Thnx sir topic ko MOM' MAGIC BANANE KE LIYE YOU ARE THE BEST T3ACHER .. ...गौस की प्रमेय के अनुसार "किसी बन्द प्रष्ट से होकर गुजरने बाला विद्युत फ्लक्स उस पर उपस्थित नेट आवेश का 1/& गुना होता है ।इसे गौस का नियम कहते है ।
गाउस का नियम किसी स्थिर विद्युत क्षेत्र में उपस्थित बंद पृष्ठ से गुजरने वाले विद्युत फ्लक्स तथा पृष्ठ के अंदर उपस्थित कुल आवेश में एक संबंध स्थापित करता है इसी सम्बन्ध को गाउस का नियम तथा इस बंद पृष्ठ को गॉउसी पृष्ठ कहते है। गाउस के नियम का उपयोग कर आवेशित वस्तुओ के विद्युत क्षेत्र की गणना आसानी से की जा सकती है। गाउस के नियम का कथन : “किसी विद्युत क्षेत्र में उपस्थित काल्पनिक या स्वेच्छा गृहीत बन्द पृष्ठ से अभिलंबवत बाहर निकलने वाला कुल विद्युत फ्लक्स उस बंद पृष्ठ द्वारा परिबद्ध कुल आवेश का 1/ε0K गुना होता है। गाउसीय नियम का गणितीय निरूपण :  यहाँ ε0 = निर्वात (वायु) की विद्युत शीलता qin = पृष्ठ द्वारा परिबद्ध कुल आवेश k = माध्यम का परावैद्युतांक Φ = कुल फ्लक्स यदि बंद पृष्ठ द्वारा परिबद्ध कुल आवेश शून्य है अर्थात यदि बंद पृष्ठ के भीतर कोई आवेश विधमान न हो या आवेश पृष्ठ के अंदर न होकर पृष्ठ के बाहर स्थित हो तो बंद पृष्ठ से अभिलंबवत निकलने वाला विद्युत फ्लक्स का मान भी शून्य होता है। नोट : जब आवेश विविक्त रूप में विधमान हो तो अध्यारोपण के सिद्धान्त की सहायता से कुल आवेश ज्ञात किया जाता है लेकिन जब आवेश का वितरण संतत है तो पृष्ठ के लिए किसी अल्पांश द्वारा किसी बिंदु पर विद्युत क्षेत्र ज्ञात करके समाकलन विधि द्वारा समस्त आवेश वितरण कारण उस बिन्दु पर विद्युत क्षेत्र का मान ज्ञात किया जाता है। गाउस के नियम के महत्वपूर्ण तथ्य (Important facts about Gauss’s law): 1. विद्युत क्षेत्र में रखे पृष्ठ के कुल विद्युत फ्लक्स का मान ज्ञात करने के लिए पृष्ठ से निर्गत (निकलने वाले ) विद्युत फ्लक्स को धनात्मक चिन्ह के साथ लिखते है तथा पृष्ठ में प्रवेश करने वाले विद्युत फ्लक्स को ऋणात्मक चिन्ह के लिखकर उनका बीजगणितीय योग किया जाता है। 2. गाउसियन पृष्ठ का आकार कुछ भी हो सकता है , गोलीय , बेलनाकार या घनाकार इत्यादि। बशर्ते उस आकृति में आवेश वितरण में सममितता पायी जानी चाहिए। 3. गाउस का नियम गाउसियन पृष्ठ के आकार पर निर्भर नहीं करता है यह बंद पृष्ठ द्वारा परिबद्ध आवेश की मात्रा आवेश की प्रकृति तथा उस माध्यम पर निर्भर करता है जिसमे वह स्थित है। कूलॉम का नियम के केवल स्थिर आवेशों के लिए लागू होता है लेकिन गाउस का नियम आवेश की स्थिरता तथा गतिशीलता पर निर्भर नहीं करता है। 4. गाउस नियम उन्ही सदिश क्षेत्रों के लिए मान्य है जो विद्युत क्षेत्र व्युत्क्रम नियम का पालन करते है। 