूषित करने का प्रयास किया। जो जानी हैं वे जानते हैं कि मनु ने कभी भी स्वयं के निर्धारित नियमों के विरोध में नियमों को कभी भी अनुमोदित नहीं किया होगा।
जैन व बौद्ध धर्म के सिद्धांत लगभग एक से थे दोनों में अहिंसा है फिर अशोक? अशोक पहले जैन बाद में बौद्ध धर्म अपनाया अशोक स्तंभ जैन रहते हुए बनवाया था। यह कहानी ईर्ष्या कलुषित हृदय की कल्पना है।
जब आपने हिंदुओ के उपर आपत्ति जनक कहानियां सुनाते है तब सब मजा लेते है, लेकिन उसका अर्थ नही समझते। जब अपनी पर आई तो प्रमाण मांगते है, सच तो यह है कि बुध का जन्म समय का कोई शिलालेख अथवा कोई समकालीन प्रमाण नही मिलता।
सभी धर्म प्रेम ,सद्भावना और दूसरे धर्म का सम्मान करना सीखता है । लेकिन सभी धर्म के लोग अपने धर्म को श्रेष्ठ साबित करने के लिए दूसरे धर्म की निंदा करते हैं । और कहते हैं राम कृष्ण सब काल्पनिक हैं । इस पर चिंतन करना आवश्यक है तभी देश में प्रेम से रह सकते हैं ।
चंद्रगुप्त मौर्य की समाधि कर्नाटक श्रावणबेला गोला मैं आज भी स्थापित है जहां प्रथम बार चक्रवर्ती भारत एवं बाहुबली की विशाल प्रतिमा है जैन आचार्य भद्रबाहु के समक्ष सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य ने जैन पद्धति से समाधि मरण किया था मौके पर जाकर देखा जा सकता है यह भारत का इतिहास है भारत और बाहुबली प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभ देव की पुत्र थे इस देश का नाम हिंदी भरत चक्रवर्ती के नाम से भारत वर्ष किया गया सच को आंच नहीं चंद्रगुप्त मौर्य के वंश से ही सम्राट अशोक हुए
महिलाओं के स्तन काटे गए बच्चों के सिर कलम कर लाशों के ढेर पर कलिंग उड़ीसा की युद्ध मे इस कलंक को छुपाने के अशोक नकली महात्मा बन गया और जल्दीबाजी में काल्पनिक बुद्ध पैदा कर दिया जैन धर्म के महावीर स्वामी की nakal करके और वामपंथी इतिहासकारों ने धन के बल पर अशोक को सम्राट अशोक घोषित कर दिया शिलालेखों में लिखवाया ताकि लोग समझे अशोक महान कार्य किया सब सत्ता का खेल था
जैकाल पिकनिक कथा कहानी है सम्राट अशोक ने ऐसा नहीं किया था जैन धर्म को मानने वाले थे वह बुद्धू धर्म को मानने वाले थे वह हिंसा परमो धर्मा थे वह मां थे वह मानव में बराबरी का दर्जा रखते थे और उनके राज में भारत सोने की चिड़िया थी
Very good but what evidence you have? Samrat Ashok made many rock pillars and Pali writings, does it describes it. I never knew he was so cruel man. No wonder Ahimsa was other end of cruelty. One can see he was a most powerful Samrat or Emperor. Well done!
