मुझे ईँ लोगों से मिलने,देखने एवम कुछ दिन साथ बिताने का बेहद शौक है।जल्दी से POK जो कि भारत का अभिन्न अंग है दुबारा हमारे साथ मिल जाय तो शीघ्र यह पुण्य कार्य सम्पन्न हो सकेगा।
Namo budhay Jai bhim jai shivaji maharaj Jai savindhan Jai sant Ravidas Jai tukaram maharaj coti vandan thank you hunza people's Lord budha bless you and keep happy and healthy safe you congratulation to you
@@chasme____baddur महाशय ,आप बुद्ध धर्म की 18 शाखाओं में से केवल दो तीन शाखाओं के वारे में जानकारी लीजिए तब आँख खुलेगी। बौध धर्म के महायान,वज्रयान और नाथ सम्प्रदाय की ही सारी मूर्तियाँ हैं भारत में जिसे आप हिन्दू मूर्ति मान रहे हैं। चाहे केदार नाथ,वैद्यनाथ,बद्रीनाथ या तिरूपति बाला जी जो भी पुरानी मूर्तियाँ हैं वो बुद्ध की हैं। सभी को कपडे से ढंक कर,माथे को ढंक कर,कहीं कहीं तो चुनरी और नथिया पहनाकर देवी भी बनाये हैं जैसे भभुआ में मुंडेश्वरी देवी । न हीन्दू धर्म था न है। यदि होता तो वेद, रामायण,गीता,महाभारत,सारे पुरान,स्मृति,कहीं न कहीं हिन्दू शब्द होता या कोई देवी, देवता,या कोई राजा ही अपने को हिन्दू कहता । वास्तव में ये सभी शिव,विष्णु,या देवियाँ औलोकितेश्वर बुद्ध हैं । आप खुद सर्च करिए youtube या google पर भी औलोतिकेश्वर बुद्ध लिखिए पता चल जाएगा । बाल्मीकि रामायण के बड़ा साइज गीता प्रेस page no 528 में देखिए गौतम बुद्ध को राम के द्वारा गाली दिलवाया गया है। सारे पुराणों में बुद्ध की चर्चा है अर्थात सारे ग्रंथ मुगल और अंग्रेज के समय मे लिखे गये । बुरा मत मानिए मैं सभी ग्रंथों को दस साल में पढ चुका हूँ आप भी मेरी बात पर विचार करिए और पहले मेरी बात को verify करिए चेक करिए। धन्यवाद
तुम लोगों का ज्ञान सिर्फ झाड़ू मारने का है उतनी ही बात करो बेटा जितनी हजम हो जाए हमें बुद्ध से कोई आपत्ति नहीं है प्रशांत संस्कृति पर उंगली मत उठाया करो बार बार सब कुछ तेरे बुद्ध का है और बुद्धि दे तो हम कहां सेनिकले चोदूं नंदन तेरा बुद्ध बहुत पीछे आया है
@@chasme____baddur हड़प्पा में जो मिली उस पर नटराज लिखा है क्या? अपना तो कुछ है नहीं तो दूसरे को अपना बताते हो। वहाँ की लिखावट अब तक कोई पढा नहीं और तुम्हारा हो गया ।
😭😱प्रामाणिक ऐतिहासिक रिकॉर्ड दर्शाते हैं कि जब भी कोई राष्ट्र या समाज यौन रूप से अनैतिक हो जाता है और अपने शारीरिक सुखों को बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के कृत्यों में संलग्न हो जाता है, तो सभी प्रकार के नैतिक पंथों को त्यागने के अपने उत्साह के कारण, उन्होंने अनिवार्य रूप से किसी भी प्रकार के नैतिक पंथ में भगवान के धर्म और विश्वास को छोड़ दिया है। शुद्ध प्रेम और शुद्धता. धर्म त्यागने के एक दशक के भीतर, उन देशों ने खुद को नश्वर पीड़ा और खतरों में पाया। पहले और दूसरे विश्व युद्ध की भयावहता अभी भी हममें से कई लोगों के दिमाग में ताज़ा है, और इसमें कोई संदेह नहीं है कि 1900 के दशक में यूरोप और उत्तरी अमेरिका में मौत और विनाश की भयावहता उनके आवारा यौन क्रांतिकारी तरीकों के कारण थी, और भी अधिक द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारत के लोगों पर अप्रत्यक्ष पीड़ा पड़ी। हालाँकि भारत सीधे तौर पर युद्ध में शामिल नहीं था, लेकिन उनके लोगों को भुखमरी से अनकहा आतंक और दर्द का सामना करना पड़ा क्योंकि पूरे क्षेत्र को सदी के सबसे खराब अकाल का सामना करना पड़ा। भारत में स्थानीय इतिहासकारों ने बताया कि प्रथम विश्व युद्ध के अंत से, लाखों भारतीय जो हाल ही में मुट्ठी भर विलासिता की वस्तुओं के आदी हो गए थे, जो आधुनिक तकनीक ने उन्हें प्रदान की थी, वे खुश हो गए और कई लोग अपने यौन जीवन में अत्यधिक लिप्त हो गए, और हालांकि अधिकांश