Bhagvan vedav vyas ji,param pujya shree shree shree 1008 Shree Ram kripalu ji ke roop men es dhra par avtarit huye hai aap ke shree charnon men kotishah naman bandan
श्री रामकृपाल त्रिपाठीजी अद्वितीय विद्वान हैं, संस्कृत भाषा, वेद,पुराण, उपनिषद तथा संहिताओं पर इनकी पकड़ बेजोड़ है।संस्कृत ब्याकरण का जो ज्ञान त्रिपाठीजी को है,सम्भवतः ऐसा ज्ञान किसी विरले ब्यक्ति में ही होगा।आजकल टीवी चैनल्स में अपनी रूप-सज्जा बनाकर, संगीत के माध्यम से श्रीमद्भागवत् कथा कहने वाले अनिरुद्धाचार्य के असत्य प्रमाण को श्री रामकृपाल त्रिपाठीजी ने जिस तरह सत्य प्रमाण से प्रमाणित किया, उससे पूरे देश में उनकी जय जयकार हो रही है।
मैं ने अपने गाँव मे भागवत कथा कराकर अमृत पान परीक्षित बनकर किया तिपाठी जी ने मेरे सभी पृश्नो का उत्तर विद्वता पूर्ण सहज भाव से दिया मेरा मत है कि विश्व मे कोई भी पूज्य गुरु जी की समता का कथा वाचक नहीं है कोटि कोटि दण्ड वत पृणाम
जगद्गुरुतमं भगवतन्नंत भक्तियोग रसावतार निखिलदर्शन समन्वयाचार्य सनातनवेदिक धर्मप्रतिष्ठानसत्संपर्दायपरमाचार्य वेदमार्गप्रतिष्ठपनाचार्य श्रीमदपदवाक्यप्रमाणपारावरिन 1008 श्री कृपालु जी महाराज ki jai..(Mangarh kunda wale). One and only is our Maharaj ji...
गुरूजी चरण स्पर्श प्रणाम सतना जिले की मैहर तहसील से हूं आपकी कथा और प्रवचन मन लगाकर सुना आपकी वाणी से निकले शब्द अमृत है धन्यवाद मेरा प्रणाम स्वीकार करिएगा गुरुजी
जय जय श्री राधे कृष्णा राधे कृष्णा राधे कृष्णा जी जय जय श्री सीता राम सीता राम सीता राम जी जय जय श्रीमद भागवत महापुराण कथा जी जय जय श्री रामचरित मानस भगवान जी
मैं शारीरिक रूप से अक्षम् हूं पर श्रीमद्भागवत जी के पाठ व श्रवण का लाभ लेने का कोई मार्ग हो तो परमपूज्य गुरुदेव श्री त्रिपाठी जी से मार्गदर्शन की कृपा चाहता हूं। कृपाकांक्षी विनयावनत - दिनेश पाण्डेय
विद्वान सूर्य जैसे होता है। उसके उगते ही अंधकार का समूल नाश हो जाता है। उसकी उपस्थिति में अर्थ का अनर्थ नहीं हो सकता है। माननीय राम कृपाल त़िपाठी जी परम विद्वान हैं। विभूति हैं। सत्यम शिवम सुंदरम् के प़णेता हैं। आप विद्वानों के सम्मान हैं। आपने शिव बन कर आज सत्य को उजागर किया है। गलत सदैव गलत होता है। उचित समय पर आपने सही संसोधन किया है। बात या तो शास्त्र के अनुसार सही होगी या गलत। आप बड़भागी है कि आपको ईश्वर ने गलत को गलत कहने का साहस दिया है। आपने ठीक समय उस शक्ति का उपयोग कर गलत को गलत सभा के बीच में प़खर स्वर में कहा है । अगर यह साहस भीष्म, द़ोणाचार्य और कृपाचार्य दिखाये होते तो महाभारत नहीं हुआ होता। इसलिए इतिहास उन्हें कभी क्षमा नहीं करता। संसार में सब कुछ मधुरं मधुरं नहीं होता। तीखा और कड़वा रस भी होता है अपने महत्व के साथ । मधुरं मधुरं भीड़ जुटाने वालों का बहुमत हो सकता है संसार में। लेकिन सत्य सदैव सूक्ष्म में जीता है और अल्पमत में होता है, अवसर आने पर विजय उसी की होती है। आप परम ओजस्वी और तेजस्वी प़खर सत्य के प़वक्ता हैं। अगर यह कहा जाय कि आप आज के आचार्य श्रेष्ठ परशुराम हैं तो आतिशयोक्ति न होगी। आप स्वयं अग्नि तत्व जैसे हैं जो निर्विकार होता है और संसार के विकार को भष्म करने की क्षमता रखता है। विद्वान ऐसे ही होते हैं । ज्ञान पर गर्व होना ही चाहिए। आपको कोटि कोटि नमन। 🙏
