सबसे पहले तो आपको होली की हार्दिक बधाई शुभकामनाए। भाई साहब मैंने आपका यु टुब विडियो देखा जिसमें आप ने शुभ शकर जी को आदिवासी बताया मां गौरी का जन्म तेरेता युग में हुआ राजा हिमाचल के यहां माता मैना रानी के गर्भ से एक क्षत्रिय कुल । पहली बात दुसरी बात पार्बती गौरा गौरी का पहला जन्म प्रजापति दक्ष के यहां पुत्री रुप में एक बारमहण कुल में हुआ जिसमें यगिया में मां सती शिव शंभू को नहीं बुलाया गया जिस यगिय में मां सती सवयम चली गई जिसे राजा दक्ष ने अपमानित किया सती सवयम भस्म हो गई अपमान के कारण शिव शंभू ने रुद्र अश विर भद्र काली काल भैरव को भेज कर यग को बिधवस कराये ये घटना सतयुग में घटा आदिवासी प्रक्रिति की पूजा करते हैं। शिव शंभू की पूजा बड़ा देव बुडाहा देव के रूप में करते हैं।
होली की उत्पत्ति के संदभॅमें मेरी व्यक्तिगत राय, आयॅ आगमन 4, 5 हजार वषॅ का ईतिहास है और आदिवासीयों का 70, 000 अथवा 80, 000 हजार वषॅ पुवेॅ का ऐतिहासिक विद्वानो की खोज अनुसार बताया जाता है । आदिवासीयों की रुढि, प्रथा, परंपरा , रितीरिवाज, त्यौहारे, जन्म, मृत्यु, शादि ईत्यादि प्रकृति के अलौकिक शक्तियों सम्बन्धित है जैसे की होली की उत्पत्ति अग्नि की अलौकिक शक्ति सम्बन्धित है, ज्वालामुखी पहाडों पर अग्नि का प्रचंड स्वरुप प्रगट होना, अग्नि की रोशनी कलोर का प्रतिक है , पहाड से अग्नि का प्रतिक गांव के ऐक स्थान पर स्थापन करना और हर साल सिजन के अनुसार खेति पाक की आहुति देना ये आदिवासीयों की परंपरा अनुसार है, ये बात 15, 000 वषॅ पुवेॅ की प्राकृतिक घटनाओं के सम्बन्धित है और आदिवासीयों की होली पुजा, गानों में भी बार बार पहाडों के उल्लेख होता है मतलब वास्तविक सत्य का समयानुसार बदलाव हुआ, वतॅमानमें भगवान कृष्न, भगवान राम, आयॅ राजा विष्णुं, हिरण्याकश्पुं की बहन होलीका, प्रहलाद जैसे महापुरुषों कों होली के त्यौहार को जोडकर मानव सजीॅत ईतिहास का प्रमाण बताया जाता है जो वास्तविक सत्य को गुमराह किया जाता है । हां आदिवासीयों के क्षेत्र की मान्यता अनुसार उत्सव मनाया जाता है लेकिन प्राकृतिक द्रष्टिकोण जिसमें जरुर देखने मिलता है आदिवासीयों के उत्सवों के पिछे कोईक कुदरती रहस्य जरुर छीपा हुआ रहा है । आपने वतॅमान त्यौंहार को परिभाषित किया है वह भी क्षेत्र और समयान्तर बदलाव की सत्य की खोज है । जय आदिवासी - जय जोहार
Jab mayn Ranchi me rahti thi tab pululiya ke rehnewale mere ak parichit ne munda adivasiyon ke saskriti pe likhi ak kitab the thi. Usme Mayne pada tha falgun mahine me holi ke aspas unka rog chattu hari parab hota hai. Jisme wo apne ghar ki saf safai karte hai aur ghar thatha gaon ke sare kure ko gaon ke bahar le jakar ek jagah ikattah karke jalate hai. Phir khichdi pakakar khate hai. Aaj bhi hindi ya bihar me log holi se pahle ghar ki safai karte hai. Ho sakta hai pahle bangal me bhi yehi niyam raha ho. Aajke bangal me purani saskriti ke bare me Jan Pana bahut muskil hai. Aap ko holi aur rog chattu hari parab ke bare me kuch pata chale to koi video banana. Ye kitab mayne 2001 me padi thi. Mujhe na to kitab ka nam yaad hai na hi lekhak ka.
