Ans:- संक्षेपण= 102/3 = 34 शिर्षक:- मनुष्य के मनुष्यत्व मनुष्य के लिए मनुष्यत्व के भीतर पहले जो माया, ममता और सहानुभूति के भाव थे, वे अब लापता होते जा रहे हैं। दफ्तरों, बसों, रेलों और कल कारखानों मे आदमी हर समय भीड़ में रहता है, मगर इस भीड़ के बीच वह अकेला होता है। 😊😊😊
शीर्षक:- मानव का मानवीय संबंध लोगो के परस्परिक मिलन के अवसर तो बहुत हो गए है इस मिलन की हार्दिकता नही होती । मनुष्य के अंदर पहले जो माया ममता सहानुभूति के भाव थे वे अब लापता होते जा रहे है। कुल शब्द। 105 प्रयुक्त शब्द 105/3 = 35
शीर्षक: महानगरों की सभ्यता महानगरों में जो सभ्यता फैली है, वह छिछली और उदयहीन है। मनुष्य के लिए मनुष्यत्व के भीतर पहले जो माया, ममता और सहानुभूति के भाव थे अब वे लापता होते जा रहे हैं। देश की पारस्परिक दूरी घटती लेकिन आदमी और आदमी के बीच की दूरी बढ़ती जा रही है। संक्षेपण : कुल शब्द संख्या-105 संक्षेपित: शब्द संख्या -40
6(2) उत्तर - दफ्तरों, बसों, रेलो सभाओं और कल कारखाना में आदमी हमेशा भीड़ में रहता है,मगर इस भीम के बीच वह अकेला होता है।लेकिन आदमी और आदमी के बीच की दूरी बढ़ती जा रही है। संक्षेपन=कुल शब्द/3 संक्षेपन=102/3 संक्षेपन=34
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सर सच बताओ तो इस वीडियो से पहले मैं संक्षेपण याद करते थे, ओर अब यह वीडियो देखकर मुझे लगता है संक्षेपण याद करने की चीज नहीं है,❤ वीडियो देख कर दिल खुश हो गया❤❤❤ थैंक यू सर 👍 कौन-कौन संक्षेपण पहले याद करते थे😅😂😂 अब याद करना छोड़ दिए हैं😅😅😅
Ans :_ 6:- संक्षेपण= 82/3=27 शीर्षक;- पानी की जरूरी है मगर पानी सबसे ज्यादा जरूरी है मगर पानी के बिना 1 दिन भी गुजर ना कठिन है ऐसी हालत में हमारे देश में पीने के पानी समस्या का बने रहना घोर लज्जा का विषय है
संक्षेपण=102/3=34 शीर्षक=मनुष्य के मनुष्यत्य के भीतर मनुष्य के लिए मनुष्यत्य के भीतर पहले जो माया,ममता और सहानुभूति के भाव थे,वे अब लापता होते जा रहे हैं। देशों की पारस्परिक दुरी घट गई है। लेकिन आदमी और आदमी के बीच की दुरी बढ़ती जा रहीं हैं। संक्षेपण=कुल शब्द/3 संक्षेपण=102/3=34 नमस्ते गुरुजी
ANS:-- शीर्षक:- मनुष्यों का संबंध ➡️ दफ्तरों, बसों, रेलों, सभावों और कल कारखानों में आदमी हर समय भीड़ में रहता है, मगर इस भीड़ के बीच अकेला होता है | मनुष्यों के लिए मनुष्यता के भीतर पहले जो माया, ममता के भाव थे, वे अब लापता होते जा रहे हैं | संक्षेपन= कुल शब्द 101 ------------- = ------= 3 3 | संक्षेपन= 34 | ------------------
शिर्षक:- आदमी और आदमी के बीच दूरी मनुष्य के लिए मनुष्यत्व के भीतर पहले जो माया, ममता और सहानुभूति के भाव थे, वे अब लापता होते जा रहे हैं देशों की पारस्परिक दूरी घट गई है। लेकिन आदमी और आदमी के बीच की दूरी बढ़ती जा रही है।
शीर्षक-आदमी और आदमी के बीच के दुरी दफ्तरों बसो रतन सभाओं और कल कारखानों में आदमी हर समय भीड़ में रहता है मगर इस भीड़ के बीच वह अकेला होता है!लेकिन आदमी और आदमी के बीच की दूरी बढ़ती जा रही है संक्षेपण=कुल शब्द/3\. 100/3=33
शीर्षक - मनुष्य के बीच की बढ़ती दूरियां। महानगरों में जो सभ्यता फैली है उसमें मनुष्य को मनुष्य के लिए सहानुभूति, ममता , दया, माया की भावनाएं लापता होती जा रही हैं । देश की पारस्परिक दूरी घट गई है लेकिन आदमी और आदमी के बीच की दूरी बढ़ती जा रही हैं। संक्षेपण - कुल शब्द/3 संक्षेपण - 87/3 संक्षेपण - 29
