सभी से हाथ जोड़कर प्रार्थना है कृपा इसे पूरा पढ़े - 👉परमात्मा साकार है या निराकर इसे हम practically (प्रायोगिक यानि व्याहारिक तौर) पर भी समझ सकते है। निम्न उदाहरणों से- दुनिया में ऐसी कोई भी निराकार चीज नहीं है जो बिना साकार के अस्तित्व में आई हो। कोई भी हो चाहे निराकार या साकार वो बिना साकार के अस्तित्व में नहीं आ सकती अर्थात् उस निराकार को भी अस्तित्व में लाने वाला मूल तत्व साकार ही है। उदाहरण 1. - हवा ( ऑक्सीजन) निराकार है लेकिन निराकार हवा (ऑक्सीजन) का अस्तित्व भी साकार पेड़ पौधों द्वारा प्रकाश संश्लेषण नामक प्रक्रिया हुई जिसके कारण ही संभव हुआ है अर्थात साकार पेड़ पौधों के कारण ही हवा (ऑक्सीजन) का अस्तित्व संभव हुआ है। जैसे चंद्रमा और मंगल, बुध ,शुक्र जैसे कई ग्रह हैं वहां पर ऑक्सीजन नहीं है क्योंकि ऑक्सीजन को अस्तित्व में लाने वाले साकार पेड़ पौधे वहां विद्यमान नहीं है। साकार पेड़ पौधों के ना होने के कारण उन ग्रहों पर निराकार ऑक्सीजन का निर्माण नहीं हुआ क्योंकि निराकार को अस्तित्व में लाने के लिए साकार की आवश्यकता होती है बिना साकार के निराकार को अस्तित्व मे लाना संभव नहीं है। उदाहरण 2. - साकार फूलों पुष्पों के कारण ही निराकार सुगंध का निर्माण होता हैं। बिना साकार फूलों के निराकार सुगन्ध का अस्तित्व संभव नहीं है। जैसे यदि कोई बगीचा या गार्डन में फूल पुष्प ना हो तो वहां से सुगंध भी नहीं आ सकती क्योंकि निराकार सुगन्ध भी वही से आ सकती हैं जहां साकार फूल विद्यमान हो। उदाहरण 3. - ध्वनि निराकार है लेकिन बिना साकार के ध्वनि उत्पन्न नहीं हो सकती। साकार चाहे सजीव हो या निर्जीव ध्वनि केवल साकार से ही उत्पन्न हो सकती है। जैसे हम साकार प्राणी बोलते है चीखते हैं तो निराकार ध्वनि उत्पन्न होती हैं या कोई साकार निर्जीव पत्थर या अन्य निर्जीव चीज जब आपस मे स्पर्श करती हैं या टकराती हैं तो निराकार ध्वनि उत्पन्न होती है। मूल बात यह है कि बिना साकार के निराकार ध्वनि का अस्तित्व संभव नहीं है। उदाहरण 4. - बिजली( विद्युत) निराकार है लेकिन इस निराकार का निर्माण बड़े बड़े पानी के बांधों पर जहां से पानी नीचे गिरता है वहा बड़े बड़े पंखे ( टरबाइन) लगे हुए होते है ये बड़े बड़े पंखे मोटर से connect हुए होते है और जैसे ही पानी तेज गति से बड़े बड़े पंखों(टरबाइनों) पर गिरता है तो वो तेजी से घूमने लगते है जिससे मोटर भी तेजी से घूमने लगती हैं तेजी से घूमती हुई मोटर में घर्षण होता हैं जिसके कारण निराकार बिजली