एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। ईण र् गांव री उलटी रीत। नीच छान ऊपर न भींत । चरियां को पाणी मंडेरी चढ़ जाय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। चरियां को पाणी मंडेरी चढ़ जाय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। आग जल्ड़ चूल्हों बुत जाय। पोवण वाळी न रोटी खाय। पोवण वाळी न रोटी खाय। छोर की गोड्या में छोर की माय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। कह गए नाथ जी ऐसी वाणी। कह गए नाथ जी ऐसी वाणी। बिन जल ताल भर्-या है पाणी। बिन जल ताल भर्-या है पाणी। पेड़ कट ओर फल लग जाय वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। हंर एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। हंर एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। कह गए गोरख उल्टी वाणी। कह गए गोरख उल्टी वाणी। दूध का दूध और पाणी का पाणी। दूध का दूध और पाणी का पाणी। परखण वाळा तुरन्त मार जाए। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय । कह गए गोरख उल्टी वाणी। कह गए गोरख उल्टी वाणी। दूध का दूध और पाणी का पाणी। दूध का दूध और पाणी का पाणी। परखण वाळा तुरन्त मार जाए। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। ईण र् गांव री उलटी रीत। नीच छान ऊपर न भींत । चरियां को पाणी मंडेरी चढ़ जाय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। चरियां को पाणी मंडेरी चढ़ जाय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। आग जल्ड़ चूल्हों बुत जाय। पोवण वाळी न रोटी खाय। पोवण वाळी न रोटी खाय। छोर की गोड्या में छोर की माय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। कह गए नाथ जी ऐसी वाणी। कह गए नाथ जी ऐसी वाणी। बिन जल ताल भर्-या है पाणी। बिन जल ताल भर्-या है पाणी। पेड़ कट ओर फल लग जाय वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। हंर एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। हंर एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। कह गए गोरख उल्टी वाणी। कह गए गोरख उल्टी वाणी। दूध का दूध और पाणी का पाणी। दूध का दूध और पाणी का पाणी। परखण वाळा तुरन्त मार जाए। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय । कह गए गोरख उल्टी वाणी। कह गए गोरख उल्टी वाणी। दूध का दूध और पाणी का पाणी। दूध का दूध और पाणी का पाणी। परखण वाळा तुरन्त मार जाए। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन यानी संसार ,सिंह यानी मन , गाय यानी आत्मा आत्मा अपने मन को संसार मे विचरण करवाती है और उसमें स्वयं खो देती है यही अचम्भा है कि चराने वाले खुद खो जाता है।
Prkrti hi jungle h jo prakrti se nirbhay hogya whi singh h haari endriya hi gay h jo prkrti se nirbhy h whi apni endriyo ko saymit krpata jeet pata h endriyo ko nam ke jap me lgana tap me lgana hi charana h ye kam jo krpata h whi singh h whi jitendriy mahapurush h
Bhut mst gayen h guru ji aap ka m din me 5_6 baar sun hi leta hu bachapan me hmare chacha ji se suna tha tb mtlb pta nhi chalta tha
Bhoot kubb nath ji bhoot Sundar bajan ayo hai ji jai garu dev ke
🎉अति सुंदर भजन महाराज जी, बहुत कुछ है इस भजन के शब्दो में🙏🙏🙏
Gulab nathji maharaj ke sare bhajan bahut shandaar he
sandar bhajan
गुरु जी आपके भजन अच्छे लगते हैं लेकिन अर्थ समझ नहीं आते प्लीज् अंत में थोड़ा इनका सार या अर्थ बतया करो 🙏🙏
जय हो
जय श्रीनाथ जी 🧡💫🙏🏻
गुलाब नाथ जी महाराज ने यह भजन बहुत अच्छा गाया है
Jai shiri nath ji ki 🙏 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Nice bhajan gulab nath Ji ka
Jay ho❤❤❤
Aadesh Maharaj ji ❤❤❤❤❤❤
Jai ho guru ji
🙏🏻 कृप्या करके कोइ गुणीजन सम्पूर्ण व्याख्या बताईये 🙏🏻
गजब वीडियो
बहुत बहुत बधाई सुन्दर भजन सुनानेकेलिये
Aapki aawaaz aati madhur hai. Aapko mera parnap ji.