अशोक राजा बनने के 3 वर्षो में ही बौद्ध बन चूका था और उसने कलिंगा पर चढ़ाई कर दी थी जैन धर्म को ख़त्म बौद्धओ नें किया और बौद्धओ को ख़त्म तुर्को नें किया इसे ही कर्म कहते है 🙏🚩
श्री मान, एक वर्ष से मैं क्लिंजर किला के उत्थान, वैभव और पतन का इतिहास जानने का इच्छा व्यक्त कर रहा हूं मगर आप विभिन्न कारणों का हवाला देकर टाल दें रहें हैं। कृपया मेरी इच्छा पूरी करे।
हेलो दोस्तों यह कहानी तो अनसुनी सी लगती है ऐसा कभी नहीं हुआ कि अशोक महान जो थे वह इतना गुरुर बन जाए अपने जरूर इस कहानी को किसी मनुस्मृति के पन्ने से ली है
अपने 99 पाईयो को हत्या करे शासन लिया था अशोक , पाईयो को हत्या करे वाले मे पूर्णतह परिवर्तन नहि होते तक चांडल अशोक कहलाया पर परिवहन के बाद मे महान अशोक ।
Bhai u narrated fake story without evidence becoz ,I think u hate Buddhism to praise Hinduism, to the my best of knowledge Jainism and Buddhism are not different upto some extend , at the last journey of Chandragupta maurya's life he accepted and pearched Jainism who was grandfather of Asoka (budhist) pronunciation in Pali not Ashoka in Sanskrit
This is a story and I am not presenting it as a historical fact so the evidence should also be from authentic literature not from archeological survey or research. In the light of this fact I want to tell you my bro that Ashokavadana ( From where I take this story ) is accepted as a Bauddh literature and a part of Divyavadana. The book I read was published by Sahitya Akademi Delhi ( Most authentic and official literature source of India ). So I think it is enough evidence. The second point is that if I hate Buddhism, it is a biased opinion. I narrated the stories of Upagutta and Amrapali, with great respect of Lord Buddha and some of the stories from Hinduism are found anti Hindu by Hindus so how can I be biased toward Hinduism? I am a story teller and I told what literature says, if someone finds it inappropriate, He/she/any must be understood that it is a story from ancient era and it may be inconvenient for today's value. Hope you understand my points.
Ashoka ka itihas angrejo ne likha , archilogical praman aou shilalekh ka bahut abyas kiya aur fir Asoka mahan samrat sabit hua, Bharat ke logo ne to asoka ko pahle bhula diya tha ... Abhi aur itihas pata chal raha .. Chandragupt ke pote hone ka farz nibhaya ....aur kuch hinsa ki baat hum man bhi le asoka ke bare to bhi unka vyaktitva aur prabhav bahut tha jiske karan bharat us waqt sone ki chidia tha aur parkiy akraman bhi kabhi nahi hua... Asok kalin vyapar europe aur greek tak bhi pahucha tha ... Aur kalinga war ke baad dharma,aur shiksha sahi mayne me asoka ne hi failaya ... Bharat varsh me aur koi raja ashika jaisa great nahi ho saka ...
If this is truth of Ashok then we should stop calling him the Great Ashok. So much violence, still Great Ashok is not good. It doesn't matter whether Ashok transformed after adopting Buddhism, because crime remains a crime always. Also it appears that Jain dharm was much older than Buddhism and Buddhism spread only because of image of Ashok as cruel King. That is why, buddhism declined rapidly from India after end of Mauriyan period. Really very interesting but depressing story.
Devnagri lipi me Ashoka ki kehani tab likhi gyi jab Angrezo ne Pathar ke shilalekho pr uska itihaas khoz nikala. Budhist Desho me ashoka ka itihas Bauddh sahitya me aaj bhi available h India me Ashoka ko vilain dikhane ke liye nayi nayi kehani bnate h dhurt
किसी को भी महान कहने से पहले सच्चाई जाननी चाहिए। सत्य सनातन धर्म में ऐसा अनर्थ कहीं नहीं लिखा किसी भी जीव की बिना सोचे समझे हत्या करना महापाप है। ऐसा कोई भी सम्राट महान नहीं हो सकता।
Smrat ashok ne kisi ki bhi htya nahi ki badanami karane ke liye aap log kuch bhi bol sakate ho Mahabharat main pandavone apne 100 bhai kouravo ko mara bhishm guru sabhi ko mara kitane karod log us main mare usaka kya ram ne shambhuk ko mara bevajah mara usaka kya khud ke ander zako
Bouddha culture ko bhi asoka nehi sahi mayno me failaya , warna buddha jaise mahapurush bharat lagbag bhul chuka tha .... Asliyat me buddha aur jain culture hi bharat me pahle astitva me the jise asoka ne banaya rakha..... Kripaya galat bhram na failaye sahi evidence check kare.................
Ab itihas se chhed chhad ho rahi hai.Ek samrat ko khalnayak banane ka prayas kiya jaa raha hai.Yah kaam Brahmanvadi byavatha ka samarthan karne wale logon ka hai.
