आदरणीय डाॅ.राजेंद्रप्रसाद सिंह सर को शत-शत नमन🙏🙏🙏 आप महाराष्ट्र से नही होकर भी यहा की इतनी सारी जानकरी रखते है बुद्ध की किसी भी स्थान की हो शिलालेख ,शिल्प गुफाएं, स्तुप हो और 💯%सत्य भी है जैसे अब आपने पवनी भंडारा जिल्हे की बात कही है , पिछली बार नगरधन की बात कही थी,जो रामटेक तरफ है,बुद्धाके स्तुप, अवशेष बताए थे 🌹💐🌹💐🌹..उत्कृष्ट कार्य के लिए.बधाई ढेरों शुभ मंगलकामनाए बहुत-बहुत धन्यवाद आभार ....
Sir आप अपनी रिसर्च द्वारा हम सब को विलुप्त हो रहे तथ्यों से अवगत करा रहे। संपूर्ण भारतीय समाज आपका सदा आभारी रहेगा। आप से मिलना चाहें तो कैसे मिल सकते है।
बहुत ही सरल शब्दों में बौद्ध साहित्यिक जानकारी प्राकृत और पाली भाषा के शब्दों को संस्कृत भाषा से जोड़कर समझाया गया है, इसी से सिद्ध है कि पाली, प्राकृत भाषा से ही संस्कृत भाषा को.संस्कारित भाषा जन्म दिया गया है और तदोपरांत साथ ही हिंदी भाषा को संस्कृत भाषा से रूपांतरण की प्रक्रिया चल रही है जिसबे हिंदी भाषा संस्कृतनिष्ठ होकर क्लिष्ट हिंदी होती जा रही है,
बौद्ध साहित्य मे नाग प्रजाति और तमिल मे द्रविड़ लिखते है अंग्रेजी मे प्रोटो ऑस्ट्रेलायड तुमको ( आपको ) कहते है संस्कृत और हिंदी साहित्य मे निषादराज शान से नाग निषाद की गाथा गाऊँ सुनियो तुम धयान से स्कॉलर / रिचसर्र प्रो राजेंद्र प्रसाद साहब को गौरवशाली इतिहास बताने के लिए दिल से आभार भीम जोहार बुद्ध वन्दामि
धन्यवाद सर बहुत बहुत साधुवाद । 🙏🙏महाराष्ट्र के पवनी नागपुर के पास मिले स्तंभ में मिले त्रिपिटक की जानकारी दि । जितने भी बुद्ध के अवशेष मिले अंग्रेज़ों ने ही की । बुद्ध ही सत्य है नमोबुद्धाय जयभीम जयसंविधान
❤❤❤❤❤ Sachchai Batakar Logo ko Jagruk Karane ke liye Aap ko koti koti Namami Abhinandan Aabhar v Badhai Namo Buddhay Buddhamay BharatVarsh Jai Samvidhan Jai Bhim Jai Kisan Jai Jawan Jai Vigyan
अंग्रेजों की देन और आपकी गहरी रुचि जो एक चीज की बाल की खाल आप निकलते हैं हम सारेभारतवासी और विश्व के मंचपर आपका अतुल्नीय योगदान शायद आपको अमर कर दे जय ज्ञान जय बुद्धि जय खोज
@@panditsatishattri306tumne kya khoja .ye bolo tum bhi sab buddho ki hi chori ki hai .chori to chori upperse Sina chori .dusri baat jab dhokese tumne buddho ka Nash kiya,aur unpar shikshnik samajik bahishkar kr diya .aur besharam jaise comment bhi krte ho ki angrejo k vajah se shiksha mili .hum Buddhist k vushwvidhyalay the ye tumko jankari nhi to jankari lo pr janbuzkar dusro ko niche dikhana ye manuwad ka,Maine base hai aur tumhari galti nhi manuwadi ki nsl hi kharab hai usme nsl ka dosh hai tumhara Kuch nhi
आश्चर्य जनक बहुत ही रोचक जानकारी दी सर आपने, देश के सभी व्यक्तियों को जानने की जरूरत है सही से अपने आप को जान जाएंगे, हिन्दूत्त्व का झूठ सामने आ जाएगा। नमो बुधा
डाक्टर साहिब के पड़ाने का तरीक़ा बहुत प्रभावी है। वे जन जिनका भाषा , व्याकरण, इतिहास और संस्कृति विषय नहीं रहा है पर जिज्ञासु हैं उन्हें भी विषय विंदु समझ आने लगता है। अद्भुत। मॉ सरस्वती के साधक और कृपापात्र है। बौद्ध दर्शन और परम्परा के प्रबुद्ध आचार्य महोदय भी है। 💐💐💐
आदरणीय डाॅ.राजेंद्रप्रसाद सिंह सर को शत-शत नमन🙏🙏🙏 आप महाराष्ट्र से नही होकर भी यहा की इतनी सारी जानकरी रखते है बुद्ध की किसी भी स्थान की हो शिलालेख ,शिल्प गुफाएं, स्तुप हो और 💯%सत्य भी है जैसे अब आपने पवनी भंडारा जिल्हे की बात कही है , पिछली बार नगरधन की बात कही थी,जो रामटेक तरफ है,बुद्धाके स्तुप, अवशेष बताए थे 🌹💐🌹💐🌹..उत्कृष्ट कार्य के लिए.बधाई ढेरों शुभ मंगलकामनाए बहुत-बहुत धन्यवाद आभार ....