विवाहित जोड़े के बीच यौन मुठभेड़ हुई, आनंद की अधिकता और मानव मांस के आनंद और शोषण के कारण वे अपनी आत्मा खो बैठे और लापरवाह हो गए। जल्द ही, उन्हें भीषण अकाल और सूखे का सामना करना पड़ा जिसके कारण लाखों लोगों की मृत्यु हो गई। इसे बाद में 1943 के बंगाल अकाल के रूप में जाना गया और ब्रिटिश भारत के बंगाल प्रांत में इस मानवजनित अकाल में कम से कम 50 लाख लोग प्रत्यक्ष रूप से या अप्रत्यक्ष रूप से कुपोषण और जोखिम से भुखमरी से मर गए। भारत के बुजुर्गों और गुरुओं ने इस बात पर शोक व्यक्त किया था कि वहां के लोग बहुत अधिक कामुक थे और इसके कारण उन्हें इतनी तीव्र पीड़ा झेलनी पड़ी। इतिहास में कहीं भी ऐसा एक भी स्थान या क्षेत्र नहीं मिलेगा जहां लोगों ने एक-दूसरे के साथ यौन आनंद लेने के लिए रचनात्मक तरीके ईजाद करके यौन संबंधों में अत्यधिक लिप्त होने के बाद बहुत अधिक पीड़ा न झेली हो। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, भारतीयों को जो कठिनाई हुई, वह उनकी यौन संकीर्णता के कारण थी, ठीक उसी तरह, उसी समय के दौरान रूस में जो भयानक युद्ध हुआ, वह उनकी यौन भोग-विलास की अधिकता के कारण था। आर्थिक इतिहासकारों ने बंगाल के अकाल के पीछे के वास्तविक कारण की जांच करने की कोशिश की है, लेकिन वे शायद ही किसी एक विशेष कारण पर सहमत हो पाए हैं। हालाँकि, वे इस बात पर ज़ोर देते हैं कि इस दावे की पुष्टि नहीं की जा सकती कि उपनिवेशवाद के कारण अकाल पड़े, क्योंकि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि पहले अकाल कम पड़ते थे या कम घातक होते थे। लेकिन जैसे-जैसे कई भारतीय क्षेत्रों में यौन गतिविधियाँ बढ़ीं, जनसंख्या बढ़ी और आपदा ने उन पर बेरहमी से हमला किया, और भले ही उन्होंने विश्व युद्ध में शामिल नहीं होने का फैसला किया था, फिर भी उन्हें उन तीन मिलियन लोगों के समान भाग्य का सामना करना पड़ा जो लगभग भूख से मर गए थे। लेनिनग्राद की घेराबंदी. कुछ दावों के विपरीत, अंग्रेजों ने अकाल की शुरुआत नहीं की। भूगोल ने ऐसा किया और ऐसा उस क्षेत्र में रहने वाले लोगों के अत्यधिक यौन भोग के कारण हुआ। कुछ लोग यह तर्क दे सकते हैं कि लोगों के बीच यौन मुठभेड़ हजारों वर्षों से होती आ रही है, और जब पिछली पीढ़ियों को अपेक्षाकृत आसानी से छोड़ दिया गया तो इस पीढ़ी को अप्रत्याशित उथल-पुथल और आतंक से क्यों पीड़ित होना चाहिए? तथ्य हम सभी के लिए काफी स्पष्ट रूप से बोलते हैं, जैसा कि हम देख सकते हैं कि पिछली शताब्दियों के दौरान, यहां तक कि छठी शताब्दी की शुरुआत में, जब जस्टिनियन प्लेग हुआ था और दुनिया को क्रूर ज्वालामुखी सर्दियों का सामना करना पड़ा था, पिछली शताब्दी तक। जिसने दो सबसे घातक विश्व युद्ध देखे, हमारे पूर्वजों को पीड़ा का सामना करना पड़ा, जो लगभग हमेशा यौन गतिविधियों में वृद्धि से पहले होता था। हालाँकि, इस युग में लोगों को निश्चित रूप से अकल्पनीय परिमाण की बहुत बड़ी आपदा का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि मानव इतिहास में पहले कभी भी लोग इतने अधिक यौन रूप से विकृत और कामुक रूप से रचनात्मक नहीं हुए थे।
There is no budhism there is no Hinduism only sanaatan exists in that sidharth found as a greater VEDANTI it becomes Budhism In this brahmins failed but MAHAKASYAPA passed also
संपूर्ण अखंड भारत देश हा बौद्ध होता येणाऱ्या काळात संपूर्ण जग हे बौद्धमय दिसेल,कारण जगातील लोक हे बौद्ध धर्माकडे आकर्षित होत आहे.भारत हा जगाचा केंद्रबिंदू असेल बौद्ध धर्माचा नमो बुद्धाय,जय भारत,
Khudko budya bolanewale Bharat ke log mas,madira ka sevan karte hai jo ki baudhya dharm ke principle ko nahi mante to kayke bàudhya hai ve ve ñakli boudhya hai.