ये गलत है ,ऐसा कुछ नहीं हैं , जिन्हें ye bhuddist log acche nhi lgte vhi log wrong bol rhe yha pandit log nhi hai ,,ye obc ke sc ke wo log hai jinki jalti hai ,ye na edhar ke hai na ughar ke ,,na pandito ke sge hai na other' ke ,bich me hai ,enko pta hi nhi eski I'd real kya hai enko apni logo ki histry hi nhi pta to kuch bhi khe dete hai
बौद्धों के खिलाफ नहीं बौद्धों का षंडयंत्र है ताकि ये साबित का सके देखो हमें एक क्रूर राजा को सुधार दिया बौद्धों के जायद गिरा हुआ कोई धर्म नहीं है ये जा भी जाते है वहा के लोगों का पूरा विनाश करके छोड़ते है
महा क्रूरतापूर्ण जुगुत्सा घ्रणित ऐसे व्यक्ति द्वारा बौद्ध धर्म के उत्कर्ष की नींव रखी गई वह कहाँ तक सच्चाई के रास्ते पर होगा भले ही कहानी मृयथक हो पर लिखी तो किसी बौध्द भिक्षु के द्वारा, महा अमानवीय कृत।
ये कहानी है, इसमें सत्यता खोजने का प्रयास व्यर्थ है । भारत में बांटने की जो टुलकीट है ये उसी का हिस्सा है ।
मंनगढ़त कहानी और कल्पनिक कहानी सुनाई है
असोक सम्राट को क्रुरता पूर्वक अपने राज्य में राज करने कि एक भी आर्कोलौजीकल सबुत नहीं मिला है।
@@shankarprasad9320अशोक का खुद का कोई आर्कियोलॉजकल एविडेंस नहीं हे।
विश्व भर में अनेक सबूत उत्खनन के द्वारा प्राप्त हो रहे हैं परन्तु आज तक एक भी सबूत इस तरह का नहीं मिला है।
अशोक का भी कोई सबूत नहीं हे।
अशोक महान सम्राट बना बौद्ध बनने से पहले बौद्ध बनखर कुछ भी नही किया अपने भाई को मारा था वह बौद्ध बनकर ज्ञानी हो गया
सौचुहा खा कर बिलली हज को चली थी
@@aloksahu5660अरे भाई तुम्हें क्या कहा जाए ? सम्राट अशोक के लिखित शिलालेख तक मिल चुके हैं, और तुम सम्राट को काल्पनिक बता रहे हो ।
@SamratAshok-w8t उस शिलालेख में तो अशोक का नाम तक नहीं लिखा हे। जा कर पढ़ाई करके आओ
@@aloksahu5660 खीर से पैदा होने वाले को अपना बाप समझने वाले, मैल से पैदा होने वालो को भगवान समझने वाले, गधों से ऐसी ही उम्मीद थी ।
दूसरे धर्म के बारे में भी मानगढ़ कहानी कहा जाता है और लोग उस पर विश्वास करते हैं। उस धर्म और उस धर्म को मानने वाले पर तीखा प्रहार कर लज्जित किया जाता है ।
यह बौद्ध मत मानने वालों के खिलाफ द्वेषपूर्ण मनगढंत कहानी है. इसका कोई प्रमाण नहीं,
Boudh mt koi alag se paida nhi hua na uski jde sc st se sambandhit he lekin ambedkr ke baad baki log boudh dhrm manne lge to koi baat nhi lekin pahle afganistan ko vapas boudh bnao
Sahi kaha iska koi praman nahi,
Asoka the great hai .....
Kaling ke yuddh mein Samrat Ashok ne 80000 logon Ko mara tha uske bad baat bane the
आपके पिताजी भी हिंदू ही होंगे आपने तो खुद हिंदुओ के प्रति दुर्भावना से बुद्ध धर्म स्वीकार किया होगा।बुद्ध लोग तो जैनियो के हत्यारे होते थे जैन धर्म के अनुनाई के विरोध में ही काल्पनिक बोधधिज्म आया
ऐसे कहाणी से बौद्ध धर्म और जैन धर्म दोनो मे नफरत पैदा हो सकती है की जो बिल्कुल जायज नही है.