Ans-: संक्षेपण = 105/3=36 मोबाइल ने हमें वाचाल तो बनाया ही साथ में हमारी सोचने-समझने की शक्ति को भी प्रभावित किया है| यदि देखा जाए तो इसका असर लगभग सभी लोगों पर पड़ा है, किंतु छात्र -जीवन पर इसका प्रभाव व्यापक रूप से पड़ा है| इसके कारण छात्रों की पढ़ाई बाधित हुई है | चाहकर भी छात्र ध्यान केन्द्रित नहीं कर पाते, इसका कारण साफ है मोबाइल से निकटता | मोबाइल पर घंटों चिपके रहने से छात्रों का समय और स्वास्थ्य दोनों बर्बाद होता है| फिर भी उन्हें पढ़ाई से ज्यादा मोबाइल पर मनोरंजन ही लुभाता है| इस तरह मोबाइल ने आज सभी का सुख और शांति छीन लिया है
Ans:- संक्षेपण= 102/3 = 34
शिर्षक:- मनुष्य के मनुष्यत्व
मनुष्य के लिए मनुष्यत्व के भीतर पहले जो माया, ममता और सहानुभूति के भाव थे, वे अब लापता होते जा रहे हैं। दफ्तरों, बसों, रेलों और कल कारखानों मे आदमी हर समय भीड़ में रहता है, मगर इस भीड़ के बीच वह अकेला होता है।
😊😊😊
Very nice bro
Wonderful bro ❤❤❤
Aadmi 3 bar hay bahy oo ho ga ya nahi bas puchna tha 😊😊
Bahut sunderr ❤❤
मनुष्य का मनुष्यत्व होगा भाई।
या लिखो मनुष्यों के मनुष्यत्व।
बहुत बहुत धन्यवाद सर । आपके जैसा शिक्षक मिलना मुश्किल है। Sir आप बहुत मजेदार तरीके से सब पढ़ाते हैं और समझाते हैं।
Sanjitakumari ❤❤🎉😂😢😮😅😅😊❤
My self Sanjeet kumar 😂😅😅
2:32
शीर्षक:- मानव का मानवीय संबंध
लोगो के परस्परिक मिलन के अवसर तो बहुत हो गए है इस मिलन की हार्दिकता नही होती । मनुष्य के अंदर पहले जो माया ममता सहानुभूति के भाव थे वे अब लापता होते जा रहे है।
कुल शब्द। 105
प्रयुक्त शब्द 105/3 = 35
शीर्षक: महानगरों की सभ्यता
महानगरों में जो सभ्यता फैली है, वह छिछली और उदयहीन है। मनुष्य के लिए मनुष्यत्व के भीतर पहले जो माया, ममता और सहानुभूति के भाव थे अब वे लापता होते जा रहे हैं। देश की पारस्परिक दूरी घटती लेकिन आदमी और आदमी के बीच की दूरी बढ़ती जा रही है।
संक्षेपण : कुल शब्द संख्या-105
संक्षेपित: शब्द संख्या -40
😮😅😅😅😅😂😂😂😂😂😂😂😂
Sir ji ham 2025 ke liye dekh raha hun 2025 vala like kare🙏🙏🙏
शीर्षक: मिलन का अवसर
संक्षेपण = कुल शब्द/3
संक्षेपण =102/3
संक्षेपण= 35
6(2)
उत्तर -
दफ्तरों, बसों, रेलो सभाओं और कल कारखाना में आदमी हमेशा भीड़ में रहता है,मगर इस भीम के बीच वह अकेला होता है।लेकिन आदमी और आदमी के बीच की दूरी बढ़ती जा रही है।
संक्षेपन=कुल शब्द/3
संक्षेपन=102/3
संक्षेपन=34
Right answer brother 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Right jee
Good 3:11
Good thanks sir
😂
❤️
😅
Thank you so much sir
Aap bahut achhe se samjhate hai 😊😊😊😊😊
❤❤❤❤❤❤❤ good
Sir aap bahut accha padhate hai bilkul ham logo ke Bhasa me
Thank sir ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ very good ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤aap bahut achcha teacher h❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤aap ritik sa padhta hai sir video hanko bahut achcha teacher ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
सर सच बताओ तो इस वीडियो से पहले मैं संक्षेपण याद करते थे, ओर अब यह वीडियो देखकर मुझे लगता है संक्षेपण याद करने की चीज नहीं है,❤ वीडियो देख कर दिल खुश हो गया❤❤❤ थैंक यू सर 👍 कौन-कौन संक्षेपण पहले याद करते थे😅😂😂 अब याद करना छोड़ दिए हैं😅😅😅
सर आप बहुत तकनीक से पढ़ते हैं
Kya bhai exam kal hai me bhi abhi hi dekh raha hu i 😂😂😂😂
Mast class hai sir❤❤❤👍🏻
sir aapki bhojpuri accent ke sath padne me aur maja aata hai ❤️😃
Super sir. आप का पढ़ाई समझ में आ जाता है
आप जिस तरह से पढ़ते हैं❤❤❤❤
पटाया नहीं पढ़ाया 😂😂
O bhai 😂😂😂😂😂
Padhai ki Jagah Dil Tootne or Lovestory ki Baat ho Rahi Comments me. 💀
Waah Nallo.