सभी धर्म ग्रंथ में देव राक्षस असुर दैत्यों दानव यक्ष किन्नर गंधर्व सभी को कश्यप की सन्तान मानते हैं । भगवान परशुराम के गुर जिसे परशुराम जी ने सम्पूर्ण पिरथवी जीत कर अपने गुरु कश्यप जी को दान कर दिये उन्हीं के पुत्र हिरण कश्यप है इन्द्र है सुरिय वामन हे। ये भी बारमहण कुल से थे। प्राचीन देश भारत मिस्र युनान इराक ईरान है और जितने भी आरिय आनरिय सभी भारतीय है।। दर
होलीके बारेमे बहोत सारी धारणाये है.... सच खोच निकालना असंभव है..सब मनगंढत कहाणी के रुपमे इसे देखना चाहिए.. अब होलीका कोई महत्त्व नही.किसी महिलाकी स्म्रतीमे या उसके प्रती घ्रुनाके रुपमे किसी महीलाको आगके हवाली करना गलत है. पुराने मनगंढत रितीरिवाज का महत्व सामने रखकर होलीके दिन बहोत सारी लकडी जलाई जाती.। हजारो टन लकडी एकही दिनमे पुरे भारतमे बेवजह आगमे स्वाह किया जाता है..वनसंपदाका विनाशका यह खेल अब बंद होना चाहिऐ.. जंगल कम हो रहे है। अब वनसंपदा खतरेमे है..जंगल बचना चाहीऐ..यह मेरी व्यक्तीगत राँय है..
आप होली के त्योहार के बारे में अलग अलग संस्कृती बताते हों हिरण्यकशिपू की बहन होलिका थी, इस पर आपने बनाया हूवा विडिओ मैनें देखा हैं फिर आप इसमें अलग हीं बता रहें हैं
भाई आप गलत बता रहे हो जिस दिन आपको पता चलेगा कि संभु गौरा का कहानी अलग है और होलिका की कहानी अलग है उस दिन आप खुद विडियो डिलीट कर दोगे। आप दो कहानी को एक बता रहे हो ।
History of calendar topics, learnt, that 1stly started month as Chandra (moon) system but after 12 Chandra month not covered 365days year later clarified. Probably, 1stly calendar started min to kumba. So, revenue collection purpose Kings of India gathered to empire in month kumba, ancient period used dula as a car. Probably, gathering of king became as dula =dul festival. Kumba means falgun month. Thanks.