का निर्माण होता है। इस प्रकार निराकार बिजली को बनाने के लिए साकार पंखा ( टरबाइन) ओर मोटर की आवश्यकता होती हैं बिना साकार मोटर ओर पंखों के निराकार बिजली का अस्तित्व संभव नहीं है। इसलिए निराकार बिजली का निर्माण बिना साकार मोटर ओर पंखों के नहीं हो सकता है उदाहरण 5 - जल साकार है क्योंकि जल का रासायनिक सूत्र h2o है जिसमे हाइड्रोजन का दो परमाणु है और ऑक्सीजन का एक परमाणु है और जब दोनों हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के परमाणु आपस मे मिलते है तो साकार तत्व का निर्माण होता है इसलिए जल साकार है। ना कि निराकार। विज्ञान भी इस बात को मानती हैं कि जल साकार है।साकार से तो निराकार का निर्माण हो सकता है लेकिन निराकार से साकार का निर्माण संभव नहीं है इसलिए साकार जल से निराकार वाष्प का निर्माण होता हैं। इन सभी उदाहरणों से एक बात सिद्ध होती है कि किसी भी निराकार के निर्माण के लिए साकार का होना बहुत जरूरी है बिना साकार के निराकार का अस्तित्व संभव नहीं है। मूल तत्व साकार है साकार से ही निराकार का निर्माण होता हैं और वह निराकार पुनः साकार भी बन सकता है जैसे 👉 पेड़ पौधों (साकार) - ऑक्सीजन (निराकार) - टायर/ट्यूब में हवा भरते हैं तो वो हवा अपना आकर ले लेती हैं अर्थात साकार बन जाती हैं। 👉जल(साकार) - वाष्प(निराकार) - बर्फ (साकार) - जल (साकार) । साकार साकार का भी निर्माण कर सकती है और निराकर का भी। इन सभी उदाहरणों से भी स्पष्ट हो जाता है कि परमात्मा साकार ही है मूलत: लेकिन वो अदृश्य ( गायब) होकर वह निराकार भी हो जाता है लेकिन मूल तत्व साकार ही है यानि परमात्मा मूलतः साकार ही है। बिना साकार के निराकार की उपज संभव नहीं है परमात्मा के संबंध में भी यही बात लागू होती हैं। तथा इसके अलावा सभी धर्मो के शास्त्रों में भी प्रमाण हैं कि परमात्मा साकार ही है और जिनको परमात्मा मिले उन्होंने भी बताया कि परमात्मा साकार ही है।
सबसे अच्छा ज्ञान सत्संग वेदों से प्रमाणित ज्ञान केवल संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य मे मिलेगा और सबसे अच्छे और सच्चे संत केवल संत रामपाल जी महाराज जी हें एक सच्चे भगवान की भक्ति बता रहे पूर्ण परमात्मा की भक्ति साधना ✅✅✅💯💯💯💯📚📚📚👌👌👌❤️❤️❤️❤️📞📞📞✅✅✅✅📲📲📲
😱📚🙏"ओह! इतना बड़ा रहस्य...!! इतना बड़ा रहस्य, इतना अद्भुत ज्ञान.. आज तक क्यों छुपा हुआ था। आखिर क्यों...परम संत सतगुरू रामपाल जी महाराज जी के सिवा क्यों.. किसी (संत या गुरु) ने ये तत्वज्ञान नहीं बताया पाया?