Jya ho baba ji ki
💖
Jai shree gulab nath mahraj🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Ji 🙏🙏🙏 I am too fane 🙏🙏🙏
Jasnaath Ji Maharaj ki Jay gurudev Narayan nath Ji Maharaj ki Jay
💗LOVE
🇮🇳🚩😇🕉🙏
वंदे मातरम जय श्री राम जय जय श्री गौ माता गौ रक्षक गो सेवक अपना जिला अध्यक्ष कुंदन सिंह शेखावत 🇮🇳 🚩 🕉 🙏
❤ गुरुदेव आपके भजन बहुत सुंदर है आप से विनती है थोड़ा इन्हें अर्थ डे
Jay ho nath maharaj in bhjno ka arth bhi smjhao maharaj ji bhut badhiya he
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
ईण र् गांव री उलटी रीत।
नीच छान ऊपर न भींत ।
चरियां को पाणी मंडेरी चढ़ जाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
चरियां को पाणी मंडेरी चढ़ जाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
आग जल्ड़ चूल्हों बुत जाय।
पोवण वाळी न रोटी खाय।
पोवण वाळी न रोटी खाय।
छोर की गोड्या में छोर की माय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
कह गए नाथ जी ऐसी वाणी।
कह गए नाथ जी ऐसी वाणी।
बिन जल ताल भर्-या है पाणी।
बिन जल ताल भर्-या है पाणी।
पेड़ कट ओर फल लग जाय
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
हंर एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
हंर एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
कह गए गोरख उल्टी वाणी।
कह गए गोरख उल्टी वाणी।
दूध का दूध और पाणी का पाणी।
दूध का दूध और पाणी का पाणी।
परखण वाळा तुरन्त मार जाए।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय ।
कह गए गोरख उल्टी वाणी।
कह गए गोरख उल्टी वाणी।
दूध का दूध और पाणी का पाणी।
दूध का दूध और पाणी का पाणी।
परखण वाळा तुरन्त मार जाए।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
Nice
Swraj
Vary nice
मन को सिंह समझो ओरआत्मा गाय।मन पर आत्मा की विजय ही सिंह को चराना है।
🙏🙏🙏ji bahut khub aap ko commet achha laga 💯👌
बहुत खूब नाथ जी🙏
Awesome
Great voice
I am fan for GULAB NATH JI👍
Nice 👍👍
Very very nice
Very nice 👍
अति मधुर प्रणाम
Kya ho baba
Aadesh aadesh nath ji
Super hit
🌹जय माता रानी की🌹
🌈🙏🌈
🌹 🌹🌹
Very nice
Guruji is bhajan ka Arth bhi
Ok
🙏🙏🙏🙏🙏 जय श्री नाथ जी 🙏🙏🙏🙏🙏
Jai ho
जैय श्री नारायण बहुत सुन्दर है
संतो की वाणी सत्य है
I like it very nice
Pura lyrics Hindi mai bhejo
Arth bhi batao
Adesh adesh ji very very good
Agar kisi ko nathji ka program karwana to kitna charge karte hai
10k k something
Jai Shree Nath ji Maharaj ki
999siggie
जय हो गुलाब नाथ जी महाराज
Aadesh Nath Ji ko Aadesh
गुरुदेव इस भजन का अर्थ करके बताओ समझ में नहीं आ रहा
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
ईण र् गांव री उलटी रीत।
नीच छान ऊपर न भींत ।
चरियां को पाणी मंडेरी चढ़ जाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
चरियां को पाणी मंडेरी चढ़ जाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
आग जल्ड़ चूल्हों बुत जाय।
पोवण वाळी न रोटी खाय।
पोवण वाळी न रोटी खाय।
छोर की गोड्या में छोर की माय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
कह गए नाथ जी ऐसी वाणी।
कह गए नाथ जी ऐसी वाणी।
बिन जल ताल भर्-या है पाणी।
बिन जल ताल भर्-या है पाणी।
पेड़ कट ओर फल लग जाय
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
हंर एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
हंर एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
कह गए गोरख उल्टी वाणी।
कह गए गोरख उल्टी वाणी।
दूध का दूध और पाणी का पाणी।
दूध का दूध और पाणी का पाणी।
परखण वाळा तुरन्त मार जाए।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय ।
कह गए गोरख उल्टी वाणी।
कह गए गोरख उल्टी वाणी।
दूध का दूध और पाणी का पाणी।
दूध का दूध और पाणी का पाणी।
परखण वाळा तुरन्त मार जाए।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
@@manojkumaroswal166 ईसका अर्थ क्या होता है समझावे आपने लिखा वो तो भजन के बोल हे
Very good 🤟🤟
P
Hari Om santa
वन में सिंह को कैसे चरा कर लाई ।पूरे भजन का विश्लेषण करना प्लीज क्या रहस्य है
वन यानी संसार ,सिंह यानी मन , गाय यानी आत्मा
आत्मा अपने मन को संसार मे विचरण करवाती है और उसमें स्वयं खो देती है यही अचम्भा है कि चराने वाले खुद खो जाता है।
@@tanishakartik7655 कृपया पुरे भजन का अर्थ विस्तार से समझाने की कृपा करे।
Yeh nath ji ki sabd vani hai antaratma se bhajan krna padta hai
Prkrti hi jungle h jo prakrti se nirbhay hogya whi singh h haari endriya hi gay h jo prkrti se nirbhy h whi apni endriyo ko saymit krpata jeet pata h endriyo ko nam ke jap me lgana tap me lgana hi charana h ye kam jo krpata h whi singh h whi jitendriy mahapurush h
यूट्यूब चैनल jangir Shekhawati
Mamorecarde
bhut sunder nirgun bhajn.bhut sunder tal lay ridam ke sath.
Super hit
🙏🌹 jay shree nath ji maharaj 🌹
Jai ho
जय हो नाथ जी महाराज की
Nice
Jay Ho Shrinathji Maharaj ki
जय श्री नाथजी की
Jai Shree math g Maharaj🙏🙏
Jai ho sant pariwar ki
जय श्री नाथ जी महराज 🙏🙏
Jai nath ji ki
जय हो नाथ जी की
Jai ho
जय श्री नाथ जी 🙏🙏🙏
Nice
जय श्री नाथ जी महाराज
जय श्री नाथ जी महाराज की
Jai shree nath ji ki
Jai Shree Nath Ji Maharaj 🎉
Nice
Nice
जय श्री राम जी 🙏
Jai shree nath ji ki
Nice
jai naath ji