Modi v/s Nehru: What does this survey want to prove? | MOOD OF THE NATION | BJP

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  • เผยแพร่เมื่อ 12 ก.ย. 2024
  • क्या सर्वे के ज़रिए आज के समाज में मोदी और नेहरू की लोकप्रियता का आकलन जायज है? इन सर्वे की गड़बड़ियाँ और एजेंडा क्या है?
    Is it justified to assess the popularity of Modi and Nehru in today's society through surveys? What are the irregularities and agenda of these surveys?
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ความคิดเห็น • 311

  • @vinodmishra3328
    @vinodmishra3328 19 วันที่ผ่านมา +13

    नेहरू और मोदी का कोई तुलना नहीं है। नेहरू महान राजनेता, दूरदर्शी, विश्व में सर्वाधिक लोकप्रिय, लेखक और राजनीतिक चिंतक थे। मोदी झूठ बोलने में सबसे अच्छे प्रधान मंत्री है।

    • @rombikramshahshah
      @rombikramshahshah 19 วันที่ผ่านมา +1

      @@vinodmishra3328 अपने , अपने समय की वात है , नेहरु जी की समय हम ने देखा है ,। सैकड‍‍ो मे एक मिलते थे , निन्दा करने वाले लाेग , पंडीत जी की लोग बहुत इज्जत करते थे।

    • @studytable2060
      @studytable2060 19 วันที่ผ่านมา +1

      Pakistan aur china ko sara jameen dene wale mahan pm Nehru 😢😂😂😂😂

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 18 วันที่ผ่านมา

      बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
      जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
      तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
      1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
      2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
      3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
      दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
      मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
      क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
      और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
      मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
      हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
      अवधूत जोशी

  • @surendrathakur3113
    @surendrathakur3113 19 วันที่ผ่านมา +11

    आपलोग समय तत्व को लेकर भटक गए हैं। ऐसा सर्वे उनलोगों को लेकर करना चाहिए जिनमें प्रधानमंत्रियों की योग्यता और योगदान का आकलन करने की क्षमता हो। लेकिन यह तो मात्र प्रचार है। मोदी जी को लोग शीघ्र ही भूल जाएंगे। नेहरू सदा याद किए जाते रहेंगे क्योंकि इतिहास के पन्नों पर उनकी अमिट छाप है। मोदी जी में ऐसा कुछ नहीं है जिसके लिए भावी पीढी उन्हें याद करें। ताजमहल के लिए शाहजहां याद किए जाते हैं। नेहरू जी ने देश के लिए जो कुछ बनाया उनके लिए नेहरू जी भी सदा याद किए जाएंगे। स्वतंत्रता सेनानी, वैश्विक नेता के रूप में, बुद्धिजीवी के रूप में भी नेहरू चिरस्मरणीय रहेंगे। क्या ऐसा कुछ है मोदी जी में? कुछ भी नहीं। यह सर्वे नितान्त आपत्तिजनक है। नीचता का निर्लज्ज प्रदशॅन है।

    • @shyamlal547
      @shyamlal547 19 วันที่ผ่านมา

      जिसने नेहरू को देखा ही नहीं,नेहरूजी ने देश में सब कुछ बनाया है मोदी ने तो केवल देश की संपति को बेचा है तुलना हो ही नही सकती।

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 18 วันที่ผ่านมา

      बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
      जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
      तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
      1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
      2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
      3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
      दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
      मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
      क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
      और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
      मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
      हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
      अवधूत जोशी

  • @rekhakumar1441
    @rekhakumar1441 19 วันที่ผ่านมา +9

    Nehru ji gave us Isro, IIT, Aims, whereas Modi gave us Note bandi, Faulty Gst and Electoral Bond.

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 18 วันที่ผ่านมา

      बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
      जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
      तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
      1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
      2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
      3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
      दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
      मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
      क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
      और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
      मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
      हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
      अवधूत जोशी

  • @subhashbhinge7630
    @subhashbhinge7630 19 วันที่ผ่านมา +14

    ऐसे सर्वे दुष्टतापूर्ण होते है.उसका उद्देशही नीचतासे प्रेरीत है.

