आचार्य प्रशांत से समझें गीता, लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00032 ✨ हर महीने 30 लाइव सत्र ✨ 35,000+ गीता छात्रों की कम्युनिटी ✨ पिछले 200+ घंटों के सत्रों की रिकॉर्डिंग - निशुल्क ✨ आचार्य प्रशांत से पूछें अपने सवाल
आचार्य जी जैसे गुरु की प्राप्ति भगवद्गीता के कृष्ण प्राप्ति के समान है lआचार्य जी के कहने के बाद कहने को कुछ रह ही नहीं जाता , और कहने का कुछ मन भी नहीं करता , बस उनके शब्दों की गूंज को , गहराई को कुछ देर मौन रहकर मन में महसूस करते हुए आनंदित रहने का मन करता है l नमन है इस युगपुरुष को 🙏❤️
व्यक्ति पढा है शिक्षित होने ,पढने,अच्छी संगति मे रहने की बात करता है दिखावा करता है फिर हङ्ङी मास शरीर खाल रंग ये सब कैसे महत्वपूर्ण हुआ जब व्यक्ति शिक्षित है किताब पढना है ज्ञान की बात करना ,संगति सही है फिर कैसे उस व्यक्ति के ऐसे मुद्दे मानसिक स्तर नियत नजर नजरिए लालच स्वार्थ भूख सिर्फ शरीर खाल शरीर रंग की बात ,नजर चिपकी हुई है?😊
एक तो पैदा ही हम होते हैं शरीर से आसक्त और फिर दुनिया, ज़माना, सब लगे रहते हैं हमें छूने में, हमें देखने में, हमें देहाकार कर देने में। तो फिर कैसे तुमको ये सूझेगा कि तुम देह नहीं हो? ये सुझाने के लिए तो कोई चमत्कार चाहिए। ये सुझाने के लिए तो कोई अनहोनी होनी चाहिए या फिर बुद्धि अति तीक्ष्ण हो। नहीं तो साधारण, सामान्य जीवन जीते हुए किसी को ये ख़याल आने ही नहीं वाला है कि मैं देह नहीं हूँ।
बहुत ही अच्छा बताया आपने आचार्य ज़ी 🙏🏾🙏🏾🙏🏾 मुख्य बात कि आपने सहज रुप से सही सशक्त बातें कहीं . बहुत सही कहा कि देह से परे चेतना हैं, और वहीँ सच हैं स्त्री को पुरुष मनुष्य ही नहीँ मानता बस मनोरंजन का साधन. खास बात कि आप मूल बात सही तरीके से दिल मे उतरने वाली , अभिनय सहित बताते हैं 🙏🏾🙏🏾🙏🏾
Hey lady,I appreciate ur confidence for keeping this type of ur inner feelings statement in front of social media and public. Please come to south India Telangana,AP, Tamil Nadu and search for a job. I think 🤔💭 you must get ur job as per ur knowledge.
सीख - देह छोटी बात है इस पर इतना ध्यान नहीं देते यह साधन है 1 दिन तो सबको जलकर काला ही हो जाना है इसकी क्या इतनी फिक्र करना हम ऐसे ही हैं जो समाज में प्रचलित हो जाता है हम उसी को प्राथमिकता दे देते हैं यह हमारी खुद की पसंद नापसंद नहीं होती 3 साल तक के बच्चे आपस में खेलते हैं वह इस शरीर को इतना महत्व नहीं देते सरलता से जीते हैं हम जैसे जैसे बड़े होते हैं समाज हमारे मनमें घर कर जाता है और हम उन बातों को महत्व भी देने लगते हैं जो बेमतलब की हैं जरूरी यह है याद रखना कि मैं शरीर नहीं हूं❤
Aacharya Prashaant ji thank you so much to you beyond and above for this very valuable video.🙏🙏🙏🙏 I am speechless to see your knowledge and wisdom that you are sharing. I try to watch your videos before I start my day almost every single day. You are impacting our lives tremendously. I find you as a god send to me. Pramaan Aacharya ji. 🙏🙏🙏🙏
Good morning acharya g ...srtiya kya kre hmare kvi..hmare sahityakar...hmare Granth.. sb nari ki sunderta ka bkhan krte hai...nari kya kre..Mera pti bhi kasmiri pundit handsome charming tall hai mai average se bhi km hu.shadi ko bhi 29yrs ho gye .ab bhut metal torture krte hai 60 plus hu husband bhi 65 hai .laki khud per bhut proud krte hai..ab main unki baato ko dil se nhi lgati..fir bhi kbhi kbhi dukhi ho jati hu..nari kyz kre...
