मनुष्य पहले पा पा कर अपने को सताएगा फिर खो खो कर अपने को सताएगा अब ना पाने को कुछ बचा है और न खोने को कुछ शेष है उसी अवस्था का नाम परमात्मा है परमात्मा स्वयं के अन्दर आनन्द की अनुभूति है इसकी अनुभूति के बाद कुछ भी बोलना या लिखना सत्य नहीं है कितना भी सही से बोलें अंत में यही महशुस होगा की जो कहना चाहता था लेकिन कह नही सका फिर भी सत्य को बार बार कहने की कोशिश की जाती है
Ram ram ram ram ram ram ram
I salute your endeavours for the welfare of humanists and rationalists who are curious for liberation.
Guru ji Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram 🙏🏼🙏🙏🏼
Dhanyawad guruji aapki satki vishlation Ashtavakra Gita ka 🙏
Pujyaniya Shri gurudev ji ke Charno me koti koti pranam 🙏🌹
पुज्य सत गुरू बार बार प्रणाम प्रणाम ❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🙏🙏🙏🙏🙏
जय गुरुदेव
Om Namah shivay 🙏🌹🙏🌹🙏
प्रवचन सुनने के दौरान बीच में प्रचार आ जाता है इससे एकाग्रता भंग हो जाती है हमलोगो को कानूनी कार्रवाई हेतु कदम उठाने की जरूरत है
Jai Maa 🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹
मनुष्य पहले पा पा कर अपने को सताएगा फिर खो खो कर अपने को सताएगा अब ना पाने को कुछ बचा है और न खोने को कुछ शेष है उसी अवस्था का नाम परमात्मा है परमात्मा स्वयं के अन्दर आनन्द की अनुभूति है इसकी अनुभूति के बाद कुछ भी बोलना या लिखना सत्य नहीं है कितना भी सही से बोलें अंत में यही महशुस होगा की जो कहना चाहता था लेकिन कह नही सका फिर भी सत्य को बार बार कहने की कोशिश की जाती है
Laz, ahi tera fal