Radhe radhe sir _____100/3 = 30 ____
Ans :_ 6:- संक्षेपण= 82/3=27
शीर्षक;- पानी की जरूरी है
मगर पानी सबसे ज्यादा जरूरी है मगर पानी के बिना 1 दिन भी गुजर ना कठिन है ऐसी हालत में हमारे देश में पीने के पानी समस्या का बने रहना घोर लज्जा का विषय है
Hello
TH-cam pe pata raha 😂 you are very chalak bro 😅
Bhut achachh hai bhai
❤❤❤
❤❤p bahut achcha theek hai
Sir aap bahut accha se parhate❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Love u sir ❤❤❤❤❤
सर आप वाक्य में हिंदी के बहुत अच्छे टीचर हैं😊😊😊
Hi ☺️
Thnku sir bhout aasani se smjh me aa gaya
Thanks sir bahut acha se samjh aa gaya❤❤
ℎⅇℓℓℴ ⅉyℴ⍑ℎⅈ
❤❤❤❤❤
संक्षेपण=102/3=34
शीर्षक=मनुष्य के मनुष्यत्य के भीतर
मनुष्य के लिए मनुष्यत्य के भीतर पहले जो माया,ममता और सहानुभूति के भाव थे,वे अब लापता होते जा रहे हैं। देशों की पारस्परिक दुरी घट गई है। लेकिन आदमी और आदमी के बीच की दुरी बढ़ती जा रहीं हैं।
संक्षेपण=कुल शब्द/3
संक्षेपण=102/3=34
नमस्ते गुरुजी
नमस्ते गुरुजी
Thanku so mach sir
Super sir
😮😮😮 wondarfull trick, classes 4/4😮
Thanku sir☺😊🥰❤🌹
ANS:--
शीर्षक:- मनुष्यों का संबंध
➡️ दफ्तरों, बसों, रेलों, सभावों और कल कारखानों में आदमी हर समय भीड़ में रहता है, मगर इस भीड़ के बीच अकेला होता है | मनुष्यों के लिए मनुष्यता के भीतर पहले जो माया, ममता के भाव थे, वे अब लापता होते जा रहे हैं |
संक्षेपन= कुल शब्द 101
------------- = ------=
3 3
| संक्षेपन= 34 |
------------------
Thanks sir
Very nice 👍👍👍👍❤
Aapka ye ahasan kabhi nahi bhulenge sir ❤❤❤❤❤❤
शिर्षक:- आदमी और आदमी के बीच दूरी
मनुष्य के लिए मनुष्यत्व के भीतर पहले जो माया, ममता और सहानुभूति के भाव थे, वे अब लापता होते जा रहे हैं देशों की पारस्परिक दूरी घट गई है। लेकिन आदमी और आदमी के बीच की दूरी बढ़ती जा रही है।
4 number mil jayega itna likne par😊
Sir 12th ke liye note questions par video banaiye
Sunny sir aap hindi subject ka bahut best teacher ho aish padhe h ki students ko padhai bodh nahi lagta ❤
❤❤❤
Mam.dad.love.karo.kabhi dhoka.nahi.hoga❤.love.maa❤
Thanks ❤❤❤❤❤
❤❤❤
Bhtt asan tha sir thanku😊
Thanks sir 🙏
Think you sir aapka ye tick bhut achhe se smjh aaya aap aisehi mehnat kijiye aur bacho ko vigyan ki pribhasa btate rhi Allah bless you❤🎉
Super trick hai sir jii ❤️❤️
शीर्षक-आदमी और आदमी के बीच के दुरी
दफ्तरों बसो रतन सभाओं और कल कारखानों में आदमी हर समय भीड़ में रहता है मगर इस भीड़ के बीच वह अकेला होता है!लेकिन आदमी और आदमी के बीच की दूरी बढ़ती जा रही है
संक्षेपण=कुल शब्द/3\. 100/3=33
Tohar thik hay bahy 😊
Nise sir aapka jaisa sir ❤❤❤❤
Bhut achha laga sir 🙏🙏
सर आप गुरु नहीं महागुरु है ❤😊
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Sir aap bhojpuri aur hindi mix karke Bolte hai to bahu achha lagta hai