Ab to ye Angrejo ki nakal thi ,lekin ab public jaagchuki hai our apni ancient pehchan ko paa chuke hain, sab aadtein dhire dhire hi chhuth ti hain.@@lokeshchoudhary6063
जब बुद्ध के अनुयाई हैं तो बौद्ध कहिए हर हर महादेव क्यों कह रहे हैं हर हर महादेव आप कहिए सबसे मत कह ने के लिए कहिए जानकारी आप अच्छा दिए इसके लिए आप धन्यवाद के पात्र हैं पी ओ के जल्द भारत में आना चाहिए
Buddha v ram Krishan mhadev ka अनुसरण kiy jap tap dhyan tyag se hi Gyan prapat kiya Buddha shakahari karmyogi tappasvi or gyani rhen or chhatriy the Buddha ne apna utradhikari nhi bnaya tum jabarjasti Buddha ko badnam n kro ।।murakha lobhi ढोंगी मांस हारी
@@AnSh-i9fवेद में या किसी भी ग्रंथ में हिन्दू शब्द नही है या किसी देवी देवता ने अपने को हिन्दू या सनातनी कहा । जो भी देखते हो पाकिस्तान अफगानिस्तान म्यांनमार,नेपाल से लेकर ईरान तक अखंड भारत बौध भारत था। पहाडों पर बौध ही रहते थे। आज जो भी बद्री नाथ ,केदार नाथ, जगनूनाथ,बाला जी सभी जगह बुद्ध हैं। बुद्ध को ही कपडे से ढःक दिया है कहीं लंहगा चुन्नी ,कहीं नथिया कहीं श्रृंगार कर दिया है। बौध की शाखा महायान और वज्रयान की मूर्ति हैं। ब्रह्मणों ने कब्जा कर रखा है । बुरा मत मानिए महायान और वज्रयान का अध्ययन करिए। सभी बोधिसत्व और औलोतिकेश्वर हैं जिन्हें शिव,विष्णु कहते हैं और तारा देवी को काली ,दुर्गा,सरस्वती ।
Are murakh Budha dharm adha adhura hai. Iski na koi sankriti hai, na koi kala hai, na koi geet sangeet hai na koi vishisht puja padhati hai. Jo hai sab Hindu dharm se udhaar liya hua hai. Buddh khud bhi hindu hi the. Asal me bodh koi dharm hai hi nahi. Ye hindu dharm ka hi ek variation hai. Isase jyada aur kuchh nahi.
भगवान बुद्ध निश्चित ही शांति का संदेश दिया पर उनके अनुयाई सम्राट अशोक ने युद्ध ना करने का निर्णय लेकर विदेशी आक्रांताओं को भारत को छिन्नभिन्न करने का सीधा आमंत्रण दिया, आज उसी को देश भुगत रहा है, समय रहते म्यांमार ने सबक लिया
प्राचीन भारत में सांस्कृतिक विविधता विद्यमान थी, जो अब खत्म होने लगी। भाजपा सरकार को इस बात को ध्यान रखकर काम करना चाहिए।जो इस काम को करने में सक्षम है।
हुंजा एक ट्राइबल समुदाय हैं।
नमो बुद्धाय,हुंजा बुद्ध थे,इनकी घर वापसी होना चाहिए,।दुनियां का सबसे अच्छा वामानवतावादी सनातन संस्कृति है।विडिओ अच्छा है,जानकारी के लिए साधुवाद।
😂😂😂
@@padmajakhadilkar2709Neo budh alag he propgenda chal raha hai😂😂😂
जानकारी बहुत अच्छी लगी हर हर महादेव
हर हर महादेव,जय हिंद जय भारत.जय वैदिक सनातन धर्म.