जहां इनकी पोल खुलती है वहीं ये उसे लीला बता देते है कि कृष्ण जी यहां लीलावश कह रहे हैं। सवाल यह है कि यदि आप हर जगह जहां आपकी पोल खुलती है वहां लीला बता देंगे तो आपके कुतर्क के अनुसार जहां कृष्ण ने अपने को अविनाशी बताया है फ़िर उसे हम वास्तविक क्यों माने वहां भी लीला ही मानेंगे ना फिर । क्योंकि हर जगह लीला ही तुम घुसाते हो ना । दूसरा सवाल ये है कि जहां तुम कहते हो कि ये लीलावस कहा है तो उन्होंने यहां लीलावश कहा है इसका प्रमाण कहा है उस श्लोक में तो कही लिखा नहीं होता कि कृष्ण यहां लीलावश कह रहे हैं। तुम जबरदस्ती घुसाते हो कि यहां लीला से कहा है। यदि तुम हर जगह लीला मानोगे तो जहां वास्तविकता में कहा है वहां भी उसे लीला में ही माना जाएगा ना फिर 😅😅😅
मूर्ति पूजा वेद पढ़ें पर भेद ना जानें, बांचे पुराण अठारा। पत्थर की पूजा करें, भूले सिरजनहारा।। वेदों को पढ़कर कंठस्थ करने वाले वेदों के गूढ़ रहस्यों को न समझकर उनके विरूद्ध साधना करते-कराते हैं।
जो मां के गर्भ से जन्म लेता है वो परमात्मा किसी भी हालत में नहीं हो सकता क्योंकि यदि परमात्मा माता के गर्भ से जन्म लेता है तो माता पिता के संयोग से गर्भ में उसके शरीर का निर्माण होगा तो उस परमात्मा का शरीर माता पिता द्वारा निर्मित माना जाएगा जिसके कारण परमात्मा के भी उसके शरीर को बनाने वाले माता पिता कहलाएंगे जबकि परमात्मा के तो कोई माता पिता है ही नहीं वो तो सबका माता पिता है अगर उसके भी माता पिता होंगे तो फिर वो परमात्मा कहा रहा फिर तो वो हमारे जैसे ही एक सामान्य व्यक्ति बन गया फिर हम में ओर परमात्मा में भेद ही नहीं रहा तब तो फिर हम भी परमात्मा हो गए ऐसे तो 😅😅। परमात्मा की लीला उसके गुण एक सामान्य मनुष्य से भिन्न होती हैं तभी उसे परमात्मा कहा जाता है।
प्रेत बाधाओं से पीड़ित लोग जहां जगह-जगह लुट पिट कर भी समस्याओं से ग्रस्त रहते थे, वहीं संत रामपाल जी महाराज जी ने ऐसी सतभक्ति दी कि सिर्फ नाम का जाप करने से सदा के लिए ऐसी प्रेत बाधा दूर हो जाती है।
पवित्र गीताजी के अध्याय 18 श्लोक 62 में उस परमात्मा के सनातन परम धाम की महिमा की गई है एवं अध्याय 15 के श्लोक 17 में तीनों लोकों में प्रवेश करके सबका धारण पोषण करने वाले उत्तम पुरुष को अविनाशी, परमेश्वर, परमात्मा बताया गया है। गीताजी अध्याय 8 श्लोक 9 में सबका धारण पोषण करने वाले सूक्ष्म से भी अति सूक्ष्म उस अनादि सच्चिदानन्दघन परमेश्वर का नाम "कबीर देव" बताया है।
बंदी छोड जगत गुरु तत्व दर्शी संत शिरोमणि सत गुरु राम पाल जी महाराज जी कि जय हो सत साहेब जी, काल जो पिसै पिसना जौरा है पनिहार। ये दो असल मजदूर हैं मेरे सत गुरु के दरबार।। ❤❤❤😅😅😅😅😅😅😅
संत रामपाल जी महाराज की शिक्षाओं के कारण लाखों लोग जात-पात और अंधविश्वास को छोड़कर सच्ची भक्ति और मानवता के मार्ग पर चलने लगे हैं।उनके प्रयास से समाज में शांति, भाईचारा और समानता का वातावरण बन रहा है।🌿🙏 Living Being Is Our Race
