बिन सतगुरु भेटे मुक्ति न होई। बिन सतगुरु भेटे नाम पाइआ न जाई। - श्री गुरु ग्रन्थ साहिब पृष्ठ 946 गुरु जी की शरण बिना नाम नहीं मिल सकता। नाम बिना मुक्ति नहीं हो सकती।
#TrueGuruSaintRampalJi पूरा गुरु वही हो सकता है जो जीव को चौरासी लाख योनियों से छुटकारा दिलवा सके और वह है संत रामपाल जी महाराज अधिक जानकारी के लिए अवश्य देखें साधना टीवी रात 7:40 pm से 8:40 pm तक
पर्वत पर्वत में फिरा , कारण अपने राम । राम सरीखे संत मिले , जिन सारे सब काम ।। कविर्देव जी हमे समझाने के लिए केसा प्यारा उदाहारण दिया है । कि उस परमात्मा को खोजने के लिए ना जाने हमने क्या - क्या नही किया । पर्वतों पर फिरे । तीरथों पर गए । पथरों मे भगवान को ढुंडा । पर वो कहीं नही मिला । लेकिन जब हमे उसी राम जैसे संत मिले तब हमारे वो सभी काम सरे जिनके लिए हम परमातमा की खोज कर रहे थे । देखो अब मंदिरों मे जाने याँ गुरूद्वारों पर जाने से कोइ फायदा नही होगा । अब उनही जैसे महापुरूषों को ढुंढना होगा जिनसे ये मंदिर याँ गुरू दुवारे बने
गुरु नानक देव जी और अन्य महापुरुषों को परमात्मा स्वयं आकर मिले उन्होंने बताया कि परमात्मा सतलोक में रहता है और यहां पृथ्वी पर आता है और साधारण मनुष्य के रूप में लीला करता है...!!
कहै कबीरा चरण लाग कर कृपा कीजै देवा अगम अगाध विषम कहिए सो कित पाईए सेवा मुहि समझाय कहो गुरू पूरे भिन्न भिन्न अर्थ दिखावहु यहि बिधि परम अक्षय पद पाईए सो बिधि मोहे बतावहु मन वच कर्म कृपा कर कहिए कयोंकर मिले अपारो चेला कहै सुनो सतगुरू जी दीजे शब्द विचारो नानक कहै सुनो कबीर जी सिख्या एक हमारी मन तन पवन जिउ कर ऐका, सुन्न लगावो तारी कर्म अकर्म दोउ पंख त्यागहु, निरत विधिमेलहू निशि बाषर तुम खोजत खोजत सहज कला मैं खेलो तजि माया निर्मालय होवहु मन के तजो विकारा सतगुरु कहै सुनो रे चेला इह विधी मिलै अपारा जब हम जगत भये सुखदेवा तब जनक विदेह कीमा गुरदेवा कलि में कोरी नाम कबीरा ढूंढ थके मन भयो ना पीरा बहुत भांति तप सिमरन कीनो तहु ना एहि मन चंचल भीनो हार परे सतिगुरु के द्वारे गुरु नाम दान दे लिए उबारे समझ परी तब भयो उदासी तब काटी जमकाल की फासी जात कमीनी जुलाहा अपराधी गुरु किरपा ते भगति समाधी सतिपुरूष सतिगुरु ते पाया तब सतनाम लै रिद्धे बसाया मुक्त भये सतिगुरु के शबदी बिनसी सबही पीरा युग युग जपिया सतिगुर नानक कीट मुरीद कबीरा
सोई गुरु पूरा कहावे , जो दो अक्खर का भेद बतावे।। भाइयों सतनाम बिना मुक्ति संभव नही है और इस पूरे पृथ्वी पर यह सतनाम केवल पूर्ण संत सतगुरु रामपाल जी महाराज ही दे रहे हैं । शरण ग्रहण करो बाद में पछताना न हो🙏🙏
इस संसार में काल का जाल फैला हुआ है यहां पर कोई किसी का नहीं सब स्वार्थ वश प्रेम करते हैं स्वार्थ वशी व्यवहार करते हैं इसीलिए कबीर साहिब जी ने कहा है की सत्य नाम सुमर ले प्राण जाएंगे छूट घर के प्यारे आदमी चलते लेंगे लूट
पूरी पृथ्वी पर संत रामपाल जी महाराज के अलावा सभी संतों ने अपनी दुकानें खोल रखी है परमात्मा के मुख कमल से बोला गया यथार्थ ज्ञान सिर्फ और सिर्फ सद्गुरु रामपाल जी महाराज के पास है