Kahani nahin hai Satya hai Kaling ke yuddh mein Samrat Ashok ne 80000 ko mara tha
बौद्ध लोग जब हिन्दू धर्म पर अनर्गल प्रलाप करते हैं तब बहुत खुश होते हैं,जब इनके पसंदीदा अशोक पर बात आई वह भी अशोकबदान बौद्ध पुस्तक से तब तिलमिला रहे हैं
भाई अशोकाव्दान कि इस खाणी का भावार्थ ये है कि अशोका बौद्ध बनणे से पहले इतना क्रूर था ।। और बौद्ध बनणे के बाद इतना दयाळू और महान हुआ।।। नवबौधो नेअशोकावदान ठीक से पढा नही ।। ये कहाणी बौद्ध धर्म कि म्हणता दर्शा रही है।। सच हो या झूठ ।।।।
Per iska koi reference book hai ki fir jaise bahut gapol Racha gaya ese hai.referance book batao
तुम कहना चाहते हो की बौध्द राष्ट्र चाईना भारत पर हमला करता है तो हम बौध्द खुष होते है क्या भाई कुच्छ भी मत गलत फैलाओ
@@aryan-yp3whअंगुलीमाल भी तो खुनी था सुधर गये ये सच्चाई है क्या कोई सुधर जाता है तो हिंदु ओ मे जलन होती है और बौध्द धम्म वाले खुष होते है ईसिलीए तो बौध्द धम्म पुरी दुनिया मे फैल गया और हिंदु भारत में सिमट गया और अब तो हिंदु धर्म रोज अल्पसंख्याक हो रहा है रोज हिंदु बौध्द बन रहे है मजा आया ना
बहुत ही अच्छी लगी। धन्यवाद।
अशोकावधन किस सदी में लिखी गई और किस भाषा में लिखी गई..??? कौनसी लिपि में लिखा गया है..??? इनका जवाब दे दो, इस कहानी की सच्चाई सामने आजाएगी।
अगर आज राजा अशोक तलबार नहीं छोड़ते तो भारत अखंड रहता उसके टुकड़े नहीं होते।
मनूस्मृति तो सम्राट अशोक से हजारों वर्ष पूर्व लिखी गई थी उसमे अशोक का वर्णन कैसे हो सकता है। मनुस्मृति को उल्टी सीधी बातें कहकर बौद्धों ने बहुत बदनाम किया है। मनु एक राजा थे।वे क्षत्रिय थे। उन्होंने ऋषियों के आदेश पर समाज के लिए एक आचार संहिता लिखी जिस से समाज को सुंदर व्यवस्थित ढंग से चलाया जा सके। समाज के हर वर्ग के लिए नियमों का पालन आवश्यक था।सभी अपने नियमों का पालन करते थे। समाज में सिख और शांति थी और सभी अपने धर्म अर्थात सनातन धर्म का पालन पूर्ण श्रद्धा से करते थे। इसी मनुस्मृति को बाद में कुछ लोगों ने विकृत करने का प्रयास किया और उसमें अपने नियम जोड़ दिए और मनु स्मृति को दूषित करने का प्रयास किया। जो जानी हैं वे जानते हैं कि मनु ने कभी भी स्वयं के निर्धारित नियमों के विरोध में नियमों को कभी भी अनुमोदित नहीं किया होगा।
Mai aapse purn roop se sahmat hun.
जैन व बौद्ध धर्म के सिद्धांत लगभग एक से थे दोनों में अहिंसा है फिर अशोक? अशोक पहले जैन बाद में बौद्ध धर्म अपनाया अशोक स्तंभ जैन रहते हुए बनवाया था। यह कहानी ईर्ष्या कलुषित हृदय की कल्पना है।
जब आपने हिंदुओ के उपर आपत्ति जनक कहानियां सुनाते है तब सब मजा लेते है, लेकिन उसका अर्थ नही समझते। जब अपनी पर आई तो प्रमाण मांगते है, सच तो यह है कि बुध का जन्म समय का कोई शिलालेख अथवा कोई समकालीन प्रमाण नही मिलता।
सभी धर्म प्रेम ,सद्भावना और दूसरे धर्म का सम्मान करना सीखता है । लेकिन सभी धर्म के लोग अपने धर्म को श्रेष्ठ साबित करने के लिए दूसरे धर्म की निंदा करते हैं । और कहते हैं राम कृष्ण सब काल्पनिक हैं । इस पर चिंतन करना आवश्यक है तभी देश में प्रेम से रह सकते हैं ।
भ्रामक है यह इनका काम ही झूठ फैलाओ और राज करो!