Guru ji आप बहुत ज्ञानी है ।जब आप बोलते है तो बहुत अच्छा लगता है।।आपके ज्ञान बड़े अद्भुत मैं सुनता हु ।लेकिन आपके बातो में अहंकार का छाया दिखाई देती है।।।किसी विद्वान को कोई सरल रिदय वाले को कठोर बहस नहीं करना चाहिए
@@babajikiroasting4797 अनिरुद्ध जी गलत बोले थे तिरपाठी जी विद्वान आचार्य है आधावन्तो भटानवितो है अनिरुद्ध जी कह रहे थे -राधावन्तो भटानवितो। हो सकता है अनीरुद्ध जी मिसपिरिन्ट पढ़ा हो।
आचार्य वर सादर हरि स्मरण! बिषय का उपक्रम अद्वितीय था। आपका ज्ञान एवं वक्तव्य अनुपमेय है। ईश्वरीय कृपा से ही आप जैसे रत्न माँ रत्न गर्भा के गर्भ में सुरक्षित हैं। यह हम पिपासुओं के लिए परमानन्द ऐवं गौरव का कारण है। भगवन् यदि आपका दूरभाष अंक मिल सकते? तो अहैतुकी कृपा होती? 😊
दशरथ नन्दन् राम: अन्ते च कृपाल: पश्चात् त्रिपाठी गुरुवर: ,, प्रणाम,, प्रभों ❤❤, सोचता श्री कुमारिल भट्ट स्वामी जी भी सरस्वती कैसी रही होगी ,, गुरदेव आपकी वाणी से क्या रस टपता है
Shree Tripathyji ko koti koti namaste. Aap ke kathamrat ko sunne ke bad Kuch aur sunna Sesh nahi raha Jatan. Gudh se gudh grantho ko apni saras avem sargarbhit pavitra Vani se shradhalu srotaonko labhanwit karye Hai. Apke swastha aivam dirghau Jeevan ki kamna ke sath. Vinod Rungta
किसी मूर्ख द्वारा सार्वजनिक मंच पर कुतर्क से असत्य को सत्य प्रमाणित करने पर किसी विद्वान द्वारा ब्याकरण तथा शास्त्रीय पद्धति से उसका निराकरण करना तथा उसकी मूर्खता को उजागर करना अहंकार नही होता है।
@@markandeymanitripathi9738 घमण्ड तो है इनको अपने ज्ञान का ।।। जो कि ठीक नही है।।। इतने ज्ञानी पुरुष को अहम् शोभा नही देता ।।।। विश्व स्तरीय कथावाचक को सबके सामने शर्मिन्दा करना उचित नहीं है ।। किसी भी चीज को कहने का उचित समय होता है
@@pranjulverma644 बन्धु यही तो दुर्भाग्य है कि सुन्दर साज-सज्जा बनाकर, चेहरे का फेसियल तथा मेकअप करके, स्त्रियों की तरह सिर के बड़े-बड़े बाल बढ़ाकर, मूंछ मुड़ाकर, स्टेज शो जैसे रंगीन कपड़े पहनकर,गीत तथा संगीत के माध्यम से आजकल ऐसे ही लोग श्रीमद्भागवत् की कथा कह रहे हैं और खूब प्रसिद्ध भी हो जा रहे हैं। जब ऐसे लोगों का पाला किसी विद्वान से पड़ता है तो भरी सभा में अपमानित होना पड़ता है।
ऐसा नहीं ।उन्होंने कहा मुझे बीस लोग सुनते आपको लाखो लोग ।बड़े हैं टोक सकते हैं समझा सकते हैं ।बुरा न माने कोई भी विद्वान मनमानी व्याख्या सहन नहीं करेगा ।
