वस्तुतः लालू जी की जिह्वा पर सरस्वती बिराजमान हो गई थी, तभी राहुल गांधी को दूल्हा और खुद को बराती की बात बोल गए थे । होइहें वही जो राम रची राखा... !! 😂
अगर मुकेश सहनी का सहारा राजद नही लेता राजद भी 0 सीट लाता,23 सीट से चुनाव लड़ा था तो 4 सीट लाया o भी जिसका पिताजी 15 साल मुख्य मंत्री रहा हो जिसका 2019 में 75 विधायक हो फिर भी क्यू मात्र 4 सीट लाया,अगर घमंड है तो मुकेश सहनी को अलग रख कर चुनाव लड़कर दिखाइए औकाद पता चल जायेगा
आपकी सटीक बेबाक समीक्षा आँखें खोलने वाला है। पुत्र मोह ने महाभारत करा दिया। सर्व नाश हो गया। पहले अनपढ़ को मुख्य मंत्री बनाये और फिर मैट्रिक फेल को उपमुख्य मंत्री। आप ऐसे ही लोगों की आँखें खोलते रहिये। बारम्बार नमन करता हूँ।
बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश बाबू एक ऐसी छवि के नायक हैं, जिन पर आज तक कोई भी भ्रष्टाचार का दाग़ नहीं है, मोदी जी ऐसे ही नहीं नीतीश बाबू पर भरोसा करते हैं। ईमानदार लोगों को दूसरे दलों के लोग भावनाओं में बहाकर अपना स्वार्थ सिद्ध कर लेते हैं। लोग उनको पलटू बोलते हैं, जब कि ऐसा नहीं है। उनका अपना कोई स्वार्थ नहीं है। जय हो
बहुत हैरानी होती है जब देश को महज़ 40 करोड़ रुपये के लिए गिरवी रखने वाले लोग कहते हैं कि, मौजूदा सरकार ने भारत की अर्थ व्यवस्था को बर्बाद कर दिया। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के समय, एक मशहूर कम्पनी, एनरॉन नें, महाराष्ट्र के दाभोल में कारखाना लगाने की प्लानिंग की...!! लेकिन, यह स्थानीय लोगों के प्रतिरोध के कारण, हो न सका !! फलस्वरूप, बदलती विषम परिस्थितियों से नाराज एनरॉन नें, भारत सरकार पर ₹38,000 करोड़ के नुकसान की भरपाई का मुकदमा दायर कर दिया...। वाजपेयी सरकार ने हरीश सालवे (सालवे जी नें, कुलभूषण जाधव का मुकदमा इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में लड़ कर जीता...) को भारत सरकार का वकील नियुक्त किया...। पर आप जान कर चोंक जाएंगे कि, एनरॉन के वकील पी. चिदंबरम बनें...!! यानी, पी चिदंबरम भारत के विरुद्ध...।। समय बीतता चला गया ..!! बादमें 'यूपीए' सरकार बनी...!! कैबिनेट मंत्री चिदंबरम, एनरॉन की तरफ से मुकदमा नहीं लड़ सकते थे...!! पर वो कानूनी सलाहकार बने रहे और, वो मुकदमे को एनरॉन के पक्ष में करने में सक्षम थे...।। अगला खुलासा और चौकानें वाला है!! चिदंबरम ने तुरंत हरीश सालवे को एनरॉन केस से हटा दिया...। हरीश साल्वे की जगह, खबर कुरेशी को नियुक्त किया गया...। आप ठीक समझे, ये वही पाकिस्तानी वकील है जिसनें, कुलभूषण जाधव केस में, पाकिस्तान सरकार का मुकदमा लड़ा...!! कांग्रेस ने भारत सरकार कि तरफ से, पाकिस्तानी वकील को ₹1400/- करोड़ दिये वकील कि फीस के रुप में...। अंततः भारत मुकदमा हार गया और भारत सरकार को ₹38,000/- करोड़ का भारी भरकम मुआवजा देना पड़ा...। लेकिन, लुटीयन मिडिया ने ये खबर या तो गोल दी या सरसरी तौर पर नहीं दिखाई!! अब सोचिए कि ₹38000/- करोड़ का मुकदमा लडने के लिए फीस कितनी ली होगी...? जो पाठक किसी क्लेम के केस मे वकील कि फीस तय करते है उन्हें पता होगा कि, वकील केस देखकर दस प्रतिशत से लेकर साठ प्रतिशत तक फीस लेता है...। सोचिए इस पर कोई हंगामा नही हुआ...? और एक मजेदार बात .. जिन कम्पनियों का एनरॉन मे निवेश करके यह प्रोजेक्ट केवल फाईल किया था उनका निवेश महज मात्र 300 मिलियन डालर... याने उस वक्त कि डालर रुपया विनियम दर के हिसाब से, महज ₹1530/- करोड़ था, और वह भी बैठे बिठाये...। महज सात साल मे ₹38,000/- करोड़ का फायदा...! वो भी एक युनिट बिजली का संयंत्र लगाये बिना...? कांग्रेस हमारी सोचने की क्षमता से भी ज्यादा विनाशकारी है !! (यह थी 'विश्व प्रसिद्ध' अर्थशास्त्री, अनुभवी और पढे लिखे लुटेरो की सरकार...!!) जिस किसी को भी कोई शंका हो वो गूगल में जाकर देख सकता है। आदरणीय बन्धुओ कांग्रेस नें जो गद्दारी देश के साथ की है, इनके कुकर्मो का ढिंढोरा सोशल मीडिया पर खूब वायरल करना चाहिए, जिससे हमारी युवा पीढ़ी को भी जानकारी होनी चाहिए, कि देश अन्य देशों से इन 70 सालों में पीछे कैसे रह गया।