बौद्ध धर्म को मानने वाले भी इसी प्रकार हिंदू धर्म पर प्रहार करते हैं ।
चंद्रगुप्त मौर्य की समाधि कर्नाटक श्रावणबेला गोला मैं आज भी स्थापित है जहां प्रथम बार चक्रवर्ती भारत एवं बाहुबली की विशाल प्रतिमा है जैन आचार्य भद्रबाहु के समक्ष सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य ने जैन पद्धति से समाधि मरण किया था मौके पर जाकर देखा जा सकता है यह भारत का इतिहास है भारत और बाहुबली प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभ देव की पुत्र थे इस देश का नाम हिंदी भरत चक्रवर्ती के नाम से भारत वर्ष किया गया सच को आंच नहीं चंद्रगुप्त मौर्य के वंश से ही सम्राट अशोक हुए
सम्राट अशोक महान थे वह किसी अपने भाइयों का वध नहीं किया
सम्राट अशोक के ऐतिहासिक 6 भाई थे, धार्मिक ग्रंथ मे 100 दिये है, 6 मे से 1-2 जिवित थे, 99 ऐतिहासिक नही
Great king Ashok
Yah bhi Sach Hai Kalinga udh ke purv wah bahut krur tha.
अपने सौ सगे भाइयों को राज सिंहासन के कारण हत्त्या करदी वो महान कैसे हो सकता हैं जन मानस में विक्रमादित्य महान है
बिल्कुल सही
Limit
@@BharatBhushan-bg7rqpandav ne kiya Kam kiye the 😂
Jhoothi kalpanik baton par biswas na kiya jay.
महिलाओं के स्तन काटे गए बच्चों के सिर कलम कर लाशों के ढेर पर कलिंग उड़ीसा की युद्ध मे इस कलंक को छुपाने के अशोक नकली महात्मा बन गया और जल्दीबाजी में काल्पनिक बुद्ध पैदा कर दिया जैन धर्म के महावीर स्वामी की nakal करके और वामपंथी इतिहासकारों ने धन के बल पर अशोक को सम्राट अशोक घोषित कर दिया शिलालेखों में लिखवाया ताकि लोग समझे अशोक महान कार्य किया सब सत्ता का खेल था
गप्प शास्त्री मनुस्मृती के नियमो को यहां जोड रहे हो 😮 वहां अभी भी लिखा मिलता है 😂
पहली बात तो यह है की महल बनाए जाने की बात ही काल्पनिक लगाती है, क्योँ की महल बनाने मे वर्षो लगे होंगे in वर्षो मे गन्दा क़्या करता रहा
जैकाल पिकनिक कथा कहानी है सम्राट अशोक ने ऐसा नहीं किया था जैन धर्म को मानने वाले थे वह बुद्धू धर्म को मानने वाले थे वह हिंसा परमो धर्मा थे वह मां थे वह मानव में बराबरी का दर्जा रखते थे और उनके राज में भारत सोने की चिड़िया थी
एहसान फरामोश व्यक्ति ,कोई प्रमाण भी है आपके पास?
वीडियो के इंट्रो, टाइटल और डिस्क्रिप्शन में बताया तो है।
Kahe ka aihsan phramos. Kuch bhi comment kar dena thik nahi. Dusre ki bhi sun ne kki
बिल्कुल कहानी काल्पनिक है। वैसे ही जैसे रामायण महाभारत काल्पनिक हैं। पर यहाँ पहले ही बता दिया इसका कोई प्रमाण नहीं है।
ठीक उसी तरह बौद्ध धर्म भी काल्पनिक है।इसका भी कोई प्रमाण नहीं है।बुद्ध के समय की कोई कोई प्रमाण,अथवा शिलालेख नही मिलता।
क्षत्रिय बन जग जीता बौद्ध बनते नपुंसक बना।
मृत्यु सत्य है यही मनुष्य को समझना है
Very good but what evidence you have? Samrat Ashok made many rock pillars and Pali writings, does it describes it. I never knew he was so cruel man. No wonder Ahimsa was other end of cruelty. One can see he was a most powerful Samrat or Emperor. Well done!
अशोक राजा बनने के 3 वर्षो में ही बौद्ध बन चूका था और उसने कलिंगा पर चढ़ाई कर दी थी
जैन धर्म को ख़त्म बौद्धओ नें किया
और बौद्धओ को ख़त्म तुर्को नें किया
इसे ही कर्म कहते है 🙏🚩
😂😂😂
श्री मान, एक वर्ष से मैं क्लिंजर किला के उत्थान, वैभव और पतन का इतिहास जानने का इच्छा व्यक्त कर रहा हूं मगर आप विभिन्न कारणों का हवाला देकर टाल दें रहें हैं। कृपया मेरी इच्छा पूरी करे।
सच में क्षमा प्रार्थी हूं। उम्मीद है इस पर काम कर पाऊं 🙏
Abhay Ashok Avadhan KOO leekanay Vaala Bharaman hee Joo apany Paap karam Koo chapanay Kaay Leeay kalapanak Sungaa Kaa Upayog keaya Thaa
सुख और शांति
हेलो दोस्तों यह कहानी तो अनसुनी सी लगती है ऐसा कभी नहीं हुआ कि अशोक महान जो थे वह इतना गुरुर बन जाए अपने जरूर इस कहानी को किसी मनुस्मृति के पन्ने से ली है
वीडियो में तो बताया गया है कि यह कहानी एक बौद्ध ग्रंथ ( दिव्यावदान , अशोकवदान ) से ली गई है।
Manu smriti mein kahaniyan nahi hoteen.satya ko sun kar mirchi kyon lageen.