गुरु जी चरणों में नमन, प्रवचन प्रवाह में आपने, सहस्त्र शीर्षा पुरुष ःमंत्र को यजुर्वेद के अध्याय40 का कहा है।जो वास्तव में अध्याय 31का प्रथम मंत्र है और ऋग्वेद, मंडल 10, सूक्त90 मंत्र 1है। मेरा उद्देश्य है अगले प्रवचन में भुल की पुनरावृत्ति न हो,सादर अनुरोध।
श्री रामकृपाल त्रिपाठी जी का स्वरूप साक्षात् कृष्णमय है।श्री चरणों में सादर नमन।व्यास पीठ की जय।
आग लगी आकाश में झरि झरि गिरे अंगार। जो नहिं होते संत जगत में जल मरता संसार।। सादर प्रणाम जय जय श्री राम जय श्री राधे जय श्री कृष्णा।।
जय श्रीकृष्ण, बहुत सुंदर वक्तव्य है,महाराज जी का,यही सच्चा शास्त्रीय प्रमाण है।जय श्री सिद्धेश्वर भगवान शिव ❤❤❤भोलेनाथ की जय।
धन्य है त्रिपाठी जी आपकी बाणी और भागवत की ब्याख्या करने के लिए प्रणाम करता हूं
त्रिपाठी गुरु जी आपके श्रीचरणों में कोटि कोटि प्रणाम।।
Tripathi Guruji Pranam aapke Charanon mein
Bhagvan vedav vyas ji,param pujya shree shree shree 1008 Shree Ram kripalu ji ke roop men es dhra par avtarit huye hai aap ke shree charnon men kotishah naman bandan
श्री रामकृपाल त्रिपाठीजी अद्वितीय विद्वान हैं, संस्कृत भाषा, वेद,पुराण, उपनिषद तथा संहिताओं पर इनकी पकड़ बेजोड़ है।संस्कृत ब्याकरण का जो ज्ञान त्रिपाठीजी को है,सम्भवतः ऐसा ज्ञान किसी विरले ब्यक्ति में ही होगा।आजकल टीवी चैनल्स में अपनी रूप-सज्जा बनाकर, संगीत के माध्यम से श्रीमद्भागवत् कथा कहने वाले अनिरुद्धाचार्य के असत्य प्रमाण को श्री रामकृपाल त्रिपाठीजी ने जिस तरह सत्य प्रमाण से प्रमाणित किया, उससे पूरे देश में उनकी जय जयकार हो रही है।
6 Yb
Good
त्रिपाठी जी ने बिल्कुल सही कहा था, श्रीमद्भागवत में राधा शब्द नहीं है।
सुंदर
@@ramvir5665nice
जिन त्रिपाठी जी की प्रसंसा श्री राजेंद्र दास जी महाराज ने की वो तो देदीप्यमान होगा ही
जय श्री कृष्ण, राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे
ऐसे महान विद्युत जान को सादर प्रणाम
ऊं श्री गुरुवे नमः
सादर प्रणाम गुरुजी अद्वितीय विद्वान हमारे देश के विद्वानों में से हैं नमन है आपको
परम भागवत एवं संस्कृत भाषा के सुविख्यात प्रकाण्ड विद्वान परम श्रद्धेय डॉ श्री राम कृपाल त्रिपाठी जी को कोटि कोटि प्रणाम।।
L
😅😅
😅😅😅0❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤qlqqppĺlllĺpplplllllp0qq0plpppp
मैं ने अपने गाँव मे भागवत कथा कराकर अमृत पान परीक्षित बनकर किया तिपाठी जी ने मेरे सभी पृश्नो का उत्तर विद्वता पूर्ण सहज भाव से दिया मेरा मत है कि विश्व मे कोई भी पूज्य गुरु जी की समता का कथा वाचक नहीं है कोटि कोटि दण्ड वत पृणाम
बड़भागी बंधु इतने विद्वान गुरु देव की वाणी से कथा का रस पान किया ❤
सहमत । मेरे भी आप ईच्छा पूर्ण करवा दो ।
जगद्गुरुतमं भगवतन्नंत भक्तियोग रसावतार निखिलदर्शन समन्वयाचार्य सनातनवेदिक धर्मप्रतिष्ठानसत्संपर्दायपरमाचार्य वेदमार्गप्रतिष्ठपनाचार्य श्रीमदपदवाक्यप्रमाणपारावरिन 1008 श्री कृपालु जी महाराज ki jai..(Mangarh kunda wale). One and only is our Maharaj ji...
