UPSC IAS LIVE New Foundation Prelims to Interview (P2I) Batch : bit.ly/46i82KM Batch Starting on 10th October 2023 | Daily Live Classes at 6:00 PM Hurry Enrol Now : bit.ly/46i82KM UPSC IAS LIVE New Foundation Prelims to Interview (P2I) Hindi Batch बैच 10 अक्टूबर से शुरू हो रहा है | बैच का समय शाम 6:00 PM Hurry Enrol Now : bit.ly/46t7qBx UPSC IAS LIVE New Foundation Prelims to Interview (P2I) English Batch Batch Starting on 10th October 2023 | Daily Live Classes at 6:00 PM Hurry Enrol Now : bit.ly/3RBgGzm UPSC IAS Prelims to Interview ( P2I) 2024 Live Advanced Batch 5 Admissions Closing on 15th October 2023 | Daily Live Classes at 6:30 PM Hurry Enrol Now : bit.ly/44XIkJN UPSC IAS (Mains) LIVE Optional Batches : bit.ly/3DrHsmw (PSIR, Sociology, History, Geography, Pub Ad, Anthropology, Mathematics, Hindi Literature)
गुरु जी धर्म और मज़हब में अंतर होता है। आपसे निवेदन है की मेरे द्वारा लिखे विचारों को ध्यान से और अंत तक जरूर पढ़िएगा। बहुत ही निराशाजनक स्थिति है की बहुत से सनातनी भाइयों को भी धर्म का वास्तविक अर्थ ज्ञात नही; जिससे वो इस्लाम और ईसाई रिलिजन या मज़हब को भी एक धर्म समझते हैं। जब भी आप सनातन धर्म की बात करते हैं तो उसमें सनातनी वैदिक ज्ञान और पौराणिक कथाएं सम्मीलित हो जाती है; जिसमे धर्म का वास्तविक अर्थ निहित है। धर्म को सरलतम भाषा में समझने का प्रयास करें तो जो हमारे घरों में कथा पुराण का आयोजन होता है; अगर उन कथाओं के सारांश और निष्कर्ष पर ध्यान दें तो आपको समझ आएगा की उन कथाओं में मातृ धर्म, पितृ धर्म, पुत्र धर्म, पुत्री धर्म, शिक्षक धर्म, शिक्षार्थी धर्म इत्यादि का स्पष्ट ज्ञान प्राप्त होता है। अर्थात धर्म का वास्तविक अर्थ दायित्व है, इस संसार में जो जिस पद पर है उसका दायित्व ही उसका धर्म है। कई पौराणिक कथाओं में दुराचारी एवं व्यभिचारी लोगो को विधर्मी शब्द से संबोधित किया गया; अर्थात धर्म, समाजिक दायित्व के साथ साथ उनसे जुड़ी मर्यादाओं को भी परिभाषित करता है; और जहां भी किसी के द्वारा अपने पद एवं अधिकारों का दुरपयोग करता पाया गया उसे धर्म विरुद्ध कार्य ना करने की चेतावनी देते हुए उसे अपने पद की गरिमा बनाए रखने का भी ज्ञान दिया गया। इस प्रकार धर्म किसी पद की गरिमा और उसके दायित्वों और उनसे जुड़ी मर्यादाओं को एक साथ परिभाषित करता है; *और हमारे यहां ईश्वर की आराधना इन्हीं धर्मों को जानने, समझने और अपने जीवन में लागू करने के लिए की जाती है।* और इस संसार में जब भी अधर्म अपने चरम सीमा पर हुआ तब तब हमारे यहां धर्म की पुनर्स्थापना हेतु ईश्वर स्वयं राम और कृष्ण और हनुमान के रूप में अवतरित हुए। *और दूसरी तरफ ईसाई रिलिजन या इस्लामी मज़हब को देखें तो जीसस क्राइस्ट को ईश्वर नही मानता वो ईसाई नही है; और रसूल और उसके अल्लाह में ईमान रखने वाला मोमिन और रसूल अल्लाह में ईमान नहीं रखने वाला काफिर(अपराधी) है।