Ye sach he..... Ashok ko Chand Ashok bhi kaha jata tha
@@cricmonkYe baudh granth milavati ho sakte hai iska koi ullekh nhi hai
अपने 99 पाईयो को हत्या करे शासन लिया था अशोक , पाईयो को हत्या करे वाले मे पूर्णतह परिवर्तन नहि होते तक चांडल अशोक कहलाया पर परिवहन के बाद मे महान अशोक ।
सच कहना अगर बगावत है तू समझो हम भी बागी हैं
Ashokavadan writen atleast 600 after death of Ashoka, ASI should survey on book & try to find solid evidence in matter if any.
तथयो सहित जानकारी दे
Aajat shtru ma jey shenker prsad ka dwara yhee khanee btayee gyee hai,, shikender na he is drinda sa nikat dilayee thee, schhee ktha khanee hai,, 4:50
यूट्यूब को ऐसी झूठी ब्राह्मण कहानियों को प्रसारक नहीं करना चाहिए जो दो धर्म को लगाने का काम करें ऐसी कहानी आप शब्दों से भी खतरनाक है
चंडू खाने की कहानी है। आज तक हमने कहीं नहीं पढ़ी और सुनी।
अशोक सम्राट को बदनाम करने कि सजिस कि ज रहि है
Bhai u narrated fake story without evidence becoz ,I think u hate Buddhism to praise Hinduism, to the my best of knowledge Jainism and Buddhism are not different upto some extend , at the last journey of Chandragupta maurya's life he accepted and pearched Jainism who was grandfather of Asoka (budhist) pronunciation in Pali not Ashoka in Sanskrit
This is a story and I am not presenting it as a historical fact so the evidence should also be from authentic literature not from archeological survey or research. In the light of this fact I want to tell you my bro that Ashokavadana ( From where I take this story ) is accepted as a Bauddh literature and a part of Divyavadana. The book I read was published by Sahitya Akademi Delhi ( Most authentic and official literature source of India ). So I think it is enough evidence.
The second point is that if I hate Buddhism, it is a biased opinion. I narrated the stories of Upagutta and Amrapali, with great respect of Lord Buddha and some of the stories from Hinduism are found anti Hindu by Hindus so how can I be biased toward Hinduism? I am a story teller and I told what literature says, if someone finds it inappropriate, He/she/any must be understood that it is a story from ancient era and it may be inconvenient for today's value. Hope you understand my points.
@@kahaniyonkichaupalbhai kuchh bhi mat fek, avidence batao
Ise book likhane vale ki history check Karo aur fir batao
Samrat Ashok my fevrit king.....mere sab se pasndida raja me se ek he
अभी तक ये कहानी कभी सुनी नही, यह किस पुस्तक में है,
भाई लाजवाब मजा आ गया ❤❤❤❤❤❤
यह पाखण्ड आडम्बर और ढोंग का झूठ फैलाकर अशोक महान और बौद्ध धर्म को बदनाम करने का दुस्साहस मत करो।
Sach karua hota hai
Ashoka ka itihas angrejo ne likha , archilogical praman aou shilalekh ka bahut abyas kiya aur fir Asoka mahan samrat sabit hua,
Bharat ke logo ne to asoka ko pahle bhula diya tha ...
Abhi aur itihas pata chal raha ..
Chandragupt ke pote hone ka farz nibhaya ....aur kuch hinsa ki baat hum man bhi le asoka ke bare to bhi unka vyaktitva aur prabhav bahut tha jiske karan bharat us waqt sone ki chidia tha aur parkiy akraman bhi kabhi nahi hua...
Asok kalin vyapar europe aur greek tak bhi pahucha tha ... Aur kalinga war ke baad dharma,aur shiksha sahi mayne me asoka ne hi failaya ...
