सबसे बड़ा सोया उत्पादन करने वाले राज्य के किसान ने ऐसी क्या ग़लती कर दी,कि समर्थन मूल्य भी नहीं, क्या मामा मजबूर कृषि मंत्री,या 29 सीटें देने का खामियाजा?
100% सही कहा आपने, यदि समय रहते 10_15 पर पहुचा देते तो रोना नही पडता , इन मुर्ख किसानो के कारण नये पढे लिखे किसान भी परेशान है। अब करोडो,अरबो का नुकसान होगा
सोयाबीन खरीदेगे कैसे गेहूं तो खरीदा नही गया एमएसपी की गारंटी पर कोई नही बोल रहा क्यों क्योंकि आने वाला समय कांट्रेक्ट खेती का जो है एमएसपी की गारंटी में कंपनी को मनमानी करने की छूट नही मिल पाएगी बस थोड़ा समय और रुक जाइए किसान भाइयों क्या कांग्रेस क्या बीजेपी सभी किसान रोयेगे की पंजाब हरियाणा के किसान जो आन्दोलन में एमएसपी की मांग कर रहे है वह कितना अधिक जरूरी था।
ए किसान विरोधी सरकार गिर jayengi लेकीन किसान के सोयाबीन,कपास तूर, उडद हर माल को किसी भी हालत. मे भाव नहीं बधायेंगी इनको किसान को जमीन बेचणे के लिये मजबूर करना है आप समझ जाईये
जिन राज्यों में एमएसपी पर सोयाबीन खरीदने की बात कही है वहां पर उन्हें लोकसभा चुनाव में भारी नुकसान हुआ था और आने वाले समय में उन राज्य में चुनाव भी इसको देखते हुए उन राज्य एमएसपी पर खरीदने की घोषणा कर दी है
एमपी व राजस्थान मे चुनाव हो चूके ,बीजेपी सरकार है दोनो जगह, अब क्या मतलब है । वैसे सरकाट ने अच्छा किया ताकि एमपी वालो मे थोडी अक्ल आ सके । ठोकर खाकर इन्सान सुधरता है।
कर्नाटक तेलंगाना और महाराष्ट्र में इतना सोयाबीन का इतना उत्पादन नहीं होता जितना एमपी में होता है जहां सोयाबीन का उत्पादन कम होता है वहां पर यह m s p पर खरीदारी करने की बात कर रहे हैं क्योंकि अगर एमपी से सोयाबीन की खरीदारी की गई तो इन्हें यहां के किसानों को ज्यादा पैसे सरकारी खजाने से देना पड़ेंगे
मध्य प्रदेश मे सरकार MSP पर खरीदी क्यों नहीं करेगी इसका कारण यहां चुनाव होकर सरकार बन गई हैं और महाराष्ट्र में चुनाव कराना बाकी हैं क्या किसान एवं जनता को बेवकुफ समझा है
यह सरकार किसानों की हो ही नहीं सकतीहै क्योंकि महाराष्ट्र में चुनाव है चुनाव के लिए एसपी बढ़ाई गई है शिवराज सिंह जी का दोगलापन दिखाई दे रहा है जय किसान जय जवान
एमपी के सोयाबीन किसानोंकी आवाज उठाने वाला संसद में कोई नहीं और इसके जिम्मेदार भी किसान ही है
जय किसान जय हो
मध्यप्रदेश के किसानो अनदेखी बहुत महँगी पड़ेगी 👍जय जवान जय किसान 👌
मेरे भाई अब कुछ नही हो सकता ,
सरकार कोई भी हो चुनाव से डरती है।
जो किसान का नहीं वह किसी काम का नहीं
मध्य प्रदेश में 29मै से 29 सीटों का परिणाम है
शिवराज ने गेंहू भी 2700 रु क्विंटल के भाव देने का वादा किया था क्या हुआ उसका
एमपी ही ऐसा राज्य हैं जिसने 29की29ही सीट एक ही खाते में जमा कर दी अगर दो खाते होते तो आपकी आवाज सांसद भवन तक जरूर जाती
सोयाबीन का भाव 8000 होना चाहिए
जय किसान
सबसे बड़ा सोया उत्पादन करने वाले राज्य के किसान ने ऐसी क्या ग़लती कर दी,कि समर्थन मूल्य भी नहीं, क्या मामा मजबूर कृषि मंत्री,या 29 सीटें देने का खामियाजा?
