बचपन से ही आल्हा, उदल वीरों के अदम्य सोर्य को सुनने की जिज्ञासा थी आशुतोष जी इन वीरों की जीवंत गाथा आपकी वाणी से सुनकर मन गदगद हो गया! पुनः आपका एवं बिग एफ. एम का कोटिश आभार!
52 बार हरा कर जीवन दान देने वाले क्षत्रिय यदुवंशी वीर अहीर #आल्हा जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन। #जय_यादव_जय_माधव #VeerAhirAlha #VeerAhirAlha जय श्री कृष्ण 🚩❣️🙏
महोबा ( विशेस कर् योधा आला, उदल, मलिखान्), कन्नौज व् दिल्ली के शासको में एकता होती तो एक् भी विदेशी भारत पर आक्रमण कर लूट नहीं पाता तथा विश्व विजयी होता। आशुतोष जी को इस नेक कार्य के लिए बधाई के पात्र है
वीर अहीर आल्हा उदल के इतिहास को अब दबाया जा रहा है। मै धन्यवाद करूँगा आशुतोष जी को भारतीय इतिहास को बचाने के लिए आगे आये। वीर अहीर आल्हा उद्दल अमर रहे।
Kya bat hai, alhaa ko mai bachpan se samajhna chahta tha,lekin kbhi samjha nhi,aaj apki kripa se alha-udal ke बारे में जानकर मैं बहुत उत्साहित हूं धन्यवाद
मन रोमांचित हो उठा. आल्हा उदल परमार राज कनौज राज और महाराज पृथ्वीराज चौहान ये सब एक साथ होते तो अधर्मी देश मे नही घुसते...शौर्य पराक्रम से भरा पङा है हमारे देश का ईतिहास
कन्नौज के राजा जयचंद, दिल्ली के राजा पृथ्वीराज, और महोबा के वीर मलखान ,आल्हा ,उदल, जैसे वीर होते तो दुनिया की कोई शक्ति भारत की तरफ नजर तक नही उठा सकता था।
आशुतोष जी आपको सादर प्रणाम करता हूं,जो अपने आल्हा और ऊदल की शौर्य गाथा को इतने प्रभावित तरीके से पेश किया,मैं इसे सुनकर धन्य हुआ,आपको कोटि कोटि प्रणाम करता हूं।
आल्हा ऊदल पिछड़े समाज से थे इसलिए उनको इतिहास में वो जगह नहीं दी मनुवादी इतिहासकारों ने जो मिलनी चाहिए। और एक बात ये भी है कि इतिहास में आल्हा उदल की वीरता को दिखाते तो उनके पृथ्वी राज की वीरता कहां रह जाती,वो यश कहां मिल पाता क्योंकि आल्हा उदल ने उसे 52 बार हराया था।
@@shivamchandel9202 tara pund tha 🤣 chandel to yadav bhi rhete hai pr alha udal banafar raay the or banaraf gotra bhi yadav or rajput dono me hote hai pr kahi bhi unko rajput nhi likha or yaduvanshi likha dikh jayega 😂
bhai aao mp or pta kro ki chandel or anafar ahir /yadav hi hote hai me chandel yadav hu or rahi baat thakur ki to bhai mere agar tum mp se ho ya tumara koi mp me ho usse puchna thakur kise bolte the
बहुत अच्छा वीरगाथा है आपकी जुबान से तोहर गाथा ही है आज सुनने में मजा आ जाता है आपकी कृपा हो तो हमारे बिहार के भी कुछ वीरगाथा आएगा आपके जुबान से यूट्यूब पर रहे तो अच्छा होगा बिहार के लिए और हमारे लिए भी🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
एक क्षत्रिय राजस्थान की भूमि से आप को प्रणाम करता हैं एक क्षत्रिय हि ऐसे महान् क्षत्रियों के बारे में बता सकते हैं, जय क्षत्रिय आल्ला -ऊदल। जय क्षत्रिय सम्राट पृथ्वीराज चौहान। जय जयचंद। जय महाराणा प्रताप। जय मां पद्मिनी। जय संघ शक्ति।
मैं आशुतोष राणा जी को सादर नमस्कार करता हूं। वीर आल्हा ऊदल पर एक मूवीज बनाए। इसे सारा संसार देखे की ये वीर का कोई वंश अभी है या नहीं। मैं राजकुमार यादव पुनः आपको सादर प्रणाम करता हूं।
आशुतोष राणा जी आपको सादर प्रणाम आपकी ओजस्वी वाणी से एक निर्बल और निर्जीव व्यक्ति में भी रक्त का संचार होने लगेगा मैं ऐसा लगता है निर्जीव अर्थात जिसको अपना तन मन का होश ना हो मृतक की बात मैं नहीं कर रहा हूं मैंने आल्हा में सुना है कि आल्हा युधिष्ठिर के अवतार थे ना कि बरबरी के और आप यह बताइए कि महाभारत काल में स्वयं श्री कृष्ण और कर्ण भीम दुर्योधन इतने प्रचंड महा योद्धा थे फिर क्या यह कलयुग की जो राजा महाराजा थे वह उन द्वापर युग के प्रचंड योद्धाओं से भी ज्यादा वीर थे जिन से लड़ने का सौभाग्य आल्हा को दिया
