Apki jitni tareef karun, kam hai. Aap jaise loge hi hamare desh ki aasha hain 😀 Mai jaata toe tha ki acchi tarah sey bandhi hui dhoti badi aaramdeh hoti hai, khulti bilkul bhi nahi, aur kamaal ki sundar lagti hai. Aapki badaulat aaj mai yeh sab karne mei safal hua 🙏 Bahaut bahaut dhanyavad. Remember friends, ‘practice makes perfect!’ Aap hur teej-tyohar pur pehno, asaan hota jayega 💪
धोती बाँधने का तरीका, ठीक जिस तरह से समझाया है, पसंद आया। दर असल उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा से लेकर बिहार व मध्य प्रदेश में, जो धोती पहनीजाती है वह लम्बाई,(5 गज/ 4-5 मी की और चौडाई 120/127 सै मीटर ) और सामान्यतः सफेद रंग की बहुत बारीक किनारी की होती है। पहले धोती मतलव मेरे पिताजी/चाचा आदि के समय किसान लोग ऐसी धोती बाँधते थे, जो काम काज करते समय खुले नहीं, और शरीर से सटी रहे, जिससे धोती इधर उधर जादा नहो, जिससे गोपनीय अंग नंगे न दिखै। तो इन प्रदेशौ में धोती बाँधने में जो थोडा बहुत अन्तर है, वो लाँग लगाने (गोपनीय अंग को छिपाए रखने के लिए) के अन्तर का ही है। जैसे राजस्थान में वो पीठ पीछे के निचले सिरे को दौनौ टाँगौ के बीच से लाकर आगे खौश लेते हैं, हरियाणा में फैटा के बचे हिस्से को लँगोट की तरह कस लेते हैं। उत्तर प्रदेश में कमर से लपेट कर सामने ठीक बीचौ बीच में गाँठ न मारकर टूढी से एक बालिस्त दायी तरफ गाँठ मारते है ,अथवा दौनौ छोरौ को एक दूसरे पर कमर तक लपेटकर कसके ऐठन डालते हैं। इससे धोती का लाँग वाला हिस्सा दायी जाँघ से चिपटता पीछे जाता है मतलव लाँग गोपनीय अंग को पूरी तरह से ढकते हुए पीछे जाती है। फिर धोती के दायी तरफ के लम्बे हिस्से में,कुछ चुन्नटै डालकर बाकी हिस्से का कमर फैटा बाँधते हैं। इस तरह बधी धोती की दो खासियत होती हैं 1 इसमैं टागौ के नीचे की तरफ दो पट्टिया सी लटकती दिखाई नही देती, 2 इस तरह बंधी धोती अधिक सुगढ व चलने फिरने उठने बैठने में भी अधिक सुगम होती है। लेकिन, हम जिस इलाके में रहते हैं, हमें वहीं का ढंग रुचता है, और यह स्वाभाविक है, ऐसा होना ही चाहिए। क्यौ, वो इसलिए कि आजकल आपको सैकडौ ब्रजवासी रंग बिरंगी चौडी किनारी वाली कुछ कुछ धोती जैसी पहनै चाहे जहाँ दिखैगे। ये तीन साडे तीन गज के कपडे में क्या ढंकै या उघाडे के चक्कर में औरतौ की तरह धोती बाधके हँसी का पात्र बनते फिरते हैं। अरे भाई, अरविंद/सैन्चुरी आदि की परमसुख की प्योर काँटन की जिनकी लम्बाई 5 गज (4-6 मीटर) होती है दो धोती खरीद लो। 2000/- कम में आ जाएगी और एक साल तक फटने वाली नही है। पर सफेद धोती पहनो तो भगतजी कौन समझेगा? मतलव भगतजी दिखाने के लिए, धोती जैसे राष्ट्रीय पहनावे की इज्जत धूल में मिलाते फिरते हैं। मैं ये ही धोतियाँ पहनता हूँ, धोती ही नही कुर्ता, टोपी और कंधे पर दुपट्टा। और सर्दियों में अचकन गरम टोपी ।और दिल्ली विश्वविद्यालय में सर्विस के दौरान इस वेशभूषा की वजह से, मुझे जो मान सम्मान मिला, वैसा जब मैं कोट पैंट टाई में कसा रहता था, तब कभी नही मिला था। जय सियाराम।
Vishu Dhoti me Chandrashekhar aazad ki image yaad karo. Kya koi aaj tak hansa hai ya hans sakta hai us par? Nayi movies me RRR me Raam ka character dekho. Bas khud ko usi tarah style se confidently aur proudly karo fir yahi society wale follow karne lagenge.
Apki jitni tareef karun, kam hai. Aap jaise loge hi hamare desh ki aasha hain 😀 Mai jaata toe tha ki acchi tarah sey bandhi hui dhoti badi aaramdeh hoti hai, khulti bilkul bhi nahi, aur kamaal ki sundar lagti hai. Aapki badaulat aaj mai yeh sab karne mei safal hua 🙏 Bahaut bahaut dhanyavad.
