kya gyani,pandavki galti par bola,par kaurv kyu nahi bola. ab sharp ka dar hai to bolega. mazza aayega jab beta khoyega. sisupal par help nahi,duryodhan ko kyu? isse gatia insan nahi dekha. tabhi narayan sath nahi denge.
@@rajput_ffboy5817 jo bhi ho jiske Bhai ko sirf mantr ucharn krne krne k karn use mar diya gaya q woh kisi ka sath dega mana krn apne mitr k sath tha wahi mitr jb sbne majak bnaya rulaya tdpaya tb duryodhn n uska sath diya to kyaa aise Dost ka sath chhod kr US pandao ka sath deta jinhone apman kiya sabke samne krn kabhi aisi hrkt ni krta woh yudh se jitna chahta tha glt krke ni dost ka bhi tyag kiya tha usne tabhi duryodhn n kaha tha jbtk use koi uksayega ni tb woh kuch ni krega phir dropdi NE duryodhn se apna bdla ek bar leliya tha apman krke phir dubara apman ni krna tha usne bar bar apman kiya yeah bhi glt tha bachpn se hi krn dukho se gujra h woh dukh dehi ni skta kisi ko
@@नन्हेलालसक्सेना sahi bola karn se bara kutta nahi jab pandav ko jawab dena hai to vbolta par kaurav ke time nahi. karn hi kyu sare kutte hai duryadhyan,dusasan,aswatnama. sab ko dand milega. bahut bolta pandav doshi nahi the,lekin wanwas mila,duryodhan,dushan ko kya mila?
@@technicalmasterjii890 bhaii par tu yeh dekh duryodhan n mitrata ke chalte karnd se ye sab karya h karnd ne pandav ko kitni baar roka karnd adharm ke sath the isliye kyuki duryodhan n usse mitrata k kal m fasa rakha thaa bhaii ye kyu nhi samjhte karnd ache the bhaii ❤😢
Wo vyakti kabhi mahan nhi ho sakta jo apni hi patni ko, jo kul ka gorav Or suabhiman hoti h, usko hi dav per laga de me to use duryodhan jesa hi manti hu, usne achhamya apradh kiya h, mahan to karn h
@@aroundtheworld9627 Us yug mein yehi dharm tha. Dyut mein jo insaan kuch bhi haar jata tha us par uska adhikar kho deta tha. Main ye nahi keh raha hoon ki jo Yudhishthir ne kiya wo sahi tha. Lekin Us samay Yudhishthir ke jagah koi aur dharm parayan purush hota to wo bhi yahi karta. Aur ek baat, us yug aur aaj ke yug mein jo hum sochte hain usme bahut fark hai. Aaj to humko adharm dikhayi de raha hai, lekin us samay dyut har Kshtriya Raja ka khel tha. To hum kisiko dosh nahi de sakte. Yudhishthir ne apne jeevan mein ek hi paap Kiya tha ki usne apni patni ko dav pe lagaya tha.
karn ka Ye dialogue dil ko chu gaya " Agr Yudhistar tum Dyut chhod kar yudh karte to ye radhe karn apne kavch or kundar tumhe deke tumhe kahta mera sir dhad se alag kar do 😎
Bhagwan shree krishna ne bhi karn ke sath chhal to kiya, karn ki kuch galati bhi nahi thi ,karn ne to kitni baar dharmraj ko suchit Kiya tha lekin dharmraj ne mana nahi, Mai sabse mahan karn ko hi manata hu nahi krishna ko
Mahabharat me kaha aisa likha hai ki karn yuddhishtir ko kana krne gye the...... Balki usme to aisa varnan milta hai ki drooadi k apman prr karn bhar bhar k jahar ugal rhe the,,,, apman pe aoman krr rhe the..... Serial ko sach mt maano be!
@@digantamaity6925 ऐसा सुना है की कर्ण को अपना जन्म का रहस्य का पता नही था जिसके कारण उसको सूतपुत्र कहा करते थे और इस बात से उसको बहुत नफरत थी क्योंकि वो भेदभाव पसंद नही था जिसके कारण वो समाज में परिवर्तन चाहता था कि सबको समान अधिकार मिले सबको हर एक कार्य में बंधित नही किया जाए और वो शिक्षा दीक्षा के लिए विरोध करते करते भगवान परशुराम के पास विद्याध्यान करने करने गए और उसने खुद को ब्राह्मण बताते हुए धनुर्विद्या अध्यन कर महान धनुर्धर बन गया और अंत में उसको श्राप मिल गया क्युकी व्यक्ति का कुल छिपता नही जिससे क्रोधित होकर उसको परशुराम ने श्राप दे दिया और वो वापस हस्तिना पर आया तब कोर्वो और पांडवों के मध्य में शिक्षा ग्रहण का परीक्षण किया जा रहा था और अर्जुन के बराबरी का कोई पर्तिध्वंध नही पाया तो आचार्य गुरु द्रोण ने संसार के समस्त धनुर्धारी को चुनौती दी की कोई है ऐसा योद्धा जो मेरे शिष्य अर्जुन का सामना कर सके तब यह बात कर्ण को सहन नहीं हुई और वो ध्वंध करने मैदान में आ गया तब उसको उसके कुल का पूछा गया तब सूत को यह अधिकार नही था तो ऐसा योद्धा देख कर दुर्योधन ने अपने मामा गंधार राज सकुनी के कहने पर उसको अंग राज्य का राजा बना कर अपना मित्र बना दिया इस सम्मान के बदले कर्ण ने अपने पूरे जीवन भर दुर्योधन के पक्ष को कभी न त्याग करने का वचन दे दिया जिसके करना ही यह सब देखना पड़ा
Karna e xodai durjodhonko sath diya..... Aha sob galat dekha ya hay..... Karno kavi dharmo pokkho nehi liya tha.... Sob somoy adhorom pakkh liya tha..... Sob galat maha arot sristi kara.....
कारण को देख कर गर्व होता ह ,, एकलव्य को देख कर गर्व होता है अर्जुन की बात करते हो अरे अगर गुरु द्रोण चरी को इटना महान सर्वश्रेष्ठ योद्धा बनाना था तो एकलव्य का अंगूठा ही लाई लिया वो बी बिना शिक्षा दिए ये डर ही तो था के एकलव्य खी सर्वश्रेष्ठ ना बन जाए ,,,😜😜👌👌🔥🙏🙏
Bhai arjun ke samne karan kuch bhi nhi tha ,, serial ke chakkar na raho Geeta Pado sab sach samj aa jayega.. arjun karn ko koi bar yuddh Me hara chuka hai...