🔆सन् 1856 में बाबा जयमल सिंह जी ने श्री शिवदयाल जी से उपदेश (नाम प्राप्त) किया। इससे सिद्ध यह हुआ कि जिस समय बाबा जयमल सिंह जी को श्री शिवदयाल सिंह जी (राधास्वामी) ने नाम दान किया। उस समय तक तो श्री शिवदयाल जी साधक थे। पूरे संत नहीं हुए थे, अधूरे थे।
नानक देव जी की वाणी में लिखा है 🙏🙏🌺सोए गुरु पूरा कहावे जो दो अख्खर का भेद बताए। एक लखावे एक छुडावे तो तो प्राणी निज घर को जावे।। पूरे विश्व में संत रामपाल जी महाराज ऐसे एक है संत है जो सर्व प्राणी को मोक्ष प्राप्त करवा सकते हैं । साधना टीवी 7:30 से 8:30 पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा अवश्य मंगवाए फ्री में
राधास्वामी पंथ के प्रवर्तक परमधनी हजूर शिवदयाल जी अपनी शिष्या बुक्की जी में प्रवेश होकर हुक्का भी पीते थे। कबीर साहेब जी की वाणी है। सौ नारी जारी करै, सुरापान सौ बार। एक चिलम हुक्का भरै, वह डूबै काली धार।।”
I have wasted my half of life in this panth now I get to know why I am in deep pain even after worshipping a lot.. will quit from now onwards very nice video
राधास्वामी पंथ वाले कहते हैं कि परमात्मा निराकार है और सतलोक में आत्मा निराकार परमात्मा में ऐसे लीन हो जाती है जैसे बूंद समुद्र में विचार करे कोई समुद्र में डूब कर मर सकता है और रही बात भगवान निराकार की जबकि वेदों में स्पष्ट लिखा है की पूर्ण परमात्मा साकार है
नानक जी बहुत ही पुण्यात्मा थे जिसे परमात्मा कबीर परमेश्वर ने जिंदा महात्मा के रूप में आकर मिले तथा उन्हें परमात्मा प्राप्ति का सतनाम दिया जो दो अक्षर का होता है।
🔰परमेश्वर कबीर जी की वाणी है कि - सोई गुरु पूरा कहावै, दोय अख्खर का भेद बतावै। लेकिन राधास्वामी पंथ में तो 5 नाम देते हैं। राधास्वामी पंथ का ज्ञान बिल्कुल शास्त्र विरुद्ध है।
आखिर ब्रह्मा विष्णु महेश किसकी भक्ति करते हैं शिव हमेशा समाधि में रहते हैं आखिर वह किस की साधना करते हैं इस रहस्य को आज संत रामपाल जी महाराज जी ने हमारे सामने प्रमाणित करके रख दिया है कि यह किसकी भक्ति करते हैं
कबीर साहेब जी कहते है कि👇 यह मनुष्य जन्म आपको बहुत युगों के बाद प्राप्त होता है! इसलिए आप तत्व दर्शी सन्त की शरण जाकर उनकी बताई भक्ति करके मोक्ष प्राप्ति प्राप्त करो|
परमात्मा कबीर साहेब नानक देव जी को जिंदल गुरु के रूप में मिले थे और सतलोक बताया अधिक जानकारी के लिए देखें संत रामपाल जी महाराज के सत्संग साधना टीवी शाम 7:30 से 8:30
गरीब, जिन मिलते सुख उपजे, मिटे कोटि उपाध । भुवन चतुर्दश ढुंढियो, परम स्नेही साध ।। भावार्थ:- जिस पूर्ण संत की शरण में जाने से सभी कष्ट दूर हो जाएं और करोड़ों पाप नष्ट हो जाए। उस परम संत को 14 भवन में ढूँढना पड़े तो भी ढूँढना चाहिए।