Matlab ye ancient festival nhi hain,ye hindu ariyo akraman k baad holi banane lage...toh ab hme holi banni chahiye ya nhi balki virodh Krna chahiye mare hue purwazo k logo k upar kon itna salo Tak banata h...na jane aise hmare log kitne mara gye kya hume har koi ki festival bana deni chahiye balki death anniversary date ki hisab shradhanjali deni chahiye...aur festival sirf ab nature ko lekr banani chahiye....❤🙏
Bhai aapne gaora ko parvati kaha lekin gaora aur parvati alag alag hai gaora lanji gad ki devi hai lanchkai bhi kehte hai gaora ko netam ki kul sawamni hai parvati ko aryo ne bheja tha tap karne ke liye lekin sambhu ne usse saadi nhi ki thi use prem bandhan me bandh gai thi to rakha tha
Bhai Netam ka totam chinh kachua hai isliye Wo gaora ka yotam chinh me samaj me darsaya jata hai jaankaari ke liye gaora Netam hai aur totam Netam ka kachua hai usi prakaar ishar raja ko bail me baithaya jata hai Wo dhamdha gad ka raja hai ishar raja madhya sambhu hai ishar dev markaam hai aisa nhi hai ki har sambhu markaam hai 88 sambhu the jo alag alag raj pat the aur alag alag gotra se the
ALOGSE GONDI DHARAM MAT BANAO BHAI.WORLD KE ADIBASI EK HAI.WORLD KE ADIBASI SAMAJ ADIBASI DHARAM KOD MANG RAHA HAI.AP GONDI SAMAJ ADIBASI DHARAM LIKHNESE ADIBASI SAMAJ KO SAKTI MILEGA.ALAG ALAG DHARAM LIKHNESE ADIBASI SAMAJ BHARAT ME WORLD ME BANTJAEGA.JODNEKA KAMKARO TODNEKA NEHI
Holika hamari mulnivasi thi, aaj se
Bharat ke mulnivasi 2021 se holi
Nhi manayenge🙏jai mulnivasi
Jay Seva Seva Johar 🙏🙏💐👍
Sewa Johar
सबसे पहले तो आपको होली की हार्दिक बधाई शुभकामनाए। भाई साहब मैंने आपका यु टुब विडियो देखा जिसमें आप ने शुभ शकर जी को आदिवासी बताया मां गौरी का जन्म तेरेता युग में हुआ राजा हिमाचल के यहां माता मैना रानी के गर्भ से एक क्षत्रिय कुल । पहली बात दुसरी बात पार्बती गौरा गौरी का पहला जन्म प्रजापति दक्ष के यहां पुत्री रुप में एक बारमहण कुल में हुआ जिसमें यगिया में मां सती शिव शंभू को नहीं बुलाया गया जिस यगिय में मां सती सवयम चली गई जिसे राजा दक्ष ने अपमानित किया सती सवयम भस्म हो गई अपमान के कारण शिव शंभू ने रुद्र अश विर भद्र काली काल भैरव को भेज कर यग को बिधवस कराये ये घटना सतयुग में घटा आदिवासी प्रक्रिति की पूजा करते हैं। शिव शंभू की पूजा बड़ा देव बुडाहा देव के रूप में करते हैं।
Jay.gondwana
शम्भू गौरा न सेवा सेवा 🙏🙏🙏
सेवा जोहार
जागो आदिवासी ✊
दादा राहुल वाढदिवसाचच्य शुभेच्छा. मागच्या दिवसाच्या होली दहनाचा वेगळी माहिती होती ह्याची सेवा जोहार
जन्म दिवस की शुभ कामनाएं