5. यदि कोई आवेश बन्द पृष्ठ से बाहर स्थित है तो पृष्ठ से निर्गत विद्युत फ्लक्स में इस आवेश का कोई योगदान नहीं होगा। गाउस का नियम या गाउस की प्रमेय (स्थिर वैद्युतिकी में) : यह नियम carl f gauss (कार्ल ऍफ़ गॉस) द्वारा दिया गया था। गाउस का नियम किसी बंद पृष्ठ पर स्थित बिंदु पर विद्युत क्षेत्र तथा बंद पृष्ठ से परिबद्ध कुल आवेश के मध्य सम्बन्ध बताता है। इस सतह को गाउसीय पृष्ठ कहते है। गाउसीय पृष्ठ एक काल्पनिक बंद पृष्ठ होता है। इसकी वैधता प्रयोगों द्वारा सिद्ध की जा सकती है। इसका उपयोग सममित आवेश वितरण के कारण विद्युत क्षेत्र ज्ञात करने के लिए किया जाता है। गाउस के नियम का कथन एवं विवरण गाउस का नियम निम्न प्रकार से लिखा जाता है - किसी बंद काल्पनिक पृष्ठ या गाउसीय पृष्ठ से गुजरने वाले विद्युत क्षेत्र की तीव्रता का पृष्ठीय समाकलन , निर्वात में उस बंद पृष्ठ से परिबद्ध आवेश का 1/ε0K गुना होता है। यहाँ पर ε0 मुक्त आकाश (निर्वात) की विद्युतशीलता है। यदि S गाउसीय पृष्ठ है और Σq , गाउसीय पृष्ठ के अन्दर कुल आवेश है तो गाउस के नियम के अनुसार - Φ = ∮ E.dS = Σq/ε0K समाकलन चिन्ह यह व्यक्त करता है कि सम्पूर्ण बंद पृष्ठ का समाकलन किया गया है। गाउस के नियम से सम्बंधित महत्वपूर्ण बिंदु गाउसीय पृष्ठ से गुजरने वाला फ्लक्स इसकी आकृति पर निर्भर नही करता है। गाउसीय पृष्ठ से गुजरने वाला फ्लक्स गाउसीय पृष्ठ के अन्दर आवेश की स्थिति पर निर्भर नहीं करता है। गाउसीय पृष्ठ से गुजरने वाला फ्लक्स केवल पृष्ठ के अन्दर कुल आवेश पर निर्भर करता है। किसी बंद पृष्ठ में आने वाले फ्लक्स को ऋणात्मक और बाहर जाने वाले फ्लक्स को धनात्मक माना जाता है क्योंकि n को बाहर की दिशा में धनात्मक लिया जाता है। गाउसीय पृष्ठ पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता गाउसीय पृष्ठ के अन्दर और बाहर उपस्थित सभी आवेशो के कारण होती है। किसी गाउसीय पृष्ठ में Φ = 0 का अर्थ यह नहीं है कि प्रत्येक बिंदु पर E = 0 है लेकिन प्रत्येक बिंदु पर E = 0 का अर्थ Φ = 0 होता है। Sir 😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘👍👍👍👍👍👍👍👍
Jai shree Ram Ram 🚩 जय श्री राधे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय हिन्द जय हिन्द जय भारत वंदेमातरम
किसी बंद सतह से गुजरने वाला विद्युत फ्लक्स , बंद क्षेत्र में रखे आवेश q व निर्वात विद्युत शीलता E० के अनुपात के बराबर होता है।यही Gauss का नियम है। ¢(फाई) = q/E०
## Today topic ### Sir mera Frist shi tha & second question galat ho gya but ab clear ho gaya hai achhe se 🙏😊😔 #### Gauss law #### # only band satah hota hai # Faiii= q/€0 🙏 Thankuuuu so much sir ji 🙏😊
Gauss's law= kisi band pristh (sphere) se niklane wala tolal flux sphere me upashthit aavesh evam nirvat ki vidyutsheelata ke anupat ke Barabar hota hai .