शिव दयाल जी मनमाना आचरण करते थे, जो कि सभी सद्ग्रन्थों में मना किया गया है । हठयोग द्वारा बंद कमरे में कई दिनों तक बैठे रहते थे। जो संतमत के विरूद्ध है। इसी वजह से शिवदयाल जी को कोई भी आध्यात्मिक लाभ नहीं मिला और मरने के बाद खुद भूत बने और अपनी शिष्या बुकी में आकर हुक्का पीने लग गए ।संत मत तो सहज मार्ग है। जो साधना श्री शिवदयाल जी करते थे। उसे जनसाधारण नहीं कर सकता और यही वजह है कि आज जो भी उनके बताए अनुसार साधना कर रहे हैं उन्हें आध्यात्मिक लाभ तो कुछ मिला नही बल्कि घंटो बैठने की वजह से शारिरिक कष्ट होने लग गए । आज भक्त समाज पढ़ा लिखा है और हम अपने सद्ग्रन्थों को खुद खोलकर देख सकते हैं कि सच्चाई क्या है ?? सभी भगत समाज से प्रार्थना है कि मनुष्य जीवन अनमोल है, इसे व्यर्थ बर्वाद न करें, अपने सद्ग्रन्थों को देखें और सही भक्ति विधि अपनाकर अपने मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करें ।
नानक देव जी कहते हैं कि सोई गुरु पूरा कहावै, दोय अख्खर का भेद बतावै। लेकिन राधास्वामी पंथ में तो 5 नाम देते हैं। राधास्वामी पंथ का ज्ञान बिल्कुल शास्त्र विरुद्ध हैं अधिक जानकारी के लिए देखिए साधना चैनल शाम 7:30 बजे
राधा स्वामी पंथ वाले कहते हैं कि सतनाम राधास्वामी का नाम है,सतनाम सबसे उंचा मुकाम है, सतनाम सत्पुरुष है,सतनाम सचखंड है ये है राधास्वामी का ज्ञान जो ज्ञान नहीं अज्ञान है।
सोई गुरु पूरा कहावे जो दो अखर का भेद बताए ये बानी ना ही गुरु नानक जी की हैं और ना ही भक कबीर जी की ये बानी मदन जी की बानी हैं जिसको रामू काल का दूत बताता है और उसी की बानी का और गुरु नानक जी के नाम का सहारा लेकर अपने भक्तों को मूर्ख बनाया है तो क्या रामू के चेले रामू के झूठ को स्वीकार करने की हिम्मत रखते हैं
आध्यात्मिक ज्ञान चर्चा से इन सभी नकली धर्मगुरुओं का अज्ञान सामने आ गया है । संत रामपाल जी ही पूर्ण गुरु हे जो सारा ज्ञान शास्त्रों से प्रमाणित करके बताते हैं।
बिन सतगुरु भेटे मुक्ति न होई। बिन सतगुरु भेटे नाम पाइआ न जाई। - श्री गुरु ग्रन्थ साहिब पृष्ठ 946
गुरु जी की शरण बिना नाम नहीं मिल सकता। नाम बिना मुक्ति नहीं हो सकती।
साँच कहूँ तो दुनिया खीजै, झूठ कहूँ तो रीझे जी।
कहे कबीर सुनो भाई साधो, अंधों का क्या कीजै जी।
सत् साहेब
#TrueGuruSaintRampalJi
पूरा गुरु वही हो सकता है जो जीव को चौरासी लाख योनियों से छुटकारा दिलवा सके और वह है संत रामपाल जी महाराज अधिक जानकारी के लिए अवश्य देखें साधना टीवी रात 7:40 pm से 8:40 pm तक
सन्त रामपाल जी महाराज का ज्ञान सबसे श्रेष्ट ज्ञान है
पर्वत पर्वत में फिरा , कारण अपने राम ।
राम सरीखे संत मिले , जिन सारे सब काम ।।
कविर्देव जी हमे समझाने के लिए केसा प्यारा उदाहारण दिया है । कि उस परमात्मा को खोजने के लिए ना जाने हमने क्या - क्या नही किया । पर्वतों पर फिरे । तीरथों पर गए । पथरों मे भगवान को ढुंडा । पर वो कहीं नही मिला ।
लेकिन जब हमे उसी राम जैसे संत मिले तब हमारे वो सभी काम सरे जिनके लिए हम परमातमा की खोज कर रहे थे ।
देखो अब मंदिरों मे जाने याँ गुरूद्वारों पर जाने से कोइ फायदा नही होगा । अब उनही जैसे महापुरूषों को ढुंढना होगा जिनसे ये मंदिर याँ गुरू दुवारे बने
माया का रस पीय कर, हो गए भूत खईस !