  • @akhtarabbas6085
    @akhtarabbas6085 19 วันที่ผ่านมา +8

    नेहरू जी को किसी ने कभी नही कहा - राजधर्म निभाओ ।
    मोदी जी को देश के प्रधानमंत्री अटल जी ने कहा - राजधर्म निभाओ ।

    • @vikaskalekar6477
      @vikaskalekar6477 19 วันที่ผ่านมา

      तुरंत उसी मंच मोदी ने कहा मैं तो पालन कर रहा हू.
      उसपर अटलजी ने भी कहा वह पालन कर रहे है
      यह सिर्फ ३ से ४ मिनट की बात है

  • @dlmahto5579
    @dlmahto5579 19 วันที่ผ่านมา +16

    Nehru Ji each of the democratic institutions established.

  • @khurshidtariq3265
    @khurshidtariq3265 19 วันที่ผ่านมา +9

    Nehru ka muqabla Modi se....haahaa.
    Nehru was a statesman
    Modi is a politician.
    No comparison

  • @souravrout9425
    @souravrout9425 19 วันที่ผ่านมา +15

    Nobody can comparable with Nehru

  • @BharatK-dq9tt
    @BharatK-dq9tt 19 วันที่ผ่านมา +17

    आपके डिबेट का विषय हि गलत है...🤣 विषय होना चाहिए था सर्वे करने वाला .. राजनीति कितना जानता है..??🤣🤣 2014 के बाद जन्म लेकर शिक्षा लेकर सर्वे संस्था बनाके सर्वे कर रहा है क्या..??🤣🤣🤣

  • @shailr140
    @shailr140 19 วันที่ผ่านมา +7

    चुनाव राहुल vs मोदी है
    नेहरू जी चुनाव नहीं लड़ने आ रहे है 🙏

  • @yashpalwarthey5808
    @yashpalwarthey5808 19 วันที่ผ่านมา +7

    अब तो बहोत hight हो रही है...जब तक सूरज चाँद रहेगा गांधी , नेहरू और आंबेडकर इन महान नेताओ का नाम रहेगा....लोग अब जादा मुर्ख बन नहीं सकते...अब जनता जागृत हो रही है...जयहिंद

    • @mintuu44
      @mintuu44 19 วันที่ผ่านมา

      Aagya kamina

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 18 วันที่ผ่านมา

      बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
      जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
      तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
      1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
      2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
      3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
      दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
      मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
      क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
      और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
      मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
      हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
      अवधूत जोशी

  • @ramrawat3655
    @ramrawat3655 19 วันที่ผ่านมา +18

    अंधभक्तो का षड्यंत्र

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 18 วันที่ผ่านมา

      बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
      जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
      तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
      1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
      2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
      3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
      दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
      मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
      क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
      और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
      मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
      हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
      अवधूत जोशी

  • @SarfarazAlam-ps7tf
    @SarfarazAlam-ps7tf 19 วันที่ผ่านมา +9

    Nehru is no. 1 pm of our india

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 18 วันที่ผ่านมา

      बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
      जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
      तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
      1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
      2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
      3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
      दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
      मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
      क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
      और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
      मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
      हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
      अवधूत जोशी

  • @mumtazalishaukat3479
    @mumtazalishaukat3479 19 วันที่ผ่านมา +7

    Sheeta P Singh sb,aap ne perfect analysis kiya hai.

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 18 วันที่ผ่านมา

      बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
      जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
      तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
      1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
      2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
      3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
      दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
      मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
      क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
      और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
      मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
      हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
      अवधूत जोशी

  • @knbadhani8568
    @knbadhani8568 19 วันที่ผ่านมา +18

    Big Joke Survey

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 18 วันที่ผ่านมา

      बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
      जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
      तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
      1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
      2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
      3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
      दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
      मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
      क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
      और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
      मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
      हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
      अवधूत जोशी

  • @ramrawat3655
    @ramrawat3655 19 วันที่ผ่านมา +12

    नेहरू को नहीं मिटा सकते

  • @shailr140
    @shailr140 19 วันที่ผ่านมา +7

    नोटबंदी से लोकप्रिय हुए है 😂😂😂😂

  • @yogeshsinha6682
    @yogeshsinha6682 19 วันที่ผ่านมา +10

    Das saal se Rahul ji ko Pappu sabit kr rahe the, ab khud pappu bane pade hai ?