छत्रिय कोई जाति नही लड़ने वाला हर योद्धा छत्रिय था राजपूतों की आबादी 2% भी नही थी न तब न अब हर इलाको में अलग अलग जाति के योद्धा हुवे सेनापति आल्हा व ऊदल यदुवंशी योद्धा थे जो आज भी अमर है।।
Love u all and dill baag baat ho gaya h sun ke rongate khade ho gaye h sayad aisa hota kahani kabhi khatam na ho bas sunte h aalah Udal mahan yodha ko mera naman
Dear sir Ashutosh Rana ji main aapka bahut bada fan hun aapane Jo Bundelkhand ka naam itna unche pahunchaya hai uske liye Bundelkhand aapka aabhari rahega Jay Bundelkhand 🙏🙏🙏
अगर सच में भगवान बर्बरीक ने खाटू श्याम महाराज ने आल्हा योद्धा के रूप में जन्म लिया है और अपने ही धर्म के लोगों से एक ही भगवान को पूजने और वंदना करने वाले लोगों से महाराज पृथ्वीराज चौहान और भी हिंदू राजाओं से युद्ध किया है तो मैं बहुत ही दुखद और अन्याय मानता हूं भगवान बर्बरीक और उनके हुए अवतार महान वीर आल्हा अगर जन्म लेना था और युद्ध ही करना था तो आपको मुगलों के विरुद्ध युद्ध करना था उस मुगल के विरुद्ध जिसने भगवान श्री राम का मंदिर तोड़ा था उस मुगल के विरुद्ध जिसने भगवान श्री कृष्ण का मंदिर तोड़ा था उस मुगल के विरुद्ध जिसने काशी विश्वनाथ मंदिर तोड़ा था उन मुगलों के विरुद्ध जिसने सनातन को तार-तार करा था उन मुगलों के विरुद्ध 41000 मंदिर तोड़े थे उन मुगलों के विरुद्ध जो एक लाख ब्राह्मणों जब तक ना मार दें जब तक खाना नहीं खाता था उन मुगलों के विरुद्ध। जिसने पूरी ताकत लगा दी थी सनातन को बदलने में उन मुगलों के विरुद्ध महाराणा प्रताप से धोखे से लड़ाई लड़ते थे उन मुगलों के विरुद्ध जिन्होंने हिंदू महिलाओं के साथ घन घोर अपराध और पाप किया उन मुगलों के विरुद्ध जिन्होंने सनातनी स्त्रियां वह दुराचार अत्याचार और अन्याय घोर घोर पाप किए इतना सनातनी स्त्रियों के साथ पाप किया पूरी दुनिया में कहीं नहीं हुआ उन मुगलों के विरुद्ध जिन्होंने पृथ्वीराज चौहान जी के परिवार के साथ बहुत बुरी हालत करी थी और उन अंग्रेजों के विरुद्धअगर बर्बरीक भगवान जी का जन्म आल्हा के रूप में हुए हैं तो मुझे बहुत दुख है अपने ही सनातनी लोगों से लड़े थे
बेला पृथ्वीराज की बेटी थी आल्हा खण्ड के अनुसार उस समय दुल्हन को बिदा कराके दुल्हन के ससुराल लाया जाता था और उसे सम्मान सहित दुसरे दिन दुल्हन के मायके वालों ले के जाते हैं बाद में गौणा होता था यह प्रथा आज भी प्रचलित है
maa sharda ke bhakt aalha uddal ke charno me naman hai mera hamare yaha mp betul me savan ke mousam me aalha pada jata hai kahate hai aaj bhi jis din alha pada vaise hi barish suru ho jati hai sunte hai to rom khade ho jate hai vir rash se bhare chand hai film banane layak itihash hai aalha uddal ji ka maa sharda ke yaha kahte hai aaj bhi subah taje ful chade rahte hai aur ye amar veer hi puja karte hai
Ashutosh ji Aap ko bahut bahut dhanyvad. Ramayan, Mahabharat ke bad kisi ne nahi socha Alha Udal pr serial banaye. Aap se anurodh hai aap iss pr vichar kare banane ke liye. meri bahut ichha aisi kahani ke liye. 200% hit hoga. lekin jaisi gatha hai waise hi hona chahiye. Ashutosh ji Dhanyvad.