2सभी धर्मों के नकली धर्मगुरु श्रद्धालुओं को यह तक नहीं बता पाए कि वह एक रब (अल्लाह, गॉड, परमात्मा) कौन है, जिनकी हम संतान हैं। सतगुरु रामपाल जी महाराज ने सभी धर्मों के पवित्र ग्रंथों से प्रमाणित करके यह साबित कर दिया कि पूजा के योग्य वह एक परमात्मा (अल्लाह, गॉड, रब) कबीर साहिब जी हैं।
Anmol gyan satsang jai ho
बहुत अच्छा सत्संग
सत साहिब
Anmol gyan
সন্ত ৰামপাল জী মহাৰাজৰ পৰা নামদীক্ষা লৈ শাস্ত্ৰ বিধি অনুসৰি সভক্তিৰ সাধনা কৰিলে মানুহৰ বহুতো লাভ আৰু সুখ হয় আৰু অন্ত কালত মোক্ষৰ অধিকাৰী হোৱাটো নিশ্চিত বুলি কব পাৰি।
সত সাহেব জী 🙏🙏🙏
श्री सदगुरू देव जी के चरणों में दास का दण्डवत् प्रणाम्
bandichhod satguru tatvdarshi sant rampal ji bhagwan ji ki jai ho
सभी से हाथ जोड़कर प्रार्थना है कृपा इसे पूरा पढ़े - 👉परमात्मा साकार है या निराकर इसे हम practically (प्रायोगिक यानि व्याहारिक तौर) पर भी समझ सकते है। निम्न उदाहरणों से- दुनिया में ऐसी कोई भी निराकार चीज नहीं है जो बिना साकार के अस्तित्व में आई हो। कोई भी हो चाहे निराकार या साकार वो बिना साकार के अस्तित्व में नहीं आ सकती अर्थात् उस निराकार को भी अस्तित्व में लाने वाला मूल तत्व साकार ही है। उदाहरण 1. - हवा ( ऑक्सीजन) निराकार है लेकिन निराकार हवा (ऑक्सीजन) का अस्तित्व भी साकार पेड़ पौधों द्वारा प्रकाश संश्लेषण नामक प्रक्रिया हुई जिसके कारण ही संभव हुआ है अर्थात साकार पेड़ पौधों के कारण ही हवा (ऑक्सीजन) का अस्तित्व संभव हुआ है। जैसे चंद्रमा और मंगल, बुध ,शुक्र जैसे कई ग्रह हैं वहां पर ऑक्सीजन नहीं है क्योंकि ऑक्सीजन को अस्तित्व में लाने वाले साकार पेड़ पौधे वहां विद्यमान नहीं है। साकार पेड़ पौधों के ना होने के कारण उन ग्रहों पर निराकार ऑक्सीजन का निर्माण नहीं हुआ क्योंकि निराकार को अस्तित्व में लाने के लिए साकार की आवश्यकता होती है बिना साकार के निराकार को अस्तित्व मे लाना संभव नहीं है। उदाहरण 2. - साकार फूलों पुष्पों के कारण ही निराकार सुगंध का निर्माण होता हैं। बिना साकार फूलों के निराकार सुगन्ध का अस्तित्व संभव नहीं है। जैसे यदि कोई बगीचा या गार्डन में फूल पुष्प ना हो तो वहां से सुगंध भी नहीं आ सकती क्योंकि निराकार सुगन्ध भी वही से आ सकती हैं जहां साकार फूल विद्यमान हो। उदाहरण 3. - ध्वनि निराकार है लेकिन बिना साकार के ध्वनि उत्पन्न नहीं हो सकती। साकार चाहे सजीव हो या निर्जीव ध्वनि केवल साकार से ही उत्पन्न हो सकती है। जैसे हम साकार प्राणी बोलते है चीखते हैं तो निराकार ध्वनि उत्पन्न होती हैं या कोई साकार निर्जीव पत्थर या अन्य निर्जीव चीज जब आपस मे स्पर्श करती हैं या टकराती हैं तो निराकार ध्वनि