2024 की नीट की परीक्षा में निश्चय ही बच्चों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। यही कारण है कि अधिकांश बच्चों ने 650 से भी अधिक स्कोर किए हैं। ऐसी स्थिति में 610 से 640-50 के बीच अंक लाए बच्चों को भी अच्छे की श्रेणी में ही शामिल किया जाना चाहिए। लेकिन इन बच्चों एवं youtuber/media का कहना है कि 650 से अधिक नंबर लाने वाले बच्चे "चोर" हैं और उन्होंने चोरी करके यह नंबर प्राप्त किया है तो ऐसी स्थिति में यह भी कहा जाना चाहिए की 610 से 640-50 के बीच नंबर लाने वाले भी चोर ही हैं और उन्होंने भी चोरी करके ही यह नंबर लाया है। उनको अधिक से अधिक 550 के करीब आना चाहिए था। मुझे लगता है ये सारी बातें बेमानी हैं। बेहतर स्कोर करने का एकमात्र कारण चोरी नहीं है बल्कि आसान प्रश्न पत्र है। कोचिंग वाले और तथाकथित medical counselor ने ज्यादा आग लगाने की कोशिश की है। इसमें सबके अपने-अपने vestige interest हैं, कोई view बढ़ाने हेतु तो कोई किसी अन्य कारण से। इन्हें यह क्यूँ नहीं दिखता कि समूचे भारत के बच्चों ने बेहतर किया है. दुर्भाग्य है इस देश का। यह भी सच है कि हजारों-हजार बच्चे अपने मार्क्स को इंप्रूव करने के लिए भी Re- NEET चाहते हैं। उन्हें इसमें *अवसर* दिखता है, लेकिन तब फिर *Better performer* के साथ अन्याय होगा। मेहनत से अर्जित Best Rank प्रभावित होना tragedy से कम नहीं होगा. कहीं एक दो जगह की गड़बड़ी का खमियाजा हम क्यूँ भुगते??? यूपीएससी का टॉप रैंकर्स भी यह कोई जरुरी नहीं है कि अगले वर्ष की PRELIMINARY परीक्षा को निकाल ही ले। #RE NEET का विलाप करके youtubers ने संवेदनहीनता का परिचय दिया है । Best performer की मानसिक स्थिति को ये नहीं समझ सकते। दूसरों के बच्चों पर अपनी आइडिया आजमाईश आसान है। No ReNEET 😲 😲 😲 😲 😲
Remember neet exam question paper was not easy. As like other years.Students view at the time of exam. Go to students view on the time of exam. That exam was easy.. Then syllabus. Syllabus doesn't matter. If you take 10 chapter then also rank inflation will not be there. See 30 yrs record or by own assessment. If that happening then serious allegations going to NTA. NTA conducted neet exam or enjoy that exam. What about to question setters. What type of question is there but rank gives a constant factor. Where is rank inflation
2024 की नीट की परीक्षा में निश्चय ही बच्चों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। यही कारण है कि अधिकांश बच्चों ने 650 से भी अधिक स्कोर किए हैं। ऐसी स्थिति में 610 से 640-50 के बीच अंक लाए बच्चों को भी अच्छे की श्रेणी में ही शामिल किया जाना चाहिए। लेकिन इन बच्चों एवं youtuber/media का कहना है कि 650 से अधिक नंबर लाने वाले बच्चे "चोर" हैं और उन्होंने चोरी करके यह नंबर प्राप्त किया है तो ऐसी स्थिति में यह भी कहा जाना चाहिए की 610 से 640-50 के बीच नंबर लाने वाले भी चोर ही हैं और उन्होंने भी चोरी करके ही यह नंबर लाया है। उनको अधिक से अधिक 550 के करीब आना चाहिए था। मुझे लगता है ये सारी बातें बेमानी हैं। बेहतर स्कोर करने का एकमात्र कारण चोरी नहीं है बल्कि आसान प्रश्न पत्र है। कोचिंग वाले और तथाकथित medical counselor ने ज्यादा आग लगाने की कोशिश की है। इसमें सबके अपने-अपने