मैं क्षमा चाहता हूं आशुतोष राणा साहब आपसे और सभी लोगों से इसमें कुछ वर्णन बाद में जोड़े गए हैं मुझे अशांति सी है थोड़ा संदेह हैजैसे कि जब आल्हा उदल अपने चाचा और पिताजी का सर लेने के लिए जा रहे थे जो कि पेड़ पर लटका हुआ था उस समय महा योद्धा आल्हा उदल। अपनी माता से कहते हैं क्या उम्र थी लव कुश की जो राम को टक्कर दे रहे थे पहली बात तो यह है भगवान श्रीराम ने कभी माता सीता को वनवास दिया ही नहीं कभी त्याग करा ही नहीं यह सब ढकोसला बाद में जोड़े गए हैं भगवान श्री राम जी को उनके भक्ति पर उनके विचारों पर उनके आदर्शों को कुचलने के लिए कोई षड्यंत्र रचा गया था भगवान सीताराम जी ने तो कई हजार वर्षों तक जिए और हजारों यज्ञ किए ऐसे में सवाल ही नहीं उठता कि भगवान श्रीराम ने माता सीता जी को को बनवास भेजा हो इसका निर्णय मैं नहीं कर रहा हूं बल्कि हजारों साल पहले भगवान श्री वाल्मीकि जी कर गए हैं इसकी जगह महान योद्धा आल्हा उदल जी नेऔर कुछ कहा होगा दूसरी बात। दूसरी बात अगर महोबा के राजा परमाल Ji आल्हा उदल को यह कह रहे हैं एक गाय का मांस खाना पड़ेगा गाय का खून पीना पड़ेगा इससे भी मुझे।संदेह हमारे सनातन धर्म में तो गाय को माता कहा जाता है गाय हमारे लिए पूजनीय वंदनीय है ऐसे में कोई सनातनी हिंदू कौन गाय को काटने का घोर अपराध पाप कैसे कर सकता है कैसे सोच सकता है ऐसा बोलने पर भी राजा हो चाहे प्रजा हो ऐसे शब्द बोलने पर भी सनातनी लोग पापी बन जाते हैं महोबा के राजा परमाल Ji ने और कुछ कहा होगा
आशुतोष जी आपने जो आल्हा खण्ड सुनाया है इसमें थोड़ी सी गलती हो गई है ,आप जिस पार्थ को पृथ्वीराज चौहान का बेटा कह रहे हैं वो असल में पृथ्वीराज सिंह तोमर का बेटा था ,, ओर जिस बेला की बात कर रहे हैं वो भी पृथ्वीराज सिंह तोमर की नातीन थी ,, आल्हा- ऊदल , ब्रह्म ओर मलखान सिंह का जन्म 1140 में हुआ था और सम्राट पृथ्वीराज चौहान का जन्म 1163 के आस पास हुआ था ,, इसलिए पृथ्वीराज चौहान की नातिन का विवाह ब्रह्म से होने का कोई औचित्य ही नहीं है ,,
उरई नरेश माहिल जिस प्रतिहार वंश का उत्तराधिकारी था, वही प्रतिहार पहले महोबा के राजा थे। किंतु चंदेलों ने प्रतिहारों से महोबा के साथ ही उनके साम्राज्य के अधिकांश भाग छीन लिये। कभी चंदेल प्रतिहारों के सामंत थे किंतु अब प्रतिहार चंदेलों की कृपा पर जीवित थे। खुद माहिल को अपनी बहन मल्हना का विवाह चंदेल नरेश परमाल से करना पड़ा और उरई नरेश होते हुए भी उसे चंदेल राजवंश में मंत्री बनना पड़ा। माहिल अपने इस पुश्तैनी अपमान को कभी नहीं भूल पाया और उसने चंदेल सत्ता का विनाश करने हेतु क्रमश: चार युद्धों- कजली की लड़ाई, सिरसा की लड़ाई, नदी बेतवा और बैरागढ़ की प्रस्तावना लिखी। इन युद्धों से चंदेल लक्ष्मी का पराभव हुआ, चंदेलों और चौहानों के कमजोर होने से तुर्क भारत पर अधिकार करने में सफल हुए
आपने कहानी बहुत ही अच्छे से सुनाई पर , बर्बरीक का आल्हा दूसरा अवतार , ए कुछ ज्यादाही हो गया.मै इसे कभी भी मान नही सकता.बर्बरीक अपने जगह और आल्हा अपने जगह ही ठीक है.
Bahot hi sunder katha sunayi aap ne ashtosh ji bahot bahot dhanyawad Mujhe pata hai aap ko m.p or uttar pradesh se badha hi lagao raha hai or aap ne to kaee bar Madhya Pradesh ka bhraman bhi kiya hai kabhi banda ke bare me bhi katha sunaye yaha bhi ek se ek bundeli beer the yaha ke nawab ko khana hi ki rani ne khat likha or rakhi bhi bheji thi
आशुतोष जी आपने बुंदेलखंड के वीर आल्हा ऊदल की वीरता को बहुत ही शानदार ढंग से प्रस्तुत किया है जिससे पूरा भारत परिचित हो रहा है आप बधाई के पात्र
Bilkul Sahi
Aa
@@sitaramvidhyarthi 1
अदभुत
Ok Ok
श्री आशुतोष जी को नमस्कार ,आपके अतरिक्त इतने सुंदर ढंग से इस महाकाव्य को आज के समय मे शायद ही कोई कह पाए।
आपको कोटि कोटि प्रणाम।।
बहुत बहुत अच्छे महोदय नमस्कार
Abe chutiye ye maha kavya nahi hai
@@vikassingh8281 jaisaradamai
@@vikassingh8281 jaimatadi
बचपन से ही आल्हा, उदल वीरों के अदम्य सोर्य को सुनने की जिज्ञासा थी
आशुतोष जी इन वीरों की जीवंत गाथा आपकी वाणी से सुनकर मन गदगद हो गया! पुनः आपका एवं बिग एफ. एम का कोटिश आभार!