उत्पन्न होती है। मूल बात यह है कि बिना साकार के निराकार ध्वनि का अस्तित्व संभव नहीं है। उदाहरण 4. - बिजली( विद्युत) निराकार है लेकिन इस निराकार का निर्माण बड़े बड़े पानी के बांधों पर जहां से पानी नीचे गिरता है वहा बड़े बड़े पंखे ( टरबाइन) लगे हुए होते है ये बड़े बड़े पंखे मोटर से connect हुए होते है और जैसे ही पानी तेज गति से बड़े बड़े पंखों(टरबाइनों) पर गिरता है तो वो तेजी से घूमने लगते है जिससे मोटर भी तेजी से घूमने लगती हैं तेजी से घूमती हुई मोटर में घर्षण होता हैं जिसके कारण निराकार बिजली का निर्माण होता है। इस प्रकार निराकार बिजली को बनाने के लिए साकार पंखा ( टरबाइन) ओर मोटर की आवश्यकता होती हैं बिना साकार मोटर ओर पंखों के निराकार बिजली का अस्तित्व संभव नहीं है। इसलिए निराकार बिजली का निर्माण बिना साकार मोटर ओर पंखों के नहीं हो सकता है उदाहरण 5 - जल साकार है क्योंकि जल का रासायनिक सूत्र h2o है जिसमे हाइड्रोजन का दो परमाणु है और ऑक्सीजन का एक परमाणु है और जब दोनों हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के परमाणु आपस मे मिलते है तो साकार तत्व का निर्माण होता है इसलिए जल साकार है। ना कि निराकार। विज्ञान भी इस बात को मानती हैं कि जल साकार है।साकार से तो निराकार का निर्माण हो सकता है लेकिन निराकार से साकार का निर्माण संभव नहीं है इसलिए साकार जल से निराकार वाष्प का निर्माण होता हैं। इन सभी उदाहरणों से एक बात सिद्ध होती है कि किसी भी निराकार के निर्माण के लिए साकार का होना बहुत जरूरी है बिना साकार के निराकार का अस्तित्व संभव नहीं है। मूल तत्व साकार है साकार से ही निराकार का निर्माण होता हैं और वह निराकार पुनः साकार भी बन सकता है जैसे 👉 पेड़ पौधों (साकार) - ऑक्सीजन (निराकार) - टायर/ट्यूब में हवा भरते हैं तो वो हवा अपना आकर ले लेती हैं अर्थात साकार बन जाती हैं। 👉जल(साकार) - वाष्प(निराकार) - बर्फ (साकार) - जल (साकार) । साकार साकार का भी निर्माण कर सकती है और निराकर का भी। इन सभी उदाहरणों से भी स्पष्ट हो जाता है कि परमात्मा साकार ही है मूलत: लेकिन वो अदृश्य ( गायब) होकर वह निराकार भी हो जाता है लेकिन मूल तत्व साकार ही है यानि परमात्मा मूलतः साकार ही है। बिना साकार के निराकार की उपज संभव नहीं है परमात्मा के संबंध में भी यही बात लागू होती हैं। तथा इसके अलावा सभी धर्मो के शास्त्रों में भी प्रमाण हैं कि परमात्मा साकार ही है और जिनको परमात्मा मिले उन्होंने भी बताया कि परमात्मा साकार ही है।
❤ कबीर, सात द्वीप नो खंड मे ।
गुरू से बड़ा ना कोय।
करता करै ना कर सकै ।।
गुरू करै सो होय। ।❤
Bandi chhod Saint Rampal ji Maharaj ji ki jai hoooo ❤️🙏🏼
सत्य ज्ञान
Sat saheb malik
Sant ramapal ji maharaj ki jay ho