होली की उत्पत्ति के संदभॅमें मेरी व्यक्तिगत राय, आयॅ आगमन 4, 5 हजार वषॅ का ईतिहास है और आदिवासीयों का 70, 000 अथवा 80, 000 हजार वषॅ पुवेॅ का ऐतिहासिक विद्वानो की खोज अनुसार बताया जाता है । आदिवासीयों की रुढि, प्रथा, परंपरा , रितीरिवाज, त्यौहारे, जन्म, मृत्यु, शादि ईत्यादि प्रकृति के अलौकिक शक्तियों सम्बन्धित है जैसे की होली की उत्पत्ति अग्नि की अलौकिक शक्ति सम्बन्धित है, ज्वालामुखी पहाडों पर अग्नि का प्रचंड स्वरुप प्रगट होना, अग्नि की रोशनी कलोर का प्रतिक है , पहाड से अग्नि का प्रतिक गांव के ऐक स्थान पर स्थापन करना और हर साल सिजन के अनुसार खेति पाक की आहुति देना ये आदिवासीयों की परंपरा अनुसार है, ये बात 15, 000 वषॅ पुवेॅ की प्राकृतिक घटनाओं के सम्बन्धित है और आदिवासीयों की होली पुजा, गानों में भी बार बार पहाडों के उल्लेख होता है मतलब वास्तविक सत्य का समयानुसार बदलाव हुआ, वतॅमानमें भगवान कृष्न, भगवान राम, आयॅ राजा विष्णुं, हिरण्याकश्पुं की बहन होलीका, प्रहलाद जैसे महापुरुषों कों होली के त्यौहार को जोडकर मानव सजीॅत ईतिहास का प्रमाण बताया जाता है जो वास्तविक सत्य को गुमराह किया जाता है । हां आदिवासीयों के क्षेत्र की मान्यता अनुसार उत्सव मनाया जाता है लेकिन प्राकृतिक द्रष्टिकोण जिसमें जरुर देखने मिलता है आदिवासीयों के उत्सवों के पिछे कोईक कुदरती रहस्य जरुर छीपा हुआ रहा है । आपने वतॅमान त्यौंहार को परिभाषित किया है वह भी क्षेत्र और समयान्तर बदलाव की सत्य की खोज है ।
जय आदिवासी - जय जोहार
Aapaki bat ekdm sahi hai
प्रेरणादायक 😇धन्यवाद दादा...🙏🏽
Sewa johar bahut hi achha video
Jay sewa
🌳☸️🦄🐴🐴🦄🙏सेवा सेवा प्रक्रिती जोहर🙏🌍🌍🌍🌍🌍🌍🌍🌍
Happy Birthday Rahul
Thankyou dada
Hori sabd se Holi bna hi bhai
Jay seva
jai sewa __________________
बहुत सुन्दर बात है जय सेवा जय जोहार
और भी ऐतिहासिक धरोहरों को सामने लायें
Tosi great hon Bhai....
Aise hi gyan bhatate raho apne sagaonko...
Meri taraf se app ko 21 toffo ki salaami....
With happy holi
dhanyvad bhai
आप हरियाणा मे भी देखे जाते हो
20 को मै ही फारवर्ड करता हूँ
Carry on the lecture. Most welcome. Odisha
Jai sewa🌹🌹🌹🌹🌹
भाई उस पुस्तक में गलत बात लिखी गई माता गौरा हिमालय की पुत्री और आप जिस स्टोरी की बात कर रहे हैं वह माता सती की है
Jay sewa 🏹🏹
Jab mayn Ranchi me rahti thi tab pululiya ke rehnewale mere ak parichit ne munda adivasiyon ke saskriti pe likhi ak kitab the thi. Usme Mayne pada tha falgun mahine me holi ke aspas unka rog chattu hari parab hota hai. Jisme wo apne ghar ki saf safai karte hai aur ghar thatha gaon ke sare kure ko gaon ke bahar le jakar ek jagah ikattah karke jalate hai. Phir khichdi pakakar khate hai. Aaj bhi hindi ya bihar me log holi se pahle ghar ki safai karte hai. Ho sakta hai pahle bangal me bhi yehi niyam raha ho. Aajke bangal me purani saskriti ke bare me Jan Pana bahut muskil hai. Aap ko holi aur rog chattu hari parab ke bare me kuch pata chale to koi video banana. Ye kitab mayne 2001 me padi thi. Mujhe na to kitab ka nam yaad hai na hi lekhak ka.
Jai sewa... jai Gondwana 🙏
सर आप बैग्राउंड के हिसाब से आप पीला कुर्ता पहने तो ज्यादा अच्छा होगा
Ye bhi bat sahi hai
Hn.. achha lgega...