ऐसा सतगुरु हम मिल्या, भक्ति देई बक्शीश !
Nice ji
सत साहेब सत साहेब कैसे हैं आप मैं गजेंद्र दास नैनीताल उत्तराखंड
Sat saheb ji
Sant Rampal ji is a Supreme sant in the world .. which called us "Satguru"
बहुत अच्छा सत्संग है एक बार जरूर सुनें
गरीब, शब्द स्वरूप साहेब धनी,शब्द सिंध के मांही ।
बाहर भीतर रम रह्या,
जहां तहां सब ठांही।।
सब धरती का कारज करूँ, लेखनी करूं बनिराय।
सात समुन्द्र की मसि करूँ, गुरु गुण लिखा न जाय ॥
गुरु नानक देव जी और अन्य महापुरुषों को परमात्मा स्वयं आकर मिले उन्होंने बताया कि परमात्मा सतलोक में रहता है और यहां
पृथ्वी पर आता है और साधारण मनुष्य के रूप में लीला करता है...!!
Right ji
कहै कबीरा चरण लाग कर कृपा कीजै देवा
अगम अगाध विषम कहिए सो कित पाईए सेवा
मुहि समझाय कहो गुरू पूरे
भिन्न भिन्न अर्थ दिखावहु
यहि बिधि परम अक्षय पद पाईए सो बिधि मोहे बतावहु
मन वच कर्म कृपा कर कहिए कयोंकर मिले अपारो
चेला कहै सुनो सतगुरू जी दीजे शब्द विचारो
नानक कहै सुनो कबीर जी सिख्या एक हमारी
मन तन पवन जिउ कर ऐका, सुन्न लगावो तारी
कर्म अकर्म दोउ पंख त्यागहु, निरत विधिमेलहू
निशि बाषर तुम खोजत खोजत सहज कला मैं खेलो
तजि माया निर्मालय होवहु मन के तजो विकारा
सतगुरु कहै सुनो रे चेला इह विधी मिलै अपारा
जब हम जगत भये सुखदेवा तब जनक विदेह कीमा गुरदेवा
कलि में कोरी नाम कबीरा
ढूंढ थके मन भयो ना पीरा
बहुत भांति तप सिमरन कीनो
तहु ना एहि मन चंचल भीनो
हार परे सतिगुरु के द्वारे
गुरु नाम दान दे लिए उबारे
समझ परी तब भयो उदासी तब काटी जमकाल की फासी
जात कमीनी जुलाहा अपराधी गुरु किरपा ते भगति समाधी सतिपुरूष सतिगुरु ते पाया तब सतनाम लै रिद्धे बसाया
मुक्त भये सतिगुरु के शबदी बिनसी सबही पीरा
युग युग जपिया सतिगुर नानक कीट मुरीद कबीरा
भजन करो ऊस रब का जो दाता हैं कुल सबका कबीर परमेश्वर जी ।।
Gajab ka gyaan diya jaata hai Sant Rampal ji Maharaj ji ne ,aanaad aa gaya satsang sunkar
मेने आज तक नही देखा ऐसा सत्संग ओर प्रमाण
बहुत ही बढ़िया वीडियो
The day the knowledge of Saint Rampalji gets known by the whole world, no other prophet will prosper neither will there be a God other than Kabir ji.🙏
Nice satsang
गुरु नानक जी कहते थे, सो ही गुरु पूरा कहावे जो दो अक्षर का भेद बतावे एक लखावे एक छुड़ा वे तो प्राणी निजी घर को पावै
Saint Rampal Ji Maharaj is real Complite Guru in all World.