कितना बड़ा मजाक किया गया* *भारतवर्ष के इतिहास के साथ,* *सैकुलर गधों को समर्पित...* *एक बार मैं मेरे मित्रों के साथ हिमाचल के पालमपुर से होकर ट्रेकिंग पर जा रहे थे, मार्ग में माँ भगवती ज्वालाजी का प्रसिद्ध मंदिर आता है, जोकि कांगड़ा नगर से ३० किलोमीटर दूर एक नदी के तट पर है। हमने सोचा चलो माँ भगवती के दर्शन करते हुए चलते हैं।* *मंदिर अति प्राचीन, और हिन्दुओं की ५१ शक्ति पीठ में से एक है, मंदिर में कोई मूर्ति नहीं है, एक बड़े से हाल जैसे स्थान पर भूमि से अलग-अलग स्थानों पर ९ स्थानों पर ज्वाला प्रकट हो रही है, उसे ही माँ का स्वरूप मान कर हिन्दू उनकी पूजा करते हैं...* *वैसे तो अनेक कहानियाँ हैं इस मंदिर के इतिहास और मान्यता पर, किन्तु मंदिर के सूचना पलट पर एक लिखी हुई सछचना को पढने के बाद मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ...* *उस पर लिखा है कि एक बार अकबर इस मंदिर के दर्शन करने आया था, उसने मंदिर में जलती ज्वाला को बुझाने के लिए अपने लोगों को लगाया, किन्तु ज्य्वाला जब नहीं बुझी तो माता के चमत्कार से प्रभावित होकर नंगे पैर माँ के दर्शन करने आया, और माता पर सोने का छत्र चढाया, साथ ही मंदिर को कई सौ बीघा भूमि दान दी।* *मुझे उस लिखित सूचना पर विश्वास नहीं हो रहा था, मैंने वहां के पुजारियों, और अन्य अधिकारियों से इस विषय पर बात की किन्तु सभी ने एक सा उत्तर दिया की ये सब सत्य लिखा है...* *पर मुझे भली भांति ज्ञात था कि अकबर मूर्ति भंजक था, उसने हिन्दू धर्म को मिटाने के अनेक प्रयास किये थे, जो इतिहास में लिखे है। वो क्रूर इस्लामी जिहादी किसी हिन्दू आस्था पर कभी श्रद्धा नहीं दिखा सकता।* *जो अकबर अपने अहंकार और इस्लामी जिहादी फितूर के कारण मेवाड़ को तबाह करने के मनसूबे रखता हों, जो एक ही दिन में चित्तौड़ दुर्ग के पास ३० हजार साधारण नागरिकों को केवल हिन्दू होने कारण क़त्ल करवा सकता है वो किसी हिन्दू आस्था पर सोने का छात्र चढ़ाएगा??? ये संभव ही नहीं।* *मैंने अपनी जिज्ञासा की पूर्ति के लिए प्रयास जारी रखे। मेरे मित्र थके हुए थे, इसलिए वे आगे पालमपुर होटल चले गए, और मैं मंदिर में सत्य की खोज पर निकल पड़ा...* *बहुत प्रयास करने पर भी कोई सूत्र हाथ नहीं आ रहा था, तभी वहां सुरक्षा में तैनात एक हिमाचल के क्षत्रिय जोकि भारतीय सेना से सेवा निवर्त भाई है, उन्होंने मेरी जिज्ञासा को समझा और मुझे लेकर परिसर के पास अपने निवास पर आये। मुझे जलपान करवाया, और कहा क्यूंकि मुझे अधिक कुछ ज्ञात नहीं है, किन्तु मैं तुमको एक विद्वान का पता देता हूँ, उनसे मिलो। अवश्य ही कुछ न कुछ सत्य पता चल जायेगा।* *उन्होंने मुझे एक पता दिया, जो पालमपुर के पास एक गाँव का है, वहां रामशरण भारद्वाज जी से मिलना है।* *मैं किसी तरह से उनके गाँव पहुंचा, तब तक रात्रि के ८ बज चुके थे, बरसात से मैं भीग गया था...* *भारद्वाज जी ने मुझे देख कर पहले तो समझा कि कोई बालक है जो किसी सहायता के लिए आया होगा। किन्तु मैंने जब उनसे ज्वाला देवी मंदिर पर लिखे सूचना पलट के विषय में जानकरी चाही, तो वे पहले तो कुछ असहज दिखे, किन्तु मुझ से दो प्रश्न करने के बाद मुझे उन्होंने गंभीरता से लिया और अंदर बुला लिया, कपडे बदलने के लिए दिए, फिर दूध और गुड देकर मेरी कंपकंपी को बंद करवाया। फिर हम चर्चा पर आये।* *भारद्वाज जी सेवा निवृत प्रोफ़ेसर है, इतिहास पर कई थीसिस लिखी है उन्होंने।* *मुझे बताया की, ये सत्य है कि नूरपुर और चम्बे पर हमला करने के लिए अकबर ज्वाला मंदिर पर आया था। और ये भी सत्य है कि मंदिर की ज्योति को बुझाने के प्रयास भी किये थे, किन्तु जब पानी की नहर लाकर भी अकबर ज्योति को बुझा नहीं पाया, तब मंदिर का विध्वंस करवा कर चला गया था...* *ज्वाला स्थल पर बने मंदिर को नष्ट करवाया, वहां के सभी सेवादार और पुजारी आदि सबको मृत्यु दंड देकर मार दिया, ज्योति स्थल को बड़े बड़े शिलाओं से ढक कर चला गया था।* *बाद में चंबा के राजा संसार चंद ने मंदिर का पुनर्निर्माण करवाया था और महाराजा रणजीत सिंह ने मंदिर पर सोने का छत्र लगवाया था, साथ ही महाराजा के पुत्र शेरसिंह ने मंदिर के मुख्य द्वार को चांदी के द्वारों से सजाया था।* *मैंने जब मंदिर परिसर में लिखे सुचना पर उनका ध्यान दिलाया तो प्रोफ़ेसर साहब ने कहा कि ये सूचना हिन्दू समाज की मूर्खता और इस्लामी जिहादी कोम की चालाकी दिखाती एक झूठ है।* *सरकारी आदेश से ये सूचना इसलिए लिखवाई गई है जिससे हिन्दू मुस्लिम में भाई चारा बढे और अकबर को महान बनाया जा सकें...* *हमारे देश के गद्दार इतिहासकारों ने हमसे किस तरह एक एजेंडा के तहत झूठ बोला है आप समझ गए होंगे।* *•••साभार एक लेखक की यात्रागाथा से*
