यह lecture upsc optinal philosophy का lectuer है जो दर्शन के संदर्भ में दिया गया है न कि किसी विशेष धर्म के संदर्भ में भारत मे धर्म का मतलब कर्तव्य पालन तथा मानव सेवा होता है इसी दार्शनिक संदर्भ में यह lectuer upsc के syllabus के अनुसार दिया गया है इसे किसी सम्प्रदाय के संदर्भ में नहीं देखना है। upsc में निष्पक्ष लेखन किया जाता है वहाँ किसी सम्प्रदाय के चश्मे से नहीं देखा जाता है
26:50very deep knowledge thanks sir
बहुत सुंदर , आप बधाई के पात्र हैं ।
@@suchitramittal9625 बहुत बहुत धन्यवाद, यह मेरा कर्तव्य है
entirely misleading interpretation
यह lecture upsc optinal philosophy का lectuer है जो दर्शन के संदर्भ में दिया गया है न कि किसी विशेष धर्म के संदर्भ में
भारत मे धर्म का मतलब कर्तव्य पालन तथा मानव सेवा होता है इसी दार्शनिक संदर्भ में यह lectuer upsc के syllabus के अनुसार दिया गया है इसे किसी सम्प्रदाय के संदर्भ में नहीं देखना है। upsc में निष्पक्ष लेखन किया जाता है वहाँ किसी सम्प्रदाय के चश्मे से नहीं देखा जाता है