* और इनके कुरान और हादिसो में काफ़िर को वाजेबुल कत्ल बताया गया है। और मौलानाओं के अनुसार जो भी मोमिन जिहाद के राह पर चलता है अर्थात काफिरों का कत्ल करता है या उनको इस्लाम मज़हब में सम्मिलित करवाता है उसे जन्नत में 138 फिट की 70 -72 हुरे मिलती है और वहां शहद और शराब की नदिया बहती है। और सबसे हैरानी की बात तो ये है की ये मोमिन उन हूरों के साथ हमबिस्तरी ( संभोग) कर सकते हैं। और इसी हवस को मिटाने के लिए ये हरमखोर जिहादी मोमिन अपने शरीर में बम लगा के यहां वहा फट जाते है। पहले मुझे भी मज़हब और धर्म का भेद ज्ञात नही था, तब मुझे धर्मनिरपेक्ष शब्द सार्थक प्रतीत होता था, और तब इसका विश्लेषण भी आसान प्रतीत होता था। अब जब मुझे मज़हब और धर्म के मध्य का भेद ज्ञात हो चुका है; तब मुझे ये धर्मनिरपेक्ष शब्द ही निरर्थक प्रतीत होता है; इसे मतनिरपेक्ष या पंतनिरपेक्ष होना चाहिए या ऐसा कोई शब्द ही नही होना चाहिए था। देश के पुरातात्विक, साहित्यिक, और सामाजिक शोधकर्ताओं ने अब तक क्या उखड़ा है मुझे बिल्कुल पता नहीं; जो बीना सोचे समझे या बीना गहन शोध के धर्म को मात्र ईश्वरवाद और पूजा पद्धति से जोड़कर परिभाषित कर दिया और धर्मनिरपेक्ष जैसे निरर्थक शब्द को भी अपनी मान्यता दे दी। जिससे विधर्म (मजहब या रिलीजन) को भी धर्म की मान्यता मिल गई। *आपसे एक आखिरी निवेदन करता हूं की जब भी आपको इस्लाम और ईसाई मजहब या रिलीजन की बात करेंगे, तब उसके आगे धर्म शब्द का प्रयोग बिल्कुल ना करें क्योंकि इससे बड़ी धर्म शब्द की अवहेलना हो ही नही सकती; और वो कोई धर्म भी नहीं है।
Saudi King gave statement that he will soon make Saudi as Europe; nude beach ka maja bahut jald logo ko Saudi me hi milega toh jald se jald apna visa banale
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(PSIR, Sociology, History, Geography, Pub Ad, Anthropology, Mathematics, Hindi Literature)
🙋🏻♀️Sirji👍 🇮🇳
गुरु जी धर्म और मज़हब में अंतर होता है।
आपसे निवेदन है की मेरे द्वारा लिखे विचारों को ध्यान से और अंत तक जरूर पढ़िएगा।
बहुत ही निराशाजनक स्थिति है की बहुत से सनातनी भाइयों को भी धर्म का वास्तविक अर्थ ज्ञात नही; जिससे वो इस्लाम और ईसाई रिलिजन या मज़हब को भी एक धर्म समझते हैं।
जब भी आप सनातन धर्म की बात करते हैं तो उसमें सनातनी वैदिक ज्ञान और पौराणिक कथाएं सम्मीलित हो जाती है; जिसमे धर्म का वास्तविक अर्थ निहित है।
धर्म को सरलतम भाषा में समझने का प्रयास करें तो जो हमारे घरों में कथा पुराण का आयोजन होता है; अगर उन कथाओं के सारांश और निष्कर्ष पर ध्यान दें तो आपको समझ आएगा की उन कथाओं में मातृ धर्म, पितृ धर्म, पुत्र धर्म, पुत्री धर्म, शिक्षक धर्म, शिक्षार्थी धर्म इत्यादि का स्पष्ट ज्ञान प्राप्त होता है।
अर्थात धर्म का वास्तविक अर्थ दायित्व है,
इस संसार में जो जिस पद पर है उसका दायित्व ही उसका धर्म है।
कई पौराणिक कथाओं में दुराचारी एवं व्यभिचारी लोगो को विधर्मी शब्द से संबोधित किया गया; अर्थात धर्म, समाजिक दायित्व के साथ साथ उनसे जुड़ी मर्यादाओं को भी परिभाषित करता है; और जहां भी किसी के द्वारा अपने पद एवं अधिकारों का दुरपयोग करता पाया गया उसे धर्म विरुद्ध कार्य ना करने की चेतावनी देते हुए उसे अपने पद की गरिमा बनाए रखने का भी ज्ञान दिया गया।
इस प्रकार धर्म किसी पद की गरिमा और उसके दायित्वों और उनसे जुड़ी मर्यादाओं को एक साथ परिभाषित करता है; *और हमारे यहां ईश्वर की आराधना इन्हीं धर्मों को जानने, समझने और अपने जीवन में लागू करने के लिए की जाती है।*