Vah sar aap Sahi khabar dikha rahe hain Bihar mein tejasvi BJP Ko nahin rok payega Pappu Yadav ji ki jarurat hai Pappu Yadav Ji ka garibon ka masiha milkar dil ka Vishwas jitne ka 2025 desh ka sabse pahla aur bada chunav Loksabha chunav election ke bad Pappu Yadav ki takat dikhaiye koshi simanchal sahit pure Bihar mein Pappu Yadav ki puri takat Purnia 6 lakh araria 4lakh Katihar 3lakh Kishanganj 4 lakh Madhepura 2 se 3 lakh Supaul 3 se 4 lakh Bhagalpur 2 lakh Banka 1 lakh Darbhanga 1 khagdiya 2 lakh Darbhanga 1 lakh Shahid pure Bihar mein 40 lakh se bhi jyada aaj ke rajnitik mein garibon ke masiha Pappu Yadav ji ki takat
आपने शत प्रतिशत नहीं 200% सही आंकलन किया है लेकिन अहंकार सबको डुबाता है। अन्धा होकर रास्ता नहीं कुरास्ता चलना है ।अगर बेटा पढा लिखा होता तो पता नहीं क्या किया होता। केवल बोलने से नेता नहीं होता है। इनका वोटर नितीश के शासन काल में सभी थानेदार है इनके शासन काल में सभी के सभी IG और SP DSP से कम post नहीं होता।
निश्चित रूप से सही विश्लेषण, अगर तेजस्वी को सीएम, बनाना था तो नितीश कुमार को केंद्र में भेजना आवश्यक बनता था, पर दोनों हाथों में लड्डू के चक्कर में घनचक्कर बने लालू प्रसाद
कांग्रेस और हिंदुत्व इतने के बाद भी हिन्दू कांग्रेस को नहीं समझ सकते अनुच्छेद 25, 28, 30 (1950) एचआरसीई अधिनियम (1951) एचसीबी एमपीएल (1956) धर्मनिरपेक्षता (1975) अल्पसंख्यक अधिनियम (1992) पीओडब्ल्यू अधिनियम (1991) वक्फ अधिनियम (1995) राम सेतु हलफनामा (2007) भगवा आतंकवाद (2009) अनुच्छेद 25 द्वारा धर्मांतरण को वैध बनाया उन्होंने अनुच्छेद 28 में हिंदुओं से धार्मिक शिक्षा छीन ली लेकिन अनुच्छेद 30 में मुस्लिम और ईसाई को धार्मिक शिक्षा की अनुमति दी उन्होंने एचआरसीई अधिनियम 1951 बनाकर हिंदुओं से सभी मंदिर और मंदिरों का पैसा छीन लिया जो सरकारी खजानें में जाता है उन्होंने हिंदु बहुविवाह को समाप्त कर दिया तलाक कानून, हिंदू कोड बिल के तहत दहेज कानून द्वारा परिवारों को नष्ट कर दिया लेकिन मुस्लिम पर्सनल लॉ (शरीया कानुन) को हाथ नहीं लगाया। उन्हें बहुविवाह की अनुमति दी ताकि वे अपनी जनसंख्या में वृद्धि करते रहें 1954 में विशेष विवाह अधिनियम लाया गया ताकि मुस्लिम आसानी से हिंदू लड़कियों से शादी कर सके उन्होंने आपातकाल लगाया और जबरदस्ती संविधान में *सेकुलरिज्म* शब्द जोड़ा और जबरन भारत को *धर्मनिरपेक्ष* बना दिया लेकिन कांग्रेस यहीं नहीं रुकी। 1991 में वे अल्पसंख्यक आयोग अधिनियम लाए और मुस्लिम को अल्पसंख्यक घोषित किया, हालांकि धर्मनिरपेक्ष देश में बहुसंख्यक अल्पसंख्यक नहीं हो सकते है उन्होंने अल्पसंख्यक अधिनियम के तहत मुसलमानों को छात्रवृत्ति, सरकारी लाभ जैसे विशेष अधिकार दिए 1992 में, उन्होंने हिंदुओं को कानूनी तरीके से अपने मंदिरों को वापस लेने से रोक दिया और पूजा स्थल अधिनियम द्वारा हिंदुओं से 40000 मंदिरों को छीन लिया कांग्रेस यहीं नहीं रुकी 1995 में , उन्होंने वक्फ बोर्ड एक्ट द्वारा मुस्लिम को किसी भी जमीन पर दावा करने, किसी भी हिंदू की जमीन छीनने का अधिकार दिया और मुस्लिम को भारत का दूसरा सबसे बड़ा जमीन मालिक बना दिया। और हिंदू विरोधी धर्मयुद्ध में चरम बिंदु 2009 था जब कांग्रेस ने भगवा आतंकवाद शब्द गढ़कर हिंदू धर्म को आतंकवादी धर्म घोषित किया वहीं कांग्रेस ने अपने 136 साल के इतिहास में कभी भी इस्लामिक आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल नहीं किया कांग्रेस धीरे-धीरे बहुत चालाकी से हिंदुओं से एक-एक करके हिंदू अधिकारों को छीनते गए और अब हिंदू पूरी तरह से नग्न हो गए हैं और मजेदार बात यह है कि अधिकांश हिंन्दुओं को इस छल कपट का पता भी नहीं है और कुछ को इन बातों का ज्ञान है पर पदलोभ और मुफ्तखौरी के कारण शतुर्मुर्ग की तरह अपना सर जमीन में गाडे़ हुए है | उनके पास अपना मंदिर नहीं है, उनके पास उनकी धार्मिक शिक्षा व्यवस्था नहीं है, उनके बाप दादा की पुश्तेनी जमीन उनकी स्थायी नहीं है। और वे सवाल भी नहीं पूछते हैं क्यों मस्जिद और चर्च मुक्त हैं लेकिन मंदिर सरकार के नियंत्रण में हैं सरकार द्वारा वित्त पोषित मदरसा, कॉन्वेंट मिशनरी स्कूल क्यों हैं लेकिन सरकार द्वारा वित्त पोषित गुरुकुल नहीं? वक्फ अधिनियम क्यों है लेकिन हिंदू भूमि अधिनियम नहीं? मुस्लिम पर्सनल लाॕ बोर्ड क्यों है लेकिन हिंदू पर्सनल लाॕ बोर्ड नहीं? एक देश में दो कानुन क्युं ? अगर भारत धर्मनिरपेक्ष देश है तो बहुसंख्यक अल्पसंख्यक