Modi v/s Nehru: What does this survey want to prove? | MOOD OF THE NATION | BJP
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- เผยแพร่เมื่อ 12 ก.ย. 2024
- क्या सर्वे के ज़रिए आज के समाज में मोदी और नेहरू की लोकप्रियता का आकलन जायज है? इन सर्वे की गड़बड़ियाँ और एजेंडा क्या है?
Is it justified to assess the popularity of Modi and Nehru in today's society through surveys? What are the irregularities and agenda of these surveys?
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नेहरू और मोदी का कोई तुलना नहीं है। नेहरू महान राजनेता, दूरदर्शी, विश्व में सर्वाधिक लोकप्रिय, लेखक और राजनीतिक चिंतक थे। मोदी झूठ बोलने में सबसे अच्छे प्रधान मंत्री है।
@@vinodmishra3328 अपने , अपने समय की वात है , नेहरु जी की समय हम ने देखा है ,। सैकडो मे एक मिलते थे , निन्दा करने वाले लाेग , पंडीत जी की लोग बहुत इज्जत करते थे।
Pakistan aur china ko sara jameen dene wale mahan pm Nehru 😢😂😂😂😂
बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
आपलोग समय तत्व को लेकर भटक गए हैं। ऐसा सर्वे उनलोगों को लेकर करना चाहिए जिनमें प्रधानमंत्रियों की योग्यता और योगदान का आकलन करने की क्षमता हो। लेकिन यह तो मात्र प्रचार है। मोदी जी को लोग शीघ्र ही भूल जाएंगे। नेहरू सदा याद किए जाते रहेंगे क्योंकि इतिहास के पन्नों पर उनकी अमिट छाप है। मोदी जी में ऐसा कुछ नहीं है जिसके लिए भावी पीढी उन्हें याद करें। ताजमहल के लिए शाहजहां याद किए जाते हैं। नेहरू जी ने देश के लिए जो कुछ बनाया उनके लिए नेहरू जी भी सदा याद किए जाएंगे। स्वतंत्रता सेनानी, वैश्विक नेता के रूप में, बुद्धिजीवी के रूप में भी नेहरू चिरस्मरणीय रहेंगे। क्या ऐसा कुछ है मोदी जी में? कुछ भी नहीं। यह सर्वे नितान्त आपत्तिजनक है। नीचता का निर्लज्ज प्रदशॅन है।
जिसने नेहरू को देखा ही नहीं,नेहरूजी ने देश में सब कुछ बनाया है मोदी ने तो केवल देश की संपति को बेचा है तुलना हो ही नही सकती।
बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
Nehru ji gave us Isro, IIT, Aims, whereas Modi gave us Note bandi, Faulty Gst and Electoral Bond.
बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
ऐसे सर्वे दुष्टतापूर्ण होते है.उसका उद्देशही नीचतासे प्रेरीत है.
नेहरू जी को किसी ने कभी नही कहा - राजधर्म निभाओ ।
मोदी जी को देश के प्रधानमंत्री अटल जी ने कहा - राजधर्म निभाओ ।
तुरंत उसी मंच मोदी ने कहा मैं तो पालन कर रहा हू.
उसपर अटलजी ने भी कहा वह पालन कर रहे है
यह सिर्फ ३ से ४ मिनट की बात है
Nehru Ji each of the democratic institutions established.
Nehru ka muqabla Modi se....haahaa.
Nehru was a statesman
Modi is a politician.
No comparison
Nobody can comparable with Nehru
आपके डिबेट का विषय हि गलत है...🤣 विषय होना चाहिए था सर्वे करने वाला .. राजनीति कितना जानता है..??🤣🤣 2014 के बाद जन्म लेकर शिक्षा लेकर सर्वे संस्था बनाके सर्वे कर रहा है क्या..??🤣🤣🤣
चुनाव राहुल vs मोदी है
नेहरू जी चुनाव नहीं लड़ने आ रहे है 🙏
अब तो बहोत hight हो रही है...जब तक सूरज चाँद रहेगा गांधी , नेहरू और आंबेडकर इन महान नेताओ का नाम रहेगा....लोग अब जादा मुर्ख बन नहीं सकते...अब जनता जागृत हो रही है...जयहिंद
Aagya kamina
बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
अंधभक्तो का षड्यंत्र
बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
Nehru is no. 1 pm of our india
बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
Sheeta P Singh sb,aap ne perfect analysis kiya hai.
बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
Big Joke Survey
बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
नेहरू को नहीं मिटा सकते
nehru galat the.
नोटबंदी से लोकप्रिय हुए है 😂😂😂😂
Das saal se Rahul ji ko Pappu sabit kr rahe the, ab khud pappu bane pade hai ?
बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
Intellectual bankruptcy of the agency that conducted the survey.
बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
Our country's best Prime minister is late Pandit Jawaharlal Nehru ji. All waste surveys.
No Modi ji is better. He has won third term but Nerhu won elections when there was no competition.
शुरू में मुझे लगा कि विषय नहीं हें चर्चा का पर धीरे-धीरे लगने लगा कि बहुत सही विषय है।
शीतल जी,अब सर्वे तो इस बात पर होना चाहिए कि, सबसे बडा असफल व कम पडा लिखा प्रधान मंत्री कौन था या है।
This survey is totally wrong, he is the best PM of universe 😅😅😂😂😂😂😂
Brahmaand kaho bhaiya 😅
No biological pm in world
बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
Nehru fisaddi sabit hone se Fasa Modi. Kya 2 din me gir jayegi Modi Sarkar? 😂
इन सर्वे का कोई मतलब नही यह गोदी मीडिया करते है नेहरू जी की बराबरी नही कर सकते है मोदी जी 😂
बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
देश की आजादी में मोदीजी का क्या रोल था?
Sometime people do a very futile exercise. Please don't waste time in such types of silly exercises.
100 प्रतिशत फर्जी सर्वे हैं ये
It's a period of jahil combo...
Fenku stands nowhere in comparison with Nehru ji
Don't like seeing Modi on TV.
यह गोदी मीडीया का सर्वे है इस पर चर्चा करना हि बेकार है
बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
What a stupid comparison!There is no one as tall as Nehru and can never be.
Iska matlab humlogoko uneducated PM accha lagta hai.
सत्य यह है कि,
मोदी,
महान पंडित नेहरू जी के पैरों की धूल भी नहीं है,
गाँधी नेहरू जी है तो आज देश है,
🙏🙏🙏
🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Right
बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
How these people are doing survey.
Are they asking what is the contribution of each one prime minister to bring the country forward.
these surveys cannot be used even as toilet paper to wipe ..
महात्मा गांधी और नेहरू जी आज भी भारत के जन जन के दिलों में क्रमशः बापू/चाचा की तरह बसें हुए हैं और उन्हें वही सम्मान प्राप्त है। सर्वेक्षण निराधार है।
बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
Nehru Is great Leader Modi is not well
❤❤ क्या आप सब को नहीं लगता कि यह चर्चा का विषय नहीं है।
Gobar bhakton k liye to hargiz Nahin hai
Is debate ke द्वारा यह बताया जा रहा है की लोग ऐसे सर्वेज से प्रभावित न हो।
Jada bade survey krne vale ho to Modi or Shahrukh Khan ka survey kralo to csds ki aankhy fati rah jayegi
बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
Narendra Damodar Das Modi is the worst prime minister of India forget comparing with rest of the PM
बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
Ek London return Barrister dusra farzi degree dhari ?
कॉंग्रेस जीतेगी Bihar me
These surveys are certificate of foolishness...
For accurate comparison, ppl need to Imagine How would Pandit NehruJi have performed as PM in this modern scenario (2014 to date) with technology& resources, social media, X (twitter), new geopolitics, And Now Imagine how Modi wld hav been as PM of India without travancore empire of kerala, Goa, Nagaland, Nawab of Hyderabad, states of andhra & Karnataka not formed yet, with thousands of refugees coming from Burma from early 40s, then refugees from Lahore, without a planning commission, without airports, ports, Without ANI, Aajtak, Arnab's Republic channel, without Twitter...Try to Imagine these 2 contrasting scenes!
