'' बैरागी से सब छूटा पर गंगा छूट नहीं पाई..''.. संन्यासी जीवन को बात बताई,जहां हर साधु सन्यासी गंगा तट पर रहता है,और परम आदियोगी स्वयं भोलेनाथ गंगाधर हैं...कितनी सुंदर रचना..गंगाधराय शिव गंगाधराय ॐ नमः शिवाय हर हर महादेव
"गंगा को एकटक देखो तो आंसू आने लगते हैं..," सुनकर ही आंसू आ गए...,धन्य हो अमन भाई, निश्चित रूप से तुम्हारी मानसिक आयु तुम्हारी शारीरिक आयु से बहुत अधिक है। लगता है कई जन्मों की यात्रा के बाद तुम यहां पहुंचे हो, वास्तव में..."तुम यहां तक अचानक नहीं आए हो..।"
क्या बात है अमन अक्षर भाई क्या बात है वाह बहुत ही जबरदस्त कविता सुनाया आपने जितना जग लघु था उतनी कृष्ण भी विराट थे कसम से एकदम आत्मा को छू गया ये गीत बिल्कुल इसी तरीके से आप हिंदी कविता सुनाते रहिए और हमारे आने वाली पीढ़ी को हिंदी के बारे में इसी तरीके से मान सम्मान बढ़ाते रहिए जय श्री कृष्णा जय श्री राम
हम यहाँ तक अचानक नहीं आये है....ये पंक्ति जो लोगों ने बोली है ना ये ही तो एक कवि की सफलता का प्रमाण है....और क्या इससे बड़ा पुरुस्कार हो सकता है एक कवि के लिये... कि उसकी पंक्तियाँ आमजन मानस को मुँह जबानी हो...जिंदाबाद अमन भैया...👌💐👍
प्रिय अमनजी, सही मायने में आप सचमुच एक शानदार कवि हैं और पश्चिमीकरण के प्रभाव में कराहती भारतीय संस्कृति को पुनः अपने उच्चतम स्थान हेतु आप जैसे चंद निश्छल कवियों की अत्यंत आवश्यकता है आप दीर्घायु एवं यशस्वी हो ।
साधु साधु साधु . . . काश आप जैसा उम्दा और सच्चा कवि हिंदी मंच को मिल जाता तो कविता के नाम पर जो चुटकुले बाजी पिछले दशक में सही वो न साहनी पड़ती। अमन को नमन। 🙏♥️
@@Skand17 कोन बडबोला हे भाई सुना है कि दूसरे में बुरा देखने की बीमारी तो नही है खुद को बेस्ट दूसरे को बुरा बताना नही होता है कुछ खुद उस काबिल बनाना फिर बोलना अच्छा 😊😊
Wah wah bahut sunder rachna Aman Bhaai .Aapki drishti aur Maa Ganga aur Bhagwaan Krishna ke prati prem Adbhut hai.Aapki krati ati sunder ,saras aur sugam hai .Sadhuwaad .Bhagwaan aapki bhakti aur kavya shakti aur barhaye ,aisi prarthuna hai .🙏
वक्त आपकी और कब ले गया......... बिलकुल सही है।।।।।। ये पंक्ति सांसारिक प्रेम ओर आध्यात्मिक प्रेम दोनो पर सटीक बैठती हे 🙏🙏🙏🙏 ईश्वर आपकों खूब बडा करे।।। आप एसे ही लिखते रहे।।।। जय श्री श्याम 🙏😊 राधे भ्रमर मेरी पहचान मेरा खाटू वाला श्याम 🙏😊 ✍️✍️ बाबा तेरा पटवारी
Sahi baat h bhaiya.hamne bahut kavitaay suni.lekin aman bhaiya jaesi nhi suni.matlab itni gahraai me Jake likhte h ki ham jitna gahraai me ja ke sonchte h Kam pad jata h .mata Saraswati apke gale me hamesa viraajmaan Rahe.aur apni Kripa AAP per bnaye rakhe.