क्यों है? स्कूलों में रामायण महाभारत क्यों नहीं पढ़ाई जाती? औरंगजेब ने हिंदू धर्म को नष्ट करने के लिए तलवार का इस्तेमाल किया, कांग्रेस ने हिंदू धर्म को नष्ट करने के लिए संविधान, अधिनियम, बिल का इस्तेमाल किया और जहां तलवार विफल रही, वहां संविधान ने किया। और फिर मीडिया है। अगर कोई इन सवालों को पूछने की कोशिश करता है, तो उसे सांप्रदायिक, भगवा आतंकवादी घोषित कर दिया जाता है यदि कोई राजनेता इन गलतियों को सुधारने का प्रयास करता है तो उसे लोकतंत्र को कमजोर करने वाला कहा जाता है याद रखें कि इसमें सिर्फ 80 साल लगे शक्तिशाली रोमन धर्म का गिरना । हिंदू को रोमन सभ्यता के पतन के बारे में अवश्य पढ़ना चाहिए। कोई बाहरी ताकत उन्हें पराजित नहीं कर सकती थी, वे अपने ही शासक कॉन्सटेंटाइन एन द्वारा ईसाई धर्म से आंतरिक रूप से हार गए थे।
Lalu Lalu Yadav Lalu Yadav dhritrashtra ban baithe Hain Lalu Yadav ka Lalu Yadav ka yahi niti chakravyuh Rachna thi Jaise dhritrashtra ne apne 100 putron ko Mahabharat mein marva diya tha Putra movie usi tarah Lalu ka bhi hoga
Desh ke mahan rajneta aadarniy Rahul Gandhi Ji se ummid 13:25 hai ki Jo garibon ke masiha Pappu Yadav ji ko Bihar ko agrani pragatishil rajya banane ke liyeBihar ka chehra banaenge
Rahul Gandhi ne sanshad ke jis bil ko sabke samne fada tha vo bil wastav me Lalu yadav ko saja hone se bachane ke liye tha yadi vo bil pas ho jata to Lalu yadav ka rajnetik carier kharab hone se Bach jata lekin Rahul gandi ne Jo hangama Kiya uske chalte Lalu ko jel Jane se bachane ki kosis bekar hogaye yani Lalu Rahul se usi bat ka badala le rahe the
शरद यादव कहां से आ गए श्रीमान! उनका इंडी गठबंधन बनने से पहले ही उनका स्वर्गवास हो चुका था। बाकी जैसा आपका आंकलन। सांप निकल गया। अब लाठी पीटते रहो। कुछ भी बोलो, सब फिट है बॉस। आप समझदार हैं कि हम लोग भूखे हैं, कुछ भी परोसो, सब चलेगा।👍
इसीलिए तो कहते हैं कि मोदी जी हैं तो मुमकिन है भारत माता कि जय हो जय हो
You are absolutely correct. Excellent analysis.
आप ने बहुत अच्छे से बिस्लेशन किया।
Bahut achha
Aapne jo kaha wo 100% sahi hai
Aapko bahut bahut sukriya
Very good analysis, thanks
एकदम सही कहा है, अगला चुनाव आरजेडी हारेगा इनका अहंकार ले डूबा, मछली मटन खाने से वोट मिलेगा ये हिंदू को चिराना huea
Tumhara ayh byan bilkul bkvas hai
Chara khane se aqal Kam ho jatee hai.
@@MunshiChauhan-pe9ilji ki
खटाखट खटाखट बटने वाली रकम 5 लाख सालाना करो।
Yahi ghamand,HUM CHHATI PAR CHADH KAR VOTE LENA JAANTE HAIN ,hkagaya puri planning.
Right is
100 percent accurate assessment
भाईसाहब नमस्ते ऐसी खबरें तो आज तक नहीं देखी भई मान गये बहुत बढ़िया जानकारी
Aapne jo kaha wah 100 % sach hi kah hai
जाएं9❤ Joy sriràmramji thank you modijoy ❤❤❤❤
Sahi bataya apne.....🙏
Very nice analysis
Your opinion is correct
Your all statements are correct . 🙏🙏,
Best analysis
Aap theek bolay
Good data
Gd. Analysis
Sahi hai
नवरात्रों में हेलीकॉप्टर में मछली मटन खाकर के किस को प्रसन्न करने के लिए दिखा रहे थे भगवान को अल्लाह को या मुसलमान या हिंदू को
लालू ने तो राहुल की शादी करबाने की हामी भरी थी क्या अब यह बन्दा कुंबारा रह जायेगा
अगुआ नहीं आ रहा है 😂😂😂😂
जो हिन्दू है ही नहीं वह हिन्दू आस्था पर चोट कर दिया तो वह तो अपना धर्म निभाया क्योंकि अगर हिन्दू रहता तो अपने धर्म पर कभी हमला नहीं करता ।
good analysis,thankyou for all the hard work
100% Sahi Lalu kahe the
Lalu jamnat khatam karo. Vapis jail bhejo.
Aapka aankara 100% sahi Hai Lalu Prasad Yadav Ne India ko dubaya
Ap bhot acche patrkar ho....👌
वस्तुतः लालू जी की जिह्वा पर सरस्वती बिराजमान हो गई थी, तभी राहुल गांधी को दूल्हा और खुद को बराती की बात बोल गए थे ।
होइहें वही जो राम रची राखा... !! 😂
पलटु से अच्छा है मोदी चाचा अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव मोदी चाचा को समर्थन करना चाहिये!
🎉 to
True evaluation
लोकसभा चुनाव के पहले इंडी अलायंस के नेताओं जो नखरे दिखाए थे वही नखरे उनके एलायंस का हार का कारण हुआ
Thank you
Congress isi layak hai jai shree Ram
Bharat defeated india
Very good analysis.