Radhe Radhe
जय श्री राम 🚩
JAYJAY SREE SITARAMAY NAMAH ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
आदरणीय पं0श्रीरामकृपालत्रिपाठीजीकेपादपद्मोंमेंसादरप्रणाम
बहुत ही सुन्दर भाव पूर्ण उद्वोधन। आपको साधुवाद एवं नमन करता हूं
गुरूजी चरण स्पर्श प्रणाम सतना जिले की मैहर तहसील से हूं आपकी कथा और प्रवचन मन लगाकर सुना आपकी वाणी से निकले शब्द अमृत है धन्यवाद मेरा प्रणाम स्वीकार करिएगा गुरुजी
जय जय श्री राधे कृष्णा राधे कृष्णा राधे कृष्णा जी
जय जय श्री सीता राम सीता राम सीता राम जी
जय जय श्रीमद भागवत महापुराण कथा जी
जय जय श्री रामचरित मानस भगवान जी
मैं शारीरिक रूप से अक्षम् हूं पर श्रीमद्भागवत जी के पाठ व श्रवण का लाभ लेने का कोई मार्ग हो तो परमपूज्य गुरुदेव श्री त्रिपाठी जी से मार्गदर्शन की कृपा चाहता हूं। कृपाकांक्षी विनयावनत - दिनेश पाण्डेय
श्री गुरुदेव के चरणों में कोटि-कोटि नमन ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः ओम नमो भगवते वासुदेवाय ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः ओम नमो भगवते वासुदेवाय ओम नमो भगवते वासुदेवाय ओम नमो भगवते वासुदेवाय
❤❤❤❤❤❤❤
श्री राम कृपालु त्रिपाठी जी, एवं व्यास पीठ पर विराजमान तिवारी जी को कोटि कोटि नमन.
ji धन्यावाद जय माता दी श्री राधे बांके बिहारी जी की कृपा सदा बरसती रहे जी
विद्वान सूर्य जैसे होता है। उसके उगते ही अंधकार का समूल नाश हो जाता है। उसकी उपस्थिति में अर्थ का अनर्थ नहीं हो सकता है। माननीय राम कृपाल त़िपाठी जी परम विद्वान हैं। विभूति हैं। सत्यम शिवम सुंदरम् के प़णेता हैं। आप विद्वानों के सम्मान हैं। आपने शिव बन कर आज सत्य को उजागर किया है। गलत सदैव गलत होता है। उचित समय पर आपने सही संसोधन किया है। बात या तो शास्त्र के अनुसार सही होगी या गलत। आप बड़भागी है कि आपको ईश्वर ने गलत को गलत कहने का साहस दिया है। आपने ठीक समय उस शक्ति का उपयोग कर गलत को गलत सभा के बीच में प़खर स्वर में कहा है । अगर यह साहस भीष्म, द़ोणाचार्य और कृपाचार्य दिखाये होते तो महाभारत नहीं हुआ होता। इसलिए इतिहास उन्हें कभी क्षमा नहीं करता। संसार में सब कुछ मधुरं मधुरं नहीं होता। तीखा और कड़वा रस भी होता है अपने महत्व के साथ । मधुरं मधुरं भीड़ जुटाने वालों का बहुमत हो सकता है संसार में। लेकिन सत्य सदैव सूक्ष्म में जीता है और अल्पमत में होता है, अवसर आने पर विजय उसी की होती है। आप परम ओजस्वी और तेजस्वी प़खर सत्य के प़वक्ता हैं। अगर यह कहा जाय कि आप आज के आचार्य श्रेष्ठ परशुराम हैं तो आतिशयोक्ति न होगी। आप स्वयं अग्नि तत्व जैसे हैं जो निर्विकार होता है और संसार के विकार को भष्म करने की क्षमता रखता है। विद्वान ऐसे ही होते हैं । ज्ञान पर गर्व होना ही चाहिए। आपको कोटि कोटि नमन। 🙏
Bidya.baridhi.samast.purano.kegyata.tripathiji.ko.barambar.pranam
सादर प्रणाम गुरु जी
मैंने पूरा सुना है
बडा आनंद आया