@@AnilSingh-nn8sq Achha to matlab Natak vale chanal vale chutiya hai Agar Aesa hota to kab ka ban lag jata Aese serial p ,,beta tu abi pad likh pandato s mil 🤣 taki tuje sach ka pata lge 🤣
युधिष्ठिर जैसा कोई जुआरी नहीं, ना कभी हुआ है, ना कभी जुआरी होगी युधिष्ठिर जैसा कभी,, कर्ण के बार बार मना करने के बाबजूद पाण्डव और युधिष्ठिर जुआ खेलता रहा, कर्ण जैसा महाभारत में कोई नहीं था,, महान कर्णवीर
*युधिष्ठिर द्वारा श्रीकृष्ण से छिपकर शकुनि के साथ द्यूतक्रीड़ा खेलने पर हुए उद्दव-श्रीकृष्ण संवाद का एक प्रसंग:* ... ... *कृष्ण जी मुस्कुराए:-* उद्धव इस सृष्टि में हरेक का जीवन उसके स्वयं के कर्मफल के आधार पर संचालित होता है। न तो मैं इसे चलाता हूं और न ही इसमें कोई हस्तक्षेप करता हूं मैं प्राणी के अच्छे बुरे कर्म का केवल एक ‘साक्षी’ हूं। मैं सदैव तुम्हारे नजदीक रहकर जो हो रहा है उसे देखता हूं। यही ईश्वर का धर्म है। *उलाहना देते हुए उद्धव ने पूछा:-* वाह-वाह, बहुत अच्छा कृष्ण, तो इसका अर्थ यह हुआ कि आप हमारे समीप खड़े रहकर हमारे सभी दुष्कर्मों का निरीक्षण करते रहेंगे? हम पाप पर पाप करते रहेंगे और आप हमें साक्षी बनकर देखते रहेंगे? आप क्या चाहते हैं कि हम भूल करते रहें, पर आप हमें रोकेंगे नहीं? हम पाप की गठरी बांधते रहें और उसका फल भुगतते रहें? *तब कृष्ण जी बोले:-* उद्धव, तुम शब्दों के *गहरे* अर्थ को समझो। जब तुम समझकर अनुभव कर लोगे कि मैं तुम्हारे समीप 'साक्षी' के रूप में हर पल हूँ, तो क्या तुम कुछ भी गलत या बुरा कर सकोगे?तुम निश्चित रूप से कुछ भी बुरा नहीं कर सकोगे। जब तुम यह भूल जाते हो, और यह समझने लगते हो कि मुझसे छुपकर कुछ भी अनैतिक कर्म कर सकते हो, तब ही तुम कठिनाइयों में फंसते हो! धर्मराज युधिष्ठिर का अज्ञान यही था कि उसने माना कि वह मेरी जानकारी के बिना जुआ खेल सकता है। अगर उसने तनिक भी यह समझ लिया होता कि मैं प्रत्येक के साथ, हर समय 'साक्षी' रूप में उपस्थित हूं तो क्या खेल का रूप कुछ और नहीं होता और क्या वह मुसीबतों में घिरता? *उद्धव मंत्रमुग्ध हो गए और बोले:-* प्रभु कितना गहरा दर्शन है। कितना महान सत्य। ‘प्रार्थना’ और ‘पूजा-पाठ’ से, ईश्वर को अपनी मदद के लिए बुलाना तो महज हमारी ‘पर-भावना’ (स्वयं की तसल्ली) है। किंतु जैसे ही हम यह विश्वास करना शुरू करते हैं कि ‘ईश्वर’ के बिना पत्ता भी नहीं हिलता, तब हमें 'साक्षी' के रूप में उनकी उपस्थिति महसूस होने लगती है। गड़बड़ तब शुरू होती है, जब हम इसे भूलकर 'सांसारिकता' में डूब जाते हैं, यही गलती युधिष्ठिर ने की। (जय श्रीकृष्ण) 🌺🌸🌻🌹🪷🌺
Bhai Mahabharat ko poori tarah badal diya gaya hai jo tha hi nahi use bataya ja raha hai, gyan achha hai kintu adhura gyan anuchit hai.................karn ne aisa vat vivad kiya hi nahi tha jo dikhaya ja raha hai
महाभारत का महान युद्ध अच्छी तरह से किया गया था। लेकिन सर्वोच्च नायक के रूप में उनका नाम कर्ण उभरा। वे न केवल एक योद्धा थे, बल्कि एक आत्मनिर्भर शासक भी थे, जिसकी आज शासक को आवश्यकता है।
Uff! Total goosbumps when Karn and Krishna announced Mahabharat yudh in two separate scenes! Specially Karn.. Mahabharat announcement should be done by the real hero of Mahabharata and the almighty himself Lord Krishna.. Everyone is looking heroic in this scene! The BGM 🔥🔥.. That's happened when all the great actors and creative minds come together and give 100% and the impact goes unmatchable 🔥🔥🔥🔥🔥
The whole story is based on logic and the will power that stands for the logic the only problem here is that the logics are numerous and too much saturated that it is finally illogical thus the quarrel.