⁹⁹⁰⁹⁹⁸8⁹9⁸⁸
Jai veer bhumi Mahoba
आदरणीय आशुतोष जी वीर सपूत आल्हा ऊदल पर एक मूवी वनाइऐ ताकि आने वाली पीढ़ी हमारे वीरों को याद रखे। सादर नमन🎉🎉🙏🙏
❤❤❤❤
52 बार हरा कर जीवन दान देने वाले क्षत्रिय यदुवंशी वीर अहीर #आल्हा जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन। #जय_यादव_जय_माधव
#VeerAhirAlha
#VeerAhirAlha
जय श्री कृष्ण 🚩❣️🙏
विश्वास मुझे निज वाणी का है राजपूत कुल प्राणी का । वह झुक सकता है वीर नहीं, यदि दूध पिया क्षत्राणी का ॥❤
महोबा ( विशेस कर् योधा आला, उदल, मलिखान्), कन्नौज व् दिल्ली के शासको में एकता होती तो एक् भी विदेशी भारत पर आक्रमण कर लूट नहीं पाता तथा विश्व विजयी होता। आशुतोष जी को इस नेक कार्य के लिए बधाई के पात्र है
Ye sahi baat kahi aapne ❤️ mai sahmat hu
Bat sahi h but
वीर अहीर आल्हा उदल के इतिहास को अब दबाया जा रहा है। मै धन्यवाद करूँगा आशुतोष जी को भारतीय इतिहास को बचाने के लिए आगे आये।
वीर अहीर आल्हा उद्दल अमर रहे।
Hm bhai woo veer hai jo 52 baar haraye the prithivraj ko...
Kya bat hai, alhaa ko mai bachpan se samajhna chahta tha,lekin kbhi samjha nhi,aaj apki kripa se alha-udal ke बारे में जानकर मैं बहुत उत्साहित हूं धन्यवाद
मन रोमांचित हो उठा. आल्हा उदल परमार राज कनौज राज और महाराज पृथ्वीराज चौहान ये सब एक साथ होते तो अधर्मी देश मे नही घुसते...शौर्य पराक्रम से भरा पङा है हमारे देश का ईतिहास
ईतने महान धरती पुत्र जन्मे और कुछ नपुंसक हमें हिन्दु खतरे में हो कर अपनी राजनीतिक चमकाने में लगे डराने मे लगे हैं । जय वीर बजरंगबली.।
Jaichand harami tha
@@commonmanindian4339Andhbhakti bas
आपकी दमदार आवाज ने इस वीरगाथा को जीवंत कर दिया।
You are great sir
आप बहुत ही सशक्त कार्य कर रहे हो राणा जी कर दो कौम की धमनियों में रक्त प्रवाह अहसान होगा आपका और आप धन्य होंगे
Ashutosh sir ji इस गाथा पर मूवी बनाओ। सारे संसार को क्षत्रिय वीरों के बारे में पता होना चाहिए।
Hm bilkul bnna chaiye
Haa yadav kshatriyo ke baare pataa lagnaa chahiye
bilkul banana chahiye
@@baahuakashyadav7686 opp mbm
बिलकुल मै भी इस बात से सहमत हूं
कन्नौज के राजा जयचंद, दिल्ली के राजा पृथ्वीराज, और महोबा के वीर मलखान ,आल्हा ,उदल, जैसे वीर होते तो दुनिया की कोई शक्ति भारत की तरफ नजर तक नही उठा सकता था।
अब तो एकता की बात करिए अपना अपना करते हम सब बहुत कुछ गवा बैठे
जय चंद तो गद्दार h bhai mdechod कहीं kaaa
😂@@rekhashukla6769 ❤❤
पृथ्वीराज लड़ते कम थे वो पूरे सेनापति के दम पर थे।।
Aaj bhi ni uthaega agar Andhbhakti na karo
Aur modi jese chuityo ko utaro nikalo desh se
आशुतोष जी आपको सादर प्रणाम करता हूं,जो अपने आल्हा और ऊदल की शौर्य गाथा को इतने प्रभावित तरीके से पेश किया,मैं इसे सुनकर धन्य हुआ,आपको कोटि कोटि प्रणाम करता हूं।
Pirathviraj को 52 हराने वाले और जीवन दान देने वाले वीर अहीर राजा ahlla udel थे namo namo namo namo h Veer आल्हा जी का 🙏🙏🙏💪💪💪💪
आल्हा ऊदल पिछड़े समाज से थे इसलिए उनको इतिहास में वो जगह नहीं दी मनुवादी इतिहासकारों ने जो मिलनी चाहिए।
और एक बात ये भी है कि इतिहास में आल्हा उदल की वीरता को दिखाते तो उनके पृथ्वी राज की वीरता कहां रह जाती,वो यश कहां मिल पाता क्योंकि आल्हा उदल ने उसे 52 बार हराया था।
Ajhil
@@long-lasting भिछु
@@rchandra8554 bilkul sahi 👍👌bhai..Yahi satya h
Bhai logon alha udal बनाफर राजपूत थे 😂
और उस समय क्षत्रिय सिर्फ आधुनिक युग के राजपूत थे
इस लिए अपने घोड़े दौड़ाना बंद करो 😂
Aashutosh sir aapki aawaj ne is kahani me char Chand hi lga diya..🙏🙏❤❤🚩🚩🚩🚩🚩🚩
आल्हा ऊदल जैसे वीरों को कोटि कोटि नमन
इस इतिहास को उजागर करने के धन्यवाद
यदुकुल शिरोमणि के महान योद्धा आल्हा ऊदल को कोटि कोटि नमन 🚩🙏🏻🙏🏻💪💪💪
ओ भाई 😂😂 बस कर
Chandel thakur thy Bhai 😂 आल्हा ऊदल
@@shivamchandel9202 tara pund tha 🤣 chandel to yadav bhi rhete hai pr alha udal banafar raay the or banaraf gotra bhi yadav or rajput dono me hote hai pr kahi bhi unko rajput nhi likha or yaduvanshi likha dikh jayega 😂
चन्देल ब बनाफर क्षत्रिय ठाकुर होते हैं अहीर या यादव नही भाई।लेकिन जातिबाद के चक्कर में क्यों फंस रहे हो। क्या आल्हा ब ऊदल का हिन्दू होना काफी नही है?
