Special Report: Future of Khadi and Challenges| खादी भविष्य और चुनौतियां (Part -1)
ฝัง
- เผยแพร่เมื่อ 28 ต.ค. 2016
- भारत सरकार खादी को बढ़ावा देने की कई कोशिशें कर रही हैं। देश भर में 7,050 खादी आउटलेटों को नयी चमक दी जा रही है। लेकिन हमारे 1.42 लाख बुनकरों और 8.62 लाख सूत कातने वालों समेत 11 लाख से अधिक खादी कामगार बेहाल हैं। खादी श्रमिकों की दुनिया में अंधेरा कायम है। पारंपरिक हाथ चरखों की जगह सोलर चरखों से थोड़ी उम्मीद जरूर जगी है ,लेकिन खादी क्षेत्र में कई मुद्दों पर भ्रम की स्थिति बनी हुई है। 12 सालों तक महात्मा गांधी के रचनात्मक कार्यों की कर्मभूमि रहे सेवाग्राम में 16 से 18 सितंबर 2016 के दौरान हुई खादी सभा में इस सेक्टर की तमाम चुनौतियों पर कई अहम सवाल उठे। राज्य सभा टीवी की टीम ने इस मसले के सभी पक्षों की पड़ताल कर इस क्षेत्र की चुनौतियों और भविष्य पर जायजा लेने की कोशिश की।
Anchor: अरविंद कुमार सिंह
Singh sahab legislative Assembly program band kyun hogaya. It was very educative and informative.