पहली बार ऐसा लगा की कर्ण की इतना बिनती के बाद शायद युधिस्ठिर सही निर्णय लेंगे लेकिन पूरा मूर्ख युधिस्ठिर अधर्म को धर्म से तुलना की वा धर्मराज युधिष्ठिर वा🎉
युधिष्ठिर सिर्फ नाम के धर्मराज थे लेकिन युधिष्ठिर उसी समय धर्म का मार्ग छोड़ दिया जो अपने पांच भाइयों को दाव पर लगाया और इंद्रप्रस्थ को धर्म का पूरा कर्तव्य करण निभा रहा था धर्मराज कहन से कोई धर्मराज नहीं बन सकता जय हो महारथी कर्ण परशुराम शिष्य करण की जय हो
Agr karn itna sacha Or dharmi tha to duryodhan ke sath kio tha... Ha bo ek yodha achha tha par insaan nahi Or isi bajh se usko apni sari saktya kho kar marna pada.. Or uske paas sirf uska kavah hi tha
O mahagyani baba ye karn show h islye karn ko acha dikhya jake mahabhart dekh phle or Yudirsitr sacha dhrmaraj thaa bs uski 1 yhi galti thi or ye chhal me hara h o skuni se
इस सीरियल में सब झूठ दिखाया है मूर्ख। इन्होने दिखया के कर्ण द्रोपदी वस्त्रहरण कर समय मौन था पर सच ये है के उसने है द्रोपदी को वेश्या कहा था इसी लिए कुत्ते की मौत मारा गया।
@@swapnilpatil6397 in that episode Shri Krishna said To karan that u were silent and that's the false . he wasn't silent he called her prostitute. you should read real Mahabharat of Ved Vyas ji
द्रोपती के अपमान के लिए महाभारत. परन्तु उस समय शुद्रो पर उससे भी ज़्यदा अत्याचार होता था उस समय सारे भगवान कहाँ सो रहे थे कर्ण ने बदलाव के लिए संघर्ष किया किन्तु उसे भी छल से मार दिया गया
I have lot of respect for Karn. He is the real hero after Sri Krishna But Karn didn't provide any input in trying to stop Dharmaraj not play dueth or opposed Draupadi's vasthraharan. He was against the dueth but not vasthraharan. This is modified version of Mahabharata.
Isliye decision lene se pehle socha jaruri h Aur suru mei agar Youdhistir mana kar deta game toh usse sirf game Na Swikar karne k bohot choota apmaan sahna padta Pr iss chota apmaan ko bachane k liye duniya k sabse badaa apmaan ka saamna karna pada .....So be mindful and see your profit or lose on every important issue
But Karna=2 Maharathis He have divine armour and Vijaya bow He is best in charity and donations. He is eldest son of Kunthi he eldest of Pandavas also. He love his family and Parents a lot he is very loyal to his best friend Duryodhana also He is very righteous and virtuous king and warrior in dwapariyuga also He was trained by Drona and lord Parshurama in archery and warfare skills he got celestial weapons and divine weapons from lord Parshuram and he was cursed by Parshurama for lying also. He trained in Vedas and Shastras he just said what is true about Draupadi and what people of those days think about her mostly
Ramayan ki baat to bilkul sahi kah rhe hai aap par kya mahabharat me bhishma yudhhishthir aur sita ke saman devi draupadi ka jagah jagah pe apko tyag nhi dikhta
@@techecommerce7333 @K L so what first of all he called impure or achyuta not prostitute and secondly even kunti said that a girl having relationship with more than 1 man is called harlot or whore so he was just stating facts.Just to justify Pandavas crime no need to blame karna's word's
@@frv2084 bhai tuge sab pata hai Karan ka Dosh itna hi tha kya keval usne dropdhi ko Glut Bola phle thik Sa Niti Dharam or Nyaya Shastra Read ker Serial ke Chakkar me mut Jaa
जिसने अपने गुरु की आज्ञा नहीं मानी जिसने अपने पीताहमह का आदेश नही माना जिसने कर्ण का निवेदन नही माना वो राजा धर्मराज अपने जीवन को धर्म के लिए जुवा खेलना चाहा
Is serial ke sare vichar bahut hi a66e hai... Serial ka writer ko meri taraf se salute aur actor ko bahut jyada salute... Karn aur krishna ki acting superb ...
भिल्ल पुत्र एकलव्य के साथ जब अधमॆ हुआ था तब कहा गया था युधिष्ठीर का धमॆ क्यो अपने गुरु द्रोणाचायॆ से कहा नही की आपने अधमॆ किया है. I'm a hindu a mad hindu But जो धमॆ के नाम पर निचली जाती यो को तुच्छ समझते है क्या वही ऊनका धमॆ है
Usne guru ki vidya churayi thi, or guru ki agya ke virudh uski vidya ko churana mhapap he, agr dronacharya chahte to uska mstak bhi mang skte the lekin unhone sbse kam dand diya, keval angutha hi liya
जिस प्रकार सूर्यपुत्र कर्ण में दिखाया गया है उस भांति कर्ण महान थे
सर्वश्रेष्ठ पात्र एकमात्र कर्ण ।जन्म से लेकर अब तक जिसने जितना उत्पीड़ित किया कुन्दन की भांति उतना ही निखार पाया।
करण वास्तव में हे ज्ञानी है❤❤❤❤❤❤❤❤
kya gyani,pandavki galti par bola,par kaurv kyu nahi bola.
ab sharp ka dar hai to bolega.
mazza aayega jab beta khoyega.
sisupal par help nahi,duryodhan ko kyu?
isse gatia insan nahi dekha. tabhi narayan sath nahi denge.
Karn andha tha mitr prem me maharaj putr prem me andhe the
मेरी दृष्टि में पूरे संसार में कर्ण जैसा कुशल योद्धा कई नही है ! ❤🙏
Barbarik ka name suna hai 😅😅😅
if droupadi married to karn
करण की ज्ञान ने दिल को छू लिया❤
कर्ण का किरदार मेरे मन को छू गया । मैने इस किरदार के लिए पूरी कहानी देखी । कर्ण का किरदार सबसे अद्भुत था महाभारत में
🙏 जय अंगराज कर्ण 🙏
😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢
🌹🌹 jay parshuram sisy🌹🌹
🌹🌹
Yes
M be
कर्ण भले ही पांडवों के विरुद थे पर उन्होंने कवि। पांडवों का बुरा नही चाहा ❤️❤️❤️
Right
Ye to sirf is serial me hi
Kaha se ho bhai laxmikant aap
Right
@@rajput_ffboy5817 jo bhi ho jiske Bhai ko sirf mantr ucharn krne krne k karn use mar diya gaya q woh kisi ka sath dega mana krn apne mitr k sath tha wahi mitr jb sbne majak bnaya rulaya tdpaya tb duryodhn n uska sath diya to kyaa aise Dost ka sath chhod kr US pandao ka sath deta jinhone apman kiya sabke samne krn kabhi aisi hrkt ni krta woh yudh se jitna chahta tha glt krke ni dost ka bhi tyag kiya tha usne tabhi duryodhn n kaha tha jbtk use koi uksayega ni tb woh kuch ni krega phir dropdi NE duryodhn se apna bdla ek bar leliya tha apman krke phir dubara apman ni krna tha usne bar bar apman kiya yeah bhi glt tha bachpn se hi krn dukho se gujra h woh dukh dehi ni skta kisi ko
कर्ण से बड़ा योद्धा कोई नही और उससे बड़ा दान वीर भी कोई नहीं और न कभी कोई होगा ❤❤😊🙏🙏😘
जो अधरमी की साथ दे वह किसी मायने में वलवान नहीं है करण ने अपनी ग्लानि के कारण अधरम का साथ दिया
हर आत्मा जीवन के करम काभुगतान भोगी वनती है
Lord Krishna is the GREATEST 😍🙏🙏
युधिस्ठिर धर्मराज नही धर्म के नाम पर जुवाडी था जो एक बार ठोकर लगने पर भी नहीं सम्भला
karn se bara kutta nahi jab pandav ko jawab dena hai to vbolta par kaurav ke time nahi.