थोड़ी भी समझोगे तो आश्चर्य प्रकटता है ; कुरूप से कुरूप व्यक्ति ;सुंदर से सुंदर व्यक्ति से बिल्कुल समान😮😮 ही है !! (शरीर तल्) जहां भिन्नता नहीं, वहां भिन्नता का ढूंग dhong करने में सारा जीवन बीत रहा होता है !!😢😢😢 शरीर तल में विभिन्नता तो विकलांगता कहलाती है; खाना मुंह से कहते हैं ,नेत्रों से देखते हैं , waste ..😅😅 क्या है भिन्नता??? 😂😂😂
गोरा रँग बहुत बुरा है,मैँ नेपाल सेे हुँ, मै गोरा हुँ लेकिन मै काले,साँवले मेरे जितने भि दोस्त हैँ उन सबसे कम फुर्तिला हुँ और कमजोर हुँ, थोडी सी धुपसे भि मै परेशान होता हुँ् मुझे मेरे गोरे खालसे खिज है चर्मरोग भि मुझे औरोँसे ज्यादा परेसान करता है , सचमेँ गोरा रँग अभिसाप सावित हो रहा है ।
आचार्य प्रशांत से समझें गीता,
लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00032
✨ हर महीने 30 लाइव सत्र
✨ 35,000+ गीता छात्रों की कम्युनिटी
✨ पिछले 200+ घंटों के सत्रों की रिकॉर्डिंग - निशुल्क
✨ आचार्य प्रशांत से पूछें अपने सवाल
Jai shree krishana
स्त्री तुम देह नहीं चेतना हो 😊
जिसको तुम गुलाम बनाओगे उसके तुम गुलाम बन जाओगे ✅💯 _ आचार्य प्रशांत जी 🙏🙏
आचार्य जी जैसे गुरु की प्राप्ति भगवद्गीता के कृष्ण प्राप्ति के समान है lआचार्य जी के कहने के बाद कहने को कुछ रह ही नहीं जाता , और कहने का कुछ मन भी नहीं करता , बस उनके शब्दों की गूंज को , गहराई को कुछ देर मौन रहकर मन में महसूस करते हुए आनंदित रहने का मन करता है l नमन है इस युगपुरुष को 🙏❤️
बहुत ही सुलझे हुए विचार आचार्य जी
व्यक्ति पढा है शिक्षित होने ,पढने,अच्छी संगति मे रहने की बात करता है दिखावा करता है फिर हङ्ङी मास शरीर खाल रंग ये सब कैसे महत्वपूर्ण हुआ जब व्यक्ति शिक्षित है किताब पढना है ज्ञान की बात करना ,संगति सही है फिर कैसे उस व्यक्ति के ऐसे मुद्दे मानसिक स्तर नियत नजर नजरिए लालच स्वार्थ भूख सिर्फ शरीर खाल शरीर रंग की बात ,नजर चिपकी हुई है?😊
Vese hi jase padha likha hone ke baad bhi jativaad krte h
एक तो पैदा ही हम होते हैं
शरीर से आसक्त
और फिर दुनिया, ज़माना,
सब लगे रहते हैं
हमें छूने में,
हमें देखने में,
हमें देहाकार कर देने में।
तो फिर कैसे तुमको
ये सूझेगा कि
तुम देह नहीं हो?
ये सुझाने के लिए तो
कोई चमत्कार चाहिए।
ये सुझाने के लिए तो
कोई अनहोनी होनी चाहिए
या फिर बुद्धि
अति तीक्ष्ण हो।
नहीं तो साधारण, सामान्य
जीवन जीते हुए
किसी को ये ख़याल
आने ही नहीं वाला है
कि मैं देह नहीं हूँ।
❤❤❤
👍👍
👍
बहुत ही अच्छा बताया आपने आचार्य ज़ी 🙏🏾🙏🏾🙏🏾 मुख्य बात कि आपने सहज रुप से सही सशक्त बातें कहीं . बहुत सही कहा कि देह से परे चेतना हैं, और वहीँ सच हैं स्त्री को पुरुष मनुष्य ही नहीँ मानता बस मनोरंजन का साधन. खास बात कि आप मूल बात सही तरीके से
दिल मे उतरने वाली , अभिनय सहित बताते हैं 🙏🏾🙏🏾🙏🏾
Hey lady,I appreciate ur confidence for keeping this type of ur inner feelings statement in front of social media and public. Please come to south India Telangana,AP, Tamil Nadu and search for a job. I think 🤔💭 you must get ur job as per ur knowledge.
सीख - देह छोटी बात है इस पर इतना ध्यान नहीं देते यह साधन है 1 दिन तो सबको जलकर काला ही हो जाना है इसकी क्या इतनी फिक्र करना हम ऐसे ही हैं जो समाज में प्रचलित हो जाता है हम उसी को प्राथमिकता दे देते हैं यह हमारी खुद की पसंद नापसंद नहीं होती 3 साल तक के बच्चे आपस में खेलते हैं वह इस शरीर को इतना महत्व नहीं देते सरलता से जीते हैं हम जैसे जैसे बड़े होते हैं समाज हमारे मनमें घर कर जाता है और हम उन बातों को महत्व भी देने लगते हैं जो बेमतलब की हैं जरूरी यह है याद रखना कि मैं शरीर नहीं हूं❤
Behad khoobsoorati se aapne ek sundar ladki ki vyatha ka varnan kiya hai
"Good morning, Prashant Sir! May your day begin with blessings and unfold beautifully with grace."🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत बढिया. दुनिया के सबसे अलग मोटिव्हेटर आचार्य जी. ऐसी विचारधारा कही देखने को नही मिलती .
