जय माता की जय गुरुवर की भगवती मानव कल्याण संगठन सदैव सत्य पर आधारित है और दहेज लेना और दहेज देना इनके खिलाफ है मैं दहेज लेने वाले और दहेज देने वालों के खिलाफ रहता हूं जय माता की जय गुरुवर की
माता आदि शक्ति जगत जननि जगदम्बे मात् की जय। युग चेतना पुरुष परमहंस योगिराज श्री शक्ति पुत्र जी महाराज की जय🙏🏻😊🚩 ॐ शक्तिपुत्राय गुरुभ्यो नमः ॐ जगदम्बिके दुर्गाये नमः 🚩🙇जय माता Ki जय गुरुवर की🙇🚩
चाहिए, लड़का और लड़की दोनों ही अमूल्य होते हैं| कहानी - एक बार श्रीकृष्ण पर ये आरोप लगा कि उन्होंने स्यमंतक मणि चुराई है और जिस सत्राजित की वो मणि थी, उसके भाई प्रसेनजित की हत्या कर दी है। श्रीकृष्ण पर चोर और हत्यारा होने का कलंक लग गया था। श्रीकृष्ण ने जंगल जाकर वो मणि खोज ली थी। एक शेर प्रसेनजित को मारकर खा चुका था। जामवंत से श्रीकृष्ण मणि लेकर आए और सत्राजित को सौंप दी। सत्राजित द्वारिका के एक प्रतिष्ठित व्यक्ति थे। वे सूर्य देव के उपासक थे। सूर्यदेव ने सत्राजित से प्रसन्न होकर स्यमंतक मणि दी थी। ये मणि हर रोज 20 तोला सोना देती थी। श्रीकृष्ण ने वो मणि राजकोष के लिए मांगी थी, लेकिन सत्राजित ने मणि के लिए मना कर दिया था। इस वजह से मणि खोने पर सत्राजित को श्रीकृष्ण पर संदेह हुआ था। जब श्रीकृष्ण ने मणि लौटाई तो सत्राजित को अपनी गलती पर पछतावा हुआ था। सत्राजित ने श्रीकृष्ण से कहा, 'मुझसे भूल हो गई है। मैं भूल का प्रायश्चित करना चाहता हूं। मेरी एक बेटी है सत्यभामा, मैं चाहता हूं कि आप उससे विवाह कर लें। मैं ये मणि आपको दहेज में दूंगा।' श्रीकृष्ण ने कहा, 'विवाह तो मैं सत्यभामा से कर लूंगा, लेकिन मैं मणि दहेज में नहीं लूंगा।' अगर विवाह प्रसंग में धन अधिक महत्वपूर्ण हो जाए तो विवाह संबंध गड़बड़ा सकते हैं। दहेज एक ऐसी बीमारी है जो समाज में कई परिवारों को बर्बाद कर देती है। श्रीकृष्ण दहेज विरोधी थे। सीख - हमारे समाज में आज भी जहां दहेज का लेन-देन हो रहा है, वहां इस प्रथा को बंद करना चाहिए। न तो कन्या का कोई मोल है और न ही पुत्र का। विवाह संबंध समझ से और समानता से होना चाहिए, न कि दहेज की सौदेबाजी से।
Bahut sunder prastuti🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत सुंदर 🙏🙏जय माता की🌺जय गरुवर की।
जय माता की जय गुरुवर की भगवती मानव कल्याण संगठन सदैव सत्य पर आधारित है और दहेज लेना और दहेज देना इनके खिलाफ है मैं दहेज लेने वाले और दहेज देने वालों के खिलाफ रहता हूं जय माता की जय गुरुवर की
Supb 👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻Jay Mata ki 🙏🏻🙏🏻
माता आदि शक्ति जगत जननि जगदम्बे मात् की जय।
युग चेतना पुरुष परमहंस योगिराज श्री शक्ति पुत्र जी महाराज की जय🙏🏻😊🚩
ॐ शक्तिपुत्राय गुरुभ्यो नमः
ॐ जगदम्बिके दुर्गाये नमः
🚩🙇जय माता Ki जय गुरुवर की🙇🚩
जय माता की जय गुरुवर की 🙏🚩
Jai Guruwar ki🙏🙏
Jai Mata ki🙏🙏
Jay mata ki Jay guruver ki 🙏🙏🌹🌹🙏🙏
🌹🙏 बहुत प्रेरणादायक मंचन जिससे समाज को कुछ सीख लेने की जरूरत है 🌹🙏
Bahut sundar sughaw
बहुत ही अच्छी शिक्षा प्रदान करने वाली प्रस्तुति भगवती मानव कल्याण संगठन सत्य धर्म का रक्षक
जय माता की जय गुरुवर की 😭😭😭
गराबी भी क्या चीज होती है 😭😭😭😭😭😭
हे गुरुदेव सब की नईया पर लगाना😭🙏🙏
🙏🙏🙏🌺🌺jai mata ki jai guruvar ki
जय माता की जय गुरुवर की
Jai mata ki jai guruver ki 🙏🙏🙏🙏🙏
सारे पात्रों ने सराहनीय भूमिका निभाई
आपके छोटे से नाटक के द्वारा समाज को दहेज मुक्त शादी करने का दिशा देने का प्रयास किया गया है
Bahut badhiya prastuti
आदिकुवारीमाताबिलहरी
बहुत ही अच्छा दहेज प्रथा पर नाटक
भैया जी दूसरी बहू का क्या हुआ जो बाद में शादी जिसने सबक सिखाया कहानी super
वह बहु समाजसेविका है फिर किसी ऐसे घर में जाकर के उनको सबक सिखाएगी
Jai mata ki
Jay mata ki
जय माता की जय गुरवर की
jay mata ki jay guruvar ki
🙏🇮🇳🌹जय माता की जय गुरुवर की 🌹🙏
प्रेरणादायक मंचन
जय हिन्द
बहुत सुंदर प्रस्तुति ,,,,
Very nice
14:55
बहुत सुन्दर
प्रेरणादायक मंचन 🙏🙏
शानदार प्रस्तुति
दहेज प्रथा के साथ-साथ जातिवाद भी खत्म होनी चाहिए
दहेज प्रथा बंद होनी चाहिए भगवती मानव कल्याण संगठन इस में सतत प्रयास करेगा जय माता की जय गुरुवर की जय हिंद जय भारत
🙏🏻🙏🏻😊
Super
कितने घर बर्बाद हो गए इस दहेज की बोली में अर्थी चढ़ी हजारो कन्या बैठ न पायी डोली में... .
