श्री रामचंद्र जी के द्वारा वन से वापस नहीं आने पर सुमन्त द्वारा अवध में कह मुख ले जाऊँ ~
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- เผยแพร่เมื่อ 14 พ.ย. 2024
- अयोध्या के राजा दशरथ जी की आज्ञा पर प्रभु श्री राम भ्राता लक्ष्मण संग वन को जाने के पश्चात पुत्र विरह में राजा दशरथ ने सुमंत को भेजकर श्री राम जी को भ्राता लक्ष्मण व माता जानकी सहित वापिस लाने को भेजा- परंतु श्री राम जी ने पिता की आज्ञा को अग्रणी रखते हुए .वनवास में ही रहने का निर्णय किया ॥
सुमंत के द्वारा मार्मिक दृश्य- अवध में किस प्रकार अपना मुख लेकर जाऊ ॥
सियावर रामचंद्र की जय 🚩🚩🚩