Poet.Aman. s o nice presentation.Anant.A(an).an.a(an).an.t(T.vertical having two one left another right.just like balance of a justice)Existance of a in all four directions is just like a God may be Lord Ram or Krishna.etc etc.Along due Regards to your talent.Arun . sr citizen
भारत को एक और महान कवि मिल गया अमन अक्षर के रूप में जय हिन्दी जय हिन्दू जय हिन्दुस्थान जय हिन्दू संस्कृति आस्था धर्म।
चुटुकलों से दूर ।उम्दा साहित्य ।कविता जीवंत हो गयी।
'' बैरागी से सब छूटा पर गंगा छूट नहीं पाई..''.. संन्यासी जीवन को बात बताई,जहां हर साधु सन्यासी गंगा तट पर रहता है,और परम आदियोगी स्वयं भोलेनाथ गंगाधर हैं...कितनी सुंदर रचना..गंगाधराय शिव गंगाधराय ॐ नमः शिवाय हर हर महादेव
अमन जी
हिंदी माँ के वरदान है।।
जो सच्ची सेवा हिन्दी माँ की कर रह है।।
नमन हो।।
"गंगा को एकटक देखो तो आंसू आने लगते हैं..,"
सुनकर ही आंसू आ गए...,धन्य हो अमन भाई,
निश्चित रूप से तुम्हारी मानसिक आयु तुम्हारी शारीरिक आयु से बहुत अधिक है। लगता है कई जन्मों की यात्रा के बाद तुम यहां पहुंचे हो, वास्तव में..."तुम यहां तक अचानक नहीं आए हो..।"
क्या बात है अमन अक्षर भाई क्या बात है वाह बहुत ही जबरदस्त कविता सुनाया आपने जितना जग लघु था उतनी कृष्ण भी विराट थे कसम से एकदम आत्मा को छू गया ये गीत बिल्कुल इसी तरीके से आप हिंदी कविता सुनाते रहिए और हमारे आने वाली पीढ़ी को हिंदी के बारे में इसी तरीके से मान सम्मान बढ़ाते रहिए जय श्री कृष्णा जय श्री राम
Aman bhaiya aap bahut hi achche kavi hai.kitna gahra bhav hota hai aapke har ek geet me,aur padhne ki shaali bhi adbhut hai.
अक्षर अमन। धन्यवाद। आपके वाणी, वाणी संजोए में कल्पना को शब्दों को पिरोया है नमन
अनेकानेक साधुवाद वाकई आपके मुक्तक और गीत दिल में उतरते चले गये। आपकी जो पढने की सरलता और सादगी है उसके लिए आपको अनेकों बार प्रणाम।
साधुवाद बहुत बहुत
काव्य को अमर कर दिया आपने
जय माँ नर्मदा जय माँ गंगा
हम यहाँ तक अचानक नहीं आये है....ये पंक्ति जो लोगों ने बोली है ना ये ही तो एक कवि की सफलता का प्रमाण है....और क्या इससे बड़ा पुरुस्कार हो सकता है एक कवि के लिये... कि उसकी पंक्तियाँ आमजन मानस को मुँह जबानी हो...जिंदाबाद अमन भैया...👌💐👍
प्रिय अमनजी, सही मायने में आप सचमुच एक शानदार कवि हैं और पश्चिमीकरण के प्रभाव में कराहती भारतीय संस्कृति को पुनः अपने उच्चतम स्थान हेतु आप जैसे चंद निश्छल कवियों की अत्यंत आवश्यकता है आप दीर्घायु एवं यशस्वी हो ।
साधु साधु साधु . . . काश आप जैसा उम्दा और सच्चा कवि हिंदी मंच को मिल जाता तो कविता के नाम पर जो चुटकुले बाजी पिछले दशक में सही वो न साहनी पड़ती। अमन को नमन। 🙏♥️
Pranam.
अमन जी आप मा सरसती के सच्चे साधक है ,बस एक निवेदन है कि ऐसे ही साहित्यिक सफर बढ़ाते रहे , किंतु सफलता के लिए सत्ता की चाटूकारिता न करना
एकदम सही.कुमार गुश्वाश जैसे इंसान से अपने बड़बोलेपन और आतम्मुग्धता में स्वयं को सदी का सबसे महान कवि सिद्ध कर दिया.जबकि वो कवि तो बिल्कुल नहीं
Nice 👍 likha hai bhai sahab gajab gajab gajab
@@Skand17 कोन बडबोला हे भाई सुना है कि दूसरे में बुरा देखने की बीमारी तो नही है खुद को बेस्ट दूसरे को बुरा बताना नही होता है कुछ खुद उस काबिल बनाना फिर बोलना अच्छा 😊😊
झुठी बातो के संग मे नहीं आये है यु ही मिटने को जंग मे नाही आये हे चाह बैठे हे सब थोडा जलदी हमे हम भी पुरा रंग मे नहीं आये हे
Wah wah bahut sunder rachna Aman Bhaai .Aapki drishti aur Maa Ganga aur Bhagwaan Krishna ke prati prem Adbhut hai.Aapki krati ati sunder ,saras aur sugam hai .Sadhuwaad .Bhagwaan aapki bhakti aur kavya shakti aur barhaye ,aisi prarthuna hai .🙏
वक्त आपकी और कब ले गया.........
