गुसाईं जी! आम अकेले नहीं, मिलकर खाओ, तभी आम *ख़ास* बनेंगे। हो सके तो आम से साथ, कुछ जामुन भी ऑफिस ले आना, मिलकर खाएंगे और बसंतबिहार वालों का दिल से धन्यवाद बोलेंगे😄🙏
राकेशजी आपके कहे अनुसार आज ऑफिस में सबने आम एवं जामुन का सेवन किया तथा बहुत लुत्फ़ उठाया, आज आपकी तबियत नासाज थी इसलिए आपके हिसे के सीधे पहारों से आए हुए आम, एवं जामुन सुरक्षित सहेज कर रखे हुए हैं, धन्यवाद 🙏🏾
गुसाईं जी! आम अकेले नहीं, मिलकर खाओ, तभी आम *ख़ास* बनेंगे।
हो सके तो आम से साथ, कुछ जामुन भी ऑफिस ले आना, मिलकर खाएंगे और बसंतबिहार वालों का दिल से धन्यवाद बोलेंगे😄🙏
राकेशजी आपके कहे अनुसार आज ऑफिस में सबने आम एवं जामुन का सेवन किया तथा बहुत लुत्फ़ उठाया, आज आपकी तबियत नासाज थी इसलिए आपके हिसे के सीधे पहारों से आए हुए आम, एवं जामुन सुरक्षित सहेज कर रखे हुए हैं, धन्यवाद 🙏🏾
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