Guru ji आप बहुत ज्ञानी है ।जब आप बोलते है तो बहुत अच्छा लगता है।।आपके ज्ञान बड़े अद्भुत मैं सुनता हु ।लेकिन आपके बातो में अहंकार का छाया दिखाई देती है।।।किसी विद्वान को कोई सरल रिदय वाले को कठोर बहस नहीं करना चाहिए
सत्य वचन 👌👌
जय जय श्री राम जय श्री कृष्णा जय श्री राधे
त्रिपाठी जी गुरुदेव को सादर प्रणाम व्यास पीठ महाराज सादर प्रणाम
विद्वान सर्वत्र पूजयन्ते,
सादर जय सियाराम। गुरु देव भगवान के श्री चरणों में शत-शत नमन।
प्रणम्यन्ते🙏🌹💐
विद्यावतां भागवते परीक्षा। प्रणाम।
अद्वितीय पाण्डित्य। श्री गुरुदेव को कोटिशः प्रणाम।
त्रिपाठी जी की विद्वतता को प्रणाम 🙏🌹
इन्होंने अनिरुद्ध की गलती पर टोका था👏
ज्ञानी व्याकरणाचार्य रत्न स्वरूप हैं
Galat bole hi nai the Anirudh ji Sahi bole the bhagwat me Radha naam Ka varann hai
@@babajikiroasting4797 But uska meaning Radha nhi bhaiya
@@babajikiroasting4797 तुमने पढ़ा है कभी या अंधभक्त ही रहोगे,जब विवेक होगा तुम्हे तब त्रिपाठी जी की बात समझ आएगी
@@babajikiroasting4797 अनिरुद्ध जी गलत बोले थे तिरपाठी जी विद्वान आचार्य है
आधावन्तो भटानवितो
है अनिरुद्ध जी कह रहे थे -राधावन्तो भटानवितो।
हो सकता है अनीरुद्ध जी मिसपिरिन्ट पढ़ा हो।
त्रिपाठी जी आप साक्क्षात परशुराम जी है! आपको प्रणाम
अर्द्ध नारीशवर भगवान की कृपा राधे कृष्णा या शिव पार्वती
Yese gurudev ko Charan asperash koti koti pranam
गुरुदेव पूज्यपाद को प्रणाम.
जय श्रीराम जय श्री कृष्ण
Janpad Hardoi ka gaurav aadarniya sri Ram kri pal tripathi je❤
आचार्य वर सादर हरि स्मरण! बिषय का उपक्रम अद्वितीय था। आपका ज्ञान एवं वक्तव्य अनुपमेय है। ईश्वरीय कृपा से ही आप जैसे रत्न माँ रत्न गर्भा के गर्भ में सुरक्षित हैं। यह हम पिपासुओं के लिए परमानन्द ऐवं गौरव का कारण है। भगवन् यदि आपका दूरभाष अंक मिल सकते? तो अहैतुकी कृपा होती? 😊
जय हो जय हो श्री गुरु देव सादर चरण वंदन
Jay gurudev
Ramkripal Tripathi is a great scholar .hare Krishna
Bada ya Chhota ki baat nahi
.Satya mev yate. Hare Krishna
Jai ho prabhu ji
परम पूज्य महाराज जी श्री त्रिपाठी जी को सादर प्रणाम स्वीकार हो
ATI Sundar gurudev bhagwan
दशरथ नन्दन् राम: अन्ते च कृपाल: पश्चात् त्रिपाठी गुरुवर: ,, प्रणाम,, प्रभों ❤❤, सोचता श्री कुमारिल भट्ट स्वामी जी भी सरस्वती कैसी रही होगी ,, गुरदेव आपकी वाणी से क्या रस टपता है
रूई को धोने वाला धुनिया, बिना पानी व साबुन,
ये होती है कथा कथा ऐसे सुनाना चाहिए, ना की सांसारिक बाते सिर्फ
अहमपि धन्यः।
आप द्वारा अमृत वचन सुनकर
हृदय तृप्त हुआ ।चक्षु एवं श्रवण द्वारा कब,कैसे हृदय तृप्त हो मार्ग प्रशस्त करने की कृपा करें
जय श्री राम जय श्री कृष्णा
Shree Tripathyji ko koti koti namaste.
Aap ke kathamrat ko sunne ke bad Kuch aur sunna Sesh nahi raha Jatan. Gudh se gudh grantho ko apni saras avem sargarbhit pavitra Vani se shradhalu srotaonko labhanwit karye Hai. Apke swastha aivam dirghau Jeevan ki kamna ke sath.