29 सीट देने का बदला तो लेना पडेगा भैया
29 me se 29 dene ka tohfa
100% सही कहा आपने, यदि समय रहते 10_15 पर पहुचा देते तो रोना नही पडता ,
इन मुर्ख किसानो के कारण नये पढे लिखे किसान भी परेशान है। अब करोडो,अरबो का नुकसान होगा
सोयाबीन खरीदेगे कैसे
गेहूं तो खरीदा नही गया
एमएसपी की गारंटी पर कोई नही बोल रहा क्यों क्योंकि
आने वाला समय कांट्रेक्ट खेती का जो है एमएसपी की गारंटी में कंपनी को मनमानी करने की छूट नही मिल पाएगी
बस थोड़ा समय और रुक जाइए किसान भाइयों क्या कांग्रेस क्या बीजेपी सभी किसान रोयेगे की पंजाब हरियाणा के किसान जो आन्दोलन में एमएसपी की मांग कर रहे है वह कितना अधिक जरूरी था।
कुछ नही होने वाला केवल राजनीति मे किसान पिसाऐगा ।
Msp किस काम की जब msp 4900 रुपए की ही तो किसान को 6000 भाव चाहिए
MP ne 29 seet de kar galti kar di
60005 सोयाबीन करना है शिवराज सिंह जी कृषि मंत्री मध्य प्रदेश पूरे देश में 6000 सोयाबीन करना है मध्य प्रदेश के लोगों ने आप 29 सिटी दी है
ए किसान विरोधी सरकार गिर jayengi लेकीन किसान के सोयाबीन,कपास तूर, उडद हर माल को किसी भी हालत. मे भाव नहीं बधायेंगी इनको किसान को जमीन बेचणे के लिये मजबूर करना है आप समझ जाईये
जिन राज्यों में एमएसपी पर सोयाबीन खरीदने की बात कही है वहां पर उन्हें लोकसभा चुनाव में भारी नुकसान हुआ था और आने वाले समय में उन राज्य में चुनाव भी इसको देखते हुए उन राज्य एमएसपी पर खरीदने की घोषणा कर दी है
किसान भाइयों से अनुरोध है कि जब तक सोयाबीन के भाव मंडी में 6000 से ऊपर नहीं बिकती है तब तक मंडी में लेकर नहीं आवे जय जवानजय किसान
सोयाबीन उत्पादन 1 राज्य mp को ही उल्लू बना दिया क्योंकि उन्होंने 29 की 29 सीट दी 😢😢
लेकिन सोया स्टेट तो एमपी है😢
एमपी के किसानों की ये गलती हैं कि किसानों ने बीजेपी को 29की 29सीट दे दी है इसलिए एमपी के किसान की सोयाबीन एमएसपी पर खरीद नहीं रही है
लाडकी बहीन पण सोयाबीन भाव 6000 रु मांगत आहे....खूप नुकसान झाले 5 वर्षात जवळजवळ 10 लाखाचा घाटा झाला
Vaah re krishi mantri
यह 29 की 29 सीट देने का परिणाम किसने ए बुक तो अपने ही करम है
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मध्य पदेशबीजेपीजितनेकेकारणयहाकेकिसानोकोएमेसपोनहीहै
एमपी व राजस्थान मे चुनाव हो चूके ,बीजेपी सरकार है दोनो जगह, अब क्या मतलब है ।
वैसे सरकाट ने अच्छा किया
ताकि एमपी वालो मे थोडी अक्ल आ सके ।
ठोकर खाकर इन्सान सुधरता है।
आंदोलन की शुरुवात होगी एमपी से सरकार किसानों को गुमराह करने मे लगी है जो सरकार बना सकते है वो किसान भाई गिरा भी सकते हैं सरकार
6000 / तो हल्की वाली बिकना चाहिए
6000 / तो आज से चार पांच साल पहले होना चाहिए था
आज तो 8000 से ऊपर होना चाहिए
हमारी मांगे पुरी करो मामा जी किसान एक किसान का पुत्र जय जवान जय किसान जय भारत भारत माता कि जय ❤
अब मामा जी आपको नही जानते ,
तुम्हारा मामा जी तुम्हारी लाडली बहनों को 1250 महीना दे तो रिया है और क्या चाहिए 1250 रुपया महीना में ही खुशी बना