इन गुरु जी को परनाम।इतना अच्छा समझाया
Very important video
Sat Sahib ji Puran Parmeshwar sant ram pal ji maharaj ji ki jai ho
Guruji ke charno Me koti koti dndvat pranam.
सोई गुरु पूरा कहावे ,
जो दो अक्खर का भेद बतावे।।
भाइयों सतनाम बिना मुक्ति संभव नही है और इस पूरे पृथ्वी पर यह सतनाम केवल पूर्ण संत सतगुरु रामपाल जी महाराज ही दे रहे हैं । शरण ग्रहण करो बाद में पछताना न हो🙏🙏
True and great knowledge given by true satguru sant rampal g maharaj
सत ना छोडे़ सुरमा, सत छोडे़ पत जाए।
सत के बान्दी लक्ष्मी,फेर मिलेगी आए।
बहुत ही निर्णायक ज्ञान
Real Spritual knowledge given by sant rampal ji🙇🙏
इस संसार में काल का जाल फैला हुआ है यहां पर कोई किसी का नहीं सब स्वार्थ वश प्रेम करते हैं स्वार्थ वशी व्यवहार करते हैं इसीलिए कबीर साहिब जी ने कहा है की
सत्य नाम सुमर ले प्राण जाएंगे छूट
घर के प्यारे आदमी चलते लेंगे लूट
पूरी पृथ्वी पर संत रामपाल जी महाराज के अलावा सभी संतों ने अपनी दुकानें खोल रखी है परमात्मा के मुख कमल से बोला गया यथार्थ ज्ञान सिर्फ और सिर्फ सद्गुरु रामपाल जी महाराज के पास है
Sat saheb ji
सतनाम जिसका जाप गुरु नानक साहिब जी ने किया तथा मोक्ष परमात्मा प्राप्ति की वही सतनाम वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी के पास है |
sat sahib
बोले बन्दी छोड़ सतगुरु देव रामपाल जी महाराज जी की जय हो
कोटी जन्म तोहे भ्रमत होगे,
कुछ नहीं हाथ लगा रे ।
कुकर शुकर खर बौरे,कौआ हँस बुगा रे ।।
मन तू चल रे सुख के सागर,
जहाँ शब्द सिंधू रत्नागर।।
🔆सन् 1856 में बाबा जयमल सिंह जी ने श्री शिवदयाल जी से उपदेश (नाम प्राप्त) किया। इससे सिद्ध यह हुआ कि जिस समय बाबा जयमल सिंह जी को श्री शिवदयाल सिंह जी (राधास्वामी) ने नाम दान किया। उस समय तक तो श्री शिवदयाल जी साधक थे। पूरे संत नहीं हुए थे, अधूरे थे।
हम सुल्तानी नानक तारे, दादू को उपदेश दिया।
जात जुलाहा भेद न पाया, काशी माहे कबीर हुआ।।
शरण पड़े को सतगुरु संभाले जान के बालक भोरा रे कह कबीर तुम चरण चित रांखो जो सुई में डौरा रे
सतगुरु मिले तो इच्छा मिटटेपद मिलपदेश माना चल हंसा उस लोक पठाऊ जहा,आदि अमर स्थाना।
गरीबदास दास जी महाराज ने क्या गजब कहा हैं-
नारी नारी क्या करे नारी निर्गुण नेष।
नारी ही से उपजे ब्रह्मा विष्णु महेश।।
The Holy Scriptures of Christianity prove that the
Creator of the whole universe, Eternal God is "Kabir".