bhai aao mp or pta kro ki chandel or anafar ahir /yadav hi hote hai me chandel yadav hu or rahi baat thakur ki to bhai mere agar tum mp se ho ya tumara koi mp me ho usse puchna thakur kise bolte the
बहुत अच्छा वीरगाथा है आपकी जुबान से तोहर गाथा ही है आज सुनने में मजा आ जाता है आपकी कृपा हो तो हमारे बिहार के भी कुछ वीरगाथा आएगा आपके जुबान से यूट्यूब पर रहे तो अच्छा होगा बिहार के लिए और हमारे लिए भी🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Namaskar 🙏 sir Alha avtaran ki kahani mere swargeey sasur ji ki jubani hmne bhi suni h , purani yaden taja ho gai apka Dhanywad🙏
बहुत शानदार तरीके से आल्हा ऊदल और परमाल वंश जुड़ी वीरगाथा की प्रस्तुति राणा जी ने की है ।। हार्दिक बधाई ।।
Aashutosh ji Aalha Udal par ek फिल्म बनाईये
बहुत सुन्दर प्रस्तुति आपको बहुत बहुत धन्यवाद 🙏💕
बर्बरी ने तो पूरा महाभारत का युद्ध पेड बनकर देखा था । वह उस युद्ध काल तक ही जीवित थे क्या ?👆 और दूसरा आल्हा-उदल पांच पाडव के अवतार थे ?✌️ ?
बर्बरीक महाभारत के युद्ध के बाद श्री कृष्ण के अंतस में ज्योति रूप में समा गए
जय हो अमर अजर आल्हा ऊदल की।
और यही बर्बरीक.... राजस्थान में खाटू नरेश श्याम के नाम से प्रसिद्ध है l.. "हारे का सहारा बाबा खाटू श्याम हमारा '
Vo mahabharat kalin yudhh k samay k h
Mahan yaduvanshi Alha Aur Udal yaduvanshi veero ko mere tarf se pranam
एक क्षत्रिय राजस्थान की भूमि से आप को प्रणाम करता हैं
एक क्षत्रिय हि ऐसे महान् क्षत्रियों के बारे में बता सकते हैं, जय क्षत्रिय आल्ला -ऊदल।
जय क्षत्रिय सम्राट पृथ्वीराज चौहान।
जय जयचंद।
जय महाराणा प्रताप।
जय मां पद्मिनी।
जय संघ शक्ति।
पृथ्वीराज to ek महान वीर योद्धा है..❤️ उनके लिए बचपन se आदर का भाव रखता हू 🙏🌹🌹♥️fir ye योद्धा apne kiu lade?
भाई वो योध्दा क्या जो युद्ध न लड़े ⚔️ क्षत्रिय धर्म यही है, क्षत्रिय कर्म यही है
🙏🚩🚩
Bo Prathvi raaj singh tomer the na ki prathvi raaj chouhan
यदुकुल शिरोमणि को नमन: आशुतोष जी को धन्यवाद
Veer yaduvanshi alha ki Jay ho🚩
Aisa maine aj tak nhi suna tha... Shaandaar 👌👌👌👌👌
मैं आशुतोष राणा जी को सादर नमस्कार करता हूं। वीर आल्हा ऊदल पर एक मूवीज बनाए।
इसे सारा संसार देखे की ये वीर का कोई वंश अभी है या नहीं।
मैं राजकुमार यादव पुनः आपको सादर प्रणाम करता हूं।
आशुतोष राणा जी आपको सादर प्रणाम आपकी ओजस्वी वाणी से एक निर्बल और निर्जीव व्यक्ति में भी रक्त का संचार होने लगेगा मैं ऐसा लगता है निर्जीव अर्थात जिसको अपना तन मन का होश ना हो मृतक की बात मैं नहीं कर रहा हूं मैंने आल्हा में सुना है कि आल्हा युधिष्ठिर के अवतार थे ना कि बरबरी के और आप यह बताइए कि महाभारत काल में स्वयं श्री कृष्ण और कर्ण भीम दुर्योधन इतने प्रचंड महा योद्धा थे फिर क्या यह कलयुग की जो राजा महाराजा थे वह उन द्वापर युग के प्रचंड योद्धाओं से भी ज्यादा वीर थे जिन से लड़ने का सौभाग्य आल्हा को दिया
छत्रिय कोई जाति नही लड़ने वाला हर योद्धा छत्रिय था राजपूतों की आबादी 2% भी नही थी न तब न अब हर इलाको में अलग अलग जाति के योद्धा हुवे सेनापति आल्हा व ऊदल यदुवंशी योद्धा थे जो आज भी अमर है।।
Ashutosh Rana ji bahut achha apne Bundelkhand ka itihas Alha Udal ki Shaurya virta ka vyakhyan kiya...