supar se bhi upar
भारत माता की जय
चाहिए, लड़का और लड़की दोनों ही अमूल्य होते हैं|
कहानी - एक बार श्रीकृष्ण पर ये आरोप लगा कि उन्होंने स्यमंतक मणि चुराई है और जिस सत्राजित की वो मणि थी, उसके भाई प्रसेनजित की हत्या कर दी है। श्रीकृष्ण पर चोर और हत्यारा होने का कलंक लग गया था।
श्रीकृष्ण ने जंगल जाकर वो मणि खोज ली थी। एक शेर प्रसेनजित को मारकर खा चुका था। जामवंत से श्रीकृष्ण मणि लेकर आए और सत्राजित को सौंप दी।
सत्राजित द्वारिका के एक प्रतिष्ठित व्यक्ति थे। वे सूर्य देव के उपासक थे। सूर्यदेव ने सत्राजित से प्रसन्न होकर स्यमंतक मणि दी थी। ये मणि हर रोज 20 तोला सोना देती थी। श्रीकृष्ण ने वो मणि राजकोष के लिए मांगी थी, लेकिन सत्राजित ने मणि के लिए मना कर दिया था। इस वजह से मणि खोने पर सत्राजित को श्रीकृष्ण पर संदेह हुआ था।
जब श्रीकृष्ण ने मणि लौटाई तो सत्राजित को अपनी गलती पर पछतावा हुआ था। सत्राजित ने श्रीकृष्ण से कहा, 'मुझसे भूल हो गई है। मैं भूल का प्रायश्चित करना चाहता हूं। मेरी एक बेटी है सत्यभामा, मैं चाहता हूं कि आप उससे विवाह कर लें। मैं ये मणि आपको दहेज में दूंगा।'
श्रीकृष्ण ने कहा, 'विवाह तो मैं सत्यभामा से कर लूंगा, लेकिन मैं मणि दहेज में नहीं लूंगा।'
अगर विवाह प्रसंग में धन अधिक महत्वपूर्ण हो जाए तो विवाह संबंध गड़बड़ा सकते हैं। दहेज एक ऐसी बीमारी है जो समाज में कई परिवारों को बर्बाद कर देती है। श्रीकृष्ण दहेज विरोधी थे।
सीख - हमारे समाज में आज भी जहां दहेज का लेन-देन हो रहा है, वहां इस प्रथा को बंद करना चाहिए। न तो कन्या का कोई मोल है और न ही पुत्र का। विवाह संबंध समझ से और समानता से होना चाहिए, न कि दहेज की सौदेबाजी से।
Good
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👌👌👏🏻👏🏻
👌👌👌👌
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👌👌🙏🙏
❤️🙏🙏🙏❤️
Mai toh puri video mai ye soch raha tha
Does manju type bahu exist in this world🤔
😅😅😅😅😅
But acting ke liye👌👌👌👌👌👌😇👌👌
👌👌👌
इस दहेज की बोली में इन्सान को लुटते देखा है....फांसी में लटकते देखा है और आग में जलते देखा है
एक बहुत सुंदर विचारो के साथ लिखी गयी यह स्क्रिप्ट , शानदार है।
सभी को शुभकामनाएं, इसी प्रकार समाज को जाग्रत करने का कार्य आप सभी करते रहे।
Jai guruvar ki jai mata ki bhaiya ji
Hm sidhhaasram dham jana chahete h Or hme vaha ki rasta nhi malum h please btane ki kripa kre please🙏🙏🙏
उ
Good acting
Hu uuytr
Jay mata ki jay guruvar ki
Jay mata ki jay guruver ki 🙏🙏🙏
🙏🙏🙏 Jay guruvar ki Jay mata ki 🙏 🙏 🙏
🙏🙏🙏