🙏🌹🏳️ Param Sant Rampal Ji Maharaj ji ke pawan Charano 🐾 me Koti koti dadotam Parnam 🙇🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Sat sahib ji 🙏
❤guru dev ji ke charno me koti koti parnam❤
🔳◾◼️▪️🙏🏻▪️◼️◾🔳
🏳️ सत साहेब🏳️
बन्दी छोड़ सतगुरु रामपाल जी
महाराज जी की जय
बंदीछोड़ सतगुरू रामपाल जी भगवान जी के चरणों में दास का कोटि कोटि दंडवत प्रणाम
Jayho bandi chhod ki❤❤❤❤❤🎉🎉
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो
Sat saheb ji 🙇🙏🙏🙇🙏🙏🙏🙇🙇🙇
सबसे अच्छा ज्ञान सत्संग वेदों से प्रमाणित ज्ञान केवल संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य मे मिलेगा और सबसे अच्छे और सच्चे संत केवल संत रामपाल जी महाराज जी हें एक सच्चे भगवान की भक्ति बता रहे पूर्ण परमात्मा की भक्ति साधना ✅✅✅💯💯💯💯📚📚📚👌👌👌❤️❤️❤️❤️📞📞📞✅✅✅✅📲📲📲
Gurujii satsaheb❤❤❤
🙏 Sat 🙏 sahib 🙇 guru 🙇 ji 🙏🙏 koti 🙇 koti 🙇 dadvat 🙏 guru 🙏 ji 🙇👪🙇🙇🙇🙇
तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज की जय हो 🙏🙏
बहुत ही निर्मल सत्संग बाबा आपकी श्री मुख कमल से दाता।।👧👧👩🙇
Sat saheb ji 🙏🏻 bandi chhod satguru sant rampal ji maharaj ki jai ho 🙏🏻 Kabir parmatma ki jai ho 🙏🏻 sat saheb ji 🙏🏻
😱📚🙏"ओह! इतना बड़ा रहस्य...!!
इतना बड़ा रहस्य, इतना अद्भुत ज्ञान.. आज तक क्यों छुपा हुआ था।
आखिर क्यों...परम संत सतगुरू रामपाल जी महाराज जी के सिवा क्यों.. किसी (संत या गुरु)
ने ये तत्वज्ञान नहीं बताया पाया?
कोटि कोटि प्रणाम गुरूजी।
❤बन्दी छोड सतगुरू रामपाल जी महाराज जी
के श्री चरणो मे कोटी कोटी दंडवत प्रणाम मालिक ❤
जय हो बंदी छोड़ की 🙏🙏🙏🙏🙇🙇🙇🙇
Bandi chhod Satguru Samarth Sant Rampal ji Bhagwaan ki Jai ho ❤
❤❤True Guru only sant Rampal Ji Maharaj 🙏🙏🙇🙏🙇
World news real guru sant Rampal Ji Maharaj ji hi hai guru is supreme God real god I miss you guru ji 😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭🙏💞💞😮😮😢😢😢❤❤❤❤❤❤
और ज्ञान सब ज्ञानरी, कबीर ज्ञान सो ज्ञान l जैसे गोल तोप का कर्ता चले मैदान ll🙏🙏🙏🌹🌹🌹
True knowledge 🙏🙏
Bandi chhod satguru rampalji maharaj ji ki joy ho🙏🙏
जहां इनकी पोल खुलती है वहीं ये उसे लीला बता देते है कि कृष्ण जी यहां लीलावश कह रहे हैं। सवाल यह है कि यदि आप हर जगह जहां आपकी पोल खुलती है वहां लीला बता देंगे तो आपके कुतर्क के अनुसार जहां कृष्ण ने अपने को अविनाशी बताया है फ़िर उसे हम वास्तविक क्यों माने वहां भी लीला ही मानेंगे ना फिर । क्योंकि हर जगह लीला ही तुम घुसाते हो ना । दूसरा सवाल ये है कि जहां तुम कहते हो कि ये लीलावस कहा है तो उन्होंने यहां लीलावश कहा है इसका प्रमाण कहा है उस श्लोक में तो कही लिखा नहीं होता कि कृष्ण यहां लीलावश कह रहे हैं। तुम जबरदस्ती घुसाते हो कि यहां लीला से कहा है। यदि तुम हर जगह लीला मानोगे तो जहां वास्तविकता में कहा है वहां भी उसे लीला में ही माना जाएगा ना फिर 😅😅😅