हर हर महादेव
ईश्वर से प्रार्थना है कि हुं जा लोगों को भारत में शामिल करें संरक्षण दें और उनकी प्राचीनतम संस्कृति को गौरान्वित करें विकास करें✌
Sanrakashan nahi hai isliye itna lamba jeete hai warna inka khana bhi sarkar khaa legi
bharat me pahale tum apna snsakriti ko jano aor bachao fir inki bat karo udhari ke hindu baneho
❤@@Pratibha1singh769
Kiu bhai inko Hindu Banana hai keya ?😂😂😂😂
th-cam.com/video/9yqRNENoBeU/w-d-xo.html
मुझे ईँ लोगों से मिलने,देखने एवम कुछ दिन साथ बिताने का बेहद शौक है।जल्दी से POK जो कि भारत का अभिन्न अंग है दुबारा हमारे साथ मिल जाय तो शीघ्र यह पुण्य कार्य सम्पन्न हो सकेगा।
इनकी संस्कृति और परम्परये बहुत कुछ हिमाचल और उत्तराखंड से मिलती है
जय माता दी जय माता पार्वती माता भुवनेश्वरी दी ❤❤❤❤❤❤
Har har Mahadev
ऊं
नमः शिवाय
जय भोलेनाथ
जय महाकाल
हर हर महादेव
Namo budhay Jai bhim jai shivaji maharaj Jai savindhan Jai sant Ravidas Jai tukaram maharaj coti vandan thank you hunza people's Lord budha bless you and keep happy and healthy safe you congratulation to you
@@kushbeersinghchauhan3876
पहाड़ो पर बुद्ध विरासत ही मिलते हैं।
हर हर महादेव ऊं नमः शिवाय
गुंजा जाति के लोगों को सबसे उत्तम कोटि का जल प्राप्त होता है ऐसा कहा जाता है बहुत कुछ जल प्राकृतिक वायु का कमाल है जो लोग 150 साल तक जिंदा रहतेहैं
हमलोग अपनी स्वयं की तस्वीर को मानने वाले साकार व नीराकार भी महादेव ही हे 😊
हर हर महादेव❤❤🎉🎉😊
हर हर महादेव
बहुत सुन्दर स्टोरी
भारत के कण कण में बुद्ध हैं। भारत में सब से पहले बुद्ध की ही मूर्ति बनी है ।
अच्छा कहा पढ़ा ये तुमने Mathura कला में जकड़ पहली बार बुद्ध की मूर्ति बनी और नटराज की मूर्ति हड़प्पा सभ्यता से मिली है।
@@chasme____baddur
महाशय ,आप बुद्ध धर्म की 18 शाखाओं में से केवल दो तीन शाखाओं के वारे में जानकारी लीजिए तब आँख खुलेगी। बौध धर्म के महायान,वज्रयान और नाथ सम्प्रदाय की ही सारी मूर्तियाँ हैं भारत में जिसे आप हिन्दू मूर्ति मान रहे हैं। चाहे केदार नाथ,वैद्यनाथ,बद्रीनाथ या तिरूपति बाला जी जो भी पुरानी मूर्तियाँ हैं वो बुद्ध की हैं। सभी को कपडे से ढंक कर,माथे को ढंक कर,कहीं कहीं तो चुनरी और नथिया पहनाकर देवी भी बनाये हैं जैसे भभुआ में मुंडेश्वरी देवी । न हीन्दू धर्म था न है। यदि होता तो वेद, रामायण,गीता,महाभारत,सारे पुरान,स्मृति,कहीं न कहीं हिन्दू शब्द होता या कोई देवी, देवता,या कोई राजा ही अपने को हिन्दू कहता । वास्तव में ये सभी शिव,विष्णु,या देवियाँ औलोकितेश्वर बुद्ध हैं । आप खुद सर्च करिए youtube या google पर भी औलोतिकेश्वर बुद्ध लिखिए पता चल जाएगा । बाल्मीकि रामायण के बड़ा साइज गीता प्रेस page no 528 में देखिए गौतम बुद्ध को राम के द्वारा गाली दिलवाया गया है। सारे पुराणों में बुद्ध की चर्चा है अर्थात सारे ग्रंथ मुगल और अंग्रेज के समय मे लिखे गये । बुरा मत मानिए मैं सभी ग्रंथों को दस साल में पढ चुका हूँ आप भी मेरी बात पर विचार करिए और पहले मेरी बात को verify करिए चेक करिए। धन्यवाद
तुम लोगों का ज्ञान सिर्फ झाड़ू मारने का है उतनी ही बात करो बेटा जितनी हजम हो जाए हमें बुद्ध से कोई आपत्ति नहीं है प्रशांत संस्कृति पर उंगली मत उठाया करो बार बार सब कुछ तेरे बुद्ध का है और बुद्धि दे तो हम कहां सेनिकले चोदूं नंदन तेरा बुद्ध बहुत पीछे आया है
Har.Har.Mahadev
@@chasme____baddur
