मन चंगा तो कठौती में गंगा।संत रविदास की कहानी।भक्त रविदास ने किया गंगा मैया को अनूठा उपहार।Ganga ma
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- เผยแพร่เมื่อ 11 ก.ย. 2024
- Mastery in servitude channal की प्रस्तुति
संत रविदास को गंगा मैया ने क्या दिया?
मन चंगा तो कठौती में गंगा कहावत क्यों प्रचलित हुई?
रविदास जी के एक विद्यार्थी ने उनसे दुबारा निवेदन किया तब उन्होंने कहा उनका मानना है कि “मन चंगा तो कठौती में गंगा” मतलब शरीर को आत्मा से पवित्र होने की जरुरत है ना कि किसी पवित्र नदी में नहाने से, अगर हमारी आत्मा और हृदय शुद्ध है तो हम पूरी तरह से पवित्र है चाहे हम घर में ही क्यों न नहाये। Shayam bhajan। Meher Baba's bhajan। Hindi story। kanahiya।motivational story।sant Ravidas ji। sant ravidas ki kahani। by Mastery in servitude