Complete saint provide common way of worship according to holy books of all religions and not a particular religion as result followers of saint Rampal Ji belongs to all religions
परमात्मा कबीर जी जिंदा महात्मा के रूप में श्री नानक जी को मिले। उन्होंने कबीर परमेश्वर जी की महिमा इस प्रकार लिखी है। गुरुग्रन्थ साहेब पृष्ठ 721 पर अपनी अमृतवाणी महला 1 में श्री नानक जी ने कहा है कि - “हक्का कबीर करीम तू, बेएब परवरदीगार।
परमात्मा प्राप्त संतों से रूबरू श्री नानक जी प्रतिदिन बेई नदी पर स्नान करने जाते थे। वहाँ उन्हें पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी के दर्शन जिंदा महात्मा के रूप में हुए, उन्हें परमात्मा सच्चखंड (सतलोक) लेकर गए और अपनी वास्तविक स्थिति से परिचित करवाकर वापिस छोड़ा। गुरु ग्रन्थ साहिब के राग "सिरी" महला 1 पृष्ठ नं. 24 पर शब्द नं. 29 पर श्री नानक जी ने कहा है: एक सुआन दुई सुआनी नाल,भलके भौंकही सदा बिआल। कुड़ छुरा मुठा मुरदार, धाणक रूप रहा करतार
Lord Kabir❤❤❤ saheb ji🙏🙏
Bandi chhod satguru Rampal Ji Bhagwan Ji ki Jay Ho 🙏
🙏🙏🏽🙏🏽🙏🏽
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी की जय हो
Anmol gyan
पूर्ण परमात्मा कबीर जी ने ही नानक जी को पार किया है।
Kabir is supreme God 🙏🙏🏽
True knowledge
Great knowledge
Very nice
Nice
Complete saint provide common way of worship according to holy books of all religions and not a particular religion as result followers of saint Rampal Ji belongs to all religions
परमात्मा कबीर जी जिंदा महात्मा के रूप में श्री नानक जी को मिले।
उन्होंने कबीर परमेश्वर जी की महिमा इस प्रकार लिखी है।
गुरुग्रन्थ साहेब पृष्ठ 721 पर अपनी अमृतवाणी महला 1 में श्री नानक जी ने कहा है कि -
“हक्का कबीर करीम तू, बेएब परवरदीगार।
परमात्मा प्राप्त संतों से रूबरू
श्री नानक जी प्रतिदिन बेई नदी पर स्नान करने जाते थे। वहाँ उन्हें पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी के दर्शन जिंदा महात्मा के रूप में हुए, उन्हें परमात्मा सच्चखंड (सतलोक) लेकर गए और अपनी वास्तविक स्थिति से परिचित करवाकर वापिस छोड़ा। गुरु ग्रन्थ साहिब के राग "सिरी" महला 1 पृष्ठ नं. 24 पर शब्द नं. 29 पर श्री नानक जी ने कहा है:
एक सुआन दुई सुआनी नाल,भलके भौंकही सदा बिआल।
कुड़ छुरा मुठा मुरदार, धाणक रूप रहा करतार
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Anmol gyan