हे ऋषि मुनियों आपको कोटि कोटि नमन और असंख्य बार साष्टांग दंडवत प्रणाम l आपका ज्ञान विज्ञान दिमाग को झकझोर कर रख देने वाला है l मंथन करने के बाद मुझे मालूम पड़ चुका है कि वैदिक ज्ञान विज्ञान ही मानव मात्र का कल्याण करने मे समर्थ है l आज का आधुनिक विज्ञान तो सबकुछ को बरबाद करने मे लगा है धीरे धीरे और ये हम देख भी रहे हैं l मानव जाति को बहुत मेहनत करनी होगी सबकुछ को ठीक करने मे l 🙏🙏🙏🌹🌹🌹
हे ऋषि मुनियों आपको कोटि कोटि नमन और असंख्य बार साष्टांग दंडवत प्रणाम l आपका ज्ञान विज्ञान दिमाग को झकझोर कर रख देने वाला है l मंथन करने के बाद मुझे मालूम पड़ चुका है कि वैदिक ज्ञान विज्ञान ही मानव मात्र का कल्याण करने मे समर्थ है l आज का आधुनिक विज्ञान तो सबकुछ को बरबाद करने मे लगा है धीरे धीरे और ये हम देख भी रहे हैं l
मानव जाति को बहुत मेहनत करनी होगी सबकुछ को ठीक करने मे l
🙏🙏🙏🌹🌹🌹
सादर नमस्ते भाई 🙏🙏
Om
ସ୍ଵାମୀଜୀ ନମସ୍ତେ 🙏❤️❤️🙏
Namasteji swamiji dhanyabad
सादर नमस्ते जी
स्वामी जी नमस्ते, आपको शत शत प्रणाम और बहुत बहुत धन्यवाद l बहुत अच्छी तरह सरल करके समझाया गया l
Parnaam guru jee, you tell all of us very clearly.
ओ३म् स्वामी जी ।🕉🙏🚩🌺👍🏾🙏🏾
नमस्ते स्वामी जी
Aum namoh namah swami G
जय हो सत्य ज्ञान की और ज्ञानीजनो की l
Different between Nature and natural
स्वामी जी धन्यवाद।
आप बहुत सहनशीलता से प्रत्येक बात बार बार समझाते हुए भी कभी क्रोधित नहीं होते हैं।🙏🕉️
आपने जो प्रकृति के तीन गुणों को पदार्थ बता दिया , ये आपने गलत व्याख्या कर दी है