किसी बंद सतह से गुजरने वाले विद्युत फ्लक्स का मान उस गोले में उपस्थित आवेश तथा निर्वात की विद्युतशीलता के अनुपात के बराबर होते हैं इससे हम गाउस का नियम कहते हैं
किसी बन्द प्रीस्ट के अंदर कुल आवेशों का बीजगणितय योग तथा निर्वात की विद्युतशिलता(६) के अनुपात को गौस का नियम कहते है इसे फाई से दर्शाते हैं।।।।।।।।।फाई=सिग्मा q/निर्वात की विधुतशीलता
गाऊस के नियम से, किसी गोले से गुजरने वाली विद्युत फ्लक्स,उस गोले मे स्थित आवेश के 1/apsilon not गुना होती है। अतः विद्युत फ्लक्स=q/apsilon○ धन्यवाद गुरू जी👌
इस नियम के अनुसार किसी बंद पृष्ठ से पारित विद्युत फ्लक्स का गाऊसीय पृष्ठ में स्थित कुल आवेश तथा निर्वात की विद्युतशीलता के अनुपात के बराबर होता है Ø=sigma q/Eo
GUSSES LOW" इसके अनुसार किसी बंद पृष्ठ से निर्गमित कुल वैद्युत फ्लक्स उस सतह में परिबद्ध कुल आवेश और 1/ε0 के गुणनफल के तुल्य होता है ! PHAItotal= Q/Enot phai= band kalpnik pristh se smbandhit flux Q= pristh ke andr awesh Enot = nirwat ki bidhtshilta thanks sir jii😅😅🙏🙏🙏
Thnx sir topic ko MOM' MAGIC BANANE KE LIYE YOU ARE THE BEST T3ACHER .. ...गौस की प्रमेय के अनुसार "किसी बन्द प्रष्ट से होकर गुजरने बाला विद्युत फ्लक्स उस पर उपस्थित नेट आवेश का 1/& गुना होता है ।इसे गौस का नियम कहते है ।
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Thanks sir
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गाउस का नियम किसी स्थिर विद्युत क्षेत्र में उपस्थित बंद पृष्ठ से गुजरने वाले विद्युत फ्लक्स तथा पृष्ठ के अंदर उपस्थित कुल आवेश में एक संबंध स्थापित करता है इसी सम्बन्ध को गाउस का नियम तथा इस बंद पृष्ठ को गॉउसी पृष्ठ कहते है।
गाउस के नियम का उपयोग कर आवेशित वस्तुओ के विद्युत क्षेत्र की गणना आसानी से की जा सकती है।
गाउस के नियम का कथन :
“किसी विद्युत क्षेत्र में उपस्थित काल्पनिक या स्वेच्छा गृहीत बन्द पृष्ठ से अभिलंबवत बाहर निकलने वाला कुल विद्युत फ्लक्स उस बंद पृष्ठ द्वारा परिबद्ध कुल आवेश का 1/ε0K गुना होता है।
गाउसीय नियम का गणितीय निरूपण :

यहाँ
ε0 = निर्वात (वायु) की विद्युत शीलता
qin = पृष्ठ द्वारा परिबद्ध कुल आवेश
k = माध्यम का परावैद्युतांक
Φ = कुल फ्लक्स
यदि बंद पृष्ठ द्वारा परिबद्ध कुल आवेश शून्य है अर्थात यदि बंद पृष्ठ के भीतर कोई आवेश विधमान न हो या आवेश पृष्ठ के अंदर न होकर पृष्ठ के बाहर स्थित हो तो बंद पृष्ठ से अभिलंबवत निकलने वाला विद्युत फ्लक्स का मान भी शून्य होता है।