vestige interest हैं, कोई view बढ़ाने हेतु तो कोई किसी अन्य कारण से। इन्हें यह क्यूँ नहीं दिखता कि समूचे भारत के बच्चों ने बेहतर किया है. दुर्भाग्य है इस देश का। यह भी सच है कि हजारों-हजार बच्चे अपने मार्क्स को इंप्रूव करने के लिए भी Re- NEET चाहते हैं। उन्हें इसमें *अवसर* दिखता है, लेकिन तब फिर *Better performer* के साथ अन्याय होगा। मेहनत से अर्जित Best Rank प्रभावित होना tragedy से कम नहीं होगा. कहीं एक दो जगह की गड़बड़ी का खमियाजा हम क्यूँ भुगते??? यूपीएससी का टॉप रैंकर्स भी यह कोई जरुरी नहीं है कि अगले वर्ष की PRELIMINARY परीक्षा को निकाल ही ले। #RE NEET का विलाप करके youtubers ने संवेदनहीनता का परिचय दिया है । Best performer की मानसिक स्थिति को ये नहीं समझ सकते। दूसरों के बच्चों पर अपनी आइडिया आजमाईश आसान है। No ReNEET 😲 😲 😲 😲 😲
1.Its common to say to conduct reexam bcoz only 56000+50k students go to mbbs govt clgs and private collages remaining studemts try to get a chance to contest again
2024 की नीट की परीक्षा में निश्चय ही बच्चों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। यही कारण है कि अधिकांश बच्चों ने 650 से भी अधिक स्कोर किए हैं। ऐसी स्थिति में 610 से 640-50 के बीच अंक लाए बच्चों को भी अच्छे की श्रेणी में ही शामिल किया जाना चाहिए। लेकिन इन बच्चों एवं youtuber/media का कहना है कि 650 से अधिक नंबर लाने वाले बच्चे "चोर" हैं और उन्होंने चोरी करके यह नंबर प्राप्त किया है तो ऐसी स्थिति में यह भी कहा जाना चाहिए की 610 से 640-50 के बीच नंबर लाने वाले भी चोर ही हैं और उन्होंने भी चोरी करके ही यह नंबर लाया है। उनको अधिक से अधिक 550 के करीब आना चाहिए था। मुझे लगता है ये सारी बातें बेमानी हैं। बेहतर स्कोर करने का एकमात्र कारण चोरी नहीं है बल्कि आसान प्रश्न पत्र है। कोचिंग वाले और तथाकथित medical counselor ने ज्यादा आग लगाने की कोशिश की है। इसमें सबके अपने-अपने vestige interest हैं, कोई view बढ़ाने हेतु तो कोई किसी अन्य कारण से। इन्हें यह क्यूँ नहीं दिखता कि समूचे भारत के बच्चों ने बेहतर किया है. दुर्भाग्य है इस देश का। यह भी सच है कि हजारों-हजार बच्चे अपने मार्क्स को इंप्रूव करने के लिए भी Re- NEET चाहते हैं। उन्हें इसमें *अवसर* दिखता है, लेकिन तब फिर *Better performer* के साथ अन्याय होगा। मेहनत से अर्जित Best Rank प्रभावित होना tragedy से कम नहीं होगा. कहीं एक दो जगह की गड़बड़ी का खमियाजा हम क्यूँ भुगते??? यूपीएससी का टॉप रैंकर्स भी यह कोई जरुरी नहीं है कि अगले वर्ष की PRELIMINARY परीक्षा को निकाल ही ले। #RE NEET का विलाप करके youtubers ने संवेदनहीनता का परिचय दिया है । Best performer की मानसिक स्थिति को ये नहीं समझ सकते। दूसरों के बच्चों पर अपनी आइडिया आजमाईश आसान है। No ReNEET 😲 😲 😲 😲 😲😮😮
Stop this non sense Believe system and agencies It's based on facts n figures Reduced syllabus by 25%, easy paper n more competitive environment and hardwork by students, two correct answers of one question has given this results
