ईश्वर हमें रोकता नहीं है इसका मतलब ईश्वर हमारा भला नहीं चाहता ।यदि रोक दें तो उसका क्या जायगा।हम अज्ञानी हैं हम पर दया करना चाहिए।हमारा ज्ञान अल्प है और कर्म हमसे अनंत होते हैं इतना ज्ञान तो बचपन में प्राप्त ही नहीं कर पाते । अज्ञानपूर्ण कर्म का परिणाम तो गलती होगा।ईश्वर हमें पूरा ज्ञान दे तो फिर देख ले कि हमने कितना माना कितना नहीं माना।तो सजा दे।हम रोग के कीटाणु मारें कि नहीं।गाय के घाव में कीड़े पड़े हैं उनको मारें कि नहीं ।
स्वामी जी नमस्ते
सादर नमस्ते स्वामी जी
अविद्या से दुख होता है या कर्म के फल से दुखी होता है
ओम
Thankyouswamiji
सादर प्रणाम एवं आभार स्वामी जी
Hare Krishna
गुरुजी आपको सही दिल से कोटी कोटी प्रणाम
ईश्वर को हमको पूरा ज्ञान देकर भेजना चाहिए।ताकि हमारा कल्याण हो।
Namasteji swamiji dhanyabad om
अति उत्तम प्रवछन्, नमास्ते जी। shared with maimum friends,
ईश्वर हमें रोकता नहीं है इसका मतलब ईश्वर हमारा भला नहीं चाहता ।यदि रोक दें तो उसका क्या जायगा।हम अज्ञानी हैं हम पर दया करना चाहिए।हमारा ज्ञान अल्प है और कर्म हमसे अनंत होते हैं इतना ज्ञान तो बचपन में प्राप्त ही नहीं कर पाते । अज्ञानपूर्ण कर्म का परिणाम तो गलती होगा।ईश्वर हमें पूरा ज्ञान दे तो फिर देख ले कि हमने कितना माना कितना नहीं माना।तो सजा दे।हम रोग के कीटाणु मारें कि नहीं।गाय के घाव में कीड़े पड़े हैं उनको मारें कि नहीं ।
Nmsty swami ji 🙏
नमस्ते नमस्ते जी,🙏👍
तो कोई जितना अज्ञानी होगा लाभ में रहेगा ।ज्ञानी होगा तो दंड अधिक मिलता है
स्वामी जी आप अपने प्रवचन में शास्त्रीय प्रमाण भी दें तो श्रोता आप की बात को हृदयंगम कर सकेंगे।
Isne kaha aatma ishvar ka ansh nahi he iska Matlab yah Shree Krishna ko galat bata Rahe he geta me saf kaha Krishna ji ne ki mamevanshi
Ved pdhke ayee phir boliye yha akke
Galat pravachan bilkul galat he
Namasteji swamiji dhanyabad om