धर्मात्मा के साथ-साथ व्यावहारिक बने || मुनि श्री विनम्रसागर जी महाराज

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  • เผยแพร่เมื่อ 2 ม.ค. 2025

ความคิดเห็น • 11

  • @educationalmedia2144
    @educationalmedia2144 4 วันที่ผ่านมา

    नमोस्तु गुरूवर! आपने सही बात रंगी, धार्मिक बनने से पहले व्यावहारिक बनें

  • @SangeetaShah-d3b
    @SangeetaShah-d3b 4 วันที่ผ่านมา

    Namostu bhagban ji

  • @Aaa15464
    @Aaa15464 6 วันที่ผ่านมา +2

    Namostu gurudev 🙏🙏🙏🙏

  • @prabhaluhadia2686
    @prabhaluhadia2686 4 วันที่ผ่านมา

    🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @educationalmedia2144
    @educationalmedia2144 4 วันที่ผ่านมา

    आपने वास्तव स्थिति सामने रखकर आईंना दिखाया महाराजजी

  • @MohanBafna
    @MohanBafna 6 วันที่ผ่านมา

    हम जीन शब्दों को धार्मिक क्षेत्र में जोड़कर रखा है उसी शब्द को पारिवारिक क्षेत्र में जोड़ते है तो जीवन खूबसूरत बन जाता है

  • @MohanBafna
    @MohanBafna 6 วันที่ผ่านมา

    उपदेश एक लालसा है लालसा नहीं होती तो आज उपदेश सुनने नहीं आते

  • @MohanBafna
    @MohanBafna 6 วันที่ผ่านมา +2

    हमारा रागद्वेष क्या होता है आपने आज पूजा नहीं की सामयिक नहीं की जाओ हमें आज आपसे बात नहीं करनी है आपने आज रात्रि भोजन त्याग नहीं किया जाओ आज तुमसे बात नहीं करेंगे

  • @MohanBafna
    @MohanBafna 6 วันที่ผ่านมา

    Konik के हाथ में मवाद था पिता अगर उस अंगूठे को चूसकर नहीं निकाला होते तो konik का बचना मुश्किल था ,आज हम बीस पचास रुपए का कैडबरी खिला रहे है आज ऐसी ऐसी माताएं है जिनके पास बीस रुपए सब्जी खरीदने नहीं है

  • @MohanBafna
    @MohanBafna 6 วันที่ผ่านมา

    Konik और राजा श्रेणिक का वर्णन ,पहले आप अपना घर में संबोधन को सुधारिए

  • @SanjayJain-zu4uo
    @SanjayJain-zu4uo 5 วันที่ผ่านมา

    Namostu Gurudev ji 🙏🙏