2024 की नीट की परीक्षा में निश्चय ही बच्चों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। यही कारण है कि अधिकांश बच्चों ने 650 से भी अधिक स्कोर किए हैं। ऐसी स्थिति में 610 से 640-50 के बीच अंक लाए बच्चों को भी अच्छे की श्रेणी में ही शामिल किया जाना चाहिए। लेकिन इन बच्चों एवं youtuber/media का कहना है कि 650 से अधिक नंबर लाने वाले बच्चे "चोर" हैं और उन्होंने चोरी करके यह नंबर प्राप्त किया है तो ऐसी स्थिति में यह भी कहा जाना चाहिए की 610 से 640-50 के बीच नंबर लाने वाले भी चोर ही हैं और उन्होंने भी चोरी करके ही यह नंबर लाया है। उनको अधिक से अधिक 550 के करीब आना चाहिए था। मुझे लगता है ये सारी बातें बेमानी हैं। बेहतर स्कोर करने का एकमात्र कारण चोरी नहीं है बल्कि आसान प्रश्न पत्र है। कोचिंग वाले और तथाकथित medical counselor ने ज्यादा आग लगाने की कोशिश की है। इसमें सबके अपने-अपने vestige interest हैं, कोई view बढ़ाने हेतु तो कोई किसी अन्य कारण से। इन्हें यह क्यूँ नहीं दिखता कि समूचे भारत के बच्चों ने बेहतर किया है. दुर्भाग्य है इस देश का। यह भी सच है कि हजारों-हजार बच्चे अपने मार्क्स को इंप्रूव करने के लिए भी Re- NEET चाहते हैं। उन्हें इसमें *अवसर* दिखता है, लेकिन तब फिर *Better performer* के साथ अन्याय होगा। मेहनत से अर्जित Best Rank प्रभावित होना tragedy से कम नहीं होगा. कहीं एक दो जगह की गड़बड़ी का खमियाजा हम क्यूँ भुगते??? यूपीएससी का टॉप रैंकर्स भी यह कोई जरुरी नहीं है कि अगले वर्ष की PRELIMINARY परीक्षा को निकाल ही ले। #RE NEET का विलाप करके youtubers ने संवेदनहीनता का परिचय दिया है । Best performer की मानसिक स्थिति को ये नहीं समझ सकते। दूसरों के बच्चों पर अपनी आइडिया आजमाईश आसान है। No ReNEET 😲 😲 😲 😲 😲
Re neet for all students
2024 की नीट की परीक्षा में निश्चय ही बच्चों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। यही कारण है कि अधिकांश बच्चों ने 650 से भी अधिक स्कोर किए हैं। ऐसी स्थिति में 610 से 640-50 के बीच अंक लाए बच्चों को भी अच्छे की श्रेणी में ही शामिल किया जाना चाहिए। लेकिन इन बच्चों एवं youtuber/media का कहना है कि 650 से अधिक नंबर लाने वाले बच्चे "चोर" हैं और उन्होंने चोरी करके यह नंबर प्राप्त किया है तो ऐसी स्थिति में यह भी कहा जाना चाहिए की 610 से 640-50 के बीच नंबर लाने वाले भी चोर ही हैं और उन्होंने भी चोरी करके ही यह नंबर लाया है। उनको अधिक से अधिक 550 के करीब आना चाहिए था। मुझे लगता है ये सारी बातें बेमानी हैं। बेहतर स्कोर करने का एकमात्र कारण चोरी नहीं है बल्कि आसान प्रश्न पत्र है। कोचिंग वाले और तथाकथित medical counselor ने ज्यादा आग लगाने की कोशिश की है। इसमें सबके अपने-अपने vestige interest हैं, कोई view बढ़ाने हेतु तो कोई किसी अन्य कारण से। इन्हें यह क्यूँ नहीं दिखता कि समूचे भारत के बच्चों ने बेहतर किया है. दुर्भाग्य है इस देश का।
यह भी सच है कि हजारों-हजार बच्चे अपने मार्क्स को इंप्रूव करने के लिए भी Re- NEET चाहते हैं। उन्हें इसमें *अवसर* दिखता है, लेकिन तब फिर *Better performer* के साथ अन्याय होगा। मेहनत से अर्जित Best Rank प्रभावित होना tragedy से कम नहीं होगा. कहीं एक दो जगह की गड़बड़ी का खमियाजा हम क्यूँ भुगते??? यूपीएससी का टॉप रैंकर्स भी यह कोई जरुरी नहीं है कि अगले वर्ष की PRELIMINARY परीक्षा को निकाल ही ले।
#RE NEET का विलाप करके youtubers ने संवेदनहीनता का परिचय दिया है । Best performer की मानसिक स्थिति को ये नहीं समझ सकते। दूसरों के बच्चों पर अपनी आइडिया आजमाईश आसान है।