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 18 วันที่ผ่านมา

      बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
      जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
      तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
      1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
      2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
      3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
      दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
      मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
      क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
      और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
      मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
      हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
      अवधूत जोशी

  • @jagdishverma2465
    @jagdishverma2465 19 วันที่ผ่านมา +11

    Intellectual bankruptcy of the agency that conducted the survey.

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 18 วันที่ผ่านมา

      बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
      जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
      तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
      1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
      2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
      3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
      दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
      मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
      क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
      और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
      मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
      हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
      अवधूत जोशी

  • @premsagar-up1jj
    @premsagar-up1jj 19 วันที่ผ่านมา +7

    Our country's best Prime minister is late Pandit Jawaharlal Nehru ji. All waste surveys.

    • @hirakchatterjee5240
      @hirakchatterjee5240 19 วันที่ผ่านมา +1

      No Modi ji is better. He has won third term but Nerhu won elections when there was no competition.

  • @virendrachhabra
    @virendrachhabra 19 วันที่ผ่านมา +4

    शुरू में मुझे लगा कि विषय नहीं हें चर्चा का पर धीरे-धीरे लगने लगा कि बहुत सही विषय है।

  • @rajaramvarmandle5416
    @rajaramvarmandle5416 19 วันที่ผ่านมา +5

    शीतल जी,अब सर्वे तो इस बात पर होना चाहिए कि, सबसे बडा असफल व कम पडा लिखा प्रधान मंत्री कौन था या है।

  • @ashoksharma-sq7ge
    @ashoksharma-sq7ge 19 วันที่ผ่านมา +9

    This survey is totally wrong, he is the best PM of universe 😅😅😂😂😂😂😂

    • @SS33333
      @SS33333 19 วันที่ผ่านมา +2

      Brahmaand kaho bhaiya 😅

    • @RakeshYadav-xr5go
      @RakeshYadav-xr5go 19 วันที่ผ่านมา

      No biological pm in world

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 18 วันที่ผ่านมา

      बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
      जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
      तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
      1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
      2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
      3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
      दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
      मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
      क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
      और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
      मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
      हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
      अवधूत जोशी

  • @akashsalodkar6
    @akashsalodkar6 19 วันที่ผ่านมา +11

    Nehru fisaddi sabit hone se Fasa Modi. Kya 2 din me gir jayegi Modi Sarkar? 😂

  • @shahidansari4799
    @shahidansari4799 19 วันที่ผ่านมา +5

    इन सर्वे का कोई मतलब नही यह गोदी मीडिया करते है नेहरू जी की बराबरी नही कर सकते है मोदी जी 😂

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 18 วันที่ผ่านมา

      बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
      जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
      तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
      1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
      2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
      3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
      दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
      मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
      क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
      और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
      मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
      हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
      अवधूत जोशी

  • @shailr140
    @shailr140 19 วันที่ผ่านมา +4

    देश की आजादी में मोदीजी का क्या रोल था?

  • @MohammadHanif5688
    @MohammadHanif5688 19 วันที่ผ่านมา +7

    Sometime people do a very futile exercise. Please don't waste time in such types of silly exercises.

  • @RahimKhan-yl1nv
    @RahimKhan-yl1nv 19 วันที่ผ่านมา +7

    100 प्रतिशत फर्जी सर्वे हैं ये

  • @NavinSharma-hv8tj
    @NavinSharma-hv8tj 19 วันที่ผ่านมา +7

    It's a period of jahil combo...

  • @surajgiri2423
    @surajgiri2423 19 วันที่ผ่านมา +6

    Fenku stands nowhere in comparison with Nehru ji

  • @rekhakumar1441
    @rekhakumar1441 19 วันที่ผ่านมา +6

    Don't like seeing Modi on TV.

  • @prabhakarhirugade1973
    @prabhakarhirugade1973 19 วันที่ผ่านมา +5

    यह गोदी मीडीया का सर्वे है इस पर चर्चा करना हि बेकार है

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 18 วันที่ผ่านมา

      बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
      जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
      तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
      1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
      2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
      3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
      दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
      मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
      क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
      और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
      मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
      हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
      अवधूत जोशी

  • @promilakarpal6609
    @promilakarpal6609 19 วันที่ผ่านมา +5

    What a stupid comparison!There is no one as tall as Nehru and can never be.