karn hi kyu sare kutte hai duryadhyan,dusasan,aswatnama.
@@नन्हेलालसक्सेना sahi bola karn se bara kutta nahi jab pandav ko jawab dena hai to vbolta par kaurav ke time nahi.
karn hi kyu sare kutte hai duryadhyan,dusasan,aswatnama.
sab ko dand milega.
bahut bolta pandav doshi nahi the,lekin wanwas mila,duryodhan,dushan ko kya mila?
कर्ण एक महान योद्धा थे और कोई नहीं 🙏🏻🚩🔥🔥🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
यदि कौरव द्रौपति का वस्त्र हरण करके अधर्म किया तो फिर युधिष्ठिर और पांचों पांडव अपने पत्नी को जुआ में दाव पर लगाकर कौनसा धर्म का पालन किया
Bat sahi khi h apne
Hii
Meri samajh mein yah Nahin a Raha ki tum bahut dekh kya rahe ho use episode mein saaf saaf dikh raha hai kahan Dharm hai aur kahan Dharm hai❤❤❤❤❤
Dharam purvak
Prichich kiya
12 varsh ka Vanwash or 1 varsh ka aagyatvas
Murkh ho kya bhai
Sab dekh ke bhi nahi samjh paye
Adharm se juaa jita gaya hai
Murkh agar dharm se khela gaya hota to
Harte hi nahi 😡
कर्ण ने सच कहा है कर्ण के लिए 👍👍👍👍👍👍👍 करे
❤️❤️"साधरण काम कीजिए लेकिन उसे असाधारण प्रेम के साथ कीजिए "
"खामोशी का मतलब लिहाज भी होता है ।
पर कुछ लोग इसे कमजोरी समझते हैं ।।"❤️❤️
🎉
कर्ण जैसा वीर और दान वीर कोई नहीं था
पुरे महाभारत में श्री कृष्ण के बाद श्री अंगराज कर्ण से बडकर कोई नहीं है ❤❤
I like karan and krishna
Karn अधर्म ki or tha.
@@technicalmasterjii890 bhaii par tu yeh dekh duryodhan n mitrata ke chalte karnd se ye sab karya h karnd ne pandav ko kitni baar roka karnd adharm ke sath the isliye kyuki duryodhan n usse mitrata k kal m fasa rakha thaa bhaii ye kyu nhi samjhte karnd ache the bhaii ❤😢
@@technicalmasterjii890Bhai to jise tum dharm raj bana ke baithe ho, wo khud apne bhaiyo aur patni ko dav me laga raha. Ye dharm hai?
Kyo Bhai Pita Mahe Bhishm 🧏♂️🙏Suryaputra Karn DOno log🙏😇
महान है वह योद्धा जिसे परस्त करने के लिए स्वयं भगवान श्री कृष्ण छल का प्रयोग करना पड़ा ❤❤😘😘🙏🙏🙏🙏
।।कर्ण कर्ण कर्ण कर्ण कर्ण 👌👌कर्ण कर्ण कर्ण कर्ण कर्ण। ।
Krishna. Krishna. Krishna. Krishna. Krishna. Krishna. Krishna..........
बात कड़वी है पर सच है धर्मराज युधिष्ठिर सबसे महान और करण उनसे भी महान
Wo vyakti kabhi mahan nhi ho sakta jo apni hi patni ko, jo kul ka gorav Or suabhiman hoti h, usko hi dav per laga de me to use duryodhan jesa hi manti hu, usne achhamya apradh kiya h, mahan to karn h
Yudhishtir sabse bada chutiya tha jua ek adharm hai tabhi bhi voh usko khelta gaya
Jai ho karn
@@aroundtheworld9627 Us yug mein yehi dharm tha. Dyut mein jo insaan kuch bhi haar jata tha us par uska adhikar kho deta tha. Main ye nahi keh raha hoon ki jo Yudhishthir ne kiya wo sahi tha. Lekin Us samay Yudhishthir ke jagah koi aur dharm parayan purush hota to wo bhi yahi karta.
Aur ek baat, us yug aur aaj ke yug mein jo hum sochte hain usme bahut fark hai. Aaj to humko adharm dikhayi de raha hai, lekin us samay dyut har Kshtriya Raja ka khel tha. To hum kisiko dosh nahi de sakte.
Yudhishthir ne apne jeevan mein ek hi paap Kiya tha ki usne apni patni ko dav pe lagaya tha.