नोट : जब आवेश विविक्त रूप में विधमान हो तो अध्यारोपण के सिद्धान्त की सहायता से कुल आवेश ज्ञात किया जाता है लेकिन जब आवेश का वितरण संतत है तो पृष्ठ के लिए किसी अल्पांश द्वारा किसी बिंदु पर विद्युत क्षेत्र ज्ञात करके समाकलन विधि द्वारा समस्त आवेश वितरण कारण उस बिन्दु पर विद्युत क्षेत्र का मान ज्ञात किया जाता है।
गाउस के नियम के महत्वपूर्ण तथ्य (Important facts about Gauss’s law):
1. विद्युत क्षेत्र में रखे पृष्ठ के कुल विद्युत फ्लक्स का मान ज्ञात करने के लिए पृष्ठ से निर्गत (निकलने वाले ) विद्युत फ्लक्स को धनात्मक चिन्ह के साथ लिखते है तथा पृष्ठ में प्रवेश करने वाले विद्युत फ्लक्स को ऋणात्मक चिन्ह के लिखकर उनका बीजगणितीय योग किया जाता है।
2. गाउसियन पृष्ठ का आकार कुछ भी हो सकता है , गोलीय , बेलनाकार या घनाकार इत्यादि।
बशर्ते उस आकृति में आवेश वितरण में सममितता पायी जानी चाहिए।
3. गाउस का नियम गाउसियन पृष्ठ के आकार पर निर्भर नहीं करता है यह बंद पृष्ठ द्वारा परिबद्ध आवेश की मात्रा आवेश की प्रकृति तथा उस माध्यम पर निर्भर करता है जिसमे वह स्थित है।
कूलॉम का नियम के केवल स्थिर आवेशों के लिए लागू होता है लेकिन गाउस का नियम आवेश की स्थिरता तथा गतिशीलता पर निर्भर नहीं करता है।
4. गाउस नियम उन्ही सदिश क्षेत्रों के लिए मान्य है जो विद्युत क्षेत्र व्युत्क्रम नियम का पालन करते है।
5. यदि कोई आवेश बन्द पृष्ठ से बाहर स्थित है तो पृष्ठ से निर्गत विद्युत फ्लक्स में इस आवेश का कोई योगदान नहीं होगा।
गाउस का नियम या गाउस की प्रमेय (स्थिर वैद्युतिकी में) : यह नियम carl f gauss (कार्ल ऍफ़ गॉस) द्वारा दिया गया था। गाउस का नियम किसी बंद पृष्ठ पर स्थित बिंदु पर विद्युत क्षेत्र तथा बंद पृष्ठ से परिबद्ध कुल आवेश के मध्य सम्बन्ध बताता है। इस सतह को गाउसीय पृष्ठ कहते है।
गाउसीय पृष्ठ एक काल्पनिक बंद पृष्ठ होता है। इसकी वैधता प्रयोगों द्वारा सिद्ध की जा सकती है। इसका उपयोग सममित आवेश वितरण के कारण विद्युत क्षेत्र ज्ञात करने के लिए किया जाता है।
गाउस के नियम का कथन एवं विवरण
गाउस का नियम निम्न प्रकार से लिखा जाता है -
किसी बंद काल्पनिक पृष्ठ या गाउसीय पृष्ठ से गुजरने वाले विद्युत क्षेत्र की तीव्रता का पृष्ठीय समाकलन , निर्वात में उस बंद पृष्ठ से परिबद्ध आवेश का 1/ε0K गुना होता है। यहाँ पर ε0 मुक्त आकाश (निर्वात) की विद्युतशीलता है।
यदि S गाउसीय पृष्ठ है और Σq , गाउसीय पृष्ठ के अन्दर कुल आवेश है तो गाउस के नियम के अनुसार -
Φ = ∮ E.dS = Σq/ε0K
समाकलन चिन्ह यह व्यक्त करता है कि सम्पूर्ण बंद पृष्ठ का समाकलन किया गया है।
गाउस के नियम से सम्बंधित महत्वपूर्ण बिंदु
गाउसीय पृष्ठ से गुजरने वाला फ्लक्स इसकी आकृति पर निर्भर नही करता है।