और इस संसार में जब भी अधर्म अपने चरम सीमा पर हुआ तब तब हमारे यहां धर्म की पुनर्स्थापना हेतु ईश्वर स्वयं राम और कृष्ण और हनुमान के रूप में अवतरित हुए।
*और दूसरी तरफ ईसाई रिलिजन या इस्लामी मज़हब को देखें तो जीसस क्राइस्ट को ईश्वर नही मानता वो ईसाई नही है; और रसूल और उसके अल्लाह में ईमान रखने वाला मोमिन और रसूल अल्लाह में ईमान नहीं रखने वाला काफिर(अपराधी) है।* और इनके कुरान और हादिसो में काफ़िर को वाजेबुल कत्ल बताया गया है।
और मौलानाओं के अनुसार जो भी मोमिन जिहाद के राह पर चलता है अर्थात काफिरों का कत्ल करता है या उनको इस्लाम मज़हब में सम्मिलित करवाता है उसे जन्नत में 138 फिट की 70 -72 हुरे मिलती है और वहां शहद और शराब की नदिया बहती है।
और सबसे हैरानी की बात तो ये है की ये मोमिन उन हूरों के साथ हमबिस्तरी ( संभोग) कर सकते हैं।
और इसी हवस को मिटाने के लिए ये हरमखोर जिहादी मोमिन अपने शरीर में बम लगा के यहां वहा फट जाते है।
पहले मुझे भी मज़हब और धर्म का भेद ज्ञात नही था, तब मुझे धर्मनिरपेक्ष शब्द सार्थक प्रतीत होता था, और तब इसका विश्लेषण भी आसान प्रतीत होता था।
अब जब मुझे मज़हब और धर्म के मध्य का भेद ज्ञात हो चुका है; तब मुझे ये धर्मनिरपेक्ष शब्द ही निरर्थक प्रतीत होता है; इसे मतनिरपेक्ष या पंतनिरपेक्ष होना चाहिए या ऐसा कोई शब्द ही नही होना चाहिए था।
देश के पुरातात्विक, साहित्यिक, और सामाजिक शोधकर्ताओं ने अब तक क्या उखड़ा है मुझे बिल्कुल पता नहीं; जो बीना सोचे समझे या बीना गहन शोध के धर्म को मात्र ईश्वरवाद और पूजा पद्धति से जोड़कर परिभाषित कर दिया और धर्मनिरपेक्ष जैसे निरर्थक शब्द को भी अपनी मान्यता दे दी।
जिससे विधर्म (मजहब या रिलीजन) को भी धर्म की मान्यता मिल गई।
*आपसे एक आखिरी निवेदन करता हूं की जब भी आपको इस्लाम और ईसाई मजहब या रिलीजन की बात करेंगे, तब उसके आगे धर्म शब्द का प्रयोग बिल्कुल ना करें क्योंकि इससे बड़ी धर्म शब्द की अवहेलना हो ही नही सकती; और वो कोई धर्म भी नहीं है।
Human make Religion.. Religion doesn't make Human..When it goes against humanity we must reform ✅✅
True
Reform required.... timely basis......in world...for special women right..😊
True
Oil khtm ho raha aur iske yo dum pe duniya dominate kar raha tha aabtak now world is going to electrifying to saudi kya karega
E=mc² ❌
@@luminaris-k5e beta jake isreael se puch iska matalab
Saudi King gave statement that he will soon make Saudi as Europe; nude beach ka maja bahut jald logo ko Saudi me hi milega toh jald se jald apna visa banale
@@darkmode7761china laughing in corner 😢
MBS is clever man
Tyagi Sir ki Baat hi alag hai...❤❤
You are my favorite teacher
Sir you are my ideal mentor seriously ❤❤ my all topics are crystal cleared just because of you ❤❤
Sir, u r the best in ur subject
वाह त्यागी जी वाह 👌👌❤🙏
Thank You Tyagisaab for great video.
Well explanation ❤
Be brave : dare to call a spade a spade 😊😊😊😊😊😊
I think mbs is ex momin
thanks sir
thankyou🙏sir
𝗘𝘅 𝗺𝘂𝘀𝗹𝗶𝗺 𝗺𝗼𝘃𝗲𝗺𝗲𝗻𝘁 𝗷𝗶𝗻𝗱𝗮𝗯𝗮𝗱💪💪💪
King😂
Upsc desire
Saudi bad saar
Middle East bad saar
We best saar, no libral
Ok. Liberal is throwing off religious garb. Why is it orange all over India? Is India liberal?