Remember friends, ‘practice makes perfect!’ Aap hur teej-tyohar pur pehno, asaan hota jayega 💪
धोती बाँधने का तरीका, ठीक जिस तरह से समझाया है, पसंद आया। दर असल उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा से लेकर बिहार व मध्य प्रदेश में, जो धोती पहनीजाती है वह लम्बाई,(5 गज/ 4-5 मी की और चौडाई 120/127 सै मीटर ) और सामान्यतः सफेद रंग की बहुत बारीक किनारी की होती है।
पहले धोती मतलव मेरे पिताजी/चाचा आदि के समय किसान लोग ऐसी धोती बाँधते थे, जो काम काज करते समय खुले नहीं, और शरीर से सटी रहे, जिससे धोती इधर उधर जादा नहो, जिससे गोपनीय अंग नंगे न दिखै।
तो इन प्रदेशौ में धोती बाँधने में जो थोडा बहुत अन्तर है, वो लाँग लगाने (गोपनीय अंग को छिपाए रखने के लिए) के अन्तर का ही है। जैसे राजस्थान में वो पीठ पीछे के निचले सिरे को दौनौ टाँगौ के बीच से लाकर आगे खौश लेते हैं, हरियाणा में फैटा के बचे हिस्से को लँगोट की तरह कस लेते हैं।
उत्तर प्रदेश में कमर से लपेट कर सामने ठीक बीचौ बीच में गाँठ न मारकर टूढी से एक बालिस्त दायी तरफ गाँठ मारते है ,अथवा दौनौ छोरौ को एक दूसरे पर कमर तक लपेटकर कसके ऐठन डालते हैं।
इससे धोती का लाँग वाला हिस्सा दायी जाँघ से चिपटता पीछे जाता है मतलव लाँग गोपनीय अंग को पूरी तरह से ढकते हुए पीछे जाती है। फिर धोती के दायी तरफ के लम्बे हिस्से में,कुछ चुन्नटै डालकर बाकी हिस्से का कमर फैटा बाँधते हैं।
इस तरह बधी धोती की दो खासियत होती हैं
1 इसमैं टागौ के नीचे की तरफ दो पट्टिया सी लटकती दिखाई नही देती,
2 इस तरह बंधी धोती अधिक सुगढ व चलने फिरने उठने बैठने में भी अधिक सुगम होती है।
लेकिन, हम जिस इलाके में रहते हैं, हमें वहीं का ढंग रुचता है, और यह स्वाभाविक है, ऐसा होना ही चाहिए।
क्यौ, वो इसलिए कि आजकल आपको सैकडौ ब्रजवासी रंग बिरंगी चौडी किनारी वाली कुछ कुछ धोती जैसी पहनै चाहे जहाँ दिखैगे। ये तीन साडे तीन गज के कपडे में क्या ढंकै या उघाडे के चक्कर में औरतौ की तरह धोती बाधके हँसी का पात्र बनते फिरते हैं।
अरे भाई, अरविंद/सैन्चुरी आदि की परमसुख की प्योर काँटन की जिनकी लम्बाई 5 गज (4-6 मीटर) होती है दो धोती खरीद लो। 2000/- कम में आ जाएगी और एक साल तक फटने वाली नही है।
पर सफेद धोती पहनो तो भगतजी कौन समझेगा? मतलव भगतजी दिखाने के लिए, धोती जैसे राष्ट्रीय पहनावे की इज्जत धूल में मिलाते फिरते हैं।
मैं ये ही धोतियाँ पहनता हूँ, धोती ही नही कुर्ता, टोपी और कंधे पर दुपट्टा। और सर्दियों में अचकन गरम टोपी ।और दिल्ली विश्वविद्यालय में सर्विस के दौरान इस वेशभूषा की वजह से, मुझे जो मान सम्मान मिला, वैसा जब मैं कोट पैंट टाई में कसा रहता था, तब कभी नही मिला था।
जय सियाराम।
Arvind or senture ki dhoti kaha se milegi sir
So nice ji bahut achhe
Good bhai gi ❤
Bohat achchaa
सर आपका एक चैनल है युग की कहानिया उसमे अब नई कहानियां क्यों नही आ रही है हमे बहुत इंतज़ार कर रहे है नई कहानिया का ।।
चाचा श्री बहुत बहुत धन्यवाद 🙏
Jaishri sita RAM good afternoon jisdasathho
बढ़िया।
waw bhai waw
भाई भौत बढ़िया धन्यवाद
Are bhai latrin bathroom jaane ke liye kya kiya jaaye iska bhi to bataiye
Sadernamskar sathbnarhi
Sadernamskar sathbnarhi jishrisita RAM kavi laik kardi
great brother
Nice
Aap kha rahte ho
Good morning ji
Good ! But again there are Two types are remain. Please be Perform to them .
Wow sir mene apke sikh ke daily dhoti pehnna start kr diya but society vale haste h muje p 😰
Vishu Dhoti me Chandrashekhar aazad ki image yaad karo. Kya koi aaj tak hansa hai ya hans sakta hai us par? Nayi movies me RRR me Raam ka character dekho.
Bas khud ko usi tarah style se confidently aur proudly karo fir yahi society wale follow karne lagenge.
@@Suren33311 ok sirr
Thank you Bhai ji
Polyster or cotton dhoti
Cotton
Good
❤ l.
., =-aqe🎉
Chore kasooti dhoti bande se ya mari sanskirti hai bande ke bhar bhi lik da kar
RAJESH PANDIT भोत धन्यवाद राजेश जी !
@@Suren33311 wru
@@Suren33311 आलमबाण साहब नमस्कार 🙏 आपका सम्पर्क सूत्र चाहिए देने की कृपा करें,
आलमबाण लिखा देख कर मन मे आपसे बात करने की इच्छा जागृत हुयी
Sdasath bna rhi
ফালতু।