बुद्ध से बुद्धि मिली मिला कबीर से ज्ञान ज्योतिबा से ज्योति मिली बाबा साहब से संविधान चक्रवर्ती सम्राट से मिला जम्मू दीप का स्वाभिमान
Bahot hi Sundar Line
मान्यवर बहुत ही सरलता से समझाते हैं बहुत बहुत धन्यावाद
जय भिम नमो बुद्धाय
हम तो घर बैठे पुरातत्ववेता बन रहे है।सर आपका बहूत धन्यवाद।
हा हा😂
Thanks you sir, learning more knowledge about buddhism
कोटि कोटि नमन डॉ राजेंद्र प्रसाद सिंह जी को।
जय भीम।❤
क्षेत्रीय भोजपुरी भाषाओं का उपयोग करके आप ने इतना सटिक जानकारी दी, इसके लिए बहुत बहुत साधुवाद।
समझाने का बेहद सरल और अद्भुत तरीका, हार्दिक साधुवाद...
अद्भुत!
अद्वितीय!
अतुलनीय!
बहुत, बहुत साधुवाद ❤
सुपर मैन ऑफ अवर सोसायटी। जय भीम जय जोहार नमो बुध्दाय जय संविधान जय मूलनिवासी नायक 🙏🙏
Sir
आप अपनी रिसर्च द्वारा हम सब को विलुप्त हो रहे तथ्यों से अवगत करा रहे। संपूर्ण भारतीय समाज आपका सदा आभारी रहेगा।
आप से मिलना चाहें तो कैसे मिल सकते है।
भारत की वैभवशाली विरासत की सत्य जानकारी के लिये की गई आपकी मेहनत पर में निशब्द हूँ 🙏🏼
Always revealed a great and golden history🎉
बहुत ही सरल शब्दों में बौद्ध साहित्यिक जानकारी प्राकृत और पाली भाषा के शब्दों को संस्कृत भाषा से जोड़कर समझाया गया है, इसी से सिद्ध है कि पाली, प्राकृत भाषा से ही संस्कृत भाषा को.संस्कारित भाषा जन्म दिया गया है और तदोपरांत साथ ही हिंदी भाषा को संस्कृत भाषा से रूपांतरण की प्रक्रिया चल रही है जिसबे हिंदी भाषा संस्कृतनिष्ठ होकर क्लिष्ट हिंदी होती जा रही है,
सर आपका बहोत बहोत आभार, भारत का सच्चा इतिहास हम सभी को प्रमाडो के साथ बताने के लिए,बहोत बहोत साधुवाद एवं धम्म मंगलकामनाएं
जय भारत, नमो बुद्धाय 🙏🙏🙏
सर आप के ज्ञान को बहुत बहुत सलाम ज्ञान का भंडार है आप जयभीम नबोबुदधाय
बहुत सुंदर जानकारी दी बहुत बहुत धन्यवाद माननीय राजेन्द्र सिंह जी 🌹🎉❤
Dear Dr. Rajendra Prasad sir ji aap ko dil se Abhaar Namo buddhay Jai bhim Jai samvidhan Jai vigyan Jai bharat Jai mulnivasi 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹
बहुत ही बढ़िया और ज्ञानवर्धक जानकारी के लिए आभार आपका
बहुत ही खूबसूरत वर्णन आपकी जय हो
100% pure and true...🙏
Tipitaka.... Three baskets of Lord Buddha,s Teaching....
Thank you Sir...
सच्चाई बताने के लिए कोटिशः साधुवाद,
बहुत बड्या ज्ञान है ये, धन्यवाद सर!