  • @fazlulkarim9123
    @fazlulkarim9123 19 วันที่ผ่านมา +6

    Iska matlab humlogoko uneducated PM accha lagta hai.

  • @user-yl9bl7mb6r
    @user-yl9bl7mb6r 19 วันที่ผ่านมา +3

    सत्य यह है कि,
    मोदी,
    महान पंडित नेहरू जी के पैरों की धूल भी नहीं है,
    गाँधी नेहरू जी है तो आज देश है,
    🙏🙏🙏
    🇮🇳🇮🇳🇮🇳

    • @RakeshYadav-xr5go
      @RakeshYadav-xr5go 19 วันที่ผ่านมา

      Right

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 18 วันที่ผ่านมา

      बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
      जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
      तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
      1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
      2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
      3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
      दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
      मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
      क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
      और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
      मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
      हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
      अवधूत जोशी

  • @dlmahto5579
    @dlmahto5579 19 วันที่ผ่านมา +5

    How these people are doing survey.
    Are they asking what is the contribution of each one prime minister to bring the country forward.

  • @distinctradius7012
    @distinctradius7012 19 วันที่ผ่านมา +5

    these surveys cannot be used even as toilet paper to wipe ..

  • @hariprasad6239
    @hariprasad6239 19 วันที่ผ่านมา +3

    महात्मा गांधी और नेहरू जी आज भी भारत के जन जन के दिलों में क्रमशः बापू/चाचा की तरह बसें हुए हैं और उन्हें वही सम्मान प्राप्त है। सर्वेक्षण निराधार है।

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 18 วันที่ผ่านมา

      बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
      जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
      तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
      1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
      2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
      3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
      दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
      मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
      क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
      और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
      मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
      हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
      अवधूत जोशी

  • @pratapkashyap3512
    @pratapkashyap3512 19 วันที่ผ่านมา +4

    Nehru Is great Leader Modi is not well

  • @virendrachhabra
    @virendrachhabra 19 วันที่ผ่านมา +5

    ❤❤ क्या आप सब को नहीं लगता कि यह चर्चा का विषय नहीं है।

    • @surajgiri2423
      @surajgiri2423 19 วันที่ผ่านมา

      Gobar bhakton k liye to hargiz Nahin hai

    • @rajivpathak5904
      @rajivpathak5904 19 วันที่ผ่านมา +2

      Is debate ke द्वारा यह बताया जा रहा है की लोग ऐसे सर्वेज से प्रभावित न हो।

  • @ravikaushik3309
    @ravikaushik3309 19 วันที่ผ่านมา +6

    Jada bade survey krne vale ho to Modi or Shahrukh Khan ka survey kralo to csds ki aankhy fati rah jayegi

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 18 วันที่ผ่านมา

      बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
      जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
      तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
      1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
      2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
      3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
      दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
      मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
      क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
      और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
      मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
      हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
      अवधूत जोशी

  • @mohammadismail7044
    @mohammadismail7044 19 วันที่ผ่านมา +6

    Narendra Damodar Das Modi is the worst prime minister of India forget comparing with rest of the PM

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 18 วันที่ผ่านมา

      बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
      जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
      तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
      1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
      2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
      3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
      दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
      मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
      क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
      और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
      मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
      हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
      अवधूत जोशी

  • @surajgiri2423
    @surajgiri2423 19 วันที่ผ่านมา +6

    Ek London return Barrister dusra farzi degree dhari ?

  • @BijaykumarsingyadavdhawakYadav
    @BijaykumarsingyadavdhawakYadav 19 วันที่ผ่านมา +5

    कॉंग्रेस जीतेगी Bihar me

  • @NirmalSingh-ui9vi
    @NirmalSingh-ui9vi 19 วันที่ผ่านมา +4

    These surveys are certificate of foolishness...