गाउसीय पृष्ठ से गुजरने वाला फ्लक्स गाउसीय पृष्ठ के अन्दर आवेश की स्थिति पर निर्भर नहीं करता है।
गाउसीय पृष्ठ से गुजरने वाला फ्लक्स केवल पृष्ठ के अन्दर कुल आवेश पर निर्भर करता है।
किसी बंद पृष्ठ में आने वाले फ्लक्स को ऋणात्मक और बाहर जाने वाले फ्लक्स को धनात्मक माना जाता है क्योंकि n को बाहर की दिशा में धनात्मक लिया जाता है।
गाउसीय पृष्ठ पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता गाउसीय पृष्ठ के अन्दर और बाहर उपस्थित सभी आवेशो के कारण होती है।
किसी गाउसीय पृष्ठ में Φ = 0 का अर्थ यह नहीं है कि प्रत्येक बिंदु पर E = 0 है लेकिन प्रत्येक बिंदु पर E = 0 का अर्थ Φ = 0 होता है।
Sir 😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘👍👍👍👍👍👍👍👍
*Well done !!!*👍
¢ = q/E•
$ = vidyut flux
q = charge
E• = निर्वात की विद्युतशीलता
इस नियम के अनुसार किसी काल्पनिक बंद पृष्ठ से गुजरने वाली रेखा आकर्षण व प्रतिकर्षण बाल महसूस करते है
किसी बन्द पृष्ठ से निकलने वाले फलक्सों की संख्या, उस पर कुल आवेश के 1/€0 गुना होता है!!
____ गास का नियम****💖💖💖💖💝🙏🙏🙏🙏🙏❣️
😀😀
Nice
Hiii
Very nice Kajal ji
Hiiiii
sir aap ek class 10 bje doosri 11 bje fir 12 bje lagatar classes krvate h. In classes ke peechhe aapki mehnat dikhti h😊😊
🙏sir aapko salute h🙏
Jai shree Ram Ram 🚩 जय श्री राधे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय हिन्द जय हिन्द जय भारत वंदेमातरम
You are the best teacher on TH-cam platforms 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Sir Aap Bahut hi jyada axe se samjhate hai thank you sir😍😍
किसी बंद सतह से गुजरने वाला विद्युत फ्लक्स , बंद क्षेत्र में रखे आवेश q व निर्वात विद्युत शीलता E० के अनुपात के बराबर होता है।यही Gauss का नियम है।
¢(फाई) = q/E०
गाऊसीय नियम के अनुसार किसी बंद पृष्ठ से गुजरने वाले विधुत फ्लक्स का मान उसके अंदर उपस्थित कुल आवेश का 1/Eo गुणा होता है।🥰🥰🥰🤗🤗🤗🤗
Wold best teacher very nice sir ji
Hey
❤❤❤❤ Thank you sir ji sir ji
## Today topic ###
Sir mera Frist shi tha & second question galat ho gya but ab clear ho gaya hai achhe se 🙏😊😔
#### Gauss law ####
# only band satah hota hai
# Faiii= q/€0
🙏 Thankuuuu so much sir ji 🙏😊
Gauss's law= kisi band pristh (sphere) se niklane wala tolal flux sphere me upashthit aavesh evam nirvat ki vidyutsheelata ke anupat ke Barabar hota hai .
Thanku sir❤ you are the best teacher on youtube 👍👍
Comment padh lo sab gauss ka niyam comment se hi yadd ho jayega 😂😂😂
😂
Sir ... your way teaching of good 👀 ..