No ReNEET
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No Re neet for all students
बिल्कुल सही बात है बच्चों
Reneet for all
Remember neet exam question paper was not easy. As like other years.Students view at the time of exam. Go to students view on the time of exam. That exam was easy.. Then syllabus. Syllabus doesn't matter. If you take 10 chapter then also rank inflation will not be there. See 30 yrs record or by own assessment. If that happening then serious allegations going to NTA. NTA conducted neet exam or enjoy that exam. What about to question setters. What type of question is there but rank gives a constant factor. Where is rank inflation
मेरा बच्चे ने 2 साल कड़ी मेहनत के बाद 641 का स्कोर किया है। वो re neet के लिए तैयार है re neet होना चाहिए तभी बच्चों को न्याय मिलेगा
Question option bhi ta tatarbox
हो सकता है अगली बार 541 आए 😮
@@abhishekkumawatxanew2009 tum kyu nhi manta paper easy ta isliye cut off bar gya
सच मे मेहनत करने वाले बच्चों को re neet से डर नहीं लगना चाहिए
2024 की नीट की परीक्षा में निश्चय ही बच्चों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। यही कारण है कि अधिकांश बच्चों ने 650 से भी अधिक स्कोर किए हैं। ऐसी स्थिति में 610 से 640-50 के बीच अंक लाए बच्चों को भी अच्छे की श्रेणी में ही शामिल किया जाना चाहिए। लेकिन इन बच्चों एवं youtuber/media का कहना है कि 650 से अधिक नंबर लाने वाले बच्चे "चोर" हैं और उन्होंने चोरी करके यह नंबर प्राप्त किया है तो ऐसी स्थिति में यह भी कहा जाना चाहिए की 610 से 640-50 के बीच नंबर लाने वाले भी चोर ही हैं और उन्होंने भी चोरी करके ही यह नंबर लाया है। उनको अधिक से अधिक 550 के करीब आना चाहिए था। मुझे लगता है ये सारी बातें बेमानी हैं। बेहतर स्कोर करने का एकमात्र कारण चोरी नहीं है बल्कि आसान प्रश्न पत्र है। कोचिंग वाले और तथाकथित medical counselor ने ज्यादा आग लगाने की कोशिश की है। इसमें सबके अपने-अपने vestige interest हैं, कोई view बढ़ाने हेतु तो कोई किसी अन्य कारण से। इन्हें यह क्यूँ नहीं दिखता कि समूचे भारत के बच्चों ने बेहतर किया है. दुर्भाग्य है इस देश का।
यह भी सच है कि हजारों-हजार बच्चे अपने मार्क्स को इंप्रूव करने के लिए भी Re- NEET चाहते हैं। उन्हें इसमें *अवसर* दिखता है, लेकिन तब फिर *Better performer* के साथ अन्याय होगा। मेहनत से अर्जित Best Rank प्रभावित होना tragedy से कम नहीं होगा. कहीं एक दो जगह की गड़बड़ी का खमियाजा हम क्यूँ भुगते??? यूपीएससी का टॉप रैंकर्स भी यह कोई जरुरी नहीं है कि अगले वर्ष की PRELIMINARY परीक्षा को निकाल ही ले।
#RE NEET का विलाप करके youtubers ने संवेदनहीनता का परिचय दिया है । Best performer की मानसिक स्थिति को ये नहीं समझ सकते। दूसरों के बच्चों पर अपनी आइडिया आजमाईश आसान है।
No ReNEET
😲 😲 😲 😲 😲
Sir syllabus reduction is the major reason for rank inflation
#reneet for all
Rank inflation on 600 mark is 400% compare to last year
Re NEET only for students scoring more than 600 in general & OBC category
And re NEET for students scoring more than 500 in SC ,ST
AIQ har sal ameer kkha rahe.
Bycott..
