Special Story: Passion of Roop Singh Rathore for horse riding
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- เผยแพร่เมื่อ 1 ต.ค. 2024
- रेगिस्तान के इलाके में आज भी घुड़सवारी की कला को कुछ लोगों ने जिंदा रखा है. उन्हीं में से एक हैं बाड़मेर जिले की खारा गांव के रहने वाले रूप सिंह राठौड़. रूप सिंह ने हाल ही में डेजर्ट फेस्टिवल में पूरे देश में घुड़सवारी में परचम लहराया था. उनके घोड़े यानी बाज ने प्रथम होने का खिताब जीता था. रूप सिंह राठौड़ को घुड़सवारी का इतना जुनून है कि देश में किसी भी हिस्से में प्रतियोगिता हो तो वे उस रेस में अपनी घुड़सवारी का दमखम दिखाने के लिए पहुंच जाते हैं.
#ETVBharatRajasthan
जोरदार प्रदर्शन
जैसलमेर बाड़मेर में सिन्धी नस्ल के बहुत अच्छे घोड़े है ।।
आज देश में जितने भी रेवल चाल के घोड़े अच्छे चलने वाले सिन्धी घोड़े है वो सभी जैसलमेर बाड़मेर से ही निकले हैं