प्रारब्ध और परमात्मा भाग-2
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- เผยแพร่เมื่อ 17 มิ.ย. 2024
- मूल (170), कैसेट रिकॉर्डिंग साइड बी, शनिवार #सत्संग, 10 जून 2000, सत्संग का विषय: पूजा।
परम पूज्य गुरुदेव ने इस भाग में बताया कि इंद्रियों पर मन शासन करता है, मन पर बुद्धि का शासन करती है, बुद्धि पर अहंकार का और अहंकार पर जीव आत्मा शासन करती है। ऐसे में हम जो साधना, पूजा आदि करते हैं, वह जीव भाव को समाप्त करने के लिए करते हैं। जब यह भाव समाप्त हो जाता है, तब आत्मा परमात्मा में मिल जाती है।
प.पू. सदगुरुदेव के पावन श्री चरणों में कोटिश: प्रणाम!🌹🙏🙏