Love u all and dill baag baat ho gaya h sun ke rongate khade ho gaye h sayad aisa hota kahani kabhi khatam na ho bas sunte h aalah Udal mahan yodha ko mera naman
बहुत सुन्दर प्रस्तुति आपको बहुत बहुत धन्यावाद 💐🙏🙏🙏
क्या बात है शब्द कम है ऐसे वीरों को नमन
सही मे हमारा इतिहास बहुत ही गौरवशाली है जय हो राजपुताना संस्कृति की 🙏🏿
Tumhe pata nahi hai allaha udal bir ahir tha parman chahiye
To sir चंदेल Rajput hai kya
जय यदुवंशी
आला रुदल को शत शत नमन
Jaise prithiviraj Chauhan aur tana ji pr movie banai gyi waise hi hum sab chahte hai ki aalha aur udal ji ke uper bhi biography banani chahiye 🙏🙏🙏
अल्लाह उदल वीर लड़ाईया इनसे हार गई तलवारे।
Jay Yaduvansh 🚩🚩
Jai Shri Krishna Jai yadav Jai ahir आल्हा ऊदल को मेरा प्रणाम
Dear sir Ashutosh Rana ji main aapka bahut bada fan hun aapane Jo Bundelkhand ka naam itna unche pahunchaya hai uske liye Bundelkhand aapka aabhari rahega Jay Bundelkhand 🙏🙏🙏
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किताबों पर धूल जम जाने से,
इतिहास कभी खत्म नहीं हुआ करते । 🔥🚩 छत्रिय
मुझे ताज्जुब है की अब तक कोई मूवी या सीरियल नही बना इनको लेकर
अगर सच में भगवान बर्बरीक ने खाटू श्याम महाराज ने आल्हा योद्धा के रूप में जन्म लिया है और अपने ही धर्म के लोगों से एक ही भगवान को पूजने और वंदना करने वाले लोगों से महाराज पृथ्वीराज चौहान और भी हिंदू राजाओं से युद्ध किया है तो मैं बहुत ही दुखद और अन्याय मानता हूं भगवान बर्बरीक और उनके हुए अवतार महान वीर आल्हा अगर जन्म लेना था और युद्ध ही करना था तो आपको मुगलों के विरुद्ध युद्ध करना था उस मुगल के विरुद्ध जिसने भगवान श्री राम का मंदिर तोड़ा था उस मुगल के विरुद्ध जिसने भगवान श्री कृष्ण का मंदिर तोड़ा था उस मुगल के विरुद्ध जिसने काशी विश्वनाथ मंदिर तोड़ा था उन मुगलों के विरुद्ध जिसने सनातन को तार-तार करा था उन मुगलों के विरुद्ध 41000 मंदिर तोड़े थे उन मुगलों के विरुद्ध जो एक लाख ब्राह्मणों जब तक ना मार दें जब तक खाना नहीं खाता था उन मुगलों के विरुद्ध। जिसने पूरी ताकत लगा दी थी सनातन को बदलने में उन मुगलों के विरुद्ध महाराणा प्रताप से धोखे से लड़ाई लड़ते थे उन मुगलों के विरुद्ध जिन्होंने हिंदू महिलाओं के साथ घन घोर अपराध और पाप किया उन मुगलों के विरुद्ध जिन्होंने सनातनी स्त्रियां वह दुराचार अत्याचार और अन्याय घोर घोर पाप किए इतना सनातनी स्त्रियों के साथ पाप किया पूरी दुनिया में कहीं नहीं हुआ उन मुगलों के विरुद्ध जिन्होंने पृथ्वीराज चौहान जी के परिवार के साथ बहुत बुरी हालत करी थी और उन अंग्रेजों के विरुद्धअगर बर्बरीक भगवान जी का जन्म आल्हा के रूप में हुए हैं तो मुझे बहुत दुख है अपने ही सनातनी लोगों से लड़े थे
तुम्हे 41 हजार मंदिर याद है पर 84 हजार बौद्ध बिहार जिस पर मंदिर बना है जिसे pusyemitra शुंग ने tora tha
Unke saamne mugal nhi the
बेला पृथ्वीराज की बेटी थी आल्हा खण्ड के अनुसार
उस समय दुल्हन को बिदा कराके
दुल्हन के ससुराल लाया जाता था
और उसे सम्मान सहित दुसरे दिन
दुल्हन के मायके वालों ले के जाते हैं
बाद में गौणा होता था
यह प्रथा आज भी प्रचलित है
Aashutosh ji you have a complete knowledge of Aalah Khand.Banafer brothers were great brave and proud of India.
बहुत सुंदर बहुत सुंदर शानदार
Ashutosh ji ki vaani shat shat naman 🌹🌺🌻🌹🌺🌻🌹🌺🌻🙏🙏🙏🙏🙏🙏
आवाज बैठ जाए पर लहजा बरकरार रखिए!!