  • @lakshmiiyer3065
    @lakshmiiyer3065 19 วันที่ผ่านมา +2

    For accurate comparison, ppl need to Imagine How would Pandit NehruJi have performed as PM in this modern scenario (2014 to date) with technology& resources, social media, X (twitter), new geopolitics, And Now Imagine how Modi wld hav been as PM of India without travancore empire of kerala, Goa, Nagaland, Nawab of Hyderabad, states of andhra & Karnataka not formed yet, with thousands of refugees coming from Burma from early 40s, then refugees from Lahore, without a planning commission, without airports, ports, Without ANI, Aajtak, Arnab's Republic channel, without Twitter...Try to Imagine these 2 contrasting scenes!

  • @rekhasingh683
    @rekhasingh683 19 วันที่ผ่านมา +3

    Nehru jaisa pradhanmantri nashta hua hai Na hoga unhone use Bharat ki Rachna ki jab Bharat hamara gulam tha jansankhya din tha aur use aage badhaya

  • @chanderk9367
    @chanderk9367 19 วันที่ผ่านมา +3

    Mukesh Ji Maine aapka pura program Dekha Hai Uske bad mein aapse aur aapke panelist se puchna Chahta Hun Ki BJP ki Matra Sanstha per Ban Kyon Na Lagaya Jaaye

  • @rakeshbhadreshwara8077
    @rakeshbhadreshwara8077 19 วันที่ผ่านมา +2

    Awesome Debate Sir,👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻

  • @jagdeepsandhu9659
    @jagdeepsandhu9659 19 วันที่ผ่านมา +2

    टपोरी लोग कीचड को ही पसंद करते हैं । सुसंस्कृत, सुसंस्कारी लोग नेहरू को जानते,पहचानते हैं ।

  • @jalaluddin87172
    @jalaluddin87172 19 วันที่ผ่านมา +1

    यह सर्वे नहीं एक दर्द है एक पीड़ा है

  • @virendrachhabra
    @virendrachhabra 19 วันที่ผ่านมา +3

    अब लगता है सही करा चर्चा करके।

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 18 วันที่ผ่านมา

      बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
      जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
      तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
      1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
      2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
      3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
      दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
      मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
      क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
      और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
      मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
      हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
      अवधूत जोशी

  • @txlish
    @txlish 19 วันที่ผ่านมา +3

    Caligula of lust loot and lies - Alas, Evil lives longer !

  • @subhashbhinge7630
    @subhashbhinge7630 19 วันที่ผ่านมา +2

    पोस्ट ट्रुथ काल है,ऐसाही नीचताका नीचांक होगा.किसीकी रेखा कम करनेसे कोई बडा नही हो सकता है. कोई खोकला इन्सानही ऐसे काम करता है.

  • @satishchandra1054
    @satishchandra1054 19 วันที่ผ่านมา +1

    अगर ये प्रश्न भी पूछा जाता कि सबसे घटिया कौन है तब भी यही परसेंटेज और यही शख़्स होता😀

  • @anilkumarchaudhary9313
    @anilkumarchaudhary9313 19 วันที่ผ่านมา +1

    Comparison is made between EQUALS. Comparing Modi with "Nehru " is an INSULT to Nehru. कहाँ राजा भोज कहाँ गंगू तेली।

  • @achyutanandadash9356
    @achyutanandadash9356 19 วันที่ผ่านมา +4

    Comparison between Nali ka gas & Hp gas.

  • @shailr140
    @shailr140 19 วันที่ผ่านมา +1

    ये सर्वेर गलत साबित होने पर मांफी क्यूँ नहीं मांगते है?
    अबकी बार 400 पार
    😂😂😂😂😂

  • @promilakarpal6609
    @promilakarpal6609 19 วันที่ผ่านมา +2

    Love watching your programme

  • @shailr140
    @shailr140 19 วันที่ผ่านมา +2

    अग्निवीर से लोकप्रिय हुए होंगे 😜

  • @skgakoli
    @skgakoli 19 วันที่ผ่านมา +1

    तुलना करनी थी तो तुगलक से करते। इतिहास में वे उस जमाने के अच्छे शासक थे😮

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 18 วันที่ผ่านมา

      बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
      जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
      तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
      1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
      2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
      3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
      दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
      मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
      क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
      और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
      मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
      हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
      अवधूत जोशी

  • @rajivpathak5904
    @rajivpathak5904 19 วันที่ผ่านมา +1

    मुकाबला दो एक जैसी चीजों के बीच होता है। आदमी का आदमी से हो सकता है। आदमी का किसी और species के बीच नही हो सकता।

  • @shahrealam5440
    @shahrealam5440 19 วันที่ผ่านมา +5

    Jawaharlal nehru se achha humare desh me nahi koyee hua hai aur nahi koyee hoga

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 18 วันที่ผ่านมา

      बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
      जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
      तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
      1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
      2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
      3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
      दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
      मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
      क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
      और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
      मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
      हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
      अवधूत जोशी

  • @shailr140
    @shailr140 19 วันที่ผ่านมา +2

    बेरोजगार से लोकप्रिय हुए?