नीतीशजी को संयोजक बनाने में बाधा डालकर लालूजी ने इंडिया को हरा दिया।
आपकी न्यूज तो सही है लेकिन ये बैक ग्राउंड म्यूजिक का क्या रोल है इसमें, समझ नही आया
Good
अगर मुकेश सहनी का सहारा राजद नही लेता राजद भी 0 सीट लाता,23 सीट से चुनाव लड़ा था तो 4 सीट लाया o भी जिसका पिताजी 15 साल मुख्य मंत्री रहा हो जिसका 2019 में 75 विधायक हो फिर भी क्यू मात्र 4 सीट लाया,अगर घमंड है तो मुकेश सहनी को अलग रख कर चुनाव लड़कर दिखाइए औकाद पता चल जायेगा
आपकी सटीक बेबाक समीक्षा आँखें खोलने वाला है। पुत्र मोह ने महाभारत करा दिया। सर्व नाश हो गया। पहले अनपढ़ को मुख्य मंत्री बनाये और फिर मैट्रिक फेल को उपमुख्य मंत्री। आप ऐसे ही लोगों की आँखें खोलते रहिये। बारम्बार नमन करता हूँ।
Very well said. very nice information n News analysis. very well done
सटीक और बेस्ट एनालिसिस
बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश बाबू एक ऐसी छवि के नायक हैं, जिन पर आज तक कोई भी भ्रष्टाचार का दाग़ नहीं है, मोदी जी ऐसे ही नहीं नीतीश बाबू पर भरोसा करते हैं। ईमानदार लोगों को दूसरे दलों के लोग भावनाओं में बहाकर अपना स्वार्थ सिद्ध कर लेते हैं। लोग उनको पलटू बोलते हैं, जब कि ऐसा नहीं है। उनका अपना कोई स्वार्थ नहीं है। जय हो
बिहार में कांग्रेस को अकेले बिधान सभा दो हजार पच्चीस अकेले लड ना चाहिए
बहुत हैरानी होती है जब देश को महज़ 40 करोड़ रुपये के लिए गिरवी रखने वाले लोग कहते हैं कि, मौजूदा सरकार ने भारत की अर्थ व्यवस्था को बर्बाद कर दिया। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के समय, एक मशहूर कम्पनी, एनरॉन नें, महाराष्ट्र के दाभोल में कारखाना लगाने की प्लानिंग की...!!
लेकिन, यह स्थानीय लोगों के प्रतिरोध के कारण, हो न सका !! फलस्वरूप, बदलती विषम परिस्थितियों से नाराज एनरॉन नें, भारत सरकार पर ₹38,000 करोड़ के नुकसान की भरपाई का मुकदमा दायर कर दिया...।
वाजपेयी सरकार ने हरीश सालवे (सालवे जी नें, कुलभूषण जाधव का मुकदमा इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में लड़ कर जीता...) को भारत सरकार का वकील नियुक्त किया...। पर आप जान कर चोंक जाएंगे कि, एनरॉन के वकील पी. चिदंबरम बनें...!! यानी, पी चिदंबरम भारत के विरुद्ध...।।
समय बीतता चला गया ..!! बादमें 'यूपीए' सरकार बनी...!! कैबिनेट मंत्री चिदंबरम, एनरॉन की तरफ से मुकदमा नहीं लड़ सकते थे...!! पर वो कानूनी सलाहकार बने रहे और, वो मुकदमे को एनरॉन के पक्ष में करने में सक्षम थे...।।
अगला खुलासा और चौकानें वाला है!!
चिदंबरम ने तुरंत हरीश सालवे को एनरॉन केस से हटा दिया...। हरीश साल्वे की जगह, खबर कुरेशी को नियुक्त किया गया...। आप ठीक समझे, ये वही पाकिस्तानी वकील है जिसनें, कुलभूषण जाधव केस में, पाकिस्तान सरकार का मुकदमा लड़ा...!!
कांग्रेस ने भारत सरकार कि तरफ से, पाकिस्तानी वकील को ₹1400/- करोड़ दिये वकील कि फीस के रुप में...। अंततः भारत मुकदमा हार गया और भारत सरकार को ₹38,000/- करोड़ का भारी भरकम मुआवजा देना पड़ा...। लेकिन, लुटीयन मिडिया ने ये खबर या तो गोल दी या सरसरी तौर पर नहीं दिखाई!!
अब सोचिए कि ₹38000/- करोड़ का मुकदमा लडने के लिए फीस कितनी ली होगी...? जो पाठक किसी क्लेम के केस मे वकील कि फीस तय करते है उन्हें पता होगा कि, वकील केस देखकर दस प्रतिशत से लेकर साठ प्रतिशत तक फीस लेता है...।
सोचिए इस पर कोई हंगामा नही हुआ...?
और एक मजेदार बात .. जिन कम्पनियों का एनरॉन मे निवेश करके यह प्रोजेक्ट केवल फाईल किया था उनका निवेश महज मात्र 300 मिलियन डालर... याने उस वक्त कि डालर रुपया विनियम दर के हिसाब से, महज ₹1530/- करोड़ था, और वह भी बैठे बिठाये...। महज सात साल मे ₹38,000/- करोड़ का फायदा...! वो भी एक युनिट बिजली का संयंत्र लगाये बिना...?
