झाड़ौदा का ऐसा कन्हैया नही सुना होगा आज तक kanhaiya dangal jharoda pad geet
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- เผยแพร่เมื่อ 26 ก.ค. 2024
- jharoda (bamanwas) party in jastana (bonli) कन्हैया गीत राजस्थान के पूर्वी भाग में विशेषकर मीणा, गुर्जर, माली समुदाय में प्रचलित सामूहिक गायन हैं जिसे नौबत , घेरा, मजीरा व ढोलक नामक वाद्य यंत्रो की मदद से गाया जाता हैं। पूर्वी भाग में ये लोगो के बीच आपसी भाईचारे और बंधुत्व को बढ़ाने में एक अनुकरणीय योगदान दे रहे है। कन्हैया गीतों के आयोजन जिसमे दो या दो से अधिक पार्टियो के बीच कन्हैया गीतों का मुकाबला होता हैं, कन्हैया दंगल कहलाता हैं। इसका आयोजन ज्यादातर पूरे गाँव के मध्य होता हैं। इसमें भाग लेने के लिए दो या दो से अधिक गाँवो को निमंत्रण भेजा जाता हैं जिसको 'कागज़ भेजना' कहा जाता है। अगर दूसरा गाँव भाग लेने पर सहमत हो जाता है तो उसे 'कागज लेना' कहते हैं और अगर सहमत नही होता हैं तो कहा जाता हैं कि उस गाँव ने 'कागज़ झेलने' से मना कर दिया।
कन्हैया गीतों को एक निश्चित प्रारूप में बहुत सारे लोग एक घेरा बनाकर गाते हैं, इनको निर्देश देने के लिए बीच में कुछ मुख्य कलाकार खड़े रहते हैं, जिनको मेडिया कहा जाता है। ये मुख्य कलाकार होते हैं जो गीत के बीच में बोल देते हैं और गीत के प्रवाह को तय करते हैं। सामान्यतः एक पार्टी में दो मेडिया होते हैं जो बारी-बारी से बोल उठाकर अपनी तरफ के लोगो को गीत के प्रवाह से जोड़ते हैं।
बोल गीत की वो कड़ी हैं जिसके माध्यम से मेडिया अपने गीत के प्रसंग को श्रोताओं को समझाता हैं। ये या तो पद्य रूप में बताये जाते हैं, या फिर साधारण बोलकर। इनके बिना गीत की दिशा को नही जाना जा सकता और इनको मेडिया द्वारा ही गाया जाता हैं। मेडिया इनके अलावा इन गीतों के आयोजन, गाने वालों को सिखाने, उनके एकत्रितीकरण का इंतज़ाम करता हैं, इस प्रकार उसकी भूमिका इनमें एक मार्गदर्शक के रूप में उभरती है और वो सम्मान का हक़दार बन जाता है, इसलिए दूसरे कलाकार भी मेडिया बनने के लिए संघर्षरत रहते हैं। इनका चयन कलाकारों को करना चाहिए परन्तु गाँव के पंच-पटेल कई बार इनका चयन करते हैं जिसमे वो पक्षपात जैसी चीज़े ले आते हैं जिसका नतीजा कलाकारों की अरुचि के रूप में सामने आता हैं और गीतों का पतन जैसी चीजे सामने आ जाती हैं।
इसमें भाग लेने वाले गाँवो को अलग-अलग वृत्तांतों पर गायन करने में महारत हासिल है। हर एक गाँव के अपने-अलग गीत हैं, जिनको वे अपने रुचिकर प्रसंगो से तैयार करके दंगल के दौरान प्रस्तुत करते हैं। कुछ लोकप्रिय गाँव और उनके गीत यहाँ दिए गए हैं -
1 चकेरी -
2 गांवड़ी मीणा - गुरु वशिष्ठ बुलाय राम ने सिंहासन बैठाया, कई नाथ मेरे मन की लगन मिटा दे जीत लिए सब भूप यज्ञ मेरो अश्वमेघ यज्ञ करा दे गुरु वशिष्ठ-राम संवाद
3 परीता - विलोचन राजा को पेट तो बढ़े रात दिन दूजो...