Nehru jaisa pradhanmantri nashta hua hai Na hoga unhone use Bharat ki Rachna ki jab Bharat hamara gulam tha jansankhya din tha aur use aage badhaya
Mukesh Ji Maine aapka pura program Dekha Hai Uske bad mein aapse aur aapke panelist se puchna Chahta Hun Ki BJP ki Matra Sanstha per Ban Kyon Na Lagaya Jaaye
Awesome Debate Sir,👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻
टपोरी लोग कीचड को ही पसंद करते हैं । सुसंस्कृत, सुसंस्कारी लोग नेहरू को जानते,पहचानते हैं ।
यह सर्वे नहीं एक दर्द है एक पीड़ा है
अब लगता है सही करा चर्चा करके।
बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
Caligula of lust loot and lies - Alas, Evil lives longer !
पोस्ट ट्रुथ काल है,ऐसाही नीचताका नीचांक होगा.किसीकी रेखा कम करनेसे कोई बडा नही हो सकता है. कोई खोकला इन्सानही ऐसे काम करता है.
अगर ये प्रश्न भी पूछा जाता कि सबसे घटिया कौन है तब भी यही परसेंटेज और यही शख़्स होता😀
Comparison is made between EQUALS. Comparing Modi with "Nehru " is an INSULT to Nehru. कहाँ राजा भोज कहाँ गंगू तेली।
Comparison between Nali ka gas & Hp gas.
ये सर्वेर गलत साबित होने पर मांफी क्यूँ नहीं मांगते है?
अबकी बार 400 पार
😂😂😂😂😂
Love watching your programme
अग्निवीर से लोकप्रिय हुए होंगे 😜
तुलना करनी थी तो तुगलक से करते। इतिहास में वे उस जमाने के अच्छे शासक थे😮
बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
मुकाबला दो एक जैसी चीजों के बीच होता है। आदमी का आदमी से हो सकता है। आदमी का किसी और species के बीच नही हो सकता।
Jawaharlal nehru se achha humare desh me nahi koyee hua hai aur nahi koyee hoga
बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
बेरोजगार से लोकप्रिय हुए?
अगर झूठ बोलने वाले प्रधानमंत्रियों का विश्व में सर्वे करवाया जाये तो नरेन्द्र मोदी उस सर्वे में पहले नंबर पर आएंगे।
Uski vajah hai,Dale pase se sarvey karvata hai.... chokidar zero hai
बल्कि ये सर्वे एजेंसीज अपनी credibility खो रही है।
बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
these surveys are taken inside aaj tak studio...
Salah Uddin Shoaib Choudhury ka bhi naya wala bata do😂😂
Nice to hear from Pro.Mukesh.KUMAR Sir,👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻
लोगों की memory bahut short hai जो दिखाई दे रहा है वही याद है। बाकी सब भूल चुके है। या लोग अशिक्षित है।
Kaha raja bhoj( Neharuji) ..kaha gangu teli(modi)
Manufactured consent प्राप्त करनेका प्रयास है भाई.
Nehru ko nahi Mita sakte.
बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
My opinion nehruji 50% indira ji 50% Manmohan 60% rajiv gandhi 50% atal behari 30% modi 00000000000%
पहले ये तो पता लगे सवाल पूछा किस् से गया है.अगर मैं सर्वे करूं तो मोदी को एक प्रतिशत भी नहीं मिलेंगी
Pandit Jawaharlal Nehru Lal Nehru ne sari department banae jismein logon Ko naukariyan mile purn roop se aaj biji rahe acchi jivan
Kon survey Kia tha& kanha Kia tha andhabhakta group me survey Kia tha
Modi 0000
संघियों के प्रॉपगैंडा पर चर्चा
करना बिलकुल बेकार है 😊
बाबरी मस्जिद किसने गिराई?