हड़प्पा में जो मिली उस पर नटराज लिखा है क्या? अपना तो कुछ है नहीं तो दूसरे को अपना बताते हो। वहाँ की लिखावट अब तक कोई पढा नहीं और तुम्हारा हो गया ।
सादर प्रणाम सर जी। वीडियो बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति है ❤ इनको भारत में सामिल कर के इनको सुरक्छित रखना चाहिए। ताकी यह धरोहर को संभाला जाए
जी
Kya bat h sr... Ekbar fir se nice series
नमो बुद्धाय|
बहुत सुन्दर जाती है ।
बुद्ध धम्म ही दुनिया को शांती और क्रांती का संदेश देता हैं
😭😱प्रामाणिक ऐतिहासिक रिकॉर्ड दर्शाते हैं कि जब भी कोई राष्ट्र या समाज यौन रूप से अनैतिक हो जाता है और अपने शारीरिक सुखों को बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के कृत्यों में संलग्न हो जाता है, तो सभी प्रकार के नैतिक पंथों को त्यागने के अपने उत्साह के कारण, उन्होंने अनिवार्य रूप से किसी भी प्रकार के नैतिक पंथ में भगवान के धर्म और विश्वास को छोड़ दिया है। शुद्ध प्रेम और शुद्धता. धर्म त्यागने के एक दशक के भीतर, उन देशों ने खुद को नश्वर पीड़ा और खतरों में पाया। पहले और दूसरे विश्व युद्ध की भयावहता अभी भी हममें से कई लोगों के दिमाग में ताज़ा है, और इसमें कोई संदेह नहीं है कि 1900 के दशक में यूरोप और उत्तरी अमेरिका में मौत और विनाश की भयावहता उनके आवारा यौन क्रांतिकारी तरीकों के कारण थी, और भी अधिक द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारत के लोगों पर अप्रत्यक्ष पीड़ा पड़ी। हालाँकि भारत सीधे तौर पर युद्ध में शामिल नहीं था, लेकिन उनके लोगों को भुखमरी से अनकहा आतंक और दर्द का सामना करना पड़ा क्योंकि पूरे क्षेत्र को सदी के सबसे खराब अकाल का सामना करना पड़ा। भारत में स्थानीय इतिहासकारों ने बताया कि प्रथम विश्व युद्ध के अंत से, लाखों भारतीय जो हाल ही में मुट्ठी भर विलासिता की वस्तुओं के आदी हो गए थे, जो आधुनिक तकनीक ने उन्हें प्रदान की थी, वे खुश हो गए और कई लोग अपने यौन जीवन में अत्यधिक लिप्त हो गए, और हालांकि अधिकांश विवाहित जोड़े के बीच यौन मुठभेड़ हुई, आनंद की अधिकता और मानव मांस के आनंद और शोषण के कारण वे अपनी आत्मा खो बैठे और लापरवाह हो गए। जल्द ही, उन्हें भीषण अकाल और सूखे का सामना करना पड़ा जिसके कारण लाखों लोगों की मृत्यु हो गई। इसे बाद में 1943 के बंगाल अकाल के रूप में जाना गया और ब्रिटिश भारत के बंगाल प्रांत में इस मानवजनित अकाल में कम से कम 50 लाख लोग प्रत्यक्ष रूप से या अप्रत्यक्ष रूप से कुपोषण और जोखिम से भुखमरी से मर गए। भारत के बुजुर्गों और गुरुओं ने इस बात पर शोक व्यक्त किया था कि वहां के लोग बहुत अधिक कामुक थे और इसके कारण उन्हें इतनी तीव्र पीड़ा झेलनी पड़ी। इतिहास में कहीं भी ऐसा एक भी स्थान या क्षेत्र नहीं मिलेगा जहां लोगों ने एक-दूसरे के साथ यौन आनंद लेने के लिए रचनात्मक तरीके ईजाद करके यौन संबंधों में अत्यधिक लिप्त होने के बाद बहुत अधिक पीड़ा न झेली हो। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, भारतीयों को जो कठिनाई हुई, वह उनकी यौन संकीर्णता के कारण थी, ठीक उसी तरह, उसी समय के दौरान रूस में जो भयानक युद्ध हुआ, वह उनकी यौन भोग-विलास की अधिकता के कारण था। आर्थिक इतिहासकारों ने बंगाल के अकाल के पीछे के वास्तविक कारण की जांच करने की कोशिश की है, लेकिन वे शायद ही किसी एक विशेष कारण पर सहमत हो पाए हैं। हालाँकि, वे इस बात पर ज़ोर देते हैं कि इस दावे की पुष्टि नहीं की जा सकती कि उपनिवेशवाद के कारण अकाल पड़े, क्योंकि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि पहले अकाल कम पड़ते थे या कम घातक होते