Yh to saty hai ki karn mahan hai
karn ka Ye dialogue dil ko chu gaya " Agr Yudhistar tum Dyut chhod kar yudh karte to ye radhe karn apne kavch or kundar tumhe deke tumhe kahta mera sir dhad se alag kar do 😎
महान योद्धा वहीं होता है जो आभुषणों के साथ शस्त्र एवं धर्म का भी ग्रहण करे हरे कृष्णा ❤❤❤❤👍👍👍👍👍👍👍👍👍👌👌👌👌
One an only legend in Mahabharat ❤️Karn❤️
महभारत पुरी देखी पर करण का किरायदार सच मे मेरे दिल को छु गया है
Yes bro
कर्ण महान है जो धर्मराज को मना करने पर भी नहीं माने और दोषी कर्ण को ठहराया गया है कर्ण को मेरी तरफ से 👏👏👏👏👏👏
Bhagwan shree krishna ne bhi karn ke sath chhal to kiya, karn ki kuch galati bhi nahi thi ,karn ne to kitni baar dharmraj ko suchit Kiya tha lekin dharmraj ne mana nahi, Mai sabse mahan karn ko hi manata hu nahi krishna ko
@@adinathgaikwad3943aur may sbse bara murkh aur nastik tumko manta hu 😂🤦🏻
Mahabharat me kaha aisa likha hai ki karn yuddhishtir ko kana krne gye the...... Balki usme to aisa varnan milta hai ki drooadi k apman prr karn bhar bhar k jahar ugal rhe the,,,, apman pe aoman krr rhe the..... Serial ko sach mt maano be!
@@adinathgaikwad3943Ghanta
🙌🙌🙌🙌🙌🙌
Karan ko kaun kaun like karta hai❤
द्रौपदी के मानभंग का सबसे बड़ा जिम्मेदार पांडव थे।।। और यही सत्य है।।।
You are right boss
Right bro
Sach hai
Ek dam right broo❤
कर्ण ने उचित कहा धर्म वो नही जिससे मानव का आहित हो धर्म तो ओ है जिससे मानव का भला अर्थात विकास हो न की पतन ।
समर्थन करता हूं
Toh fir vo ek adharmi ka sath mitrata ka naam le k kiun de rha tha...
@@digantamaity6925 ऐसा सुना है की कर्ण को अपना जन्म का रहस्य का पता नही था जिसके कारण उसको सूतपुत्र कहा करते थे और इस बात से उसको बहुत नफरत थी क्योंकि वो भेदभाव पसंद नही था जिसके कारण वो समाज में परिवर्तन चाहता था कि सबको समान अधिकार मिले सबको हर एक कार्य में बंधित नही किया जाए और वो शिक्षा दीक्षा के लिए विरोध करते करते भगवान परशुराम के पास विद्याध्यान करने करने गए और उसने खुद को ब्राह्मण बताते हुए धनुर्विद्या अध्यन कर महान धनुर्धर बन गया और अंत में उसको श्राप मिल गया क्युकी व्यक्ति का कुल छिपता नही जिससे क्रोधित होकर उसको परशुराम ने श्राप दे दिया और वो वापस हस्तिना पर आया तब कोर्वो और पांडवों के मध्य में शिक्षा ग्रहण का परीक्षण किया जा रहा था और अर्जुन के बराबरी का कोई पर्तिध्वंध नही पाया तो आचार्य गुरु द्रोण ने संसार के समस्त धनुर्धारी को चुनौती दी की कोई है ऐसा योद्धा जो मेरे शिष्य अर्जुन का सामना कर सके तब यह बात कर्ण को सहन नहीं हुई और वो ध्वंध करने मैदान में आ गया तब उसको उसके कुल का पूछा गया तब सूत को यह अधिकार नही था तो ऐसा योद्धा देख कर दुर्योधन ने अपने मामा गंधार राज सकुनी के कहने पर उसको अंग राज्य का राजा बना कर अपना मित्र बना दिया इस सम्मान के बदले कर्ण ने अपने पूरे जीवन भर दुर्योधन के पक्ष को कभी न त्याग करने का वचन दे दिया जिसके करना ही यह सब देखना पड़ा
Karna e xodai durjodhonko sath diya..... Aha sob galat dekha ya hay..... Karno kavi dharmo pokkho nehi liya tha.... Sob somoy adhorom pakkh liya tha..... Sob galat maha arot sristi kara.....
Essilyya koii boisnab karno ki nam nehi japta hay.... Kebol uski dan ki charcha hoti hay... Or kuch nehi
Krishna ka dialogue superb and exalent 😍🤩
Karna always legend 🎉
कारण को देख कर गर्व होता ह ,, एकलव्य को देख कर गर्व होता है अर्जुन की बात करते हो अरे अगर गुरु द्रोण चरी को इटना महान सर्वश्रेष्ठ योद्धा बनाना था तो एकलव्य का अंगूठा ही लाई लिया वो बी बिना शिक्षा दिए ये डर ही तो था के एकलव्य खी सर्वश्रेष्ठ ना बन जाए ,,,😜😜👌👌🔥🙏🙏
Bhai arjun ke samne karan kuch bhi nhi tha ,, serial ke chakkar na raho Geeta Pado sab sach samj aa jayega.. arjun karn ko koi bar yuddh Me hara chuka hai...
@@AnilSingh-nn8sq Achha to matlab Natak vale chanal vale chutiya hai Agar Aesa hota to kab ka ban lag jata Aese serial p ,,beta tu abi pad likh pandato s mil 🤣 taki tuje sach ka pata lge 🤣
@@AnilSingh-nn8sq karna arjun ke guru ka guru bhai tha
@@AnilSingh-nn8sq chal chal apne baap ko mat sikha
@@AnilSingh-nn8sq aisa nahi ha kyuki Geeta हमने भी पड़ी है
युधिष्ठिर जैसा भाई हो तो केवल विनाश ही होगा धर्म और वचन को निभाने के लिए अपना सब कुछ खो दिया
Right bro
अगर खोते नही भाई तो महाभारत कैसे होता
Ram bhi usi bachan aur dharm ke liye toh ram ko Raj path chhor kor banbas Jana para....
Dharam or vachan apno ko khush rakhne or un ko surkshit rakhne ke liye hota h apni Bhai or Biwi ko dav par lagana kaha ka dharam or konsa vachan
@@prasenbarman1235ram ne apni biwi ko kabhi dav pe nahi lagaya
Karn is great worrior
Karn is great person
Karn is respectable person.