  • @nathasingh7988
    @nathasingh7988 19 วันที่ผ่านมา

    अगर झूठ बोलने वाले प्रधानमंत्रियों का विश्व में सर्वे करवाया जाये तो नरेन्द्र मोदी उस सर्वे में पहले नंबर पर आएंगे।

  • @NavinSharma-hv8tj
    @NavinSharma-hv8tj 19 วันที่ผ่านมา +3

    Uski vajah hai,Dale pase se sarvey karvata hai.... chokidar zero hai

  • @rajivpathak5904
    @rajivpathak5904 19 วันที่ผ่านมา +2

    बल्कि ये सर्वे एजेंसीज अपनी credibility खो रही है।

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 18 วันที่ผ่านมา

      बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
      जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
      तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
      1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
      2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
      3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
      दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
      मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
      क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
      और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
      मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
      हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
      अवधूत जोशी

  • @distinctradius7012
    @distinctradius7012 19 วันที่ผ่านมา +3

    these surveys are taken inside aaj tak studio...

  • @RK-vk1jl
    @RK-vk1jl 19 วันที่ผ่านมา +3

    Salah Uddin Shoaib Choudhury ka bhi naya wala bata do😂😂

  • @rakeshbhadreshwara8077
    @rakeshbhadreshwara8077 19 วันที่ผ่านมา +1

    Nice to hear from Pro.Mukesh.KUMAR Sir,👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻

  • @rajivpathak5904
    @rajivpathak5904 19 วันที่ผ่านมา +2

    लोगों की memory bahut short hai जो दिखाई दे रहा है वही याद है। बाकी सब भूल चुके है। या लोग अशिक्षित है।

  • @allaboutsharemarket411
    @allaboutsharemarket411 19 วันที่ผ่านมา +2

    Kaha raja bhoj( Neharuji) ..kaha gangu teli(modi)

  • @subhashbhinge7630
    @subhashbhinge7630 19 วันที่ผ่านมา +2

    Manufactured consent प्राप्त करनेका प्रयास है भाई.

  • @ramsharma6649
    @ramsharma6649 19 วันที่ผ่านมา +3

    Nehru ko nahi Mita sakte.

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 18 วันที่ผ่านมา

      बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
      जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
      तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
      1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
      2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
      3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
      दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
      मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
      क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
      और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
      मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
      हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
      अवधूत जोशी

  • @pareshmeghani326
    @pareshmeghani326 19 วันที่ผ่านมา +1

    My opinion nehruji 50% indira ji 50% Manmohan 60% rajiv gandhi 50% atal behari 30% modi 00000000000%

  • @AnilSharma-kb6lr
    @AnilSharma-kb6lr 19 วันที่ผ่านมา +1

    पहले ये तो पता लगे सवाल पूछा किस् से गया है.अगर मैं सर्वे करूं तो मोदी को एक प्रतिशत भी नहीं मिलेंगी

  • @rekhasingh683
    @rekhasingh683 19 วันที่ผ่านมา +2

    Pandit Jawaharlal Nehru Lal Nehru ne sari department banae jismein logon Ko naukariyan mile purn roop se aaj biji rahe acchi jivan

  • @souravrout9425
    @souravrout9425 19 วันที่ผ่านมา +4

    Kon survey Kia tha& kanha Kia tha andhabhakta group me survey Kia tha

  • @baldevbinapal7960
    @baldevbinapal7960 19 วันที่ผ่านมา +3

    Modi 0000

  • @smtariq8046
    @smtariq8046 19 วันที่ผ่านมา +1

    संघियों के प्रॉपगैंडा पर चर्चा
    करना बिलकुल बेकार है 😊

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 18 วันที่ผ่านมา

      बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
      जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
      तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
      1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
      2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
      3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
      दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
      मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
      क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
      और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
      मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
      हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
      मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
      अवधूत जोशी

  • @rajivpathak5904
    @rajivpathak5904 19 วันที่ผ่านมา +2

    सर्वेक्षण बेबुनियाद और भ्रमित करने वाले है।

  • @rajivpathak5904
    @rajivpathak5904 19 วันที่ผ่านมา +1

    ऐसा लगता है इन सर्वे करने वालों ने statistics nahi padha.