थे। लेकिन जैसे-जैसे कई भारतीय क्षेत्रों में यौन गतिविधियाँ बढ़ीं, जनसंख्या बढ़ी और आपदा ने उन पर बेरहमी से हमला किया, और भले ही उन्होंने विश्व युद्ध में शामिल नहीं होने का फैसला किया था, फिर भी उन्हें उन तीन मिलियन लोगों के समान भाग्य का सामना करना पड़ा जो लगभग भूख से मर गए थे। लेनिनग्राद की घेराबंदी. कुछ दावों के विपरीत, अंग्रेजों ने अकाल की शुरुआत नहीं की। भूगोल ने ऐसा किया और ऐसा उस क्षेत्र में रहने वाले लोगों के अत्यधिक यौन भोग के कारण हुआ। कुछ लोग यह तर्क दे सकते हैं कि लोगों के बीच यौन मुठभेड़ हजारों वर्षों से होती आ रही है, और जब पिछली पीढ़ियों को अपेक्षाकृत आसानी से छोड़ दिया गया तो इस पीढ़ी को अप्रत्याशित उथल-पुथल और आतंक से क्यों पीड़ित होना चाहिए? तथ्य हम सभी के लिए काफी स्पष्ट रूप से बोलते हैं, जैसा कि हम देख सकते हैं कि पिछली शताब्दियों के दौरान, यहां तक कि छठी शताब्दी की शुरुआत में, जब जस्टिनियन प्लेग हुआ था और दुनिया को क्रूर ज्वालामुखी सर्दियों का सामना करना पड़ा था, पिछली शताब्दी तक। जिसने दो सबसे घातक विश्व युद्ध देखे, हमारे पूर्वजों को पीड़ा का सामना करना पड़ा, जो लगभग हमेशा यौन गतिविधियों में वृद्धि से पहले होता था। हालाँकि, इस युग में लोगों को निश्चित रूप से अकल्पनीय परिमाण की बहुत बड़ी आपदा का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि मानव इतिहास में पहले कभी भी लोग इतने अधिक यौन रूप से विकृत और कामुक रूप से रचनात्मक नहीं हुए थे।
Hindu religion spreads ASHANTI? GOUTAM Buddha was Hindu and was not founded by any Humanbeing like --++. rest of the all Religions.
@@sadanandpawar2299 Reality is in front of us...
There is no budhism there is no Hinduism only sanaatan exists in that sidharth found as a greater VEDANTI it becomes Budhism In this brahmins failed but MAHAKASYAPA passed also
@@SrishailTeli वेद= भेद
अच्छी जानकारी के लिए धन्व वाद ।
हिंजा लोक बुध्दिष्ट कल्चर है
What a joke!
Jokes of the decade
भीमटे तू अपनी बुद्धि बेच आया
Bhimte 😊😊😊😂😂
th-cam.com/video/9yqRNENoBeU/w-d-xo.html
Beautiful inside is the Most valuable in the World,May God bless Hunza people 🙏
Saari duniya ko sabhi sanskaritiyo ki hifazat karni chahiye.🎉
बहुत अच्छा स्टोरी है भाई साहब
Kon kon chahata hai ki PoK india me jald hi samil hona chahiye ❤❤❤
Bhai ji har hindustani chayega aap nahi chate ho kiya ❤❤❤❤❤
Very beautiful video
Har² Mahadev.. nice Hunzza Valley..
संपूर्ण अखंड भारत देश हा बौद्ध होता येणाऱ्या काळात संपूर्ण जग हे बौद्धमय दिसेल,कारण जगातील लोक हे बौद्ध धर्माकडे आकर्षित होत आहे.भारत हा जगाचा केंद्रबिंदू असेल बौद्ध धर्माचा नमो बुद्धाय,जय भारत,
Khudko budya bolanewale Bharat ke log mas,madira ka sevan karte hai jo ki baudhya dharm ke principle ko nahi mante to kayke bàudhya hai ve ve ñakli boudhya hai.
Ab to ye Angrejo ki nakal thi ,lekin ab public jaagchuki hai our apni ancient pehchan ko paa chuke hain, sab aadtein dhire dhire hi chhuth ti hain.@@lokeshchoudhary6063
ये भारत का हिस्सा है सेना की सहायता से इसे भारत मे शामिल किया जाए
सनातनी का मतलब ही होता है बौद्ध धर्म बौद्ध धर्म दुनिया का सर्वश्रेष्ठ धर्म है
Very beautiful and very happy family
हरहर महादेव
❤ ସନାତନ ହିନ୍ଦୁ ଧର୍ମର ପରିସୀମା ହର ହର ମହାଦେବ ଜୟ ହିନ୍ଦ୍
हर हर महादेव ..हरहर महादेव ....