No मामा
मध्य प्रदेश मैं अंधभक्त है तो यही होगा
और राज्य गये तेल लेने
मध्य प्रदेश में क्या समस्या आ रही है 29कि29 मिलने का परिणाम है
भैया जैसी करनी वैसी भरनी क्योंकि हमने सभी तो सांसद भाजपा के सुन के भेज दिए अब हमारी संसद में आवास कौनउठेगी
Rajasthan ko kyu nahi
Maharashtra me chunav
कर्नाटक तेलंगाना और महाराष्ट्र में इतना सोयाबीन का इतना उत्पादन नहीं होता जितना एमपी में होता है
जहां सोयाबीन का उत्पादन कम होता है वहां पर यह m s p पर खरीदारी करने की बात कर रहे हैं क्योंकि अगर एमपी से सोयाबीन की खरीदारी की गई तो इन्हें यहां के किसानों को ज्यादा पैसे सरकारी खजाने से देना पड़ेंगे
मध्य प्रदेश से तो पूरी 29 सिम बगैर मेहनत के मिल गई हैं उन्हें भला तो उन्हीं का करेंगे जहां से उनको नुकसान हुआ है
मध्य प्रदेश मे सरकार MSP पर खरीदी क्यों नहीं करेगी इसका कारण यहां चुनाव होकर सरकार बन गई हैं और महाराष्ट्र में चुनाव कराना बाकी हैं क्या किसान एवं जनता को बेवकुफ समझा है
6000 ज्यादा नहीं बस इतना ही कर दो
29 ki 29 seet😂😂mp ne di
जब गेहूं नहीं कहे पे खरीदा गया तो आगे क्या होगा
MP ne 29 ki 29 site di isaka parinaam hai ki mp me msp par soyabean nahi kharid ho Rahi hai
29me se 29sita jita di ab bhukto soyabeen 3500bikna chayeye tabhi kisano ko malum padega bjp sirf adani or Ambani ki sarkar he
MP me chunav nahin hai na
Aabani Aadani ki sarkar h
Kisaan ki nahi
यह सरकार किसानों की हो ही नहीं सकतीहै क्योंकि महाराष्ट्र में चुनाव है चुनाव के लिए एसपी बढ़ाई गई है शिवराज सिंह जी का दोगलापन दिखाई दे रहा है जय किसान जय जवान
Madhya Pradesh, rajsthan kha jaayega
Soybean ke bhav
एमपी से भेदभाव क्यों
मध्य प्रदेश के किसान अपनी पार्टी को कमजोर थोड़ी होने देंगे जशहां पार्टी का प्रदर्शन अच्छा नहीं है वहां पर एम एसपी की गारंटी दी गई है
Yah galat mang rahe hain soybean ka 6000 bar sabki MSP guarantee mangna chahie swaminathan report ke hisab se
₹6000 हीचाहिए
Ab MP me 2029 me election hone wala isliye MP ki taraf kisi ka dhyan nhi hai
Shivraj ji mp ka soyabean kharidneme Sharm a rhai kya humne 29me 29 site di yah hamara gunah he kya
Mp ka kisan pagal
Kyo ki mp me chunav ho gya he
चुनाव के पहले तो किसान भगवान था और चुनाव बाद तो किसान असुर हों गए है ये बीजेपी किसानों की दुसमान है
Mp vale ke soyabin nhi kharidenge kyoki 29 me se 29 jite he 😮
Mama kya kr rahe Ho
मप्र के किसानो से किसी सरकार को या विपक्ष को कोई मतलब नहीं है. विपक्ष मरा हुआ है और सत्तापक्ष मदमस्त हे. किसान अंध भक्त हें. अब भुकतो.😊😊
Mp mein election nahi hai
Kya 29 me se 29 site de kar gunah kiya he kya shivraj ji modiji
Adni ke liye mp ko chod Diya 29 me 29 ke liye
MP se hat dho bethegi bjp
Mp ka bhi samartan muli par kharid ho
😅
मध्य प्रदेश मैं अंधभक्त है तो यही होगा