तू आई कोनी हे सोमवती अमावस सतयुग में तू रूलती फिर गी हे सोमवती अमावस कलयुग में।।

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  • เผยแพร่เมื่อ 7 ก.พ. 2025
  • तू आई कोनी हे सोमवती अमावस सतयुग में तू रूलती फिर गी हे सोमवती अमावस कलयुग में।। राजस्थानी हरियाणवी भजन।। हिन्दी भजन।। सोमवती अमावस्या।। अमावस्या भजन।। अमावस भजन।। शारदा ने के भजन

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