धन्यवाद इस ज्ञान प्रसारण के लिए
सर, आपको सैल्यूट 🙏
जय भीम, जय भारत, जय संविधान
Thanks for more information sadhubad namobudhay
गुरुजी नमस्कार,
हमारा ज्ञान वर्धन करने के लिए और त्रिपिटक का वास्तविक और प्रामाणिक इतिहास प्रस्तुत करने के लिए आपका बहुत बहुतआभार 🙏🏽
नमो बुद्धाय जय भीम
Bahut bade vidvaan Dr Rajendra parsad ji ko shat shat Naman
आदरणीय मान्यवर पेरियार प्रोसेसर राजेंद्रा प्रसाद को शत शत वंदन जय जय साधुवाद नमो बुद्धाय
नमो बुद्धाय ।
आदरणीय आपकी जानकारी बहुत सटीक और समझाने का तरीका बहुत ही सरल है आप बधाई के पात्र हैं जय भीम नमो बुद्धाय 🙏
Jai Bhim Namobuddhaya sir very nice explanation sadu sadu sadu 🙏
सर, नागवंशी का अभिलेख कहॅॉ-कहॅॉ है। इस पर विडियो बनाएं।
Bahut hi achhi jaankari sir... Hardworking sir
बौद्ध साहित्य मे नाग प्रजाति और तमिल मे द्रविड़ लिखते है
अंग्रेजी मे प्रोटो ऑस्ट्रेलायड तुमको ( आपको ) कहते है
संस्कृत और हिंदी साहित्य मे निषादराज शान से
नाग निषाद की गाथा गाऊँ सुनियो तुम धयान से
स्कॉलर / रिचसर्र प्रो राजेंद्र प्रसाद साहब को गौरवशाली इतिहास बताने के लिए दिल से आभार
भीम जोहार बुद्ध वन्दामि
Bohot bohot pyar aur satikar sir💙🙏🏻☸
Rajendra sir ji ko bahut bahut dhanywad😊
Very well Dr Rajendra Prasad Singh ji
बहुत अच्छा प्रयास धन्यवाद आपका।
ये जानकारी देने के लिए धन्यवाद सरजी
अच्छी जानकारी मिली।
धन्यवाद
नमो बुद्धाय 🙏
जय भीम जय भारत जय संविधान नमों बुद्धाय सर
सर आपको सादर अभिवादन।बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी दी।और आप को बहुत धन्यवाद देता हूं जो इतने सरल तरीके से गूढ़ रहस्यों को उजागर करने के लिए।
Jai Bhim, Namo Buddha, Great research professor 👍🏻.
धन्यवाद सर बहुत बहुत साधुवाद । 🙏🙏महाराष्ट्र के पवनी नागपुर के पास मिले स्तंभ में मिले त्रिपिटक की जानकारी दि । जितने भी बुद्ध के अवशेष मिले अंग्रेज़ों ने ही की ।
बुद्ध ही सत्य है
नमोबुद्धाय जयभीम जयसंविधान
Sir, these episodes are absorbing and educating. May I request make a series as to how Sanskrit is developed from Pali.
बेस्ट जानकारी सर जय भीम नमो बुधयाय
सादर साष्टांग अभिवादन आदरणीय 🌹 ❤
❤❤❤❤❤ Sachchai Batakar Logo ko Jagruk Karane ke liye Aap ko koti koti Namami Abhinandan Aabhar v Badhai Namo Buddhay Buddhamay BharatVarsh Jai Samvidhan Jai Bhim Jai Kisan Jai Jawan Jai Vigyan
बुद्ध जी द्वारा रोज नए नए प्रवचन सुनाना जीवन भर ज्ञान के समुद्र। पर आज एक कथा हजारों साल से रोज सुन रहे हैं।
जय भीम 🙏 जय संविधान सन्माननीय सर जी
SUKRIYA SIR JI💙🙏💙
Sir Very informative Video Jai Bhim, Namo Buddhay, Bhavatu Sabb Mangalam 👍🙏
NAMO BUDDA🙏 JAI BHIM JAI SAMRAAT🙏🙏
jaybhim namo budhhay sir ji thanks for information
Excellent job sir
Live is long life n lord Buddha's bless u🎉
Sachhi Jankari mili JayBhim Namobudhhay.