4 ऐंडा - रूप बदल कर राजा बणग्यो, बढ़ता खागो जाडी को, मन को कांटों कढ़ गयो, धोखेबाज कबाड़ी को शनिदेव का राजा चंद्रदेव से संवाद
5 ऐंडा चौपड़ पर, भायली मोरू तालिया ने नीबू, नारंगी का फूल झड़ग्या बगिया में ऊंखा एवं अनिरुद्घ के बीच का संवाद
6 डेकवा - pandvo ka kapat raja uttanpad
7 पीलोदा - राजा मोरध्वज
8 शफीपुरा - कीचक वध
9 झाडौ़दा - हरदोल का भात
10 नादौती - लव कुश कथा
इन गीतों को सुनने के लिए दंगलों में कई गाँवो के लोगो के आने से एक हुजूम जम जाता हैं। इस भीड़ का फायदा उठाने के लिए कई राजनेता भी इनका प्रयोग राजनीतिक लाभों के लिए करने लगे हैं और इनमें शिरकत करके लोगो के बीच लोकप्रियता हासिल करते रहते हैं।
पद दंगल हमें हमारी संस्कृति से जोडे रखने का कार्य करते हैं। पद दंगलों के माध्यम से संस्कृति जीवंत होती है, वहीं आपसी भाईचारा एवं समन्वय बढता है।
पद दंगल भारतीय संस्कृति को बचाने में सहायक हैं। इस प्रकार के आयोजनों से लोगों में भाईचारा, समाजवाद की भावना, सामाजिक सौहार्द्रता, एकता एवं धार्मिक भावना बढ़ती है। साथ ही लोगों को धर्मलाभ मिलने के साथ-साथ धार्मिक जानकारियाँ भी मिलती हैं।
विधायक रमेश चन्द मीना ने ऐसे धार्मिक आयोजनों को ग्रामीण संस्कृति की धरोहर की संज्ञा दी। इन्होने पद दंगलों को संस्कृति के परिचायक बताते हुए इनके आयोजनों में बढ़-चढ़ कर भाग लेने का आग्रह किया।
इनका विस्तार सवाई माधोपुर, दौसा, करौली, धौलपुर, भरतपुर, अलवर व बूंदी के गाँवो में देखा जा सकता हैं। खासकर सवाई माधोपुर व करौली में इनका अधिक प्रचलन है। यहाँ झाडौ़दा, राणोली, नादौती, शफीपुरा, डिबसया, फुलवाड़ा, चकेरी, जड़ावता, ढेकवा, खंड़ीप आदि गाँवो में इनका अधिक प्रचलन हैं।
सभी भाइयों को विडियो देखने के लिए धन्यवाद। इसे शेयर जरूर करे।
जय हो मीना संस्कृति की
Very nice ji
Very nice and I am big fan of Kanaihya geet
Super
भारतीय संस्कृति की खूबी
Good
Very nice 👍🏾👍🏾👍🏾
Very nice
Super👌
Good 👍👍👍👍
Very good
Nice
nice song
nice
Gjbbbb
Sandar guru dev
Nice voice
Gjb
Good sar ji
Good. Sing
Nice sir ji
कमलेश जी के नम्बर चाहिए दंगल भरा रहे हैं बहादुरपुर मे सब
kainya Bina saund ke hi gaya jata hai
Superrr
Good geet
Good luck
Bhut badiya geet by kamlesh mediya
वीर बिरसा मुंडा जी का प्रसंग गीत गाया करो जय भीम जय जोहार
Very nice media ji
Ò9
Continuing
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Aap to pahale batate hi nhi the class me ki gana bhi janata hu
Top geet bhai Kamlesh
Vare good soing
सभी भाइयो को तह दिल से राम राम सा
Sandar song
Hi
Kha se ho
🙏🙏🙏🙏🙏
Hello friends
Gzb bhai ramotar57 ulupura Bharatpur
Guru ji ke n send me
Meena saan h geet
ak dam mast
Sandar
My dear sir
Sir ke mobile number Ho to de do bahan ji
good
Good like
Vikramsingh gurjar rajana Dr@
@@bmmeena7942 e
राहुल
Bablu meena
सभी को राम राम
Hii
Anand
Koi Bhai Kamlesh media ke number de sakta hai
भाई मोबाइल से बात करने की जगह आप किसी को चिट्टी देकर उनके गांव झाडौ़दा (बामनवास ) भेजो वो गीत गाने के लिए मना नही करते ...........इसमें गांव वाले सभी मिलकर decision लेते है।
धर्म सस्कृति संस्कार एंव सादगी के हजारो वर्षो के सहेजे कथानक,कहाॅनियों,उवाज,वाणी,कथाओं,लोकोकक्ति,कोथिना का अजब-गजब संग्रह की गागर में सागर है । उचित प्रकाश्य के अभाव, देश-विदेश में भरपूर विज्ञापित रहे तो सनातन मेहनत की सफलता अवश्य सोपान है । इस सब पर बहुत ही काम होना है ।
महत्वपूर्ण है कि ढोल,नगाड़ों,ढोलकी,झिंझा, लोकल वाद्य इस सब वार्षिक कार्यक्रमों को चार-चांद लगा ही देते है ।
Sir. Kunji lal ji . maximum video good h. But some videos picture are not clearly.
कुंजी लाल मीना के नम्बर दो
आरती लाइट डेकोरेशन उरदेन
Mediya ka number mil sakta h kya Kamlesh Ji ke
भाई मोबाइल से बात करने की जगह आप किसी को चिट्टी देकर उनके गांव झाडौ़दा (बामनवास ) भेजो वो गीत गाने के लिए मना नही करते ...........इसमें गांव वाले सभी मिलकर decision लेते है।
dev
In
Kamlesh sir mediya ke mob.send me
7597529283
Bro WhatsApp n de na
Band he bro ye to
Or koi dusra n send me
Number send me
Kamlesh ji
Super
Very good
Nice
Very nice 👍
Gjb
Good
Very nice
Sardar singh Meena good sir
Nice
Super
Super
Nice
Super
Nice
Super
Super
Super
Nice