** सत् साहेब और डण्डवत प्रणाम गुरूदेवजी रामपालजी महाराजजी को पहुचे, जयहो बन्दी छोड़ की । गुरूदेवजी ::-- ऐसो दाता सत्य कबीर। सूखी नदी बहावे नीर । भूखे के खिलावे खीर , नंगे को पहनावे चीर ।। धर्मराय कीन्हा भोग विलासा । माया को रही तब आसा ।। तीन पुत्र अष्टगीं जाये । ब्रह्मा विष्णु शिव नाम धराये ।। मॉ अष्टगीं पिता निरंजन । वे जम दारूण वंसन अंजन ।। तीन लोक अपने सुत दीन्हा । सुन्न निरंजन बासा लीन्हा ।। अलख निरंजन सुन्न ठिकाना । ब्रह्मा विष्णु शिव भेद न जाना ।। तीन देव सो उनको ध्यावैं । निरंजन का वे पार न पावैं ।।
Satguru Rampal Ji Maharaj ki Jai ho 🙏🙏
सतभक्ति करने से मानव जीवन सफल हो जाता है। परिवार में किसी प्रकार की बुराई नहीं रहती। परमात्मा की कृपा सदा बनी रहती है।
साहेब से सब होत हे, बन्दे से कछु नहीं
राही से पर्वत करे, पर्वत से फिर राही
Bandi chhod sant Ram pal ji maharaj ki jai ho
Sant Rampal Ji Bhagwan hai sat Sahib ji
Beautiful spiritual experience
Sat Saheb 🙏🏼🙏🏼🙏🏼
Incredible spiritual experience
He guru ji mujh nich par bhi dya karna Malik please 🙏🙏😭😭🙏🙏
Real story
** सत् साहेब और डण्डवत प्रणाम गुरूदेवजी रामपालजी महाराजजी को पहुचे, जयहो बन्दी छोड़ की । गुरूदेवजी ::-- ऐसो दाता सत्य कबीर। सूखी नदी बहावे नीर । भूखे के खिलावे खीर , नंगे को पहनावे चीर ।। धर्मराय कीन्हा भोग विलासा । माया को रही तब आसा ।। तीन पुत्र अष्टगीं जाये । ब्रह्मा विष्णु शिव नाम धराये ।। मॉ अष्टगीं पिता निरंजन । वे जम दारूण वंसन अंजन ।। तीन लोक अपने सुत दीन्हा । सुन्न निरंजन बासा लीन्हा ।। अलख निरंजन सुन्न ठिकाना । ब्रह्मा विष्णु शिव भेद न जाना ।। तीन देव सो उनको ध्यावैं । निरंजन का वे पार न पावैं ।।
He guru ji mujh nich par bhi dya karna Malik please 🙏🙏😭😭🙏🙏