कृष्णदास ब्राह्मण नही थे वो चुंडावत राजपूत थे और राणा शक्ति सिंह उदय सिंह की एक अन्य रानी सज्जा बाई सोलंकी के पुत्र थे और महाराणा प्रताप के छोटे भाई थे वीडियो मे आपको गलती से जैवंता बाई सोनगरा का पुत्र बता दिया गया है
तभी तो अकबर ने कभी महाराणा जी से आमने सामने का युद्ध नही किया। हल्दीघाटी के युद्ध मे भी अकबर की 2 लाख की मुगल सेना को महाराणा की 20000 की राजपूत सेना ने धूल चटा दी थी।मुग़ल सेना के सबसे शक्तिशाली कहे जाने वाले बहलोल खान को घोड़े समेत बीच मे से काट दिया था, ये देखकर किसी मुग़ल की हिम्मत नही हुई उनसे लड़ने की। तब भी वो कायर अकबर सामने नहीं आया बल्कि साज़िश करके मान सिंह और शक्ति सिंह को राजपूत सेना के साथ युद्ध के लिए भेजा। यही नहीं.... जगमाल को मुग़ल सेना के साथ महल पर कब्ज़ा करने के लिए भेज दिया क्योकि वो जानता था उस समय महल में महिलाये और बच्चे ही है।उन पर तो मुग़ल अपनी मर्दानगी दिखाकर महल पर कब्ज़ा कर ही लेंगे। जब महाराणा जी को ये पता लगा तो उन्हे बचाने के लिए उन्हे युद्ध के बीच मे जाना पड़ा, जिस कारण युद्ध का परिणाम उनके पक्ष मे नही रहा। फिर भी उन्होंने फिर से अकबर की सेना को खदेड कर् मेवाड पर अपना अधिकार कर लिया......... .ये सब नही सुना क्या तुमने। अकबर की औकात राजपुतों से लड़ने की नहीं थी। वो तो राजपूतानियो ( दुर्गवती ) से भी कई युद्ध हारा।यदि राजपूतो मे अपने शत्रु को भी क्षमा करने की शक्ति ना होती या यूँ कहूँ कि सामने शत्रु से उसी की भांति व्यवहार करते तो हमारे भारत का इतिहास कुछ और ही होता। तुम्हारे कमजोर पुरखो को धर्म परिवर्तन् की आवयकता ही ना पड़ती। कल के कायर डरे हुए परिवर्तित मुस्लिम अपने ही वीर पुरखो को गद्दार और कायर कहने मे अपनी शान समझते है।अगर कांग्रेस ने सच्चा इतिहास पढ़ाया होता तो तुम सबकी कब की वापसी हो चुकी होती। कम से कम अब तो अपने देश के गौरवशाली सच्चे इतिहास को जानने की कोशिश करो।😢😢😢
कृष्णदास ब्राह्मण नही थे वो चुंडावत राजपूत थे और राणा शक्ति सिंह उदय सिंह की एक अन्य रानी सज्जा बाई सोलंकी के पुत्र थे और महाराणा प्रताप के छोटे भाई थे वीडियो मे आपको गलती से जैवंता बाई सोनगरा का पुत्र बता दिया गया है
Yes hamara bhi hai hisvalthha
Maharana Pratap ki Jay ho
Acchai hai
Thank you
Jay shree ram
Jai shree Ram Jai bajrang bali 🙏🙏🙏🙏🙏
अच्छा
Shree ram
Jai shree Ram Jai bajrang bali 🙏
😮
Haldighati yuddh mein Akbar ke dar se Maharana Pratap maidan chhodkar bhaga tha Gaddar tha Gaddar tha 🦶🦶🦶🦶🦶🦶🦶🦶🦶🦶
तभी तो अकबर ने कभी महाराणा जी से आमने सामने का युद्ध नही किया। हल्दीघाटी के युद्ध मे भी अकबर की 2 लाख की मुगल सेना को महाराणा की 20000 की राजपूत सेना ने धूल चटा दी थी।मुग़ल सेना के सबसे शक्तिशाली कहे जाने वाले बहलोल खान को घोड़े समेत बीच मे से काट दिया था, ये देखकर किसी मुग़ल की हिम्मत नही हुई उनसे लड़ने की। तब भी वो कायर अकबर सामने नहीं आया बल्कि साज़िश करके मान सिंह और शक्ति सिंह को राजपूत सेना के साथ युद्ध के लिए भेजा। यही नहीं.... जगमाल को मुग़ल सेना के साथ महल पर कब्ज़ा करने के लिए भेज दिया क्योकि वो जानता था उस समय महल में महिलाये और बच्चे ही है।उन पर तो मुग़ल अपनी मर्दानगी दिखाकर महल पर कब्ज़ा कर ही लेंगे। जब महाराणा जी को ये पता लगा तो उन्हे बचाने के लिए उन्हे युद्ध के बीच मे जाना पड़ा, जिस कारण युद्ध का परिणाम उनके पक्ष मे नही रहा। फिर भी उन्होंने फिर से अकबर की सेना को खदेड कर् मेवाड पर अपना अधिकार कर लिया.........
.ये सब नही सुना क्या तुमने।
अकबर की औकात राजपुतों से लड़ने की नहीं थी। वो तो राजपूतानियो ( दुर्गवती ) से भी कई युद्ध हारा।यदि राजपूतो मे अपने शत्रु को भी क्षमा करने की शक्ति ना होती या यूँ कहूँ कि सामने शत्रु से उसी की भांति व्यवहार करते तो हमारे भारत का इतिहास कुछ और ही होता। तुम्हारे कमजोर पुरखो को धर्म परिवर्तन् की आवयकता ही ना पड़ती। कल के कायर डरे हुए परिवर्तित मुस्लिम अपने ही वीर पुरखो को गद्दार और कायर कहने मे अपनी शान समझते है।अगर कांग्रेस ने सच्चा इतिहास पढ़ाया होता तो तुम सबकी कब की वापसी हो चुकी होती। कम से कम अब तो अपने देश के गौरवशाली सच्चे इतिहास को जानने की कोशिश करो।😢😢😢
Ap jo likh rahe hain , kya wo sach hai ?
Akbar kabbhi Haldighati yudh me maharana pratap ke samne gaya hi nahi kyonki o Partap se darta tha.
आपका जो यह कमेंट है ना वह बहुत गलत है महाराणा प्रताप बहुत वीर शूरवीर थे
Vo akbar darta tha maharana pratap se kabhi unke samne tak nahi Aya vo daar se kayaar tha akbar kayaar
Shree ram
Jai shree Ram Jai bajrang bali 🙏
Jay shree ram
Jai shree Ram Jai bajrang bali 🙏