रहस्यमयी झिलमिल गुफा | Jhilmil Cave Rishikesh |

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  • เผยแพร่เมื่อ 23 ก.ย. 2024
  • झिलमिल गुफा मंदिर से लगभग 34 किमी दूर और नीलकंठ से 5 किमी दूर महादेव मंदिर स्थित है। शिव के परम भक्त बाबा गोरखनाथ को समर्पित यह गुफा भगवान से काफी प्राचीन और पुराने रहस्यों से भरी हुई है
    पुराणों में ऐसा वर्णन है कि बाबा गोरखनाथ ने इस गुफा में स्थापित कर भगवान शिव की हजारों वर्ष की तपस्या की थी। जलते हुए धुनें के कारण गुफा काली हो गई थी। इस स्थान पर स्वयं भगवान शिव और बाबा गोरखनाथ ने एक साथ दीर्घकाल तक योग की चर्चा की थी।
    गुफा के द्वार पर प्रवेश द्वार पर ही बाबा गोरखनाथ की मूर्ति स्थापित है। जिसके सामने धूना जलता रहता है। और कोई न कोई साधु सन्त यज्ञ पर रहता है।

ความคิดเห็น • 1

  • @manojgirisep
    @manojgirisep 8 หลายเดือนก่อน

    66000 मंत्र गुरुगोरखनाथ ने सिद्ध किया थे।
    बहुत सुंदर, अद्भुद, शांतिप्रिय ।