  • @shailr140
    @shailr140 19 วันที่ผ่านมา +2

    छवि खरीदी जा रहीं है 😜

  • @user-sx3dh9wu4i
    @user-sx3dh9wu4i 19 วันที่ผ่านมา +1

    I think only Andhbhakt might have participsted in this survey.

  • @ElectroSystemsIndia
    @ElectroSystemsIndia 19 วันที่ผ่านมา +2

    Ye bhi koe puch ne ki BAAT hai... Mukesh ji
    ..2024 me

  • @santoshkumarmishra7870
    @santoshkumarmishra7870 19 วันที่ผ่านมา +2

    यशवंत देशमुख ने नेहरू जी का अपमान किया है। भाजपा और मोदी को खुश करने केलिए यह आदमी किसी हद तक जा सकता है

  • @akshatgupta3366
    @akshatgupta3366 19 วันที่ผ่านมา +2

    Puri duniya me Abdul kyo pareshan hai is par bhi farzi patrakaro ko bhi koi programme karna chahiye

  • @real_Indian
    @real_Indian 19 วันที่ผ่านมา +1

    👇👇 In logo ko pasand nahi aayi sachchayi.. 😊..

  • @Jmsingh7966
    @Jmsingh7966 19 วันที่ผ่านมา +1

    मुद्दों को भटकाने की कोशिश हो रही है
    आज के समय में आपका चैनल गम्भीरता से देना जाता है आप डिफेंसिव ना बनो बल्कि ओफ़ेंसिव हो जाओ

  • @chanderk9367
    @chanderk9367 19 วันที่ผ่านมา +1

    Kripya Iske Upar Bhi Ek program Jarur banaen

  • @gopaldhawan3339
    @gopaldhawan3339 19 วันที่ผ่านมา

    आप लोगों की निष्पक्षता तो पहले ही बलि चढ़ चुकी है , मोदी विरोध आप लोग २० साल से कर रहे है । इसलिए मुझे तो ये चर्चा फिसूल वक्त की बर्बादी लगती है ।मैं तो बीच में ही (११ मिनट) छोड़ कर जा रहा हूँ ।

  • @sohanrattan8568
    @sohanrattan8568 19 วันที่ผ่านมา

    piyush god bless you , your knowledge shows , you made Jawaher live again .

  • @rehanabegum8321
    @rehanabegum8321 18 วันที่ผ่านมา

    Very sincere tribute by Arunji for Nehruji.

  • @indiaindia5735
    @indiaindia5735 18 วันที่ผ่านมา

    Once upon a time a person was using helicopters for his work and started claiming that he was taking its shorty from his home town. When it was asked whether anyone is registered in his home town for providing shorty. He said no. Now question is those who have participated in the survey able to understand contributions of Nehru and are apt enough to comment on him

  • @subhashbhinge7630
    @subhashbhinge7630 19 วันที่ผ่านมา +2

    post truth period.

  • @SS33333
    @SS33333 19 วันที่ผ่านมา +1

    Tripathi G roz aate vishleshan karne, inko ek mic de dijiye, awaaz he sunaai nahi deti inki. 😕

  • @jatashankar794
    @jatashankar794 19 วันที่ผ่านมา +1

    All of you are examiners. They are examinees

  • @sabhajeetyadav178
    @sabhajeetyadav178 19 วันที่ผ่านมา +2

    Ye survey Wale kissey milta hai bhai

  • @SHIVAMJAT-bn4fw
    @SHIVAMJAT-bn4fw 16 วันที่ผ่านมา

    Aaj Piyush sir and Arun sir ne bahut hi shaandar details me bataaya hai

  • @dlmahto5579
    @dlmahto5579 19 วันที่ผ่านมา +2

    Only narrative building,why discussion is made.