स्वांस उ स्वांस में नाम जपो,व्यर्था स्वांस मत ख़ोय।
ना जाने इस स्वांस का,आवण हो के ना होय।।
वाह वाह कमाल कर दिया जी😄😄😄
नानक देव जी की वाणी में लिखा है
🙏🙏🌺सोए गुरु पूरा कहावे जो दो अख्खर का भेद बताए। एक लखावे एक छुडावे तो तो प्राणी निज घर को जावे।।
पूरे विश्व में संत रामपाल जी महाराज ऐसे एक है संत है जो सर्व प्राणी को मोक्ष प्राप्त करवा सकते हैं ।
साधना टीवी 7:30 से 8:30 पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा अवश्य मंगवाए फ्री में
अगर नहीं लिखा हुआ तो आप क्या कहेंगे अपने आप को
कहा छुपा था ये ज्ञान आत्मा को छू लिया
Tatvdarshi sant Rampal Guruji ki Jai ho
केवल सतलोक (सनातन परम धाम)ही प्रत्येक जीव का ठिकाना है जहाँ कभी जरा मरण का दुख नहीं है।
गुरु ग्रंथ राग श्री महला 1 घर 4
गुरु नानक जी:
फाही सूरत मल्लूकी वेश|
औ ठगवाड़ा ठगी देश |
खरा सिआणा बहुता भार|
धाणक रूपि रहा करतार|
जिन मोकुं निज नाम दिया,सोई सतगुरु हमार ।
दादू दूसरा कोए नहीं, कबीर सृजनहार ।।
राधास्वामी पंथ के प्रवर्तक परमधनी हजूर शिवदयाल जी अपनी शिष्या बुक्की जी में प्रवेश होकर हुक्का भी पीते थे।
कबीर साहेब जी की वाणी है।
सौ नारी जारी करै, सुरापान सौ बार।
एक चिलम हुक्का भरै, वह डूबै काली धार।।”
नानक जी ने कहा था कि
सोई गुरु पूरा कहावै, दो अख्खर भेद बतावै।
दो अख्खर का भेद बताने वाले पूरे गुरु संत रामपाल जी महाराज हैं।
I have wasted my half of life in this panth now I get to know why I am in deep pain even after worshipping a lot.. will quit from now onwards very nice video
राधास्वामी पंथ वाले कहते हैं कि परमात्मा निराकार है और सतलोक में आत्मा निराकार परमात्मा में ऐसे लीन हो जाती है जैसे बूंद समुद्र में विचार करे कोई समुद्र में डूब कर मर सकता है
और रही बात भगवान निराकार की जबकि
वेदों में स्पष्ट लिखा है की पूर्ण परमात्मा साकार है
तेरा एक नाम तारे संसार, में यहां आस ऎहो। आधार नानक नीच कहे विचार , धनाक रूप रहा करता
नानक जी और अन्य महापुरषो को परमात्मा मिला और नाम देकर सतलोक लेकर चले गए वही असली भगवान हैं
बहुत अच्छा लगा संत्सग।।
इस सत्संग से समाज सुधरेगा लोकतंत्र बचेगा।।
बहुत ही अनमोल ज्ञान है। संत रामपालजी महाराज ही हैं संत शिरोमणि दूजा न कोई।
सतज्ञान और सतभक्ति से ही पूर्ण मोक्ष मिलेगा।
विश्व का उद्धार करने वाले एकमात्र तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी है जिन के सानिध्य में विश्व सुखी होगा और सत भक्ति करेगा
नानक जी बहुत ही पुण्यात्मा थे जिसे परमात्मा कबीर परमेश्वर ने जिंदा महात्मा के रूप में आकर मिले तथा उन्हें परमात्मा प्राप्ति का सतनाम दिया जो दो अक्षर का होता है।
हम सुल्तानी नानक तारे दादू को उपदेश दिया । जात जुलाहा भेद ना पाया वो काशी माहीं कबीर हुया।
🔰परमेश्वर कबीर जी की वाणी है कि -
सोई गुरु पूरा कहावै, दोय अख्खर का भेद बतावै।
लेकिन राधास्वामी पंथ में तो 5 नाम देते हैं।
राधास्वामी पंथ का ज्ञान बिल्कुल शास्त्र विरुद्ध है।
आखिर ब्रह्मा विष्णु महेश किसकी भक्ति करते हैं शिव हमेशा समाधि में रहते हैं आखिर वह किस की साधना करते हैं इस रहस्य को आज संत रामपाल जी महाराज जी ने हमारे सामने प्रमाणित करके रख दिया है कि यह किसकी भक्ति करते हैं
राधास्वामी पंथ में नानक देव जी की वाणी लेते है ग्रंथ साहिब से की पूरा गुरु दो अक्षर का भेद बताता है ।
लेकिन ये खुद पांच नाम देते है जो की काल के है।
कबीर साहेब जी कहते है कि👇
यह मनुष्य जन्म आपको बहुत युगों के बाद प्राप्त होता है!