नई टेक्नोलॉजी के चलते भारत में वातावरण में परिवर्तन हुआ और आज भोग रहे हैं 🎉।
जब बुद्ध के अनुयाई हैं तो बौद्ध कहिए हर हर महादेव क्यों कह रहे हैं हर हर महादेव आप कहिए सबसे मत कह ने के लिए कहिए जानकारी आप अच्छा दिए इसके लिए आप धन्यवाद के पात्र हैं पी ओ के जल्द भारत में आना चाहिए
China Pakistan nepal korea सब भारत के अभिन्न अंग हैं इन्हें भारत में मिलाना चाहिए और कम्युनिस्ट शासन की स्थापना होनी चाहिए
Buddha v ram Krishan mhadev ka अनुसरण kiy jap tap dhyan tyag se hi Gyan prapat kiya Buddha shakahari karmyogi tappasvi or gyani rhen or chhatriy the Buddha ne apna utradhikari nhi bnaya tum jabarjasti Buddha ko badnam n kro ।।murakha lobhi ढोंगी मांस हारी
@@AnSh-i9fवेद में या किसी भी ग्रंथ में हिन्दू शब्द नही है या किसी देवी देवता ने अपने को हिन्दू या सनातनी कहा । जो भी देखते हो पाकिस्तान अफगानिस्तान म्यांनमार,नेपाल से लेकर ईरान तक अखंड भारत बौध भारत था। पहाडों पर बौध ही रहते थे। आज जो भी बद्री नाथ ,केदार नाथ, जगनूनाथ,बाला जी सभी जगह बुद्ध हैं। बुद्ध को ही कपडे से ढःक दिया है कहीं लंहगा चुन्नी ,कहीं नथिया कहीं श्रृंगार कर दिया है। बौध की शाखा महायान और वज्रयान की मूर्ति हैं। ब्रह्मणों ने कब्जा कर रखा है । बुरा मत मानिए महायान और वज्रयान का अध्ययन करिए। सभी बोधिसत्व और औलोतिकेश्वर हैं जिन्हें शिव,विष्णु कहते हैं और तारा देवी को काली ,दुर्गा,सरस्वती ।
જયભોલેનાથ મહાદેવાય.નમ
आप किसी के अनुयाई बन जाएं लेकिन अगर आप का नाम रामलाल है तो रामलाल ही रहेगा
0:00 सनातन धर्म ही प्राचीन धर्म है वेदो ही सबसे प्राचीन प्रथम है जिन की रचना वेदव्यास जी ने की है
हर हर
महादेव
Har Har mahadev, vv thanks gi.
नमो बुद्धाय जय भीम
बौद्ध धम्म के पहले कोई सनातन धर्म नहीं था.यच धम्मो सनातनो .
बुद्ध का धम्म ही सनातन हैं
यही इस भारत देश का वास्तविक सत्य है.
Sree Hari Narayan ka avtaar hain buddh sahi bolle bhai sanatani dharm hi pehla hain or prachin bhi hain
ईश्वर आपको सद्बुद्धि दे
Bhudh kon the
Jay bhim jay savidhan jay bhart
Are murakh Budha dharm adha adhura hai. Iski na koi sankriti hai, na koi kala hai, na koi geet sangeet hai na koi vishisht puja padhati hai. Jo hai sab Hindu dharm se udhaar liya hua hai. Buddh khud bhi hindu hi the. Asal me bodh koi dharm hai hi nahi. Ye hindu dharm ka hi ek variation hai. Isase jyada aur kuchh nahi.
जय श्री राम सबको और सभी भारतीयो से अनुरोध है कि अपने पुराने धर्म सत्य सनातन धर्म में वापस जाओ और सुख शान्ति पाओ ये अभियान चलाओ
बहुत सुन्दर जाती है । har har mahadev
th-cam.com/video/9yqRNENoBeU/w-d-xo.html
Best wishes to these wonderful people of Honza ghati of India.
Thanks for good information. Lage raho.
Namo budhay...❤❤Hunzza Valley & Community
भगवान बुद्ध निश्चित ही शांति का संदेश दिया पर उनके अनुयाई सम्राट अशोक ने युद्ध ना करने का निर्णय लेकर विदेशी आक्रांताओं को भारत को छिन्नभिन्न करने का सीधा आमंत्रण दिया, आज उसी को देश भुगत रहा है, समय रहते म्यांमार ने सबक लिया
हर हर महादेव, रजनी कान्त जी
Har har mahadev aapki jankari bhut hi pyari sundar dharm premi majbutlagi jay ho aapki
Har har mahadev jay shankar
Bahut achcha har har Mahadev
❤❤❤
I like Very Very Much Your Video From Singer Bhushan Kumar Ambalae Wale Hai Krishna Enko Khush RAKHO 🕉️🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🕉️
हर हर महादेव सबकुछ बुद्ध है
हर हर नील कंठ महादेव शिव शंकर ❤❤❤
अर्हत् महादेव अर्थात महान बुद्धाय नमः
Very nice 👌 👍.