कांग्रेस हमारी सोचने की क्षमता से भी ज्यादा विनाशकारी है !! (यह थी 'विश्व प्रसिद्ध' अर्थशास्त्री, अनुभवी और पढे लिखे लुटेरो की सरकार...!!) जिस किसी को भी कोई शंका हो वो गूगल में जाकर देख सकता है।
आदरणीय बन्धुओ कांग्रेस नें जो गद्दारी देश के साथ की है, इनके कुकर्मो का ढिंढोरा सोशल मीडिया पर खूब वायरल करना चाहिए, जिससे हमारी युवा पीढ़ी को भी जानकारी होनी चाहिए, कि देश अन्य देशों से इन 70 सालों में पीछे कैसे रह गया।
कितना बड़ा मजाक किया गया*
*भारतवर्ष के इतिहास के साथ,*
*सैकुलर गधों को समर्पित...*
*एक बार मैं मेरे मित्रों के साथ हिमाचल के पालमपुर से होकर ट्रेकिंग पर जा रहे थे, मार्ग में माँ भगवती ज्वालाजी का प्रसिद्ध मंदिर आता है, जोकि कांगड़ा नगर से ३० किलोमीटर दूर एक नदी के तट पर है। हमने सोचा चलो माँ भगवती के दर्शन करते हुए चलते हैं।*
*मंदिर अति प्राचीन, और हिन्दुओं की ५१ शक्ति पीठ में से एक है, मंदिर में कोई मूर्ति नहीं है, एक बड़े से हाल जैसे स्थान पर भूमि से अलग-अलग स्थानों पर ९ स्थानों पर ज्वाला प्रकट हो रही है, उसे ही माँ का स्वरूप मान कर हिन्दू उनकी पूजा करते हैं...*
*वैसे तो अनेक कहानियाँ हैं इस मंदिर के इतिहास और मान्यता पर, किन्तु मंदिर के सूचना पलट पर एक लिखी हुई सछचना को पढने के बाद मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ...*
*उस पर लिखा है कि एक बार अकबर इस मंदिर के दर्शन करने आया था, उसने मंदिर में जलती ज्वाला को बुझाने के लिए अपने लोगों को लगाया, किन्तु ज्य्वाला जब नहीं बुझी तो माता के चमत्कार से प्रभावित होकर नंगे पैर माँ के दर्शन करने आया, और माता पर सोने का छत्र चढाया, साथ ही मंदिर को कई सौ बीघा भूमि दान दी।*
*मुझे उस लिखित सूचना पर विश्वास नहीं हो रहा था, मैंने वहां के पुजारियों, और अन्य अधिकारियों से इस विषय पर बात की किन्तु सभी ने एक सा उत्तर दिया की ये सब सत्य लिखा है...*
*पर मुझे भली भांति ज्ञात था कि अकबर मूर्ति भंजक था, उसने हिन्दू धर्म को मिटाने के अनेक प्रयास किये थे, जो इतिहास में लिखे है। वो क्रूर इस्लामी जिहादी किसी हिन्दू आस्था पर कभी श्रद्धा नहीं दिखा सकता।*
*जो अकबर अपने अहंकार और इस्लामी जिहादी फितूर के कारण मेवाड़ को तबाह करने के मनसूबे रखता हों, जो एक ही दिन में चित्तौड़ दुर्ग के पास ३० हजार साधारण नागरिकों को केवल हिन्दू होने कारण क़त्ल करवा सकता है वो किसी हिन्दू आस्था पर सोने का छात्र चढ़ाएगा??? ये संभव ही नहीं।*
*मैंने अपनी जिज्ञासा की पूर्ति के लिए प्रयास जारी रखे। मेरे मित्र थके हुए थे, इसलिए वे आगे पालमपुर होटल चले गए, और मैं मंदिर में सत्य की खोज पर निकल पड़ा...*
*बहुत प्रयास करने पर भी कोई सूत्र हाथ नहीं आ रहा था, तभी वहां सुरक्षा में तैनात एक हिमाचल के क्षत्रिय जोकि भारतीय सेना से सेवा निवर्त भाई है, उन्होंने मेरी जिज्ञासा को समझा और मुझे लेकर परिसर के पास अपने निवास पर आये। मुझे जलपान करवाया, और कहा क्यूंकि मुझे अधिक कुछ ज्ञात नहीं है, किन्तु मैं तुमको एक विद्वान का पता देता हूँ, उनसे मिलो। अवश्य ही कुछ न कुछ सत्य पता चल जायेगा।*
*उन्होंने मुझे एक पता दिया, जो पालमपुर के पास एक गाँव का है, वहां रामशरण भारद्वाज जी से मिलना है।*
*मैं किसी तरह से उनके गाँव पहुंचा, तब तक रात्रि के ८ बज चुके थे, बरसात से मैं भीग गया था...*
*भारद्वाज जी ने मुझे देख कर पहले तो समझा कि कोई बालक है जो किसी सहायता के लिए आया होगा। किन्तु मैंने जब उनसे ज्वाला देवी मंदिर पर लिखे सूचना पलट के विषय में जानकरी चाही, तो वे पहले तो कुछ असहज दिखे, किन्तु मुझ से दो प्रश्न करने के बाद मुझे उन्होंने गंभीरता से लिया और अंदर बुला लिया, कपडे बदलने के लिए दिए, फिर दूध और गुड देकर मेरी कंपकंपी को बंद करवाया। फिर हम चर्चा पर आये।*
*भारद्वाज जी सेवा निवृत प्रोफ़ेसर है, इतिहास पर कई थीसिस लिखी है उन्होंने।*
*मुझे बताया की, ये सत्य है कि नूरपुर और चम्बे पर हमला करने के लिए अकबर ज्वाला मंदिर पर आया था। और ये भी सत्य है कि मंदिर की ज्योति को बुझाने के प्रयास भी किये थे, किन्तु जब पानी की नहर लाकर भी अकबर ज्योति को बुझा नहीं पाया, तब मंदिर का विध्वंस करवा कर चला गया था...*
*ज्वाला स्थल पर बने मंदिर को नष्ट करवाया, वहां के सभी सेवादार और पुजारी आदि सबको मृत्यु दंड देकर मार दिया, ज्योति स्थल को बड़े बड़े शिलाओं से ढक कर चला गया था।*
*बाद में चंबा के राजा संसार चंद ने मंदिर का पुनर्निर्माण करवाया था और महाराजा रणजीत सिंह ने मंदिर पर सोने का छत्र लगवाया था, साथ ही महाराजा के पुत्र शेरसिंह ने मंदिर के मुख्य द्वार को चांदी के द्वारों से सजाया था।*
*मैंने जब मंदिर परिसर में लिखे सुचना पर उनका ध्यान दिलाया तो प्रोफ़ेसर साहब ने कहा कि ये सूचना हिन्दू समाज की मूर्खता और इस्लामी जिहादी कोम की चालाकी दिखाती एक झूठ है।*
*सरकारी आदेश से ये सूचना इसलिए लिखवाई गई है जिससे हिन्दू मुस्लिम में भाई चारा बढे और अकबर को महान बनाया जा सकें...*
*हमारे देश के गद्दार इतिहासकारों ने हमसे किस तरह एक एजेंडा के तहत झूठ बोला है आप समझ गए होंगे।*
*•••साभार एक लेखक की यात्रागाथा से*
Ha aur pappu yadav ko bihar me congress head
0/0
Sirji, you have a point ☝️☝️ in your views.
Bhaut achha
लालू की मौत बहुत दर्द्नाक हो.... यही हमारी इछ्छा... और उसके बाद उसे भी मुलायम खान की तरह पद्म अवार्ड देने की गलती ना करे बीजेपी..
Bhut acha samjhaya apne thanku
बिल्कुल सही बात है लालू यादव अपने बेटे के लिए कुछ भी किसी को कर सकता है और करवा सकता है
Excellent analysis 🙏
मैं पहले से बोल रहा हूं। लालू तेजस्वी दोनों मुर्ख और अहंकारी निकल गये।
ननुपम प्रसूनजी नमस्कार 🙏आपका बहुत सटिक news होता है
OM
JAI SHI RAM RAM SAA ..