Acharya ji unbelievable because his center of speaking is always honesty and truth 🙏🙏
Great observation❤
Aacharya Prashaant ji thank you so much to you beyond and above for this very valuable video.🙏🙏🙏🙏 I am speechless to see your knowledge
and wisdom that you are sharing. I try to watch your videos before I start my day almost every single day. You are impacting our lives tremendously. I find you as a god send to me. Pramaan Aacharya ji. 🙏🙏🙏🙏
Sir yahan k writers ne to dialogue dediya ladka ladki kbi dost ni ho sakte😂😂😂
प्रणाम आचार्य जी
Dhanyawad aacharya ji🎉
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏ॐ🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
आचार्य जि!!!
सही कहा सर. 🙏🙏🙏
Kash ki jindgi fir se jeene Ka moaka de …
Aacharya ji ke ko sunne ke baad jindgi se hi nafrat ho gai hai bahut hi galat jiye hai 😔
Deh bhav se bahr niklo tum ma kali ho💪💪❤❤🙏🙏
आचार्य प्रशान्त जी सादर प्रणाम 🙏बहुत सही समझाया आपने इन बहन को .❤🎉🌹
Thank you so much Acharya ji. 🙏🏼
Very unique❤❤❤❤
Too good sir ji.❤❤❤❤ hat's off u
देह ❌
चेतना ✅
Acharyji k ps har bat k ans h
Dhanyavaad sir ❤❤❤❤
Thank you Acharya ji 🙏🙏🙏
Prnam aachary ji
Naman
Bahot hi satya vachan 🙏🙏🙏🙏🙏
आचार्य श्री सादर प्रणाम 🙏🏼
Namaste 🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Thank u
I love you sir,thank u
Thank you for sharing valuable advice to all youth!!😊you are making change in this era!!
Aapka bahut bahut dhanyabad acharyji
Good morning acharya g ...srtiya kya kre hmare kvi..hmare sahityakar...hmare Granth.. sb nari ki sunderta ka bkhan krte hai...nari kya kre..Mera pti bhi kasmiri pundit handsome charming tall hai mai average se bhi km hu.shadi ko bhi 29yrs ho gye .ab bhut metal torture krte hai 60 plus hu husband bhi 65 hai .laki khud per bhut proud krte hai..ab main unki baato ko dil se nhi lgati..fir bhi kbhi kbhi dukhi ho jati hu..nari kyz kre...
Bilkul sahi hai 👏
Good
Ram Ram jee arnav
अपनी चेतना को ऊँचाई दीजिये। देह भाव को बढ़ावा ना दे।❤️🙏
💯💯💯💯💯
थोड़ी भी समझोगे तो आश्चर्य प्रकटता है ;
कुरूप से कुरूप व्यक्ति ;सुंदर से सुंदर व्यक्ति से बिल्कुल समान😮😮 ही है !!
(शरीर तल्) जहां भिन्नता नहीं, वहां भिन्नता का ढूंग dhong करने में सारा जीवन बीत रहा होता है !!😢😢😢
शरीर तल में विभिन्नता तो विकलांगता कहलाती है; खाना मुंह से कहते हैं ,नेत्रों से देखते हैं , waste ..😅😅
क्या है भिन्नता???
😂😂😂
❤
🙏🙏🙏❤️❤️
😊😊
🙏🙏
❤🙏🥰👌👌
Yah pratyek ladki ko sikhana chahie
✨✨✨✨
🙏🙏🙏🙏🙏💕💕💕💕💕💕🇳🇵
Very nice Acharya g
गोरा रँग बहुत बुरा है,मैँ नेपाल सेे हुँ, मै गोरा हुँ लेकिन मै काले,साँवले मेरे जितने भि दोस्त हैँ उन सबसे कम फुर्तिला हुँ और कमजोर हुँ, थोडी सी धुपसे भि मै परेशान होता हुँ् मुझे मेरे गोरे खालसे खिज है चर्मरोग भि मुझे औरोँसे ज्यादा परेसान करता है , सचमेँ गोरा रँग अभिसाप सावित हो रहा है ।
बहुत अच्छी बात है
भगवान सबकी सोच ऐसे हो
आचार्य जी आप कितना कृपा किए है हम लोग पर 😊😊😊😊😊😊🎉🎉❤
And pari
🙏🙏🙏🙏🙏
🙏
❤❤❤❤
👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻
🙏🏻❤️🙏🏻
🎯🎯
❤❤❤❤
❤ ❤ ❤
🙏🙏🙏🙏
❤