बेशक वक्त बदल जाए पर दबदबा बरकरार रखिए !!🔥🔥✌️ Rajput Emperor
हर युग मे एक मामा हुआ.. जो विनाश का कारण बना
😂😂😂😂
😂😂😂😂
जय हो आल्हा ऊदल अहीर आप पर यदुवंश को गर्व है
@Rana sir ki Aawaj ne or jyada josh bhr diya h great sir m huge fan of your kavypath
maa sharda ke bhakt aalha uddal ke charno me naman hai mera hamare yaha mp betul me savan ke mousam me aalha pada jata hai kahate hai aaj bhi jis din alha pada vaise hi barish suru ho jati hai sunte hai to rom khade ho jate hai vir rash se bhare chand hai film banane layak itihash hai aalha uddal ji ka maa sharda ke yaha kahte hai aaj bhi subah taje ful chade rahte hai aur ye amar veer hi puja karte hai
Jay💪💪💪💪💪💪 Rajputana hamara bundelkhand ⚔️⚔️⚔️⚔️⚔️⚔️⚔️⚔️⚔️⚔️
Wah..... Ashutosh sir... Bharat ka itihas adbhud h jay ma bharti
Ashutosh ji Aap ko bahut bahut dhanyvad. Ramayan, Mahabharat ke bad kisi ne nahi socha Alha Udal pr serial banaye. Aap se anurodh hai aap iss pr vichar kare banane ke liye. meri bahut ichha aisi kahani ke liye. 200% hit hoga. lekin jaisi gatha hai waise hi hona chahiye. Ashutosh ji Dhanyvad.
आशुतोष जी आप आल्हा ऊदल पर सीरियल बनाओ
Ye kahani me bahut si chiz galat boli hai sirial me galat dikhYenge
Pranam Sir,bachpan me ye kahani Maine apane maa se suna tha yade taza kar di
जहाँ जहाँ पाज पड़ी बेदुल की ता तक राज कीन्ह परमाल
जय महाराज आल्हा ऊदल की
Next part banao
Bahut sundar aaur man mohak kahani
Aap ne sunai dil thanks ❤❤❤
Bharat mata ke mahaveero ko koti koti naman 🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
आशुतोष जी बहुत सुंदर कार्य किया
Rana ji aapko sat sat namen......sandar prashtuti
अद्भुत प्रस्तुति
52 yudh ke TV serial ban sakte hen.jo bahut popular honge.
मैं क्षमा चाहता हूं आशुतोष राणा साहब आपसे और सभी लोगों से इसमें कुछ वर्णन बाद में जोड़े गए हैं मुझे अशांति सी है थोड़ा संदेह हैजैसे कि जब आल्हा उदल अपने चाचा और पिताजी का सर लेने के लिए जा रहे थे जो कि पेड़ पर लटका हुआ था उस समय महा योद्धा आल्हा उदल। अपनी माता से कहते हैं क्या उम्र थी लव कुश की जो राम को टक्कर दे रहे थे पहली बात तो यह है भगवान श्रीराम ने कभी माता सीता को वनवास दिया ही नहीं कभी त्याग करा ही नहीं यह सब ढकोसला बाद में जोड़े गए हैं भगवान श्री राम जी को उनके भक्ति पर उनके विचारों पर उनके आदर्शों को कुचलने के लिए कोई षड्यंत्र रचा गया था भगवान सीताराम जी ने तो कई हजार वर्षों तक जिए और हजारों यज्ञ किए ऐसे में सवाल ही नहीं उठता कि भगवान श्रीराम ने माता सीता जी को को बनवास भेजा हो इसका निर्णय मैं नहीं कर रहा हूं बल्कि हजारों साल पहले भगवान श्री वाल्मीकि जी कर गए हैं इसकी जगह महान योद्धा आल्हा उदल जी नेऔर कुछ कहा होगा दूसरी बात। दूसरी बात अगर महोबा के राजा परमाल Ji आल्हा उदल को यह कह रहे हैं एक गाय का मांस खाना पड़ेगा गाय का खून पीना पड़ेगा इससे भी मुझे।संदेह हमारे सनातन धर्म में तो गाय को माता कहा जाता है गाय हमारे लिए पूजनीय वंदनीय है ऐसे में कोई सनातनी हिंदू कौन गाय को काटने का घोर अपराध पाप कैसे कर सकता है कैसे सोच सकता है ऐसा बोलने पर भी राजा हो चाहे प्रजा हो ऐसे शब्द बोलने पर भी सनातनी लोग पापी बन जाते हैं महोबा के राजा परमाल Ji ने और कुछ कहा होगा
Alha Udhal name ki ek film bani thi jisme Indal haran ko dikhaya gaya tha .1974 me dekhi thi
Jai jai rajputana 🚩atit bhi vartman bhi bhavisy bhi 🚩🚩🚩🚩🚩
🙏
Vir ahir🙏🙏🙏🙏
राजपूत कहा सेनापति थे आल्हा यदुवंशी वीर थे।।
हर कही मामा सकुनी जैसे लोग कान भरने मे लगे रहते है !