इसलिए आप तत्व दर्शी सन्त की शरण जाकर उनकी बताई भक्ति करके मोक्ष प्राप्ति प्राप्त करो|
Sat sahib ji
True knowledge satsung
राधास्वामी पंथ का ज्ञान शास्त्र विरुद्ध है। रामपाल जी महाराज शास्त्र के अनुकूल साधना बता रहे हैं। अधिक जानकारी के लिए देखें साधना चैनल 7:30pm
तुम्हारा ज्ञान चार दिन की चांदनी है फिर अंधेरी रात होगी.......
परमात्मा कबीर साहेब नानक देव जी को जिंदल गुरु के रूप में मिले थे और सतलोक बताया अधिक जानकारी के लिए देखें संत रामपाल जी महाराज के सत्संग साधना टीवी शाम 7:30 से 8:30
Waw supar knowledge hai sant rampal ji maharaj
वही गुरु पूरा कहावे जो दो अखर का भेद बतावे एक छुड़ाने एक लखावे जब प्राणी निजी घर को जावे
संत मिलन को चालीए, तज माया अभिमान ।
जो-जो पग आगे धरे, सो-सो यज्ञ समान ।।
कबीर नगर -
सुख के माथे पत्थर पड़ो , जो नाम ह्रदय जावे।
बलिहारी वा दुख ने , जो पल पल नाम रटावे।।
True Wonderful spiritual knowledge
कबीर, और ज्ञान सब ज्ञानडी़ कबीर ज्ञान सो ज्ञान जैसे गोला तोपका करता चले मैदान । जय बंदी छोड़ की ।
कबीर, अमरापुर को जात हो,
सबसे कहो पुकार..
आना हो तो आईयो,
सूली ऊपर यार...🙏
सोहे गुरु पूरा कहावै जो दो अक्खर का भेद बतावै ।एक लखावै एक छुड़ावै तो प्राणी निज घर को जावे।।
गरीब, जिन मिलते सुख उपजे, मिटे कोटि उपाध ।
भुवन चतुर्दश ढुंढियो, परम स्नेही साध ।।
भावार्थ:- जिस पूर्ण संत की शरण में जाने से सभी कष्ट दूर हो जाएं और करोड़ों पाप नष्ट हो जाए। उस परम संत को 14 भवन में ढूँढना पड़े तो भी ढूँढना चाहिए।
This satsang very nice
सोई गुरु पूरा कहावै जो दो अक्षर का भेद बताबै ।
एक छुङावे एक लखावे तो प्राणी निज घर को जावे ।।
शिव दयाल जी मनमाना आचरण करते थे, जो कि सभी सद्ग्रन्थों में मना किया गया है । हठयोग द्वारा बंद कमरे में कई दिनों तक बैठे रहते थे। जो संतमत के विरूद्ध है। इसी वजह से शिवदयाल जी को कोई भी आध्यात्मिक लाभ नहीं मिला और मरने के बाद खुद भूत बने और अपनी शिष्या बुकी में आकर हुक्का पीने लग गए ।संत मत तो सहज मार्ग है। जो साधना श्री शिवदयाल जी करते थे। उसे जनसाधारण नहीं कर सकता और यही वजह है कि आज जो भी उनके बताए अनुसार साधना कर रहे हैं उन्हें आध्यात्मिक लाभ तो कुछ मिला नही बल्कि घंटो बैठने की वजह से शारिरिक कष्ट होने लग गए ।
आज भक्त समाज पढ़ा लिखा है और हम अपने सद्ग्रन्थों को खुद खोलकर देख सकते हैं कि सच्चाई क्या है ??