जो देश ऐसा अपराध (जो हमारे इतिहास का हिस्सा है ) खोजने में सक्षम नहीं है ( और सत्य का पता लगाने के लिए सर्वाधिक साधन संपन्न एजेंसियों को तैनात किया गया।) , वह नेहरू के बारे में चर्चा कर रहा है। यह केवल मूर्खता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में यह स्वीकार करना चाहिए कि इतिहास के संदर्भ में हमारा संयुक्त बौद्धिक स्तर जानवरों के बराबर है। कोई सिद्धांत आधारित विचार प्रक्रिया नहीं है। कोई तर्क नहीं है। कोई तर्कसंगतता नहीं है।
तीन अलग-अलग मूर्खताएँ हैं।
1) हजारों सालों से इस देश में होने वाली सभी बुराइयों के लिए ब्राह्मण जिम्मेदार हैं।
2) मुसलमान हजारों सालों से सभी मूर्खताओं के लिए जिम्मेदार हैं। (मैं इसका प्रमाण देने की स्थिति में नहीं हूँ। यू ट्यूब पर कई विशेषज्ञ हैं जो इसका प्रमाण दे सकते हैं। लेकिन अगर प्रमाण सही हैं, तो मैं उनसे सहमत हूँ।)
3) तीसरी- यह उपरोक्त दो मूर्खताओं का मिश्रण है।
दोनों ही नेहरू में एक ब्राह्मण और एक मुसलमान ढूंढ सकते थे। (क्योंकि नेहरू परिवार अपने आप को ब्राह्मण बताता है और कुछ इतिहासकार उसे मुसलमान बताते हैं।
मैं इन बातों को मूर्खता क्यों कहता हूँ?
क्योंकि.................. राष्ट्र इसके स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचता। यह हास्यास्पद है। यह इतनी शिक्षा के बावजूद मूर्ख और अनपढ़ राष्ट्र का लक्षण मात्र है।
और राष्ट्र में देशभक्त नेता का अभाव है। इस संदर्भ में एक भी नेता देशभक्त नहीं है।
मैं अकेला नागरिक हूँ जो इन विवादों को सुलझाने के लिए तैयार हूँ। मैं सच्चा शिक्षित, देशभक्त नागरिक हूँ और इसलिए जाति और धर्म व्यवस्था के संबंध में सभी पुराने विवादों का स्थायी समाधान खोजना चाहता हूँ। सभी ऐतिहासिक विवाद जाति और धर्म के संघर्षों के कारण ही पैदा हुए
हमें इतिहास, जाति और धर्म पर पूरे देश में चर्चा करनी चाहिए। और यह सरकार के सहयोग से और मेरी चर्चा प्रणाली के अनुसार होनी चाहिए। मैंने चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है जो किसी भी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाए बिना सत्य की खोज कर सकती है। लेकिन इस सरकार ने मेरी 1400 प्रार्थनाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
मैं सभी से ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे विचार के अनुसार देशव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
सर्वेक्षण बेबुनियाद और भ्रमित करने वाले है।
ऐसा लगता है इन सर्वे करने वालों ने statistics nahi padha.
छवि खरीदी जा रहीं है 😜
I think only Andhbhakt might have participsted in this survey.
Ye bhi koe puch ne ki BAAT hai... Mukesh ji
..2024 me
यशवंत देशमुख ने नेहरू जी का अपमान किया है। भाजपा और मोदी को खुश करने केलिए यह आदमी किसी हद तक जा सकता है
Puri duniya me Abdul kyo pareshan hai is par bhi farzi patrakaro ko bhi koi programme karna chahiye
👇👇 In logo ko pasand nahi aayi sachchayi.. 😊..
मुद्दों को भटकाने की कोशिश हो रही है
आज के समय में आपका चैनल गम्भीरता से देना जाता है आप डिफेंसिव ना बनो बल्कि ओफ़ेंसिव हो जाओ
Kripya Iske Upar Bhi Ek program Jarur banaen
आप लोगों की निष्पक्षता तो पहले ही बलि चढ़ चुकी है , मोदी विरोध आप लोग २० साल से कर रहे है । इसलिए मुझे तो ये चर्चा फिसूल वक्त की बर्बादी लगती है ।मैं तो बीच में ही (११ मिनट) छोड़ कर जा रहा हूँ ।
piyush god bless you , your knowledge shows , you made Jawaher live again .
Very sincere tribute by Arunji for Nehruji.
Once upon a time a person was using helicopters for his work and started claiming that he was taking its shorty from his home town. When it was asked whether anyone is registered in his home town for providing shorty. He said no. Now question is those who have participated in the survey able to understand contributions of Nehru and are apt enough to comment on him
post truth period.
Tripathi G roz aate vishleshan karne, inko ek mic de dijiye, awaaz he sunaai nahi deti inki. 😕
All of you are examiners. They are examinees
Ye survey Wale kissey milta hai bhai
Aaj Piyush sir and Arun sir ne bahut hi shaandar details me bataaya hai
Only narrative building,why discussion is made.