स्कंद पुराण में वर्णित एक कथा के अनुसार एक बार श्रीहरि भगवान विष्णु और ब्रह्मा जी के बीच इस बात को लेकर बहस हो गई कि कौन अधिक शक्तिशाली है। धीरे धीरे यह विवाद इतना बढ़ता गया कि भगवान शिव को मध्यस्थता करना पड़ा और उन्होंने एक विशाल ज्योर्तिलिंग का रूप धारण कर लिया। इसके बाद उन्होंने ब्रह्मा जी और विष्णु जी से इसके स्रोत और ऊंचाई का पता लगाने के लिए कहा। इसे सुन ब्रह्मा जी अपने हंस पर सवार होकर इसके अंत का पता लगाने के लिए चल पड़े। वहीं दूसरी ओर श्रीहरि भगवान विष्णु गरुण पर सवार होकर ज्योर्तिलिंग के स्रोत का पता लगाने के लिए निकल पड़े। कहा जाता है कि कई युगों तक दोनों ज्योर्तिलिंग के स्रोत और अंत का पता लगाने की कोशिश करते रहे। अंत में विष्णु जी हार मानकर भगवान शिव के इस रूप के सामने नतमस्तक हो गए। वहीं दूसरी ओर ब्रह्मा जी ने अपनी हार को स्वीकार नहीं किया और झूठ बोल देते हैं कि उन्होंने इस स्तंभ के अंत का पता लगा लिया है। इसे सुन भोलेनाथ क्रोधित हो जाते हैं और ब्रह्मा जी को श्राप देते हैं कि उनकी कभी पूजा नहीं होगी। कहा जाता है कि इस स्तंभ से पृथ्वी के भीतर जहां भी भगवान शिव का दिव्य प्रकाश निकला था, वो 12 ज्योर्तिलिंग कहलाया। काशी विश्वनाथ मंदिर भी इन्हीं ज्योर्तिलिंगो में से एक है। 🙏🙏🙏🙏🙏
Har Har Mahadev🛕
हर हर महादेव शंभू काशी विश्वनाथ गंगे 🙏🙏🙏
Jai bholenath baba ji 🙏🙌🙌🙌🙌
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे जी
हर हर महादेव।
Gangadharay Shiv Gangadharay
Har Har Bhole Namahshivay🙏
Sri shivaya namasy tubhyam
Very informative and helpful for kids too 👌
Har har Mahadev🔱🙏
Thanks for making this video
Har har mahadev🔱
What a brilliant compilation and information. Thanks team for this wonderful content!
Wow nice 👍
Jay bholenath ji🙏 🙏 🙏
Om Namah shivaya🛕 ❤
Jai bhole 🙏🙏
Om namah shivaya..🙏❤❤
I've been there. U feel at peace with your soul.
happy anniversary 🎉🎉
🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
ഹരേ ഹരേ മഹാദേവ്
♥️♥️
❤🙏❤❤❤❤
स्कंद पुराण में वर्णित एक कथा के अनुसार एक बार श्रीहरि भगवान विष्णु और ब्रह्मा जी के बीच इस बात को लेकर बहस हो गई कि कौन अधिक शक्तिशाली है। धीरे धीरे यह विवाद इतना बढ़ता गया कि भगवान शिव को मध्यस्थता करना पड़ा और उन्होंने एक विशाल ज्योर्तिलिंग का रूप धारण कर लिया।
इसके बाद उन्होंने ब्रह्मा जी और विष्णु जी से इसके स्रोत और ऊंचाई का पता लगाने के लिए कहा। इसे सुन ब्रह्मा जी अपने हंस पर सवार होकर इसके अंत का पता लगाने के लिए चल पड़े। वहीं दूसरी ओर श्रीहरि भगवान विष्णु गरुण पर सवार होकर ज्योर्तिलिंग के स्रोत का पता लगाने के लिए निकल पड़े। कहा जाता है कि कई युगों तक दोनों ज्योर्तिलिंग के स्रोत और अंत का पता लगाने की कोशिश करते रहे। अंत में विष्णु जी हार मानकर भगवान शिव के इस रूप के सामने नतमस्तक हो गए। वहीं दूसरी ओर ब्रह्मा जी ने अपनी हार को स्वीकार नहीं किया और झूठ बोल देते हैं कि उन्होंने इस स्तंभ के अंत का पता लगा लिया है।
इसे सुन भोलेनाथ क्रोधित हो जाते हैं और ब्रह्मा जी को श्राप देते हैं कि उनकी कभी पूजा नहीं होगी। कहा जाता है कि इस स्तंभ से पृथ्वी के भीतर जहां भी भगवान शिव का दिव्य प्रकाश निकला था, वो 12 ज्योर्तिलिंग कहलाया। काशी विश्वनाथ मंदिर भी इन्हीं ज्योर्तिलिंगो में से एक है। 🙏🙏🙏🙏🙏
Allahabad nahi prayagraj❤️