BHARAT.
BJP KAMLAM
MODI MODI MODI MODI MODI MODI MODI.
S MANGALAM .
CONGRATULATIONS
😊 please 🙏 correct the first name Deepak. You seem to have written it wrong pls check
@@StevenKilner
Ok🙏
लालू जी ने पूर्णिया औरंगाबाद पटना के समस्तीपुर में गल्ती कर गये है।
Nitish Kumar is a lucky person,so that he left I N D A and he joined N D A
Vah sar aap Sahi khabar dikha rahe hain Bihar mein tejasvi BJP Ko nahin rok payega Pappu Yadav ji ki jarurat hai Pappu Yadav Ji ka garibon ka masiha milkar dil ka Vishwas jitne ka 2025 desh ka sabse pahla aur bada chunav Loksabha chunav election ke bad Pappu Yadav ki takat dikhaiye koshi simanchal sahit pure Bihar mein Pappu Yadav ki puri takat Purnia 6 lakh araria 4lakh Katihar 3lakh Kishanganj 4 lakh Madhepura 2 se 3 lakh Supaul 3 se 4 lakh Bhagalpur 2 lakh Banka 1 lakh Darbhanga 1 khagdiya 2 lakh Darbhanga 1 lakh Shahid pure Bihar mein 40 lakh se bhi jyada aaj ke rajnitik mein garibon ke masiha Pappu Yadav ji ki takat
Sahi tarike se puri bat ko rakhe Jay Shree Ram
Very good commentator
Like the way of delivering
INDIA haargaya bahut afsosh hai lakin Thaghbandhan haara tho desh ko sukoon mila hai aur e Thagh har chunaav harenge yahi sach hai.
आपने शत प्रतिशत नहीं 200% सही आंकलन किया है लेकिन अहंकार सबको डुबाता है। अन्धा होकर रास्ता नहीं कुरास्ता चलना है ।अगर बेटा पढा लिखा होता तो पता नहीं क्या किया होता। केवल बोलने से नेता नहीं होता है। इनका वोटर नितीश के शासन काल में सभी थानेदार है इनके शासन काल में सभी के सभी IG और SP DSP से कम post नहीं होता।
निश्चित रूप से सही विश्लेषण, अगर तेजस्वी को सीएम, बनाना था तो नितीश कुमार को केंद्र में भेजना आवश्यक बनता था, पर दोनों हाथों में लड्डू के चक्कर में घनचक्कर बने लालू प्रसाद
Very lengthy presentation.Suggestion :-Script/story could have been edited to make it crisp and focused !
कांग्रेस और हिंदुत्व
इतने के बाद भी हिन्दू कांग्रेस को नहीं समझ सकते
अनुच्छेद 25, 28, 30 (1950)
एचआरसीई अधिनियम (1951)
एचसीबी एमपीएल (1956)
धर्मनिरपेक्षता (1975)
अल्पसंख्यक अधिनियम (1992)
पीओडब्ल्यू अधिनियम (1991)
वक्फ अधिनियम (1995)
राम सेतु हलफनामा (2007)
भगवा आतंकवाद (2009)
अनुच्छेद 25 द्वारा धर्मांतरण को वैध बनाया
उन्होंने अनुच्छेद 28 में हिंदुओं से धार्मिक शिक्षा छीन ली
लेकिन अनुच्छेद 30 में मुस्लिम और ईसाई को धार्मिक शिक्षा की अनुमति दी
उन्होंने एचआरसीई अधिनियम 1951 बनाकर हिंदुओं से सभी मंदिर और मंदिरों का पैसा छीन लिया जो सरकारी खजानें में जाता है
उन्होंने हिंदु बहुविवाह को समाप्त कर दिया तलाक कानून,
हिंदू कोड बिल के तहत दहेज कानून द्वारा परिवारों को नष्ट कर दिया
लेकिन मुस्लिम पर्सनल लॉ (शरीया कानुन) को हाथ नहीं लगाया। उन्हें बहुविवाह की अनुमति दी ताकि वे अपनी जनसंख्या में वृद्धि करते रहें
1954 में विशेष विवाह अधिनियम लाया गया ताकि मुस्लिम आसानी से हिंदू लड़कियों से शादी कर सके
उन्होंने आपातकाल लगाया और जबरदस्ती संविधान में *सेकुलरिज्म* शब्द जोड़ा और जबरन भारत को *धर्मनिरपेक्ष* बना दिया
लेकिन कांग्रेस यहीं नहीं रुकी।
1991 में वे अल्पसंख्यक आयोग अधिनियम लाए और मुस्लिम को अल्पसंख्यक घोषित किया, हालांकि धर्मनिरपेक्ष देश में बहुसंख्यक अल्पसंख्यक नहीं हो सकते है
उन्होंने अल्पसंख्यक अधिनियम के तहत मुसलमानों को छात्रवृत्ति, सरकारी लाभ जैसे विशेष अधिकार दिए
1992 में, उन्होंने हिंदुओं को कानूनी तरीके से अपने मंदिरों को वापस लेने से रोक दिया और पूजा स्थल अधिनियम द्वारा हिंदुओं से 40000 मंदिरों को छीन लिया
कांग्रेस यहीं नहीं रुकी 1995 में ,
उन्होंने वक्फ बोर्ड एक्ट द्वारा मुस्लिम को किसी भी जमीन पर दावा करने, किसी भी हिंदू की जमीन छीनने का अधिकार दिया और मुस्लिम को भारत का दूसरा सबसे बड़ा जमीन मालिक बना दिया।
और हिंदू विरोधी धर्मयुद्ध में चरम बिंदु 2009 था जब कांग्रेस ने भगवा आतंकवाद शब्द गढ़कर हिंदू धर्म को आतंकवादी धर्म घोषित किया वहीं कांग्रेस ने अपने 136 साल के इतिहास में कभी भी इस्लामिक आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल नहीं किया
कांग्रेस धीरे-धीरे बहुत चालाकी से हिंदुओं से एक-एक करके हिंदू अधिकारों को छीनते गए और अब हिंदू पूरी तरह से नग्न हो गए हैं
और मजेदार बात यह है कि अधिकांश हिंन्दुओं को इस छल कपट का पता भी नहीं है और कुछ को इन बातों का ज्ञान है पर पदलोभ और मुफ्तखौरी के कारण शतुर्मुर्ग की तरह अपना सर जमीन में गाडे़ हुए है |
उनके पास अपना मंदिर नहीं है, उनके पास उनकी धार्मिक शिक्षा व्यवस्था नहीं है, उनके बाप दादा की पुश्तेनी जमीन उनकी स्थायी नहीं है।
और वे सवाल भी नहीं पूछते हैं क्यों मस्जिद और चर्च मुक्त हैं लेकिन मंदिर सरकार के नियंत्रण में हैं
सरकार द्वारा वित्त पोषित मदरसा, कॉन्वेंट मिशनरी स्कूल क्यों हैं लेकिन सरकार द्वारा वित्त पोषित गुरुकुल नहीं?