आल्हा उदल को शत-शत नमन
आशुतोष जी आपने जो आल्हा खण्ड सुनाया है इसमें थोड़ी सी गलती हो गई है ,आप जिस पार्थ को पृथ्वीराज चौहान का बेटा कह रहे हैं वो असल में पृथ्वीराज सिंह तोमर का बेटा था ,, ओर जिस बेला की बात कर रहे हैं वो भी पृथ्वीराज सिंह तोमर की नातीन थी ,, आल्हा- ऊदल , ब्रह्म ओर मलखान सिंह का जन्म 1140 में हुआ था और सम्राट पृथ्वीराज चौहान का जन्म 1163 के आस पास हुआ था ,, इसलिए पृथ्वीराज चौहान की नातिन का विवाह ब्रह्म से होने का कोई औचित्य ही नहीं है ,,
Yes
Bilkul sahi
👍
Confusion aaj bhi h logo me is cheej ko lekr .
But jo jeevan dan Aalha ne diya tha wo Prathviraj chauhan hi tha . 😀
1140 me janm hua tha prithviraj chauhan ka
@@vijaykant3831 Prithvi Raj Chauhan ki age Aalha se 23 yrs kam thi 👍👍👍
Ab samjha 😀😀😀 Prithvi Raj Singh Tomar ko jiwandan diya tha na ki Prithvi Raj Chauhan ko 😂😂😂
सुनकर इतना अच्छा लगा तो सोचो देखकर कितना अच्छा लगेगा इसपर एक फिल्म बनानी चाहिए।
Sir, This is just like a Super Hit Movies Original Script, please Make it like Bahubali type movie in 2-3 parts.
राणा जी..
माहिल के बारे में थोड़ा और स्पष्ट करें। जैसे.. कौन था, क्यूँ ऐसा कर रहा था और उसका क्या हुआ?
Mahil mama tha Alha aur Udal ka...par dusht tha...aur unka dushman tha
उरई नरेश माहिल जिस प्रतिहार वंश का उत्तराधिकारी था, वही प्रतिहार पहले महोबा के राजा थे। किंतु चंदेलों ने प्रतिहारों से महोबा के साथ ही उनके साम्राज्य के अधिकांश भाग छीन लिये। कभी चंदेल प्रतिहारों के सामंत थे किंतु अब प्रतिहार चंदेलों की कृपा पर जीवित थे। खुद माहिल को अपनी बहन मल्हना का विवाह चंदेल नरेश परमाल से करना पड़ा और उरई नरेश होते हुए भी उसे चंदेल राजवंश में मंत्री बनना पड़ा। माहिल अपने इस पुश्तैनी अपमान को कभी नहीं भूल पाया और उसने चंदेल सत्ता का विनाश करने हेतु क्रमश: चार युद्धों- कजली की लड़ाई, सिरसा की लड़ाई, नदी बेतवा और बैरागढ़ की प्रस्तावना लिखी। इन युद्धों से चंदेल लक्ष्मी का पराभव हुआ, चंदेलों और चौहानों के कमजोर होने से तुर्क भारत पर अधिकार करने में सफल हुए
जानकारी देने के लिए धन्यवाद सर 🙏
Ye rajput the ya yadav....
@@0077tyagi ये चंदेल वंश के राजा थे क्षत्रिय थे
Bahut khoob sir 🙏🙏🙏
आपका बहुत बहुत हार्दिक धन्यवाद श्रीमान जी ओम शान्ति जी
Bhai. Suryavanshi And Raghuvanshi
Aur yaduvanshi And chandravanshi
Me kya antar hai
Jo aap sir name lagate ho
Aur isi ki ladai bhi chal raha hai
Jai aheeran sarkaar,jai maa sharda,jai alha udal.
आपने कहानी बहुत ही अच्छे से सुनाई पर , बर्बरीक का आल्हा दूसरा अवतार , ए कुछ ज्यादाही हो गया.मै इसे कभी भी मान नही सकता.बर्बरीक अपने जगह और आल्हा अपने जगह ही ठीक है.
😂😂😂😂😂 sab kahani h bhai 🤭
Jay allhaveer yadav
Very nice 💯 Ahir
bhaut sunder Gatha hai meri mitti ki dharohar
धर्मराज आल्हा तो धर्मराज युधिस्ठिर का अवतार थे
रखो हाथ ढाल तलवार मुठ मजबूती, मुठ मजबूती ए धरदे रे चामुंडा, राजपूतों में मजबूती, ए धरदे रे जगदम्बा, राजपूतों में मजबूती ॥
* जय माँ भवानी *
घोड़ा विचला था ऊदल का जिसमे बहें हजारों ज्वान आधी जमना मैं पानी बहे आधी मैं बहे रक्त की धार❤❤
वीर क्षत्रिय आल्हा ऊदल की जय
बहुत सुंदर प्रस्तुति
Veer Yaduvanshi Alha udal ki jai ho
Bahot hi sunder katha sunayi aap ne ashtosh ji bahot bahot dhanyawad
Mujhe pata hai aap ko m.p or uttar pradesh se badha hi lagao raha hai or aap ne to kaee bar Madhya Pradesh ka bhraman bhi kiya hai kabhi banda ke bare me bhi katha sunaye yaha bhi ek se ek bundeli beer the yaha ke nawab ko khana hi ki rani ne khat likha or rakhi bhi bheji thi
Ab ham keval sanatani banege tabhi bachenge 🚩purani galti ko dohrane ka samy nhi h 🚩
Veer putr aala udal har har mahadev
इस महाकाव्य को सुंदर तरीके से प्रस्तुत करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद 🙏
Udal का best रोल प्रभाष
Aastos rana ji ko koti koti naman,jai veer bhomi mahoba jai Bundelkhand