Sir aap gond hai to pila gmchha bhi kandhe par rakhkar video banay to behter rhta isse hamare gond smaj prerit hota
सभी धर्म ग्रंथ में देव राक्षस असुर दैत्यों दानव यक्ष किन्नर गंधर्व सभी को कश्यप की सन्तान मानते हैं । भगवान परशुराम के गुर जिसे परशुराम जी ने सम्पूर्ण पिरथवी जीत कर अपने गुरु कश्यप जी को दान कर दिये उन्हीं के पुत्र हिरण कश्यप है इन्द्र है सुरिय वामन हे। ये भी बारमहण कुल से थे। प्राचीन देश भारत मिस्र युनान इराक ईरान है और जितने भी आरिय आनरिय सभी भारतीय है।। दर
होलीके बारेमे बहोत सारी धारणाये है.... सच खोच निकालना असंभव है..सब मनगंढत कहाणी के रुपमे इसे देखना चाहिए.. अब होलीका कोई महत्त्व नही.किसी महिलाकी स्म्रतीमे या उसके प्रती घ्रुनाके रुपमे किसी महीलाको आगके हवाली करना गलत है. पुराने मनगंढत रितीरिवाज का महत्व सामने रखकर
होलीके दिन बहोत सारी लकडी जलाई जाती.। हजारो टन लकडी एकही दिनमे पुरे भारतमे बेवजह आगमे स्वाह किया जाता है..वनसंपदाका विनाशका यह खेल अब बंद होना चाहिऐ.. जंगल कम हो रहे है। अब वनसंपदा खतरेमे है..जंगल बचना चाहीऐ..यह मेरी व्यक्तीगत राँय है..
इस दिन शोक मनाना चाहिये यानि शहादत दिवस
Jai johar DADA
Jay sewa Gondi a aa e ee book chahi he sri
जय आदिवासी
आप होली के त्योहार के बारे में अलग अलग संस्कृती बताते हों हिरण्यकशिपू की बहन होलिका थी, इस पर आपने बनाया हूवा विडिओ मैनें देखा हैं फिर आप इसमें अलग हीं बता रहें हैं
Goura ar sambhu ke story me to mahila us din tij ka puja krti h us din se gouri sati nam se jani jati h
Plz Bhaiya adivasi tyohar konse hote hai mine tyohar konsa hai
Jay Seva Jay Johar Jay Bharat
Holika hamari dae thi
Jay seva...👍👍
Jay seva
Happy Holi
Super 👌 👌
Happy Holi
muje aapki ye sari book chahiye ka milegi
भाई आप गलत बता रहे हो जिस दिन आपको पता चलेगा कि संभु गौरा का कहानी अलग है और होलिका की कहानी अलग है उस दिन आप खुद विडियो डिलीट कर दोगे। आप दो कहानी को एक बता रहे हो ।
I am gondwaana king kuwar surendra saah chatriya rajgoor thakur 🔥👍 king meakar gondwaana jindabaad 🔥 hersaiya bans harsa gardh
राहुल सर नम्बर चाहिए आपका कुछ जानकारी चाहिए
9765268180 Only watsup
Very good bhai
आपको होली की सत्य घटना कथा मालूम नहीं है ।
होलिका को आर्य दरिंदों द्वारा जिंदा जलाया गया था।
भाई ऐक कितव होना था कहाँ मिलेगी
Mai samjha nahi
Happy Holi kya matlab hai batao
Jai saw
जयसेवा
Jay seva
जय आदिवासी
Sewa johar
Jay Adivasi.🏞️🐯.
Sambhu tha ya raja bali
History of calendar topics, learnt, that 1stly started month as Chandra (moon) system but after 12 Chandra month not covered 365days year later clarified. Probably, 1stly calendar started min to kumba. So, revenue collection purpose Kings of India gathered to empire in month kumba, ancient period used dula as a car. Probably, gathering of king became as dula =dul festival. Kumba means falgun month. Thanks.