I feel good after your reading
Bahut bahut badhai sir 1M subscriber ke liye
धन्यवाद
Gauss law..q/E0 and sir your teaching is world best pc teacher 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Wow marvellous information by ashish sir( the international tutor)
Thank you .............. so much sir for the beautiful explanation of Gauss law.👩🏼🔬👩🏼🔬👩🏼🔬👩🏼🔬👩🏼🔬👨⚕️👨⚕️👨⚕️👨⚕️👨⚕️👨⚕️✨✨✨✨
*Guass Thoerem (गाऊस प्रमेय )👉 किसी बंद परिपथ से गुजरने वाला बैधुत फ्लक्स उसके भीतर उपस्थित आवेश (q) का 1/E० गुना होता है!!!!!
Fai =1/E ॰q*
Gauss law formula==q/E@{Epsilan knot}.....THANKU SIR....
किसी बंद पृष्ठ से गुजरने वाला सम्पूर्ण फ्लक्स उसमें उपस्थित आवेश तथा निर्वात के विद्युत शीलता के अनुपात के बराबर होता है।।। यही गौस का प्रमेय है।।।
Radhe Radhe sirji thunk you
thank u so much sir 😆😇😇😚
किसी बंद सतह से गुजरने वाले विद्युत फ्लक्स का मान उस गोले में उपस्थित आवेश तथा निर्वात की विद्युतशीलता के अनुपात के बराबर होते हैं इससे हम गाउस का नियम कहते हैं
Sir you are genius
Apne chijoon ko saral tarike se samjha diya...... 😲WOW
Sir aap india ke best teacher in mase ak hai
Best lecture sir 🖒👏👏👏🤗
Chandni Jaiswal
Gause low= q/€°. आवेश / निर्वात्की विद्युतशीलता ❤❤❤❤ धन्वाद सर
Nice sir arvind Sagar 🙏
Sair bahut acha padhate apka bahut bahut ,,dhanyawad sair
Apka jald hi 1 million ho jyga sir
Very nice sir ❤
Sir aap world ke sabse best teacher hain
Haaaa😆😆😆😆
My best teacher 🤗🤗🤗
Fai=q/€°....
Full clear sir 👍
Thankyou so much sir you are amaaaazing😇
Good 🙂 my best teacher
🎉🎉🎉
Very nice👍👍 class 🙏🙏
Superb👌 💖💖💖
You are the best 👍💯👍💯 teacher 💝💖💖💖💓❣️❣️❣️❣️❣️
Very nice sir you are the best 😁😁😀
किसी गाउसिय पृष्ठ से पारित बंद फलाक्ष का मान उसमे उपस्थिति कुल आवेश और निर्वात की widhutashilta के अनुपात होता है
Q=q/E o
👌👌👌
Na kevak chemistry balki physics mebhi mebhi itani sari help karne ke liye thank you sir 🙌🙌🙌🙌🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Sir bhot ache se Samjahaya hai Pura topic clear ho Gaya sia thank you for your video
Happy teachers day sir thank you very very much hamari help karne liye
किसी बन्द प्रीस्ट के अंदर कुल आवेशों का बीजगणितय योग तथा निर्वात की विद्युतशिलता(६) के अनुपात को गौस का नियम कहते है इसे फाई से दर्शाते हैं।।।।।।।।।फाई=सिग्मा q/निर्वात की विधुतशीलता
Sir aap bhut accha smjhate he
thank you sirji
गाऊस के नियम से,
किसी गोले से गुजरने वाली विद्युत फ्लक्स,उस गोले मे स्थित आवेश के 1/apsilon not गुना होती है।
अतः
विद्युत फ्लक्स=q/apsilon○
धन्यवाद गुरू जी👌
Aya gya samaj hamare ❤️❤️❤️❤️👍👍👍😎
Thanks sir bahut aasan tarika tha ❤️❤️❤️
Yes sir aa gya smjh
Sir 1 Million Coming 🇮🇳🇮🇳✈️
Yes ser ye topic to M se makhan ho gya 🤓 🤓🤓
किसी बंद पृष्ठ से गुजरने वाला विद्द्युत फ्लक्स उस पृष्ठ में उपस्थित आवेश का 1/£° गुणा होता है।
Fai =q/£°
Hello
Varsha
U r so cute
Gaues Law,फाई कुल= आवेश/वि धु त निर्वात शीलता
Bahut badiya sir ji🙏👍👍
Super क्लास और सुपर सर
Sir aap bahut achha padhate hai thanks 👍👍
Thank you so much sir🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Sir ap bahut bhut.................... accha padate ho
Ye topic mereko ko nhi samjh aa raha tha per apka video dekh ke topic momoj ban gya ab thanku so much sir .