sar aap bahut Achcha padhaate Hain😊😊
Very nice ❤
Very nice class sir maza aa gya thanku so much ❤❤❤
Thanks sir bahout mazedaar tarike se bataye. 😊
हर हर महादेव 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
I like your teaching sir ❤❤❤❤❤❤ I love you sir batane ke liye 🙏🙏🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰
Sir aap kamal ke sir ho😊😊😊😊
Nice Guru ji ❤❤🎉🎉
धन्यवाद गुरुदेव जी❤
Bahut achha mere guru ji ❤❤ ham aapke course le liye hai 2025
Very nice sir🎉🎉🎉🎉🎉😊😊😊
Sir aap kitna sundar padhate hai ❤❤❤❤
Bahut hi Sundar video hai sir 🥰
❤❤❤❤Good morning sir ❤
Gajab ke trik hai sir
Namaste sir❤❤❤
Aap kitna achha shamjhate hai sir 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Sir ji very good example
Thanks Sir ❤️❤️🙏🙏🙏🔥🔥🔥🔥🔥
Thanks 👍👍👍👍👍👍👍👍👍❤❤❤❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Sar
Kon kon exam se 🎉 ek din pahle dekh rha hai 😂😂😂😂
Mast sir love you off you ❤️
Thik you sir so much
शीर्षक - मनुष्य के बीच की बढ़ती दूरियां।
महानगरों में जो सभ्यता फैली है उसमें मनुष्य को मनुष्य के लिए सहानुभूति, ममता , दया, माया की भावनाएं लापता होती जा रही हैं । देश की पारस्परिक दूरी घट गई है लेकिन आदमी और आदमी के बीच की दूरी बढ़ती जा रही हैं।
संक्षेपण - कुल शब्द/3
संक्षेपण - 87/3
संक्षेपण - 29
Sir aap bhut mast se padhate ho
Thank you so much sir 🙏🙏
🎉 🎉🎉 Jay❤❤❤ ho 🎉🎉🎉guru ji
😊😊😊😊
Ji sr❤❤❤❤
O😮sir😂ji😊masti😅me❤kand😊 liye 🎉he
Thanks guruji
Nice video sir ji❤
Sir awaj aapka mast hai
Bahut Accha Se Bataye Hai Sir ❤❤❤❤
Sir❤❤🙏
Thank you so much guru ji ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Maja aa gya ❤
Baah sir aajka class very nice ❤❤❤
Sir sanchhepan karane ke baad
Niche me kitne Shabd mein likhe Hain vah bhi likhenge 😮🎉
Thankyou sir ❤❤❤
Ans-: संक्षेपण = 105/3=36 मोबाइल ने हमें वाचाल तो बनाया ही साथ में हमारी सोचने-समझने की शक्ति को भी प्रभावित किया है| यदि देखा जाए तो इसका असर लगभग सभी लोगों पर पड़ा है, किंतु छात्र -जीवन पर इसका प्रभाव व्यापक रूप से पड़ा है| इसके कारण छात्रों की पढ़ाई बाधित हुई है | चाहकर भी छात्र ध्यान केन्द्रित नहीं कर पाते, इसका कारण साफ है मोबाइल से निकटता | मोबाइल पर घंटों चिपके रहने से छात्रों का समय और स्वास्थ्य दोनों बर्बाद होता है| फिर भी उन्हें पढ़ाई से ज्यादा मोबाइल पर मनोरंजन ही लुभाता है| इस तरह मोबाइल ने आज सभी का सुख और शांति छीन लिया है
Ye to avi sent up exam me aaya tha 💀
Thanks sir 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Thanks❤
🌹🌹🌹🌹🌹 Rose day advance me sir
Thanku sir😢😢😢😢
Thanks Guru ji
❤❤❤❤🎉
Mehnat iatani khamoshi se kare ki saphalta shor macha de❤❤❤❤
❤❤ दिल जीत गये sir ❤❤
Ohhh nice guru ji ❤❤❤❤