मूर्ति पूजा
वेद पढ़ें पर भेद ना जानें, बांचे पुराण अठारा। पत्थर की पूजा करें, भूले सिरजनहारा।।
वेदों को पढ़कर कंठस्थ करने वाले वेदों के गूढ़ रहस्यों को न समझकर उनके विरूद्ध साधना करते-कराते हैं।
सत साहिब🙏🥰🥰🥰🥰🥰😘😘😘😘
100% Perfect Gyan
Super god Kabir saheb hai 🙇♀️🪴☘️🌷🌾🌻🙏🙏🙏🌺🌹🎄🥦🙇♀️🙇♀️🙇♀️🌻🎄🥀🙏🙏
Bandi chodh satguru rampal ji maharaj ki jay
जो मां के गर्भ से जन्म लेता है वो परमात्मा किसी भी हालत में नहीं हो सकता क्योंकि यदि परमात्मा माता के गर्भ से जन्म लेता है तो माता पिता के संयोग से गर्भ में उसके शरीर का निर्माण होगा तो उस परमात्मा का शरीर माता पिता द्वारा निर्मित माना जाएगा जिसके कारण परमात्मा के भी उसके शरीर को बनाने वाले माता पिता कहलाएंगे जबकि परमात्मा के तो कोई माता पिता है ही नहीं वो तो सबका माता पिता है अगर उसके भी माता पिता होंगे तो फिर वो परमात्मा कहा रहा फिर तो वो हमारे जैसे ही एक सामान्य व्यक्ति बन गया फिर हम में ओर परमात्मा में भेद ही नहीं रहा तब तो फिर हम भी परमात्मा हो गए ऐसे तो 😅😅। परमात्मा की लीला उसके गुण एक सामान्य मनुष्य से भिन्न होती हैं तभी उसे परमात्मा कहा जाता है।
प्रेत बाधाओं से पीड़ित लोग जहां जगह-जगह लुट पिट कर भी समस्याओं से ग्रस्त रहते थे, वहीं संत रामपाल जी महाराज जी ने ऐसी सतभक्ति दी कि सिर्फ नाम का जाप करने से सदा के लिए ऐसी प्रेत बाधा दूर हो जाती है।
सत्य ज्ञान
सत साहेब जी🙏
परम पिता परमात्मा पूर्ण ब्रह्म जगतगुरु तत्वदर्शी जगत के तारणहार बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान के चरणों में दास का कोटि-कोटि दंडवत प्रणाम मालिक
Kabir is Supreme God
Saint Rampal Ji Maharaj is Supreme Satguru
सतगुरु देव जी की जय हो 🙏🙏❤️
True Guru Sant Rampal Ji Maharaj
Bandi chhod satguru Rampal Ji bhagwan ki jai ho 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Kabir is god sant rampal ji Maharaj he sarav srest gyan baty h or sary nakli dharm guru h ❤️
सुखमय जीवन का मार्ग
सतभक्ति से जीवन का मार्ग स्पष्ट और सरल हो जाता है। सभी बाधाएँ समाप्त होती हैं, और साधक सहजता से जीवन जीता है।
अद्भुत Gyan
बहुत ही अनमोल सत्संग
कोटि कोटि सिजदा करूं, कोटि कोटि प्रणाम।
चरण कमल में राखियो, मैं बांदी जाम गुलाम।।
🙏सत साहेब 🙏
🙏बन्दी छोड सत गुरु रामपाल जी
🙏 माहाराजभगवान कि जय 🙏
🙏सत साहेब जी🙏🙏
❤❤❤❤❤
सत साहेब जि🙏
Very nice spiritual knowledge
Naice satsang
अति सुंदर ज्ञान
Very nice satsang
Sat saheb
God gives spiritual knowledge
पूरे विश्व में तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ही हैं
Sat saheb ji ❤❤❤
Gyan kobir is best