Very nice very useful vidio 🙏🙏👍👍🙏🙏🙏👍
इस नियम के अनुसार किसी बंद पृष्ठ से पारित विद्युत फ्लक्स का गाऊसीय पृष्ठ में स्थित कुल आवेश तथा निर्वात की विद्युतशीलता के अनुपात के बराबर होता है
Ø=sigma q/Eo
Physics ke sebse best sir h ap
Sir Area vector ache se samajh me a gya h
Gauss law = kisi band satha Mei se gujarne wale flux ka pariman us satha ke ander aaves divide by epsilon not ke brabar hota h
Gauss law= q/E°
GUSSES LOW"
इसके अनुसार किसी बंद पृष्ठ से निर्गमित कुल वैद्युत फ्लक्स उस सतह में परिबद्ध कुल आवेश और 1/ε0 के गुणनफल के तुल्य होता है !
PHAItotal= Q/Enot
phai= band kalpnik pristh se smbandhit flux
Q= pristh ke andr awesh
Enot = nirwat ki bidhtshilta
thanks sir jii😅😅🙏🙏🙏
Thanks for giving us lot of education...🙏🙏
You are the best sir
Thanks 😘😘😘😘😘😘😘😘 sir 😊😊😊😊 aap great ho 🥰🥰
Crystal clear sir😊
Waah waah waah waah......
Very good Guru g 🙏🙏🙏🙏🙏
Superb sir ❤❤
Hello ❤
Yes sir hume bhi samajh mai aa gya h
Very thanku............. infinite
Sir l am pratiksha Raikwar aap bhut accha samjhate hai thank you so much 🙏🙏
Top 🔝 hai
Thanx sir topic पढ़ कर मजा आ gya प्रणाम🙏 sir
12:25
Gauss theorem के अनुसार किसी बंद पृष्ठ से गुजरने वाले electric flux उस पृष्ठ द्वारा bounded कुल नेट charge kA 1/€0होता है
Phi total=q/epsilonnut
epsilonot=8.85*10ka power-12N-1M-2c2
It's गौस लॉ
Sir Makkhan Makkhan Makkhan Makkhan Makkhan Makkhan Makkhan Makkhan Makkhan ho Gya
👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
Gauss law
किसी बंद लूप या गौसिय पृष्ट मे कुल आवेश(q total)तथा E° का अनुपात, विधुत फ्लक्स के बराबर होता है
sir you are the best teacher in the world for me
Well sir thank you...
Gauss law-Electric flux=q/€°
Thank you so much❤❤
Thankyou sir aap bahut achha padhate hain
Thank you so much sir for this type numerical.... 😊😊
You are genius sir ji
Thanku sir 🙏
Thank you so much sir itna behtar samjhane ke liye yadi aapke jaise mere class me teacher hote to maja aa jata
Ashis sir bhi you tube me mast padate hai 🔥🔥😎😎
You are the great sir 👍👍👍
Hlo
गाउस का नियम- किसी बंद पृष्ठ से गुजरने वाला वैधुत फ्लास्क उसमे उपस्थित नेट आवेश के 1/€°गुना होता है।
€=q/€o