Bharat varsh me aur koi raja ashika jaisa great nahi ho saka ...
If this is truth of Ashok then we should stop calling him the Great Ashok. So much violence, still Great Ashok is not good. It doesn't matter whether Ashok transformed after adopting Buddhism, because crime remains a crime always. Also it appears that Jain dharm was much older than Buddhism and Buddhism spread only because of image of Ashok as cruel King. That is why, buddhism declined rapidly from India after end of Mauriyan period. Really very interesting but depressing story.
Khun ko garm karne par kya hota he mahoday!
महान अग्रेज शासन के वक्त भारत के पंडो को मालुम नही था महान बौध्दीसत्व सम्राट अशोक जी कोनहै फेक मत
Ashok koi mhanun nhi tha jisne kitne nirdosh mare isiliye shung ne mar bhagaya
@@himmatsingh2004 हमारे भारत देश तुमको खत्म करके ही रहेंगे नमो बुध्दाय
Ye mangadhant kahani hai timepass karo.
यह सच कहानी यह कथाकार की
Dont say any thing without evidence. story is not a evidence
बिल्कुल गलत है।
Devnagri lipi me Ashoka ki kehani tab likhi gyi jab Angrezo ne Pathar ke shilalekho pr uska itihaas khoz nikala.
Budhist Desho me ashoka ka itihas Bauddh sahitya me aaj bhi available h
India me Ashoka ko vilain dikhane ke liye nayi nayi kehani bnate h dhurt
Dhung sey research kr pushya Mitra sung hoga.usne jo 1 lakh sey jyada bodh mandir today unki bhi post kr
गपशप और gapodi बाते कहीं गई हैं बिना वास्तविक आधार के I
तू गपोड़ी बात बता रहा है
किसी को भी महान कहने से पहले सच्चाई जाननी चाहिए। सत्य सनातन धर्म में ऐसा अनर्थ कहीं नहीं लिखा किसी भी जीव की बिना सोचे समझे हत्या करना महापाप है। ऐसा कोई भी सम्राट महान नहीं हो सकता।
Ashok mahan nahi tha .aisa bura karm wala aadmi kabhi aur kabhi mahan nahi ho sakta
अब यही बाकी था बौद्ध से जैन को लड़ाना
Bahman videsi hai isaliye deshprem bhata nahi hai
सम्राट अशोक द्वारा गाढ़ा काल्पनिक बौद्ध धर्म है और कॉपी किया जल्दीबाजी में महावीर स्वामी का
No no not
बहुत सुंदर ,सच्चाई से अवगत कराने के लिए, हजार चूहे खाके बिल्ली हज को चली,
जब तक अशोक आर्य थे तब तक कुछ ठीक थे लेकिन दुर्भाग्यवशात वे बौद्ध बन गये। बस वहीं से देश का बहुत अहित हुआ।
Smrat ashok ne kisi ki bhi htya nahi ki badanami karane ke liye aap log kuch bhi bol sakate ho Mahabharat main pandavone apne 100 bhai kouravo ko mara bhishm guru sabhi ko mara kitane karod log us main mare usaka kya ram ne shambhuk ko mara bevajah mara usaka kya khud ke ander zako
यह फेंक विडियो है । यह किसी मनुवादी परंपरा वाले ने बनाया है । बहुजन समाज सावधान।
Bouddha culture ko bhi asoka nehi sahi mayno me failaya , warna buddha jaise mahapurush bharat lagbag bhul chuka tha .... Asliyat me buddha aur jain culture hi bharat me pahle astitva me the jise asoka ne banaya rakha.....
Kripaya galat bhram na failaye sahi evidence check kare.................
Jain ki hatya nahi ki 8oooo bahmano ke cheevar rakhwa kar mara tha jo boudh bane the
मनगढ़ंत बाते न फैलाये
Ab itihas se chhed chhad ho rahi hai.Ek samrat ko khalnayak banane ka prayas kiya jaa raha hai.Yah kaam Brahmanvadi byavatha ka samarthan karne wale logon ka hai.
अशोक सम्राट हा एकमात्र राजा जगात जन्मला युद्ध नको बुद्ध पाहीजे हा जाणणारा मनुवादी ना हाजम होणार नाही. फेक हिडिओ आहे.