Sir we salute you you are very knowledgeable of Budhist history Buddhism and pali language We knew lot of unknown thing's of Budhism from you
Always Great
Jai Bheem
सुंदर व्याख्यान 🙏❤🙏
You are really a good professor Sir.. Aap sachche Guru hain❤
बुद्ध पूर्वकाल संस्कृती - सुरासुर, गंधर्व अप्सरा, यक्ष राक्षस, मानवम्, पिशाच, नाग, वानर, किन्नर, किपुरस, विद्याधर, इन सबकी संस्कृति कैसे नष्ट हुई।
जयभीम नमो बुद्धाय
महोदय अद्भुत, सादर प्रणाम!❤❤
आप बहुत महान है dr. साहब
Great Sir!💐💐💐Namo Buddhay!
बहुत सुन्दर विश्लेषण सिंह साहब 😅😅😅
अंग्रेजों की देन और आपकी गहरी रुचि जो एक चीज की बाल की खाल आप निकलते हैं हम सारेभारतवासी और विश्व के मंचपर आपका अतुल्नीय योगदान शायद आपको अमर कर दे जय ज्ञान जय बुद्धि जय खोज
Angrej nahin Aate to tum bouddh log agyani hi rehte. Kyonki tumhare budh ne to tumhe kuchh bhi nahin diya.tumne kuchh bhi nahin Khoja.
@@panditsatishattri306tumne kya khoja .ye bolo tum bhi sab buddho ki hi chori ki hai .chori to chori upperse Sina chori .dusri baat jab dhokese tumne buddho ka Nash kiya,aur unpar shikshnik samajik bahishkar kr diya .aur besharam jaise comment bhi krte ho ki angrejo k vajah se shiksha mili .hum Buddhist k vushwvidhyalay the ye tumko jankari nhi to jankari lo pr janbuzkar dusro ko niche dikhana ye manuwad ka,Maine base hai aur tumhari galti nhi manuwadi ki nsl hi kharab hai usme nsl ka dosh hai tumhara Kuch nhi
Very knowledgeable
Bahot.. Bahot Dhanyvaad sir jaankari denekeliye Jay bhim Jay mulnivasi Jay🇮🇳 India that is Bharat Namo Bhudday🙏 💙🙏🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚
And also Enlightened
Bahut bahut sadhuvad
खुबसूरत gyan
Great sir 🙏
भाषीय आधार पर आपने जो सही इतिहास को हमारे समक्ष लाया है उसके लिए आपका आजीवन आभार रहेगा सर।
आश्चर्य जनक बहुत ही रोचक जानकारी दी सर आपने, देश के सभी व्यक्तियों को जानने की जरूरत है सही से अपने आप को जान जाएंगे, हिन्दूत्त्व का झूठ सामने आ जाएगा। नमो बुधा
Namo buddhai 🙏🏽🙏🏽 sarahniye karya
Achhi january ke liye aap ko bahut bahut dhanyavad jai bhim namobuddhaya
Great work well done sir ji ❤❤❤
ThanQ sir for providing valuable information to us.
जय भीम जय संविधान जय पेरियार जय जोहार नमो नमो, धम्म-उदय धम्म-प्रभात,,
Peak content ✨️ 👌
नमो बुद्धाय जय भीम जय भारत जय विज्ञान जय संविधान बहुत अच्छी जानकारी है सर जी हम आप के साथ है अशोक कुशवाहा कन्नौज
Jai bheem namo Buddhay sir bahut hi sarahneey kaary kar rhe h aap
जय भीम नमोबुद्धाय आदरणीय सर,,,🎉❤
उत्कृष्ट
Namo Buddhaya
मै पॉली लिपि सीख रहा हु।आप के।लिपि से सहायता मिल रही है।
Thank you very much Dr saheb
धनयवाद
सर जी आपको सादर प्रणाम
डाक्टर साहिब के पड़ाने का तरीक़ा बहुत प्रभावी है। वे जन जिनका भाषा , व्याकरण, इतिहास और संस्कृति विषय नहीं रहा है पर जिज्ञासु हैं उन्हें भी विषय विंदु समझ आने लगता है। अद्भुत। मॉ सरस्वती के साधक और कृपापात्र है। बौद्ध दर्शन और परम्परा के प्रबुद्ध आचार्य महोदय भी है। 💐💐💐
भाषा वैज्ञानिक आदरणीय राजेंद्र प्रसाद सिंह जी को नमो बुद्धाय जय भीम🙏🙏
Namo Budday,Great,Sir.
Koty koty naman R.K. sih ji ko
Thank you very much Sir for enlightening us!!!!
Jai bhim namo buddhay
बहुत सनदार तरीके से समझते हैं