मूक-सत्संग समारोह, मानव सेवा संघ, वृंदावन

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  • เผยแพร่เมื่อ 17 ม.ค. 2025

ความคิดเห็น • 6

  • @santokakhazana-swamisharna8950
    @santokakhazana-swamisharna8950 ปีที่แล้ว +3

    फायदे की बात तो एक ही है किसीको यदि भगवतकृपा से सच्चे संत मिल जाए तो किसी बात की न चिंता करनी चाहिए, न इच्छा ही। भगवान अपने मिले चाहे न मिले, उनकी मर्जी। शरणानंदजी मिलने जैसी बड़ी विलक्षण कृपा हो गई अब क्या छोटी मोटी बातों पर ध्यान दे। हरि शरणम

  • @AshokSen-cv9qy
    @AshokSen-cv9qy ปีที่แล้ว

    हरि ॐ ❤

  • @nareshsaraf7143
    @nareshsaraf7143 ปีที่แล้ว +1

    शरणम हरि शरणम हरि शरणम हरि शरणम परम पूज्य स्वामी जी महाराज अर्पिता बहन जी आदरणीय भाई जी गोपाल शरण जी सादर प्रणाम सभी सत्संगी भाइयों को राधे राधे

  • @shrutibarsana2907
    @shrutibarsana2907 ปีที่แล้ว +1

    Jay Guru 🙏

  • @kirtimehta-bk5cb
    @kirtimehta-bk5cb ปีที่แล้ว +1

    *ॐ*
    *श्री हरि: शरणम्*
    पूज्य दीदीजी प्रणाम🙏
    कारण शरीर से छूटने के लिए..
    कोई भी छोटा बड़ा कर्म यदि सकामता से किया तो बंधन-युक्त हो जाता है,
    और निष्कामता से बंधन-मुक्त होता है, यह बात दिमाग में उतरी परंतु व्यवहार में उसे आसानी से कैसे अपनाया जाय ? क्या साधना की जाए ?
    उस बात पर प्रकाश डालें आपकी बड़ी कृपा होगी !
    एक साधक🙏🌹🙏

    • @jayesh_parmar
      @jayesh_parmar ปีที่แล้ว

      उसके लिए भागवती बल चाहिए ओर वो बल नाम जप से आता है