Bhai Narayan Dev ki janakari dedo
Jay sewa jay aadiwasi
रावन ची माहीती
Good jay seva
Fir prahlad ki buva holika ko kyu jalate hai , or ye kahani or vo kahani alag lag rahi he , me canfuse hu
Ji mulniwasi ji aadiwasi ji bhim ji sanvibhan
Jai Seva
Matlab ye ancient festival nhi hain,ye hindu ariyo akraman k baad holi banane lage...toh ab hme holi banni chahiye ya nhi balki virodh Krna chahiye mare hue purwazo k logo k upar kon itna salo Tak banata h...na jane aise hmare log kitne mara gye kya hume har koi ki festival bana deni chahiye balki death anniversary date ki hisab shradhanjali deni chahiye...aur festival sirf ab nature ko lekr banani chahiye....❤🙏
Ap Santali adibasi ka pandit Ragunath Murmu bareme kuc batao(fast India adivasi ward writer "ol chiki") please ap agli part me is ke bareme batao
Holi nhi manana chahiye qki
Yah shahdatt divas h 😓😓😓
To bhai ham shahadat hi dete hai... uski puja krke
Ab tak mere pas koi thos sabut nahi hai ki holika ka dahan hua tha.. mujhe bhi samjh raha hai.. lekin galt itihas mai bata nhi skata
Nice
Sir apki story glt he proof leke aana hm kisi ek book me likha us pr mhi kha shakte he holi kon he jatiwadi log bhi likh shkte he aapke bich
Jalane walo ko hmesa jlaiye
Jai Seva Jai gondwana
Aap ko koti koti naman🙏🙏🙏🙏🙏 , aap sirf or sirf sach hi bolte or samjha te ho, aap ki har Ak शब्द को आज के देश बासी को समझनी होगी
Make in Marathi please
Dhai Hazar sal pahle koi log aye to unko baharke kahna galat hai.
Bhai aapne gaora ko parvati kaha lekin gaora aur parvati alag alag hai gaora lanji gad ki devi hai lanchkai bhi kehte hai gaora ko netam ki kul sawamni hai parvati ko aryo ne bheja tha tap karne ke liye lekin sambhu ne usse saadi nhi ki thi use prem bandhan me bandh gai thi to rakha tha
Iski history hai kya apke pas
Shiv Badan Singh warkade Seva Johar
gaura ki mritu kaisi hui thi...koi kehta parvati ne mara??
gaura aur parvati alag alag hain??
yes bhaiya parvati alag hai... gavara ki mout ke bare me maine bhi padha nhi hai.. jaldi pata laga lunga
Sir aapka number dijiye
Holi ka asli kahani to hiranyakashyap ki hai Bhai.
Ho sakta hai gondi dharm ko
Bada batane ke liye book me chhed chhad ki gayi hogi.
यह कहानी तूने बनाई हुई है हकीकत कोई और है
Puran me kanhi bhi Hindu dharm ya aary ki baaten nahi hai.
ADIBASI DHARAM ADIBASI SAMAJ HOLI NEHI MANTE. USDIN ADIBASI DHARAM ADIBASI SAMAJ *BAHA BANGA* MANATE HAI.
Bhai Netam ka totam chinh kachua hai isliye Wo gaora ka yotam chinh me samaj me darsaya jata hai jaankaari ke liye gaora Netam hai aur totam Netam ka kachua hai usi prakaar ishar raja ko bail me baithaya jata hai Wo dhamdha gad ka raja hai ishar raja madhya sambhu hai ishar dev markaam hai aisa nhi hai ki har sambhu markaam hai 88 sambhu the jo alag alag raj pat the aur alag alag gotra se the
Kya apke shambu ki tin ankh thi. Kya vo bhagwan hai. Ki vo adivasi person hai.
Bamcef aap ke bat se sahmat nhi hai
Braman nam badalkar hamare devi devtaon ka puja kar raha hai. Esse sidh hota hai.braman dharm ka bap godin hai.
ALOGSE GONDI DHARAM MAT BANAO BHAI.WORLD KE ADIBASI EK HAI.WORLD KE ADIBASI SAMAJ ADIBASI DHARAM KOD MANG RAHA HAI.AP GONDI SAMAJ ADIBASI DHARAM LIKHNESE ADIBASI SAMAJ KO SAKTI MILEGA.ALAG ALAG DHARAM LIKHNESE ADIBASI SAMAJ BHARAT ME WORLD ME BANTJAEGA.JODNEKA KAMKARO TODNEKA NEHI
Tu pagal hai 😂😂
Jay sewa
Fir prahlad ki buva holika ko kyu jalate hai , or ye kahani or vo kahani alag lag rahi he , me canfuse hu
होलिका का कहानी अलग है और संभु गौरा की कहानी अलग है । मुझे दोनों कहानी पता है।
जयसेवा