Awadhbihari Etawah Up ❤ jagatguru sant Rampal Ji Maharaj ki Jay Ho 🌹🌹🙏🙏💐
Anmol Gyan sat rampal Maharaj ji ka ❤❤❤❤❤❤
जो जीन मेरी शरण में तक हु दास गेल गेल लगे जबतक धरती आकाश l
दादू नाम कबीर का, सुनकर कांपे काल ।
नाम भरोसै जो चले, होवे न बांका बाल ।।
Anmol satsang 🙏
सत साहेब जी
पवित्र गीताजी के अध्याय 18 श्लोक 62 में उस परमात्मा के सनातन परम धाम की महिमा की गई है एवं अध्याय 15 के श्लोक 17 में तीनों लोकों में प्रवेश करके सबका धारण पोषण करने वाले उत्तम पुरुष को अविनाशी, परमेश्वर, परमात्मा बताया गया है। गीताजी अध्याय 8 श्लोक 9 में सबका धारण पोषण करने वाले सूक्ष्म से भी अति सूक्ष्म उस अनादि सच्चिदानन्दघन परमेश्वर का नाम "कबीर देव" बताया है।
ऐसा प्रमाणित ज्ञान
❤SAT SAHIB ji.❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Anmol satsangh
Satsaheb❤❤❤❤😂
अनमोल सत्संग
,,😭🪔🙏 पूर्ण गुरुवे ही सतगुरु रूपी पूर्ण परमात्मा सबके सच्चे मालिक कबीर साहेब स्वरूप संत रामपाल जी गुरुओ के गुरुवर इस धरा 🌍 पर विद्यमान है।।
Jay ho bandichhod ki ❤
बंदी छोड जगत गुरु तत्व दर्शी संत शिरोमणि सत गुरु राम पाल जी महाराज जी कि जय हो सत साहेब जी, काल जो पिसै पिसना जौरा है पनिहार। ये दो असल मजदूर हैं मेरे सत गुरु के दरबार।। ❤❤❤😅😅😅😅😅😅😅
सतभक्ति करने वाले की अकाल मृत्यु नहीं होती जो मर्यादा में रहकर साधना करता है।
Clear and evident spiritual knowledge🙏👌
Jai ho bandi chhod ki
Very nice Satsang 🙏❤️🌺🌺🙏🌻🍁
संत रामपाल जी महाराज की शिक्षाओं के कारण लाखों लोग जात-पात और अंधविश्वास को छोड़कर सच्ची भक्ति और मानवता के मार्ग पर चलने लगे हैं।उनके प्रयास से समाज में शांति, भाईचारा और समानता का वातावरण बन रहा है।🌿🙏
Living Being Is Our Race
2सभी धर्मों के नकली धर्मगुरु श्रद्धालुओं को यह तक नहीं बता पाए कि वह एक रब (अल्लाह, गॉड, परमात्मा) कौन है, जिनकी हम संतान हैं।
सतगुरु रामपाल जी महाराज ने सभी धर्मों के पवित्र ग्रंथों से प्रमाणित करके यह साबित कर दिया कि पूजा के योग्य वह एक परमात्मा (अल्लाह, गॉड, रब) कबीर साहिब जी हैं।
At present the true Guru is Sant Rampal Ji Maharaj,🙏Because Sant Rampal Ji Maharaj explains true devotion according to all religious scriptures.🙏🙏🙏🌹🌹🙏
बहुत अच्छा है जी 🙏🙏🙏
Sat saheb Guru ji 🙏 Daya kare 🙏
True knowledge of sant rampal ji maharaj 🙏
कबीर, गुरू बिन माला फेरते, गुरू बिन देते दान।
गुरू बिन दोंनो निष्फल है, पूछो वेद पुराण।।
Jagatguru rampal g ki jay ho ...sare world m jai ho ....guru ki
❤ sat saheb ji 🙏
Anmol gyaan🙏🙏🙏🙏🙏🙏
मैं संत रामपाल जी महाराज जी की आभारी हूं कि उन्होंने इस सच्चाई को हमारे सामने लाया है। 🙏🙏
Nice 👍
अति अनमोल ज्ञान 🙏❤️
Jai ho maharag g jagatguru rampal g maharaj
Great👍👏👏