Best information. Har har mahadev
Khub sundor 🌹💐🌹
Good voice
May God bless you
Jankari bahut acchi lagi is jankari ko aur acchi tarah se samajhna chahte Hain❤❤
th-cam.com/video/9yqRNENoBeU/w-d-xo.html
नमो बुद्धय।
Bohut khub bohut khub....
I m from chef Hassan muraad New chennal from Pakistan gilgit baltistani
Thnx
Ekdam satik information Jay bhim sir
हुंजा समुदाय के सुनहरे दिनों का देश को इन्तजार रहेगा!
हरहर महादेव 🎉
ये इतने खुबसूरती है तो जिहादियों ने केसे छोड़ रखा है
Islam zindabaad
They are away from Islam @@stylistworld5406
Pehle hindu hi the Islam kabul kar lia baad mai
Pakistan me khoobsurti ki kami hai kya.
AA Gaye MC @@stylistworld5406
They should join India Saprem Jaibhim Namobudhya
हुँजा उपत्याका के जानकारी बहुत अच्छा है । धन्यवाद ।
पर, ढेर सारे भिजुयल्स नेपाल के है । ऐसा करने से गुणवत्ता मे ह्रास होती है ।
🚩🚩🙏🙏हर हर महादेव 🙏🙏🚩🚩
Very nice... Good
Har har mahadev
हरहर महादेव।
Har, har Mahadev.
SATNAAM SRI WAHEGURU JI. HAR HAR MAHADEV JI.
बौद्ध धम्म को बड़े ही खूबसूरती से वैदिक और सनातनी साबित करने का प्रयास किया गया है, यह कुंठित मानसिकता की पोस्ट है।
तुमको बुद्ध धम्म की झांट का बाल भी नहीं पता।नव बुद्ध हो ( neo buddhisth)।
@@opverma1938 आप बड़े ही विद्वान व्यक्ति हैं,शरीर के अंदर तक की चीजों को देख और समझ सकते हैं।
@@opverma1938 तुमको कितना पता है ये तेरी भाषा से ही पता चलता है। ढोंगी
@@opverma1938
वेद किस सदी की रचना है?
वेद किस लिपि में रचित है?
वेद का ऐतिहासिक प्रमाण क्या है उस समय के कुछ सिक्के,महल,लिखित प्रमाण है क्या?
@@opverma1938
ब्रह्मणवादी यही तो लिखते आया है।
तुम्ही बताओ अल्लाह उपनिषद किसने लिखा?
पुराणों में अकबर को शंकराचार्य के खानदान का ब्लह्मण क्यों कहा?
आय ❤ हिंजा समाज
मला मनापासून आवडतात.
चुकून महाराष्ट्रात जन्माला आलो
😂😢😅
Mashallah❤
Har Har MahaDev
Hi
Wowwwwwww great
Har har mahadev.
Aapke Dwara Di Gayee Jankari gyan Vardhak Hai
Har har Mahadev
प्राचीन भारत में सांस्कृतिक विविधता विद्यमान थी, जो अब खत्म होने लगी। भाजपा सरकार को इस बात को ध्यान रखकर काम करना चाहिए।जो इस काम को करने में सक्षम है।
Hunza..good villiy..
बुद्ध ही शुद्ध हे, हर घर बौध्द बहर
बुद्ध को इस्लाम से गठजोड़ कैसे हैं जबकि इस्लाम की उत्पत्ति 1400सौ से भी कम से हैं बौद्ध दर्शन सनातन संस्कृति से ही है
हर हर महादेव जी
हर हर महादेव 🚩 🚩 🚩
बहोत अच्छे वातावरण मे रहते ओर उनका खान पान पहाडी भाग मे व्यायाम फळ
Har har mahadev ❤
Masallah allah Talha ki sahan jo khuda kaa
हर हर महादेव । जय श्री राम ।
Good education given by God Bhudha
हर हर महादेव ♥️🔔🙏🏻🙏🏻🚩
Nice information
' हर हर महादेव '
Mahilayen sundar jawan AUR PURUSH burhe....
बुद्धम शरणम गच्छामि
I love hunja velli
रोचक जानकारी
Masah Allah
🙏HAR HAR MAHADEV 🙏
Himalaya parvat ka prachin Naam. Hindukush. Tatha yahan basane wale unjha samuday. Sanatan se sambandhit hai
Nice Vlog, watching from Gilgit Baltistan Pakistan
Thnx