वक्फ अधिनियम क्यों है लेकिन हिंदू भूमि अधिनियम नहीं?
मुस्लिम पर्सनल लाॕ बोर्ड क्यों है लेकिन हिंदू पर्सनल लाॕ बोर्ड नहीं?
एक देश में दो कानुन क्युं ?
अगर भारत धर्मनिरपेक्ष देश है तो बहुसंख्यक अल्पसंख्यक क्यों है?
स्कूलों में रामायण महाभारत क्यों नहीं पढ़ाई जाती?
औरंगजेब ने हिंदू धर्म को नष्ट करने के लिए तलवार का इस्तेमाल किया, कांग्रेस ने हिंदू धर्म को नष्ट करने के लिए संविधान, अधिनियम, बिल का इस्तेमाल किया
और जहां तलवार विफल रही, वहां संविधान ने किया।
और फिर मीडिया है।
अगर कोई इन सवालों को पूछने की कोशिश करता है, तो उसे सांप्रदायिक, भगवा आतंकवादी घोषित कर दिया जाता है
यदि कोई राजनेता इन गलतियों को सुधारने का प्रयास करता है तो उसे लोकतंत्र को कमजोर करने वाला कहा जाता है
याद रखें कि इसमें सिर्फ 80 साल लगे शक्तिशाली रोमन धर्म का गिरना ।
हिंदू को रोमन सभ्यता के पतन के बारे में अवश्य पढ़ना चाहिए। कोई बाहरी ताकत उन्हें पराजित नहीं कर सकती थी, वे अपने ही शासक कॉन्सटेंटाइन एन द्वारा ईसाई धर्म से आंतरिक रूप से हार गए थे।
Mai tejaswi ko support krta hoon but ye bat shi h💯🥺
200 प्रतिशत सही है।
Nitish never shift from NDA
भाई अपने यहां पर एक गलत बात बोला है कि मुकेश साहनी ने 4 सीट पर लड़ा था वह 10 सीट पर लड़ा था और 4 सीटजीता था
Now the real climax will be opened when rahul becomes the leader of opposition
Very good he did mimicry of others he was given a reward
Pariwar ko bihar ki rajniti me taqtwar rakhne ki chaht RJD ko zero par out karega.
दोनों ने ही भीतरघात की चालें चली
Lalu Lalu Yadav Lalu Yadav dhritrashtra ban baithe Hain Lalu Yadav ka Lalu Yadav ka yahi niti chakravyuh Rachna thi Jaise dhritrashtra ne apne 100 putron ko Mahabharat mein marva diya tha Putra movie usi tarah Lalu ka bhi hoga
News k sath music mat lagao. Kyuki news sun ne ko nahi mil raha hai.
Barbad log dushre ko barbad hi karega,
बिहारी जानते है कि लालू खानदान हि बिहार का बेड़ा गर्क कर सकता है और बेड़ा गर्क कर रहा है।😮😮😮।
Desh ke mahan rajneta aadarniy Rahul Gandhi Ji se ummid 13:25 hai ki Jo garibon ke masiha Pappu Yadav ji ko Bihar ko agrani pragatishil rajya banane ke liyeBihar ka chehra banaenge
Aap kaniya Kumar ko bhul Gaye kaniya Kumar ko ticket nahi lene diya ❤❤❤se
Laloo ji to sajaa kaat rahe hai ye to court ko sochna chahiye ya to unhe beguna declare kre ya une vapas jail bheje.
Can you please lower your background music. We need to hear you not the music
पप्पू सेल्फ 😊 सर्विस करता है।😮😮😮।
Etna loud music, loud music hey key key Suni Suni Kuch Nahin, De Raha
Jisko vote Dena Hai vo dega .
Koi kuchh khai .
NITIS KURSi Ke LIY kuchh
Aham khagya yadabji ko ab charabch gya
Public. Need. Only. News. Not. Back. Ground. Music. Jald. Se. Band. Karo. Varna. Log. Tüm ara. Boy. Cot. Karaga jaldse. Samaj. Jao. Varna. Pachtana. Hoga.
Lalu is corrupt and should go to jail again
Rahul Gandhi ne sanshad ke jis bil ko sabke samne fada tha vo bil wastav me Lalu yadav ko saja hone se bachane ke liye tha yadi vo bil pas ho jata to Lalu yadav ka rajnetik carier kharab hone se Bach jata lekin Rahul gandi ne Jo hangama Kiya uske chalte Lalu ko jel Jane se bachane ki kosis bekar hogaye yani Lalu Rahul se usi bat ka badala le rahe the
Music kam karo bhai,,,, matha me darad ho gaya,,,,, sirf news chalao,,,, music q faltu me bazate ho
शरद यादव कहां से आ गए श्रीमान! उनका इंडी गठबंधन बनने से पहले ही उनका स्वर्गवास हो चुका था। बाकी जैसा आपका आंकलन। सांप निकल गया। अब लाठी पीटते रहो। कुछ भी बोलो, सब फिट है बॉस। आप समझदार हैं कि हम लोग भूखे हैं, कुछ भी परोसो, सब चलेगा।👍
बदला लेना पुरा हुआ
annoying music is there.
Peeche se music bhut disturb kr raha h
Mukesh sahni ko pichlaggu rahkar hi rajniti karni paregi
The background music is annoying and intrusive. Why is it even needed??
Vip ko rjd me samil hone se
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चारा डकारने वालों का काम हि यही है।
Sàràd yàdàv se swarg me Nitish Milne Gaye tha kya?