ये गलत है ,ऐसा कुछ नहीं हैं , जिन्हें ye bhuddist log acche nhi lgte vhi log wrong bol rhe yha pandit log nhi hai ,,ye obc ke sc ke wo log hai jinki jalti hai ,ye na edhar ke hai na ughar ke ,,na pandito ke sge hai na other' ke ,bich me hai ,enko pta hi nhi eski I'd real kya hai enko apni logo ki histry hi nhi pta to kuch bhi khe dete hai
बौध्द और जैन में नफरत फैला रहा है
ये वीडियो बौद्धों के खिलाफ गहरा षडयंत्र लग रहा है , झूठा और मन घड़ंत प्रचार कर रहा है यह , इससे सावधान रहने की आवश्यकता है ।
बौद्धों के खिलाफ नहीं बौद्धों का षंडयंत्र है ताकि ये साबित का सके देखो हमें एक क्रूर राजा को सुधार दिया बौद्धों के जायद गिरा हुआ कोई धर्म नहीं है ये जा भी जाते है वहा के लोगों का पूरा विनाश करके छोड़ते है
Aur jo khud bharat ki hazaro saal purani sanskriti ko jhuta sabit karne ke liye Ganda jhuth bol ker kisi bhi Seema tak gir rhe ho vo kya hai
काल्पनीक कहानी फैला रहा है इसका कोही सबूत नही है.
महा क्रूरतापूर्ण जुगुत्सा घ्रणित ऐसे व्यक्ति द्वारा बौद्ध धर्म के उत्कर्ष की नींव रखी गई वह कहाँ तक सच्चाई के रास्ते पर होगा भले ही कहानी मृयथक हो पर लिखी तो किसी बौध्द भिक्षु के द्वारा, महा अमानवीय कृत।
ये सम्राट अशोक को बदनाम करने के लिए झूठी कहानी सुना रहा है
भुल सुधार ---- इस्लाम की स्थापना ईसा के सात सौ साल बाद हुआ तो फिर ईसा पूर्व सम्राट अशोक के समय जुलाहे ( मुस्लिम जाति) का पुत्र गन्नागिरिका कहा से आया।
जुलाहा या बुनकर यहां जाति नहीं काम का प्रतीक है। जुलाहा यानी कपड़ा बुनने वाला
Fake story, gapodkatha😮😂
क्रूर शासक
No no no
Ye kitta hai bhokna iska svabhav hai.
Feko 😂😂😂
Samrat Ashok jitana batate utane krur nhi the
अशोक का 100 भाई ये सरासर गलत जानकारी है
खतम चैनल क्या heading लिखते हो
Bahut Sunder prastuti 😊
यह सर अशोक वरदान किसने लिखा पहले उसको पता करो इस प्रकार अशोक को बदनाम मत करो
बौद्धों ने लिखा है
Reference batao.proof batao
@@chandrakantpateliya3630 mujse puch rahe ho kya??
Dosto ye sab hindu ko batna ki tayyari chal rahi hai
Are bevkuf pehle news 7 bharat suno aur Dr.Rajendra Prasad ji ko suno phir kuch likhna padna
राजेन्द्र प्रसाद फर्जी बामपंथी दलाल इतिहासकार है
Jhoot hai
Gapodihaai
Krashn ki solah hajar thi unke bare me bhi kuchh batao.
Bakwas krte ho jo daya dharm ka sansthapak tha usko badi safai se badnam krta hai.
It is book story.so, it is fake not historic.
अरे भाई आपकी कहानी के जब आपके पास एतिहासिक साक्ष्य ही नही है फिर क्यों गपोड़े फैक रहा है |
साहित्यिक साक्ष्य तो है, जो प्राचीन इतिहास को देखने में काफी मददगार साबित होता है।
Thos proof batao.sahityik kanani to bahut logo banayi hai.Kya app bhi vohi to nahi kar rahe ho
Nahi to dusaro ki tarah gapod Sankar kahlayoge
Kahe ko gapod rahe ho bhaee
Ek Kahani aap kis Kitab Se Mila Hai faltu Baat batate Ho
हिन्दू अशोक चंडाशोक (अर्थात चंडाल अशोक) के रूप में कुख्यात थे और बुद्ध धर्म ग्रहण कर बुद्धाशोक धर्माशोक (अर्थात धार्मिक अशोक) के रूप में विख्यात हुए।
Mai Bhumi batao naa aap mujhe jaante ho kya aap mujhe saza dilwane aa rahe ho?
बहुजन भाई इनके गपोड कहानी को ना मानना ये लोग कहानी बनाने में होशियार है
Jhut jankari di ja rahi he