Karn is great.😖🙏🙏🙏🙏
😂😂
युधिष्ठिर जैसा कोई जुआरी नहीं, ना कभी हुआ है, ना कभी जुआरी होगी युधिष्ठिर जैसा कभी,, कर्ण के बार बार मना करने के बाबजूद पाण्डव और युधिष्ठिर जुआ खेलता रहा, कर्ण जैसा महाभारत में कोई नहीं था,, महान कर्णवीर
If Karn Fighted Independently against Arjun nd rest pandavas , Then No one can compete him . ❤ Karn ❤
never ever in your life forget that each and everything has a dark side as well
Yes it is true
No arjun also didn’t get proper independence to fight against krna..cz krisna always keep stop the danger situation
NEVER NEVER NEVER
Agar karn independent hota to go pandavo ki aur se yudh karta
Karna is best but Lord Krishna and his Words are best of the best 💝💞🙏
*युधिष्ठिर द्वारा श्रीकृष्ण से छिपकर शकुनि के साथ द्यूतक्रीड़ा खेलने पर हुए उद्दव-श्रीकृष्ण संवाद का एक प्रसंग:*
...
...
*कृष्ण जी मुस्कुराए:-*
उद्धव इस सृष्टि में हरेक का जीवन उसके स्वयं के कर्मफल के आधार पर संचालित होता है। न तो मैं इसे चलाता हूं और न ही इसमें कोई हस्तक्षेप करता हूं मैं प्राणी के अच्छे बुरे कर्म का केवल एक ‘साक्षी’ हूं। मैं सदैव तुम्हारे नजदीक रहकर जो हो रहा है उसे देखता हूं। यही ईश्वर का धर्म है।
*उलाहना देते हुए उद्धव ने पूछा:-*
वाह-वाह, बहुत अच्छा कृष्ण, तो इसका अर्थ यह हुआ कि आप हमारे समीप खड़े रहकर हमारे सभी दुष्कर्मों का निरीक्षण करते रहेंगे? हम पाप पर पाप करते रहेंगे और आप हमें साक्षी बनकर देखते रहेंगे? आप क्या चाहते हैं कि हम भूल करते रहें, पर आप हमें रोकेंगे नहीं? हम पाप की गठरी बांधते रहें और उसका फल भुगतते रहें?
*तब कृष्ण जी बोले:-*
उद्धव, तुम शब्दों के *गहरे* अर्थ को समझो। जब तुम समझकर अनुभव कर लोगे कि मैं तुम्हारे समीप 'साक्षी' के रूप में हर पल हूँ, तो क्या तुम कुछ भी गलत या बुरा कर सकोगे?तुम निश्चित रूप से कुछ भी बुरा नहीं कर सकोगे। जब तुम यह भूल जाते हो, और यह समझने लगते हो कि मुझसे छुपकर कुछ भी अनैतिक कर्म कर सकते हो, तब ही तुम कठिनाइयों में फंसते हो! धर्मराज युधिष्ठिर का अज्ञान यही था कि उसने माना कि वह मेरी जानकारी के बिना जुआ खेल सकता है। अगर उसने तनिक भी यह समझ लिया होता कि मैं प्रत्येक के साथ, हर समय 'साक्षी' रूप में उपस्थित हूं तो क्या खेल का रूप कुछ और नहीं होता और क्या वह मुसीबतों में घिरता?
*उद्धव मंत्रमुग्ध हो गए और बोले:-*
प्रभु कितना गहरा दर्शन है। कितना महान सत्य। ‘प्रार्थना’ और ‘पूजा-पाठ’ से, ईश्वर को अपनी मदद के लिए बुलाना तो महज हमारी ‘पर-भावना’ (स्वयं की तसल्ली) है। किंतु जैसे ही हम यह विश्वास करना शुरू करते हैं कि ‘ईश्वर’ के बिना पत्ता भी नहीं हिलता, तब हमें 'साक्षी' के रूप में उनकी उपस्थिति महसूस होने लगती है। गड़बड़ तब शुरू होती है, जब हम इसे भूलकर 'सांसारिकता' में डूब जाते हैं, यही गलती युधिष्ठिर ने की।
(जय श्रीकृष्ण)
🌺🌸🌻🌹🪷🌺
महाभारत में कर्ण ही सहिथा जो परिवर्तन लाया नहीं तो हम उसी प्रकार मरते जैसे पहले की प्रजा मर रही थी
Thanks bro
Mahabharat k bad Bhi praja mar Rahi thi iskebad ek aur mahanayk ne janm liya Baba Saheb.bolo Jai Bheem
@@shanikumar9863 yes
Bhai Mahabharat ko poori tarah badal diya gaya hai jo tha hi nahi use bataya ja raha hai, gyan achha hai kintu adhura gyan anuchit hai.................karn ne aisa vat vivad kiya hi nahi tha jo dikhaya ja raha hai
@@shanikumar9863 Buddh nhi the?
करण एक महान ज्ञानी ही ओर योद्धा भी
महाभारत का महान युद्ध अच्छी तरह से किया गया था। लेकिन सर्वोच्च नायक के रूप में उनका नाम कर्ण उभरा। वे न केवल एक योद्धा थे, बल्कि एक आत्मनिर्भर शासक भी थे, जिसकी आज शासक को आवश्यकता है।
ये युधिस्तर को दिमाग देना भुल गये थे शायद देव.. मेरा मानना ये है की दुर्योधन होशियार नाही था🤗ये यूधिस्तर मूर्ख था👍
Ha 👍😘😘
Haa
Yes you are right
You are wrong
Yudhishthir murkh hi thaa
Karn acting is very nice 👌👌👌
😍😍
Bhai puri Mahabharat m karan n nari ka sammaan hi kiya hai bas usne ak bar dropadi ko vesya khe Diya tha.bas usne yhi asud bola tha
युधिष्ठिर पागल था
@@shivrajratawa7051tu bhi
Karn is the legend and real hero of Mahabharat ❤️❤️
10:57...that smile with Bgm... Shalin Bhanott... Awesome 🥰🥰😍😍😘😘cute Shalin...
Hey naz
Hii
Karn is only for respectable person Nd krishn . ♥️
Karan.very.great
@@aryanyadav7612 yes
Yes
Pr Karna ki bat kon sunta h
@@Gamerboy02 line pura kar kya kah raha hai
Vogoban shree krishna smile and speech bohot accha hai 😊🙏❤️
Karn mahavrat mohan uddha 🙏❤️😊
Uff! Total goosbumps when Karn and Krishna announced Mahabharat yudh in two separate scenes! Specially Karn.. Mahabharat announcement should be done by the real hero of Mahabharata and the almighty himself Lord Krishna.. Everyone is looking heroic in this scene! The BGM 🔥🔥.. That's happened when all the great actors and creative minds come together and give 100% and the impact goes unmatchable 🔥🔥🔥🔥🔥
Basudev Krishna ❤️ Suryaputra Karn ❤️Nishad Putra Eklavya in my heart ❤️
As far as I understand Karn is talking with logic.