बिलकुल सही है।।।।।।
ये पंक्ति सांसारिक प्रेम ओर आध्यात्मिक प्रेम दोनो पर सटीक बैठती हे 🙏🙏🙏🙏
ईश्वर आपकों खूब बडा करे।।।
आप एसे ही लिखते रहे।।।।
जय श्री श्याम 🙏😊 राधे भ्रमर
मेरी पहचान मेरा खाटू वाला श्याम 🙏😊
✍️✍️ बाबा तेरा पटवारी
Aman Akshar has blessings of Maa Sarswati. His voice is very touching.May God bless you.
गज़ब,अति सुन्दर निशब्द❤❤
अमनजी, हिंदी का मान बढ़ाने के साथ-साथ भावपूर्ण अभिव्यक्ति के लिए हार्दिक धन्यवाद एवं सादर नमन 🙏🙏
HAR GEET KE PICHE AAPKI MEHNAT DIKHTI HAI...BABA VISHWNATH AAPKO LAMBI UMRA DE .
अमन भैया हर पँक्ति ह्र्दय पर दस्तक देती है। अद्भुत भैया
जय 🙏श्रीकृष्णा
अद्भूत शत् शत् नमन आप पे मां सरस्वती की अद्भुत कृपा है
Aman bhai highfy level hai sahab... Aap me koi dusri nahi siv vali tisari sakti jagrit ho gyi hai...... 👏🙏
Aman bhai aap ne Kamal kar diye
Sahi baat h bhaiya.hamne bahut kavitaay suni.lekin aman bhaiya jaesi nhi suni.matlab itni gahraai me Jake likhte h ki ham jitna gahraai me ja ke sonchte h Kam pad jata h .mata Saraswati apke gale me hamesa viraajmaan Rahe.aur apni Kripa AAP per bnaye rakhe.
बहुत सुंदर आप जैसे कवि हिंदी भाषा को संजो के रखे हैं बहुत बहुत अभिनंदन अमन अक्षर
नींद पूरी नहीं होती अमन जी की कविताओं के कारण
जय श्री कृष्ण
Jai maa bharti... bahoot khoob Aman bhai
आपकी हर कविता दिल को छू जाती है, बहुत सुंदर प्रस्तुति👌👌🙏#thegunjan
Bahut khub Aman
Bhai krishna pe geet ke bad ap amar akshar ho gye hai...speechless..hila diya apne
Sat sat naman 🙏🙏🙏
Bohot badhiya ❤
Kavi parampara aage badhane ke liye kumar vishwas ke sahi anugami
Only you aman bhai
वाह अमन भैय्या
जय हो
गजब भाईसाहब
वाह अमन भाई
Poet.Aman. s o nice presentation.Anant.A(an).an.a(an).an.t(T.vertical having two one left another right.just like balance of a justice)Existance of a in all four directions is just like a God may be Lord Ram or Krishna.etc etc.Along due Regards to your talent.Arun . sr citizen
चाहत थी उनकी बदनाम होने की
इसलिए वो हमसे दिल लगा बैठे।
हमने भी जब वाज़िब वजह पूछी
तो वजह भी "हमीं" को बता बैठे।
*jayakjazbaat
शानदार
Aman ko sun ker ab ye tay hai ki abhi bahut kuch sunna baki hai
अद्भुत
Wahh, umda
God bless you Aman
Jaha adab nahi waha prem nahi ..
Kya baat g8
Comments पढ़कर अभिभूत हूँ।🙏
Wah aman ji wah
अमन भाई मां पर कुछ लिखो प्लीज
🙏🙏🙏
❤️❤️❤️❤️❤️❤️
👌👌👌👌👍👍👍👍
Jaha prem nahi waha krishna nahi
प्रिय अमन ये मुसलसल शब्द हर बार खटकता है। हो सके तो इसके स्थान पर निरन्तर का प्रयोग कर के देखो
शुभाशीर्वाद
in which book will i get his all these poetry
T
Aap saral hindi ke murdhanya geet kar hai
Kis bhagyavan maa ke beta ho aman