DR yadav ji 2019 mai apn parents ne milkar moup round mai seat khali karwaee thi aaap bhut hi honest partion hai
1.Its common to say to conduct reexam bcoz only 56000+50k students go to mbbs govt clgs and private collages remaining studemts try to get a chance to contest again
reneet
2024 की नीट की परीक्षा में निश्चय ही बच्चों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। यही कारण है कि अधिकांश बच्चों ने 650 से भी अधिक स्कोर किए हैं। ऐसी स्थिति में 610 से 640-50 के बीच अंक लाए बच्चों को भी अच्छे की श्रेणी में ही शामिल किया जाना चाहिए। लेकिन इन बच्चों एवं youtuber/media का कहना है कि 650 से अधिक नंबर लाने वाले बच्चे "चोर" हैं और उन्होंने चोरी करके यह नंबर प्राप्त किया है तो ऐसी स्थिति में यह भी कहा जाना चाहिए की 610 से 640-50 के बीच नंबर लाने वाले भी चोर ही हैं और उन्होंने भी चोरी करके ही यह नंबर लाया है। उनको अधिक से अधिक 550 के करीब आना चाहिए था। मुझे लगता है ये सारी बातें बेमानी हैं। बेहतर स्कोर करने का एकमात्र कारण चोरी नहीं है बल्कि आसान प्रश्न पत्र है। कोचिंग वाले और तथाकथित medical counselor ने ज्यादा आग लगाने की कोशिश की है। इसमें सबके अपने-अपने vestige interest हैं, कोई view बढ़ाने हेतु तो कोई किसी अन्य कारण से। इन्हें यह क्यूँ नहीं दिखता कि समूचे भारत के बच्चों ने बेहतर किया है. दुर्भाग्य है इस देश का।
यह भी सच है कि हजारों-हजार बच्चे अपने मार्क्स को इंप्रूव करने के लिए भी Re- NEET चाहते हैं। उन्हें इसमें *अवसर* दिखता है, लेकिन तब फिर *Better performer* के साथ अन्याय होगा। मेहनत से अर्जित Best Rank प्रभावित होना tragedy से कम नहीं होगा. कहीं एक दो जगह की गड़बड़ी का खमियाजा हम क्यूँ भुगते??? यूपीएससी का टॉप रैंकर्स भी यह कोई जरुरी नहीं है कि अगले वर्ष की PRELIMINARY परीक्षा को निकाल ही ले।
#RE NEET का विलाप करके youtubers ने संवेदनहीनता का परिचय दिया है । Best performer की मानसिक स्थिति को ये नहीं समझ सकते। दूसरों के बच्चों पर अपनी आइडिया आजमाईश आसान है।
No ReNEET
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Itne jyada din ho gye ki saboot bhi khatm kr diye gye he
Sanjeev Mukhia kabhi parka nahin jayega. Sab bhai bhai hain..
Harshit ❤
Last year b online coaching tha
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It's based on facts n figures
Reduced syllabus by 25%, easy paper n more competitive environment and hardwork by students, two correct answers of one question has given this results
Now you st
Re neet hi solution he
No reneet for all students
2024 की नीट की परीक्षा में निश्चय ही बच्चों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। यही कारण है कि अधिकांश बच्चों ने 650 से भी अधिक स्कोर किए हैं। ऐसी स्थिति में 610 से 640-50 के बीच अंक लाए बच्चों को भी अच्छे की श्रेणी में ही शामिल किया जाना चाहिए। लेकिन इन बच्चों एवं youtuber/media का कहना है कि 650 से अधिक नंबर लाने वाले बच्चे "चोर" हैं और उन्होंने चोरी करके यह नंबर प्राप्त किया है तो ऐसी स्थिति में यह भी कहा जाना चाहिए की 610 से 640-50 के बीच नंबर लाने वाले भी चोर ही हैं और उन्होंने भी चोरी करके ही यह नंबर लाया है। उनको अधिक से अधिक 550 के करीब आना चाहिए था। मुझे लगता है ये सारी बातें बेमानी हैं। बेहतर स्कोर करने का एकमात्र कारण चोरी नहीं है बल्कि आसान प्रश्न पत्र है। कोचिंग वाले और तथाकथित medical counselor ने ज्यादा आग लगाने की कोशिश की है। इसमें सबके अपने-अपने vestige interest हैं, कोई view बढ़ाने हेतु तो कोई किसी अन्य कारण से। इन्हें यह क्यूँ नहीं दिखता कि समूचे भारत के बच्चों ने बेहतर किया है. दुर्भाग्य है इस देश का।
यह भी सच है कि हजारों-हजार बच्चे अपने मार्क्स को इंप्रूव करने के लिए भी Re- NEET चाहते हैं। उन्हें इसमें *अवसर* दिखता है, लेकिन तब फिर *Better performer* के साथ अन्याय होगा। मेहनत से अर्जित Best Rank प्रभावित होना tragedy से कम नहीं होगा. कहीं एक दो जगह की गड़बड़ी का खमियाजा हम क्यूँ भुगते??? यूपीएससी का टॉप रैंकर्स भी यह कोई जरुरी नहीं है कि अगले वर्ष की PRELIMINARY परीक्षा को निकाल ही ले।
#RE NEET का विलाप करके youtubers ने संवेदनहीनता का परिचय दिया है । Best performer की मानसिक स्थिति को ये नहीं समझ सकते। दूसरों के बच्चों पर अपनी आइडिया आजमाईश आसान है।
No ReNEET
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