The whole story is based on logic and the will power that stands for the logic the only problem here is that the logics are numerous and too much saturated that it is finally illogical thus the quarrel.
सूर्यपुत्र कर्ण वास्तव में महानायक थे ।
चुटिया पर दिखा रखा है बिल्कुल
भ्रमण कर दिखा रखे हैं हमारी हिंदू संस्कृति को
अंगराज कर अपने मित्र का आज्ञा का पालन कर देते इसमें को अलग दिखा रखा है
@@Devchainwal07 आपकी बात तर्कसम्मत एवं उचित है।
16:19 true line karna ❤
Jo bhi hua usme sirf duryodhan ka dosh nahi tha pandavo ne bhi adharm Kiya
Karn is the hero of a show 💗😩he is so kind he doesn't lie 😭he is the best big brother
करण अपने गुरु की सौगंध खाकर कहा था कि मैं अपना कवच तुम्हारे चरणों में रख देता और करण करण ने दोनों बार चेतावनी भी दी है
Ye sab galat dikhaya gya hai, karna se aisa kuch bhi nahi kiya tha
In all episodes this episode have next level fan base 😊
Ok
221waqa www
Hi
पहली बार ऐसा लगा की कर्ण की इतना बिनती के बाद शायद युधिस्ठिर सही निर्णय लेंगे
लेकिन पूरा मूर्ख युधिस्ठिर अधर्म को धर्म से तुलना की
वा धर्मराज युधिष्ठिर वा🎉
युधिष्ठिर सिर्फ नाम के धर्मराज थे लेकिन
युधिष्ठिर उसी समय धर्म का मार्ग छोड़ दिया जो अपने पांच भाइयों को दाव पर लगाया और इंद्रप्रस्थ को
धर्म का पूरा कर्तव्य करण निभा रहा था धर्मराज कहन से कोई धर्मराज नहीं बन सकता जय हो महारथी कर्ण परशुराम शिष्य करण की जय हो
Bhai serial dkh ke sach mt manlo
Yudhishthir ek hi aisa insaan he jo jiwit swarg gya tha , uska ek aada sach hi uska adharma tha aur kuch nahi
Agr karn itna sacha Or dharmi tha to duryodhan ke sath kio tha... Ha bo ek yodha achha tha par insaan nahi Or isi bajh se usko apni sari saktya kho kar marna pada.. Or uske paas sirf uska kavah hi tha
@@ma-mamiya8793 right 👍
O mahagyani baba ye karn show h islye karn ko acha dikhya jake mahabhart dekh phle or Yudirsitr sacha dhrmaraj thaa bs uski 1 yhi galti thi or ye chhal me hara h o skuni se
@@subhamdash2363 e
"साधरण काम कीजिए लेकिन उसे असाधारण प्रेम के साथ कीजिए "
"खामोशी का मतलब लिहाज भी होता है ।
पर कुछ लोग इसे कमजोरी समझते हैं ।।"
महाभारत का सबसे महान योद्धा को शत शत नमन
कर्ण से बढ़कर कोई योद्धा नहीं और कर्ण से बढ़कर कोई दानी नहीं महान राधे कर्ण 🏹🌞
पंडवो ने ख़ुद ही गलती किया और सारा दोस्त करन और बाकी महा पुरूषों के उपर लगया
Nice bro
इस सीरियल में सब झूठ दिखाया है मूर्ख। इन्होने दिखया के कर्ण द्रोपदी वस्त्रहरण कर समय मौन था
पर सच ये है के उसने है द्रोपदी को वेश्या कहा था
इसी लिए कुत्ते की मौत मारा गया।
@Aarav Sharma, in this serial also we seen that in episode 147. But Yudhisthira looks Totally ch...ya it's bad to say but he was.
@@swapnilpatil6397 in that episode Shri Krishna said To karan that u were silent and that's the false . he wasn't silent he called her prostitute. you should read real Mahabharat of Ved Vyas ji
Raven patta ka kahne ka matlab hai apne chacha ka man rakhana murkhta hai aur karn me jo dikhaya ja raha hai woh sara ka sara juth dikhaya hai
जय हो सूर्यपुत्र कर्ण
Karn is great person ❤️
द्रोपती के अपमान के लिए महाभारत. परन्तु उस समय शुद्रो पर उससे भी ज़्यदा अत्याचार होता था उस समय सारे भगवान कहाँ सो रहे थे कर्ण ने बदलाव के लिए संघर्ष किया किन्तु उसे भी छल से मार दिया गया
👍
Shudra apni ladai lad sakte the lekin wo darpok the, kshatriya koi rakshas nhi the junhe roka nhi ja sakta tha.
Persahabatan Drupadi dn Krisna patut untuk di contoh tulus tanpa pamrih.....❤️
Nahi karn adrm ki or tha
कर्ण वीर मान गए आपको सबसे बड़ा योध्या कर्ण ही है 😊😊
Goutam rode acting mind blowing 🔥🔥🔥
Karan jesa mahan yodha koi nahi
Filmo me
@tricksygaming1608 tumko kya pta he Karan ke baare me
I have lot of respect for Karn. He is the real hero after Sri Krishna But Karn didn't provide any input in trying to stop Dharmaraj not play dueth or opposed Draupadi's vasthraharan. He was against the dueth but not vasthraharan. This is modified version of Mahabharata.
Well, this show is from Karna's perspective...
Isliye decision lene se pehle socha jaruri h
Aur suru mei agar Youdhistir mana kar deta game toh usse sirf game Na Swikar karne k bohot choota apmaan sahna padta
Pr iss chota apmaan ko bachane k liye duniya k sabse badaa apmaan ka saamna karna pada .....So be mindful and see your profit or lose on every important issue
But
Karna=2 Maharathis
He have divine armour and Vijaya bow
He is best in charity and donations.
He is eldest son of Kunthi he eldest of Pandavas also. He love his family and Parents a lot he is very loyal to his best friend Duryodhana also
He is very righteous and virtuous king and warrior in dwapariyuga also
He was trained by Drona and lord Parshurama in archery and warfare skills he got celestial weapons and divine weapons from lord Parshuram and he was cursed by Parshurama for lying also.