सभी भगत समाज से प्रार्थना है कि मनुष्य जीवन अनमोल है, इसे व्यर्थ बर्वाद न करें, अपने सद्ग्रन्थों को देखें और सही भक्ति विधि अपनाकर अपने मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करें ।
Bhut Achai satsang hai parmartma ki
Bahut achha video hi
सतगुरु देव की जय हो
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
नानक देव जी कहते हैं कि
सोई गुरु पूरा कहावै, दोय अख्खर का भेद बतावै।
लेकिन राधास्वामी पंथ में तो 5 नाम देते हैं।
राधास्वामी पंथ का ज्ञान बिल्कुल शास्त्र विरुद्ध हैं अधिक जानकारी के लिए देखिए साधना चैनल शाम 7:30 बजे
म्हारे सतगुरु पुज्य सतगुरु जगत् गुरु पूर्ण संत रामपालजी महाराज जी दे रहे हेला रे !
सतनाम सुमंर मन मैला रे !!
सतनाम वह मंत्र है जिसके बारे में कहा जाता है।
जवही सतनाम हृदय धरियो भयो पाप को नाश।
मानो चिंगारी अग्नि की पड़ी पुराने घास।
राधा स्वामी पंथ वाले कहते हैं कि सतनाम राधास्वामी का नाम है,सतनाम सबसे उंचा मुकाम है, सतनाम सत्पुरुष है,सतनाम सचखंड है ये है राधास्वामी का ज्ञान जो ज्ञान नहीं अज्ञान है।
संपूर्ण वेदों की जानकारी के लिए सत्संग अवश्य देखें
Bahut hi achchha gyan suna rahe h sant rampal ji maharaj
दो आखर का भेद बतावे एक लखावे एक छूड़ावे तो प्राणी निज घर को जावै ।
नानक जी ने स्वीकार किया है कि मेरे गुरु एवं परमात्मा कबीर जी ही थे
नानक जी ने बताया है कि
सोई गुरू पूरा कहावै जो दो अख्खर का भेद बतावै ।
एक लखावै एक छुडावै तब प्राणी निज घर को पावै ।।
सोई गुरु पूरा कहावे जो दो अखर का भेद बताए
ये बानी ना ही गुरु नानक जी की हैं और ना ही भक कबीर जी की
ये बानी मदन जी की बानी हैं जिसको रामू काल का दूत बताता है और उसी की बानी का और गुरु नानक जी के नाम का सहारा लेकर अपने भक्तों को मूर्ख बनाया है तो क्या रामू के चेले रामू के झूठ को स्वीकार करने की हिम्मत रखते हैं
बहुत ही अच्छा है अवश्य देखें।
अच्छा लगा संत्सग।।
अक्षर पुरुष एक पेड़ है निरंजन बाकी डार तीनों देवा शाखा है पात रूप संसार
आध्यात्मिक ज्ञान चर्चा से इन सभी नकली धर्मगुरुओं का अज्ञान सामने आ गया है ।
संत रामपाल जी ही पूर्ण गुरु हे जो सारा ज्ञान शास्त्रों से प्रमाणित करके बताते हैं।
प्रमाण है कि गुरु नानक साहिब की गुरु कबीर साहेब थे और कबीर साहिब ने उनको सतलोक लेकर गए। और मोक्ष मंत्र गुरु नानक जी को देकर उनका पूर्ण मोक्ष कराया।
प्रमाण ये है कि सतनाम का मंत्र गुरु नानक जी ने ही कबीर जी को दिया था
प्राण सगली पढ़ कर वेखे पेज नं 197
परमात्मा बताते है कि गीता जी मे लिखा है कि सतनाम दो अखर का है जिसमे एक औम है और एक तत है जो सांकेतिक है