Vinod Rungta
❤❤❤❤❤ श्री हरि 🎉🎉🎉🎉🎉
🙏 गुरु जी को चरण स्पर्श प्रणाम,, जय श्री सीताराम 🙏
Radha Naam parm shakti hai
Radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe
Aapke charan kamal me dasi ka koti koti vandan
Radhe radhe bahut accha mharaaj ji apko sunta rhu esa lgta hai
त्रिपाठी जी को सा दरनमनहै बंदनहै अद्भुत प्रतिभा सम्पन्न हैं
सहमत
ये पण्डित कहे कागज की लेखी, और समरथ गुरु कहे निज नयनन देखी।
जय श्री राधे
जय जय श्री राधे दंडवत 🙏🙏🙏
जय हो गुरदेव नमन
आपके पास अपनी विद्वता का अहंकार है गरूदेव,, प्रणाम🙏
किसी मूर्ख द्वारा सार्वजनिक मंच पर कुतर्क से असत्य को सत्य प्रमाणित करने पर किसी विद्वान द्वारा ब्याकरण तथा शास्त्रीय पद्धति से उसका निराकरण करना तथा उसकी मूर्खता को उजागर करना अहंकार नही होता है।
@@markandeymanitripathi9738 घमण्ड तो है इनको अपने ज्ञान का ।।। जो कि ठीक नही है।।। इतने ज्ञानी पुरुष को
अहम् शोभा नही देता ।।।। विश्व स्तरीय कथावाचक को सबके सामने शर्मिन्दा करना उचित नहीं है ।। किसी भी चीज को कहने का उचित समय होता है
@@pranjulverma644 बन्धु यही तो दुर्भाग्य है कि सुन्दर साज-सज्जा बनाकर, चेहरे का फेसियल तथा मेकअप करके, स्त्रियों की तरह सिर के बड़े-बड़े बाल बढ़ाकर, मूंछ मुड़ाकर, स्टेज शो जैसे रंगीन कपड़े पहनकर,गीत तथा संगीत के माध्यम से आजकल ऐसे ही लोग श्रीमद्भागवत् की कथा कह रहे हैं और खूब प्रसिद्ध भी हो जा रहे हैं। जब ऐसे लोगों का पाला किसी विद्वान से पड़ता है तो भरी सभा में अपमानित होना पड़ता है।
@@markandeymanitripathi9738 सादर धन्यवाद श्रीमान् जी
ऐसा नहीं ।उन्होंने कहा मुझे बीस लोग सुनते आपको लाखो लोग ।बड़े हैं टोक सकते हैं समझा सकते हैं ।बुरा न माने कोई भी विद्वान मनमानी व्याख्या सहन नहीं करेगा ।
Jai shree Ram ♈
साहित्याचार्य मात्र
धन्य हो, जय हो प्रभु!!!
🙏🙏🙏
गुरु जी चरणों में नमन, प्रवचन प्रवाह में आपने, सहस्त्र शीर्षा पुरुष ःमंत्र को यजुर्वेद के अध्याय40 का कहा है।जो वास्तव में अध्याय 31का प्रथम मंत्र है और ऋग्वेद, मंडल 10, सूक्त90 मंत्र 1है। मेरा उद्देश्य है अगले प्रवचन में भुल की पुनरावृत्ति न हो,सादर अनुरोध।
Radha se bada nhi koi
Radha Naam parm shakti hai
Shri Radhe
Radhe radhe guru ji
Jai shree Krishna guru ji koti koti pranam 🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐💐
सत्यवचनामृत
विद्वता की प्रकाष्ठा
सादर प्रणाम...🙏🏻
जय श्री गुरु देव 🙏
Radhe Radhe .Gurdev.ji
Aditviya vidwaan ko naman
Jai shree radhe shyam🙏🙏
Sri radhe
Radha Naam parm shakti hai
आप सभी को सादर पृणाम गुरु जी
Radhe Radhe guru ji 🙏
Phoopha ji pranaam
प्रणाम भाव स्वीकृत हो।।
जय हो
गुरुजी! बहुवचन में ।
जय जय श्री राधे
विद्यावताम् भागवते परीक्षा
Tirpathi guru ji aap uch koti ke baiyakrn ke bidwan hai umr me bhi jada aap sty bole hai aap chhma kew magte hai.
जय श्री राधे
Radhe radhe 🙏🙏
परम पूज्य श्री त्रिपाठी जी को बार-बार प्रणाम
Sader.paranam
Tripathi maharaj ka aur video dikhaiye bhut achchha gyan he tripathi mahraj ji ko
कृपया त्रिपाठी जी की और विडियो अपलोड कीजिए 🙏
🙏🙏 श्री राम कृपाल त्रिपाठी जी को कोटि-कोटि नमन कोटि-कोटि प्रणाम
साधु