He trained in Vedas and Shastras he just said what is true about Draupadi and what people of those days think about her mostly
कर्ण और कृष्ण के एक ही कथ्या वचन ❤
Mahabharat me Karn jaisa koi nhi❤️❤️
Justice Delayed is Justice Denied. Justice Hurried is Justice Buried.
Everyone in this cursed world is like Duryodhna whereas they should be like Karna.
Like be karn :) हमे तो वचनों ने लुटा पांडवो में कहा दम था ! में मरा वहा जहा कृष्ण का छाल था 😢😢😢
Draupadi was very unlucky to face enough worst insult and she was very lucky to have krishna as a friend too.
What about the insult of Duryodhan she did?
What about the insult of Duryodhan she did?
Yudhisthir ko kya kahegi aap
@@NitinSingh-mx7qr duryodhan ne bhi insult ki thi pandav ko alag alag pita ka kehkr
@@tarungupta4459 vo to saach hi kaha tha bhai
Karn : suggests something good
Yudhishthira : Whatever man!
ALL THE MAHABHARAT WARRIORS WHO ARE SEATED IN SWARG LOK
BE LIKE - YE MAINE KAB KIYA
SPECIALLY ANG RAJ 😂😂
@@SSCxGOD sahi baat🤣🤣
@@atulbhadani9527 😂😂
😂😂😂😂
Kauravas also went to heaven
राजा कर्ण सबसे महान योद्धा थे ❤❤❤❤
महाभारत के सभी पात्र अपने हक के अधिकार के लिए संघर्ष करता हे आओर रामायण मे बहोत से पात्र त्याग करते है
ਝਝਡਘਫਲਡਟਙਡਝਟੈਠਝਢਟਣਫਦਠ
@@Vslbgl not 75% bro
But kalyug me 99% adharm hi ho raha he usme tum aur me bhi samil honge kahi na kahi
युगों का खेल है ये इसलिए इतना अंतर है😎😎
Ramayan ki baat to bilkul sahi kah rhe hai aap par kya mahabharat me bhishma yudhhishthir aur sita ke saman devi draupadi ka jagah jagah pe apko tyag nhi dikhta
अधिकार चाहिए तो महाभारत होगा और त्याग करने से रामायण
Karan to sabse samjhdar hai
🙏🙏🙏
Y modified Mahabharata hai
16:56 ye bat kis kis ko sahi lagi.....
KARAN always Standsss
whatever the situation❣️
Yes
Real me iss m konsa sahi dikhaya hai asli story me karan bhi kum nhi tha
@@techecommerce7333 @K L so what first of all he called impure or achyuta not prostitute and secondly even kunti said that a girl having relationship with more than 1 man is called harlot or whore so he was just stating facts.Just to justify Pandavas crime no need to blame karna's word's
@@frv2084 bhai tuge sab pata hai Karan ka Dosh itna hi tha kya keval usne dropdhi ko Glut Bola phle thik Sa Niti Dharam or Nyaya Shastra Read ker Serial ke Chakkar me mut Jaa
@@frv2084 if there a man has 5 wives then society what should call him?🙂
This has been changed the actual role of Krishna and Arjuna in Mahabharata for establishing dharma in life.
जिसने अपने गुरु की आज्ञा नहीं मानी जिसने अपने पीताहमह का आदेश नही माना जिसने कर्ण का निवेदन नही माना वो राजा धर्मराज अपने जीवन को धर्म के लिए जुवा खेलना चाहा
Karn puri mahabharat me subse Mahan the Yudh ma bhi aur rajnete ma bhi aur raja ban ne me bhi 💯💯
Every episode to good speech for god krishna🙏🙏🙏
Is serial ke sare vichar bahut hi a66e hai... Serial ka writer ko meri taraf se salute aur actor ko bahut jyada salute... Karn aur krishna ki acting superb ...
Yes
Angraj karna ❤❤ is real real hero in Mahabharata
Jai ho mrityunjay 👑
Lord karna ❤🙏🏽
तुम भाई जिसे तुम योध्द कहते हो वो सिर्फ आधर्ं है great karan
Karn ke liye like
Best actor Gautam rode
Saurabh Pandey Is Best.❤
Mind master of Mahabharata= sakuni
Its krishna actually
Karn kaho ya krishna kaho krishna kaho ya karn kaho hai dono ek saman ❤❤❤❤
Karan was a good warrior.and thoughtful.
Y modified Mahabharata
This episode i have seen many time approx 150 time but still keep watching , really this episode is fabulous
Karna was a Fire as shine as Sun itself.
Legends are watching in 2024
Karna is the real hero
Shalin Bhanott ( Duryodhan) & Gautham Rode.... Hot look, so handsome😍😍😍😍
6
I love Krishna....What a Man yaar
Yes.great
Man nhi h bhgwan h
Ye mat bhulo yhi bhagwan Ram the pichle janam me 🚩🙏🙏🙏🙏
Karn ne sahi dath kahi hai । mahan hai a surya putra karan ki jay ho🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
I love karn ❤❤
करण जो कहता है ऊसकि सोचभी बराबर है ना पर ये भी सच हे मुद्ई लाख बुरा चाहे क्या होता है वही होता है जो भगवान चाहते है
भिल्ल पुत्र एकलव्य के साथ जब अधमॆ हुआ था
तब कहा गया था युधिष्ठीर का धमॆ क्यो अपने गुरु द्रोणाचायॆ से कहा नही की आपने अधमॆ किया है.
I'm a hindu a mad hindu But जो धमॆ के नाम पर निचली जाती यो को तुच्छ समझते है क्या वही ऊनका धमॆ है
Jai dawapar yug me aur yudhisthir see puch Kar aao. Thik aaise hi comment me yudhisthir Bhai ko badnam mat kro
Guru ki aagya ka palan karna hi dharrm hai guru Sach khe to Sach jhut khe to jhut
Usne guru ki vidya churayi thi, or guru ki agya ke virudh uski vidya ko churana mhapap he, agr dronacharya chahte to uska mstak bhi mang skte the lekin unhone sbse kam dand diya, keval angutha hi liya